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अहसास: कहानियाँ
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. कहानियाँ. Subscribe to: Posts (Atom). अरविन्द शुक्ल. View my complete profile. भारत-अमेरिका परमाणु समझौता बनाम परमाणु उर्जा. न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड. In the year 2004, 50% of dearness allowance was merged with basic pay for Central Government Employees and Pensioners with effect from 1.4.2004. This was i. Picture Window template. Template images by dem10.
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अहसास: April 2012
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Tuesday, 3 April 2012. तुम तुम थे हम हम थे. तुम तुम थे हम हम थे. अहलादों की अविरल धारा में. निज को ही, निज धागे से. हर ओर पिरोया करते थे. तुम तुम थे हम हम थे! होंठों पर से शब्दों की आहट से. दिल में सैलाब सा उठता था. बंद जुबा के अनकहे लफ्ज. बिन कहे ही समझे जाते थे. तुम तुम थे हम हम थे! सागर की घटाओं में खोकर. मन में आकाश सा उठता था. तारो को पिरोया करते थे. तुम तुम थे हम हम थे! Subscribe to: Posts (Atom).
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अहसास: मेरे बारे में
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. मेरे बारे में. Subscribe to: Posts (Atom). अरविन्द शुक्ल. View my complete profile. भारत-अमेरिका परमाणु समझौता बनाम परमाणु उर्जा. न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड. In the year 2004, 50% of dearness allowance was merged with basic pay for Central Government Employees and Pensioners with effect from 1.4.2004. This was i. Picture Window template. Template images by dem10.
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अहसास: तुम तुम थे हम हम थे
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Tuesday, 3 April 2012. तुम तुम थे हम हम थे. तुम तुम थे हम हम थे. अहलादों की अविरल धारा में. निज को ही, निज धागे से. हर ओर पिरोया करते थे. तुम तुम थे हम हम थे! होंठों पर से शब्दों की आहट से. दिल में सैलाब सा उठता था. बंद जुबा के अनकहे लफ्ज. बिन कहे ही समझे जाते थे. तुम तुम थे हम हम थे! सागर की घटाओं में खोकर. मन में आकाश सा उठता था. तारो को पिरोया करते थे. तुम तुम थे हम हम थे! आज आपके ब्ल...भार...
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अहसास: यात्रा वृतांत
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. यात्रा वृतांत. Subscribe to: Posts (Atom). अरविन्द शुक्ल. View my complete profile. भारत-अमेरिका परमाणु समझौता बनाम परमाणु उर्जा. न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड. In the year 2004, 50% of dearness allowance was merged with basic pay for Central Government Employees and Pensioners with effect from 1.4.2004. This was i. Picture Window template. Template images by dem10.
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अहसास: October 2010
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Wednesday, 27 October 2010. कभी कभी. कभी कभी. ऐसा भी होता है. हम आते हैं. जिन्दगी की नुमाइशों को. साझा करने. जिन्दगी की. हैरानियों के साथ. हम बढ़ते जाते हैं. जिन्दगी भी चल रही है. कदम से कदम मिलाते. कभी अँधेरे आगे हैं. कभी उजाले आगे हैं. कभी अँधेरे पीछे हैं. कभी उजाले पीछे हैं. जिन्दगी की. हैरानियों के साथ. हम बढ़ते जाते हैं. जिन्दगी की नुमाइशों को. साझा करने कभी कभी. Subscribe to: Posts (Atom).
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अहसास: January 2011
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Friday, 14 January 2011. जिन्दगी हर्ष और अवशाद का अहसास मात्र नहीं है. यह कैसी अनुभूति. जिसमे मै किंचित उलझ सा गया हूँ. यह कैसी खुमारी. जिसमे मै कतिपय मद .होश. सा हो गया हूँ. तभी तक, जब तक हमें अहसास नहीं हो पता है. कि जिन्दगी. हर्ष और अवशाद का अहसास मात्र नहीं है. अरविन्द शुक्ल. अभ्युदय की चाह में. खोजता रह जाऊंगा जिन्दगी का अर्थ मै. विषय गत महती धरा में. आइना होके यहाँ. उन दिनों. जानते ह&...जान...
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अहसास: November 2010
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Saturday, 20 November 2010. अव्यक्त सुख. जब तुमने. क्षण भर को. घोर चिंता अविशवास में समाये. ह्रदय का ह्रदय से. क्षणिक संस्पर्ष किया. हाँथ में हाँथ देकर. एक सुरमई लै समां गई. मधुर इस स्पर्श के संसार में. कुछ भी नहीं था. पर बहुत कुछ बिखरा था पसरा था. यह वह क्षण था. जिसके लिए कोई शब्द नहीं. रचा जा सकता था अव्यक्त सुख I. यह वह क्षण था. हताशा से जूझ रहा है. यह वही क्षण था. अकथ , अगोचर. सब कुछ कहा. खूब...
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अहसास: April 2011
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भावनाओं के मंजर का जो हमें कतिपय नया करने को आंदोलित करते हैं . कहानियाँ. यात्रा वृतांत. मेरे बारे में. Saturday, 16 April 2011. बड़े भाग्य से आया भैया , युग यह भ्रष्टाचार का! हंस लो गा लो ख़ुशी मना लो. गुण गाओ करतार का! बड़े भाग्य से आया भैया. युग यह भ्रष्टाचार का! अगर मास्टर हो तो सुन लो. गैर हाजिरी का पथ चुन लो ,. बनकर नेता करो दलाली. जो भी फंसे धान सा धुन लो,. अधिकारी की करो बुराई. डंका पीट प्रचार का! बड़े भाग्य से आया भैया. युग यह भ्रष्टाचार का! मर्ज बढे बीमार का! शेष शीघ्र . Sunday, 3 April 2011.
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