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सुरती शब्द साधना mystery of meditation: आप आत्म विश्वास पा सकते हैं
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शुक्रवार, अप्रैल 06, 2012. आप आत्म विश्वास पा सकते हैं. क्या कोई ऐसा करेगा? कोई भी नहीं । क्योंकि यह बहुत ही सुरक्षित और आसान है कि हम प्रभुत्व स्वीकार लें । तब कोई भी अपने आपको सुरक्षित संरक्षित महसूस करता है ।. सब तरह से मुक्त होना है । ज्ञात से मुक्ति । मन की वह अवस्था । जो कहती है - मैं नहीं जानता? आप मुझसे ये क्यों चाहते हैं कि - एक समुदाय की स्थापना करूं? मैं आपको बताता हूँ कि - क्यों? यह बहुत ही रूचि कर है । नहीं? जनरल । ये लोग । आत्म विश्वास से...इसे ईमेल करें. नई पोस्ट. सुरति शब...मेर...
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सतगुरु कबीर साहेब SATGURU KABEER SAHIB: November 2011
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शनिवार, नवंबर 26, 2011. अष्टावक्र गीता वाणी ध्वनि स्वरूप - 40. गुणैः संवेष्टितो देहस्तिष्ठत्यायाति याति च । आत्मा न गंता नागंता किमेनमनुशोचसि । 15-9. देहस्तिष्ठतु कल्पान्तं गच्छत्वद्यैव वा पुनः । क्व वृद्धिः क्व च वा हानिस्तव चिन्मात्ररूपिणः । 15-10. तात चिन्मात्ररूपोऽसि न ते भिन्नमिदं जगत । अतः कस्य कथं कुत्र हेयोपादेयकल्पना । 15-12. हे प्रिय! प्रस्तुतकर्ता. शनिवार, नवंबर 26, 2011. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. इस अव्यय । श...तुम...
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सतगुरु श्री शिवानन्द जी महाराज परमहँस: June 2011
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शुक्रवार, जून 24, 2011. आत्मस्वरूप परमात्मा का वास्तविक नाम विदेह है. कबीर साहब बोले - हे धर्मदास! जब तक देह से परे विदेह नाम का ध्यान होने में नहीं आता. जब लग ध्यान विदेह न आवे । तब लग जिव भव भटका खावे ।. ध्यान विदेह और नाम विदेहा । दोउ लखि पावे मिटे संदेहा ।. मनुष्य का 5 तत्वों से बना यह शरीर जङ परिवर्तनशील तथा नाशवान है ।. हे धर्मदास! हे धर्मदास! हे धर्मदास! सार शब्द रहस्य पर लेख शीघ्र प्रकाशित होगा ।. प्रस्तुतकर्ता. शुक्रवार, जून 24, 2011. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. जिससे दीक्...तथा जिन ल...चन्...
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सतगुरु श्री शिवानन्द जी महाराज परमहँस: January 2011
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बुधवार, जनवरी 26, 2011. ज्योति पर ही समस्त योनियों के शरीर बनते हैं ।. अद्वैत वैराग कठिन है भाई । अटके मुनिवर जोगी । अक्षर ही को सत्य बतायें । वे हैं मुक्त वियोगी ।. अक्षरतीत शब्द एक बाँका । अजपा हू से है जो नाका । जाहि लखे जो जोगी । फ़ेर जन्म नहिं होई ।. इसका मास्टर आखिर कौन है? ग्यान को पन्थ कृपाण की धारा । कहो खगेस को बरनै पारा ।. क्या ये सोचने की बात नहीं है ।. वह अपनी ही संतति को झगङे में क्यों डालेगा? प्रस्तुतकर्ता. बुधवार, जनवरी 26, 2011. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. अक्षरतीत शब&#...मेर...
