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मेरी कविता -(गोपेश): June 2012
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मेरी कविता -(गोपेश). Monday, June 18, 2012. मेरी सोचों पर बस तेरा ही पहरा है. मेरे ख्वावों में बस तेरा ही बसेरा है. हर लम्हा महसूस करूँ तुझको ही. तू ही शब मेरी तू ही मेरा सवेरा है. Thursday, June 14, 2012. मेरी दिलजोई का सामान तू है,. मेरी चाँद रात का मेहमान तू है,. जिंदगी के तमाम अज़ाबों के दरमियाँ,. मेरी उम्मीदों का सायबान तू है,. मांगी हैं जितनी भी दुआयें मैंने खुदा से,. मेरी उन दुआओं का ईनाम तू है,. अब किसी और की कहाँ जरूरत मुझको. मेरे हर एक सफ़र का मकाम तू है. Subscribe to: Posts (Atom).
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मेरी कविता -(गोपेश): July 2011
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मेरी कविता -(गोपेश). Thursday, July 14, 2011. वो जो करते थे हिदायतें इश्क न फरमाने की बशर,. देखा है आज उन्हें दरबार-ऐ-हुस्न में सजदा करते. मय से अदावत जिनकी मशहूर थी ज़माने भर में,. देखा है आज हमने उन्हें राह-ऐ-मैखाना पता करते. हर बात में दिल्लगी जैसे आदत थी उनकी,. अब देखते हैं उन्हें हर बात पे चेहरा संजीदा करते. नामालूम क्या आ पड़ी क्या बदल गया अचानक,. मैं न समझा उनकी अचानक बदली फितरत का सबब,. Subscribe to: Posts (Atom). Kuch is baware maan ki baatein. Ab-Initio - Air sanbox command. Part 2.
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मेरी कविता -(गोपेश): April 2012
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मेरी कविता -(गोपेश). Saturday, April 21, 2012. मेरे सनम तेरी जुस्तजू में मैंने अपनी तमाम उम्र काटी. अब तेरा आना कैसा अब तेरा मिलना कैसा जब बस आखिरी सांस ही बाकी है. कुछ कमी मेरी तदबीर में रही शायद कुछ कसूर मेरी तकदीर का भी होगा. या शायद तुझे पाने के लिए ये एक उम्र मेरी नाकाफी है. सब सामान तैयार है रुखसती का बस खुदा हाफिज ही कहना है. तू सामने खड़ी है दीदार के लिए वही मेरे लिए काफी है. कर दे इज़हार-ए-मोहब्बत आखिरी तमन्ना ही समझ कर मेरी. Subscribe to: Posts (Atom). Kuch is baware maan ki baatein.
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मेरी कविता -(गोपेश)
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मेरी कविता -(गोपेश). Monday, June 18, 2012. मेरी सोचों पर बस तेरा ही पहरा है. मेरे ख्वावों में बस तेरा ही बसेरा है. हर लम्हा महसूस करूँ तुझको ही. तू ही शब मेरी तू ही मेरा सवेरा है. Subscribe to: Post Comments (Atom). Kuch is baware maan ki baatein. Ab-Initio - Air sanbox command. Part 2. C#] How to read custom config Section in C#. Lab pe aati hai dua. A very touching poen found on Youtube. Hope u like. :). View my complete profile.
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मेरी कविता -(गोपेश)
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मेरी कविता -(गोपेश). Saturday, April 21, 2012. मेरे सनम तेरी जुस्तजू में मैंने अपनी तमाम उम्र काटी. अब तेरा आना कैसा अब तेरा मिलना कैसा जब बस आखिरी सांस ही बाकी है. कुछ कमी मेरी तदबीर में रही शायद कुछ कसूर मेरी तकदीर का भी होगा. या शायद तुझे पाने के लिए ये एक उम्र मेरी नाकाफी है. सब सामान तैयार है रुखसती का बस खुदा हाफिज ही कहना है. तू सामने खड़ी है दीदार के लिए वही मेरे लिए काफी है. कर दे इज़हार-ए-मोहब्बत आखिरी तमन्ना ही समझ कर मेरी. Subscribe to: Post Comments (Atom). Kuch is baware maan ki baatein.
