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"सुरभित सुमन"सुरभित सुमन". शुक्रवार, 31 जुलाई 2015. एक मनुष्य के भीतर अच्छाई बुराई दोनों की संभावनायें है! बच्चा जब जन्म लेता है तो साथ में जीवन को परमात्मा के उपहार के तौर पर लाता है! उसकी चेतना बिलकुल कोरे कागज के समान होती है! उसे कभी यह अहसास नहीं करवाते की तुम्हारी जान इन सबसे ऊपर है तुम्हारा जीवन सबसे कीमती है! किसी देश में एक चित्रकार था! मै ऐसी दो आँखे चित्रित करूँ जिनमे अनंत शांति झलकती हो! उसकी आँखों में कोई झलक थी! उसने उसके चित्र को बनाया! और उस चित्रकार को एक ख़याल और आयì...उसने सोचा...वह फिर गय...
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