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God परमात्मा: August 2013
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31 अगस्त 2013. खायकै मूतै सूतै बाउं कायकौं वैद बसाबै गाउं. लोक कहावतों में स्वास्थय चर्चा - संसार में उसी व्यक्ति को पूर्ण रूप से. सुखी कहा जा सकता है । जो कि शरीर से निरोगी हो । ओर निरोगी रहने के लिए यह आवश्यक है कि बच्चों को. प्रात:काल खटिया से उठकै । पियै तुरन्तै पानी ।. कबहूँ घर मा वैद न अइहै । बात घाघ कै जानि ।. मोटी दतुअन जो करै । भूनी हर्र चबाय ।. दूद बयारी जो करै । उन घर वैद न जाय ।. वर्ष के बारह महीनों में कब कम भोजन करना हितकर ह&...हैं । यथा -. अर्थात - श्रावण मास ...दोनों ह&#...अर्थì...
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रसभरी कहानियां sweet stories: 21 दिसम्बर 2012
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शुक्रवार, जून 01, 2012. 21 दिसम्बर 2012. तथ्य यह है कि अमेरिकी महाद्वीप पर माया सभ्यता स्वयं भी कब की लुप्त हो चुकी है । उसके कैलेंडर के अंत को विश्व का अंत भला क्यों मान लिया जाए? क्या जानते हैं? मैक्सिको के दक्षिण में रहने वाले माया समुदाय ने 21 DEC 2012 के लिए उल्टी गिनती शुरू कर दी है ।. सभी जानकारी साभार विभिन्न इंटरनेट स्रोत से. शुक्रवार, जून 01, 2012. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. 21 दिसम्बर 2012. वाट...
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रसभरी कहानियां sweet stories: June 2010
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बुधवार, जून 09, 2010. साली गुङ चीनी से मीठी. साली फ़ूल चमेली का ।. कचनार कली औ फ़ूलन की डाली ।. साली होत अंगूर सन्तरा ।. सेव अनारन से रस वाली ।. साली गुङ चीनी से मीठी ।. साली होय मिसरी की डाली ।. बीबी अपनी जगह है वीरन ।. साली ऊ कही जात आधी घरवाली ।. बुधवार, जून 09, 2010. 3 टिप्पणियां:. Links to this post. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: चमेली फ़ूल बीबी साली. पत्नी ही सच्ची प्रियतमा. बुधवार, जून 09, 2010. Links to this post.
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रसभरी कहानियां sweet stories: June 2011
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शनिवार, जून 25, 2011. मैं जवानी में अपने आपको " विनोद खन्ना " से कम नही समझता था ।. आशिक पुकारो । आवारा पुकारो । मैंने की है मुहब्ब्त दिल से । अब ना रूकेंगे हम किसी से । मैंने की है मुहब्ब्त दिल से ।. क्या हाल है पप्पू? मैं आज तेरे को बडी दिलचस्प फ़ोटो भेज रहा हूँ ।. आटो वाले ने मुझे कहा - क्या हो गया? मैंने सीधा ही एक चांटा उसको मारा । और कहा - तेरी . तब वो आटो वाला बोला - ओये भाईसाहब.". मैंने एक चांटा और मारा और कहा - तेरी ब.". मेरा मूड पहले से ही खराब था...वो तो साला चुपच...इन सालों ...मैं...अब कह...
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रसभरी कहानियां sweet stories: July 2011
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मंगलवार, जुलाई 26, 2011. हिन्दुस्तान में थूकने और मूतने की खूली छूट है ।. सब्जी मन्डी की कसम । आज उस मास्टर का किस्सा खत्म कर ही देते हैं. 2404; मास्टर से अब मेरी बोलचाल न के बराबर है ।. लेकिन अभी भी मुझे कुछ छोटे छोटे अनुभव याद हैं ।. फ़िर मैंने ये भी सोचा कि बाथरूम की जगह ये. ये न बोल दे कि - त्रिपाठी जी! बाथरूम की क्या समस्या है? 2404; राजीव राजा! देखो राजा! तब मास्टर अचानक बोल पङा - त्रिपाठी जी! ये आप मुझे कैसी फ़िल्म में ले आये? मैंने मास्टर से कहा - भई! कितनी पावरफ़ुल ...इतने में ...बाडी...