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मेरी कविता -(गोपेश)
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मेरी कविता -(गोपेश). Thursday, June 14, 2012. मेरी दिलजोई का सामान तू है,. मेरी चाँद रात का मेहमान तू है,. जिंदगी के तमाम अज़ाबों के दरमियाँ,. मेरी उम्मीदों का सायबान तू है,. मांगी हैं जितनी भी दुआयें मैंने खुदा से,. मेरी उन दुआओं का ईनाम तू है,. उड़ता जाता हूँ जहाँ आजाद परिंदों की तरह. मेरी ख्वाहिशों का वही आसमान तू है. अब किसी और की कहाँ जरूरत मुझको. मेरी सारी जिन्दगी मेरा सारा जहान तू है. मेरे हर एक सफ़र का मकाम तू है. Shaikh Sahib Ka Imaan Bik He Gaya. Daikh Kar Husn E Saqi Pigal He Gaya.
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मेरी कविता -(गोपेश)
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मेरी कविता -(गोपेश). Thursday, May 24, 2012. तुझसे वस्ल को. ये दिल बेक़रार क्यों है,. गर ये मोहब्बत नहीं तो ये इंतजार क्यों है. क्यों मुड़ती है मेरी हर राह तेरे दर की तरफ,. ये मुगालता मुझे रोज़ रोज़, हर बार क्यों है. तेरा ही चेहरा नुमायाँ है हर जगह, हर शै में,. तू हर दम मेरे होश-ओ-हवास पर सवार क्यों है. क्यों है एक बेकली सी इस दिल में हर लम्हा,. मेरी हर शाम को तेरी आमद का इंतजार क्यों है. खुद ही तो तुझसे दूर चला आया था कभी,. Subscribe to: Post Comments (Atom). Kuch is baware maan ki baatein.
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मेरी कविता -(गोपेश): July 2013
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मेरी कविता -(गोपेश). Monday, July 29, 2013. मुझे मालूम है तू मेरी एक आवाज़ पर दौड़ी चली आएगी,. मगर मैं एक आवारा बादल सा मेरी फितरत में रवानी है. कैसे दे सकूंगा मैं तुझे वो आशियाँ जिसका ख्वाव तेरी आँखों में मैंने पलते देखा है. कहीं टूट ना जायें वो सारे ख्वाव वो सारी उम्मीदें जो तेरी मुझसे बाबस्ता हैं. बारहा ये कहीं बेहतर होगा माजी की खुशनुमा यादों में जीना. Subscribe to: Posts (Atom). Kuch is baware maan ki baatein. Ab-Initio - Air sanbox command. Part 2. C#] How to read custom config Section in C#.
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मेरी कविता -(गोपेश)
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मेरी कविता -(गोपेश). Monday, July 29, 2013. मुझे मालूम है तू मेरी एक आवाज़ पर दौड़ी चली आएगी,. मगर मैं एक आवारा बादल सा मेरी फितरत में रवानी है. कैसे दे सकूंगा मैं तुझे वो आशियाँ जिसका ख्वाव तेरी आँखों में मैंने पलते देखा है. कहीं टूट ना जायें वो सारे ख्वाव वो सारी उम्मीदें जो तेरी मुझसे बाबस्ता हैं. बारहा ये कहीं बेहतर होगा माजी की खुशनुमा यादों में जीना. Subscribe to: Post Comments (Atom). Kuch is baware maan ki baatein. Ab-Initio - Air sanbox command. Part 2. C#] How to read custom config Section in C#.
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मेरी कविता -(गोपेश): May 2012
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मेरी कविता -(गोपेश). Friday, May 25, 2012. एक शाम तनहा सी मेरे घर में उतर आई है. और शब के अँधेरे मुझे निगलते जाते हैं. हर सू फैली है एक उदासी की चादर. और दिल में कुछ ख्वाब पिघलते जाते हैं. कुछ समझ नहीं आता कि हुआ क्या है. क्यों सारे रिश्ते हाथों से फिसलते जाते हैं. बढती जाती है खलिश सीने की हर रोज़. दरख़्त एहसासों के दिल में दरकते जाते हैं. ना जाने कितनी दूर और चल सकूंगा ऐसे. मंजिल के निशान आगे को सरकते जाते हैं. Thursday, May 24, 2012. मुझे बदलने की कोशिश ना कर ए. ज़माने,. Subscribe to: Posts (Atom).