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अनुभव: बस यूं ही...
http://anubhaw.blogspot.com/2015/04/blog-post_80.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Wednesday, April 29, 2015. बस यूं ही. का लिखा सुनता हूं, रवीश. की किसी पुरानी रपट यूट्यूब पर देखने लगता हूं, सदन झा. का कोई आलेख पढ़ने बैठ जाता हूं.तो राजशेखर. Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Wednesday, April 29, 2015. Labels: अंचल की बातें. आत्मालाप. किसान की डायरी. Subscribe to: Post Comments (Atom). Purnea, Bihar, India. अबतक मै&#...
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अनुभव: कोसी का इलाका......रेणु की कथा भूमि
http://anubhaw.blogspot.com/2007/01/blog-post_17.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Wednesday, January 17, 2007. कोसी का इलाका.रेणु की कथा भूमि. फणीश्वर नाथ रेणु और उनकी कथाभूमी. पढते ही मैं चौंक पडा! मैं अबाक था, मेरी बुद्धि को मानो लकवा मार दिया हो. Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Wednesday, January 17, 2007. Ek achi report ke liye badhai! सुंदर आलेख, बधाई. अच्छा लगा पढ़कर . धन्यवाद एवं बधाई! Purnea, Bihar, India. अन...
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अनुभव: अविनाश बस मुलाकात......
http://anubhaw.blogspot.com/2008/03/blog-post_04.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Tuesday, March 04, 2008. अविनाश बस मुलाकात. कई दिनों से इच्छा थी कि अविनाश. में उनका एक आलेख पढ़ा था। हंस: मजाज से मुलाकात. आज भी जब उनसे बात करता हूं तो एक बार ऐसा लगता है कि जैसे मुझमें कुछ नयापन आ गया है. उनकì...और गुलजार. भाते हैं। इन्हें मैं क्यूं चाहत&...Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Tuesday, March 04, 2008. मनोज झा. यह ब्...
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अनुभव: एक किसान की कहानी, रवीश कुमार की जुबानी
http://anubhaw.blogspot.com/2015/04/blog-post_76.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Thursday, April 30, 2015. एक किसान की कहानी, रवीश कुमार की जुबानी. किसान गिरीन्द्र का पूरा ब्लॉग पढ़ें. वीडियो के लिए यहां. क्लिक करिए. से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक. और गूगल प्लस. पर ज्वॉइन करें, ट्विटर. पर फॉलो करे. First Published: अप्रैल 25, 2015 10:36 AM IST. Thursday, April 30, 2015. Purnea, Bihar, India. अन...
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अनुभव: 'खेत में सन्नाटा है, ये ख़ामोशी डराती है..'
http://anubhaw.blogspot.com/2015/04/blog-post_30.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Thursday, April 30, 2015. खेत में सन्नाटा है, ये ख़ामोशी डराती है.'. ये कहना है गीरिन्द्र झा. का जो पेशे से किसान हैं और बिहार के पूर्णियां ज़िले में रहते हैं. गिरिन्द्र झा का दर्द उन्हीं की ज़ुबानी. अब रोने के सिवा हमारे पास कोई विकल्प नहीं. डर खेत की ख़ामोशी से .'. हम ऋण लेकर किसानी करते हैं. मक&#...लीची और आम की फ़सल ...बहुत कुछ ...पूर...
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अनुभव: जीत गयी तो पिया मोरे हारी पी के संग
http://anubhaw.blogspot.com/2010/02/blog-post.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Friday, February 05, 2010. जीत गयी तो पिया मोरे हारी पी के संग. के दोहे तो यही कहते हैं। पढ़िए और खुसरोमय हो जाइए.।. रैनी चढ़ी रसूल की सो रंग मौला के हाथ।. जिसके कपरे रंग दिए सो धन धन वाके भाग।।. खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूँ पी के संग।. चकवा चकवी दो जने इन मत मारो कोय।. Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Friday, February 05, 2010. अनुभ...
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अनुभव: जब शहर हमारा सोता है...
http://anubhaw.blogspot.com/2015/05/blog-post_8.html
मुझे आदमी का सड़क पार करना हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि इस तरह एक उम्मीद - सी होती है कि दुनिया जो इस तरफ है शायद उससे कुछ बेहतर हो सड़क के उस तरफ। -केदारनाथ सिंह. Friday, May 08, 2015. जब शहर हमारा सोता है. आज पता नहीं एक साथ इतना कुछ क्यों याद आ रहा है? Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Friday, May 08, 2015. अंचल की बातें. आत्मालाप. किसान की डायरी. वाह, शानदार।. Subscribe to: Post Comments (Atom). अंदाज़-ए-ग़ुफ़्तगू. Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा. Purnea, Bihar, India. View my complete profile.
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One stop information on Bihar. Posted on October 8, 2013 by admin. Aryabhatta Knowledge University, Patna. Patna University, Patna. Chanakya National Law University, Patna. Magadh University, Bodh Gaya. Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar Bihar University, Muzaffarpur. Tilka Manjhi, Bhagalpur University, Bhagalpur. Lalit Narayan Mithila University, Darbhanga. Kameshwar Singh Darbhanga Sanskrit University, Darbhanga. Jaiprakash University, Chapra. Bhupendra Narayan Mandal University, Madhepura. R P Sharma Instit...