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कभी यूँ भी तो हो!: September 2011
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! बुधवार, 21 सितंबर 2011. अथ श्री NEW महा भारत कथा. अर्जुन और भीम दुर्योधन के काफिले की उड़ती हुई धूल देखते रह गए. 3 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: इंडिया टीवी. न्यूज़ चैनल. मायावती. यू पी. राजनीति. व्यंग्य. Location: हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश, भारत. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. ग्लोबल वार्मिंग. सबसे पहले तो क&...माया...
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कभी यूँ भी तो हो!: July 2010
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! सोमवार, 26 जुलाई 2010. बी जे पी की इतनी आलोचना क्यूँ होती है? बी जे पी अपनी विचारधारा की वजह से अलग पड़ जाती है तो इसमें पूरे विपक्ष की गलती है, सिर्फ बी जे पी को दोष देना गलत होगा।. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: कांग्रेस. बी जे पी. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. ग्लोबल वार्मिंग. पर भ्रष्ट है कौन? सबसे पहले त...माय...
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कभी यूँ भी तो हो!: January 2011
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! शनिवार, 1 जनवरी 2011. सूर्य नव,. प्रकाश नव,. आकाश नव,. अवकाश नव।. वर्ष नव,. हर्ष नव,. विश्व का प्रदर्श नव,. अब समय है. हो आदर्श नव. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). ग्लोबल वार्मिंग. मेरी शादी का पहला साल! पर भ्रष्ट है कौन? मायावती ने वही कियì...जिसने कभी कह...स्टा...
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कभी यूँ भी तो हो!: January 2010
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! शनिवार, 16 जनवरी 2010. कुछ बिछड़े हुए दोस्त! सियालदाह से मुझे एअरपोर्ट जाना था, बाकियों को हावड़ा स्टेशन।. बाकी यानी सौगत, विकास, एमएसआर। सौगत और विकास मुंबई जा रहे थे, एमएसआर चेन्नई। मेरी हैदराबाद की फ्लाईट थी।. हाँ यार प्लीज़ टच में रहना". मैं तो रहूँगा, तुम लोग मत भूल जाना". ईमेल तो कर ही सकते हैं". ऑफकोर्स यार". और वगैरह वगैरह! और विकास सबसे दूर, ऑस्ट्रेलिया! एक्सपीरिएंस' की।. है ना? Labels: मित्र. इसमें...क्य...
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कभी यूँ भी तो हो!: April 2011
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! शनिवार, 9 अप्रैल 2011. पर भ्रष्ट है कौन? लेकिन मैं एक बात समझना चाहता हूँ। भ्रष्टाचार है क्या? मैं ये समझना चाहता हूँ कि समाज कौन है? या फिर अगर हम मध्यम वर्ग पर ध्यान केन्द्रित करें तो मध्यम वर्ग किन लोगों से बनता है? क्या सॉफ्टवेयर कर्मी झूठे मेडिकल बिल नहीं बनवाते? क्या व्यापारी धांधली नहीं करते? मुझे नहीं लगता।. 3 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. नई पोस्ट. हमें एक हì...सबसे...
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कभी यूँ भी तो हो!: June 2015
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! मंगलवार, 30 जून 2015. कुछ भूले कुछ याद रहा. अरसा हो गया कुछ लिखे. हिंदी में तो और भी ज़्यादा. खुद को धोखा भी देना मुश्किल नहीं होता. समय नहीं मिलता". ऑफिस में बहुत काम है". बेटी छोटी है, बैठने ही नहीं देती". और वास्तव में विकर्षणों की कमी नहीं है पर विकर्षित होना तो अपनी कमज़ोरी है. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. अब बार...
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कभी यूँ भी तो हो!: December 2012
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! बुधवार, 5 दिसंबर 2012. इंतज़ार. अभी तुम्हारी छोटी छोटी आँखें. मुझे नहीं पहचानेंगी. अभी तुम्हारे छोटे छोटे होंठ. मुझे नहीं पुकारेंगे. अभी तुम्हारे छोटे छोटे कान. मेरी आवाज़ को अनसुना कर देंगे. अभी तुम्हारी छोटी छोटी उंगलियाँ. मेरी शर्ट को नहीं खींचेंगी. अभी तुम्हारे छोटे छोटे पैर. मेरे साथ नहीं चलेंगे. पर मुझे पता है. एक दिन आएगा, जब ये सब होगा. मेरी छोटी दोस्त. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. नई पोस्ट. सबसे पहल&...
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कभी यूँ भी तो हो!: August 2010
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! सोमवार, 2 अगस्त 2010. हम करें नेकी, वो डालें दरिया में! आधे से ज्यादा पाकिस्तानियों के लिए भारत ज्यादा बड़ा खतरा है? इतने साल तक दोस्ती के पुल बनाते रहने का ये फल मिला है? 3 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: पाकिस्तान भारत सम्बन्ध दोस्ती. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). सबसे पहले तो क&#...माया...
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कभी यूँ भी तो हो!: February 2012
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012. हंसिया चाँद. आज रात है. हंसिया चाँद,. इतराता शर्माता. रंग-रसिया चाँद. बिछी बिसात पे. प्यादे जैसा चाँद,. एक कमज़ोर. इरादे जैसा चाँद. मुरझाई छुई-मुई. की डाली चाँद,. गुनगुनी चाय की. प्याली चाँद. सच कहो तो ये है. बस नाम का चाँद,. पर जो भी है,. यही है हर रहीम और. हर राम का चाँद।।. हंसिया = sickle). 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Labels: कविता. कुछ भूल गए,. अब बì...
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कभी यूँ भी तो हो!: July 2014
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कभी यूँ भी तो हो! तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो! सोमवार, 28 जुलाई 2014. कल तक सबकी थी,. आज ईद उनकी,. दीवाली हमारी हो गयी. एक दूसरे को शक़ की नज़र से. देखने की बीमारी हो गयी।. कल तक एक धड़कन थी. एक जान थी,. एक दिल था,. आज बस भीड़ के दो दल हो गए. कोई माने या ना माने. सच तो यही है कि. हम सब कम्यूनल हो गए! कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. सबसे पहले तो...माय...