saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: November 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_11_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! सोमवार, नवंबर 07, 2011. रावेंद्रकुमार रवि की बालकहानी : सुंदर कौन? सुंदर कौन? तो जल्दी ही मेल भी हो जाता है। वे एक-दूसरे के बिना रह ही नहीं पाती हैं।. तो वे दोनों उसे देखने लगीं।. देखते-देखते सोना बोल पड़ी -. तेरा फ़ोटो अच्छा नहीं आया! क्यों. क्या कमी है इसमें. 8217;’ -. ख़ुद ही देख. 8217;’ -. 8217;’ -. फ़ोटो की...ऐसा पहल&#...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: March 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_03_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! शुक्रवार, मार्च 18, 2011. प्रेम-रंग ऐसे बरसाना : होली पर अरविंद-रवि की साझा कविता. प्रेम-रंग ऐसे बरसाना. होली का संदेश मधुर है,. सदा प्यार से तुम मिलना! काँटों-जैसे कभी न बनना,. सदा फूल से तुम खिलना! कालिख नहीं पोतना मुँह पर,. बस गुलाल ही तुम मलना! भूल-भालकर बैर पुराने,. गले सभी से तुम मिलना! अरविंद राज. Links to this post. चिड&...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: August 2010
http://saraspaayas.blogspot.com/2010_08_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! मंगलवार, अगस्त 31, 2010. बहुत ख़ुश है सरस पायस : रवि ने किरण सजाई है! नन्ही-प्यारी. इस दुनिया में आने के दो घंटे बाद. मेरा पहला फ़ोटो लिया गया! मुझे पता ही नहीं चला! पता भी कैसे चलता? मैं तो सोई हुई थी! मीठे-मीठे सपनों में खोई हुई थी! मुझे कुछ-कुछ पता चला,. मेरे सपने इतने बढ़िया थे. दो दिन की होते ही. रवि ने किरण सज&...बिटि...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: सारा दूध नहीं दुह लेना : सरस चर्चा (२७)
http://saraspaayas.blogspot.com/2011/01/blog-post_31.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! सोमवार, जनवरी 31, 2011. सारा दूध नहीं दुह लेना : सरस चर्चा (२७). आज सबसे पहले करते हैं यह प्रार्थना. इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना. हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना! चैतन्य का कहना है -. और अब पढ़ते हैं. सारा दूध नहीं दुह लेना,. जी करता बन कर दस्ताने. क्यों करता है? झक पक छुक छुक. आशाओ...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: आदित्य रंजन के लिए रावेंद्रकुमार रवि की एक बालकविता
http://saraspaayas.blogspot.com/2010/05/blog-post.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! रविवार, मई 02, 2010. आदित्य रंजन के लिए रावेंद्रकुमार रवि की एक बालकविता. प्यार से . . . मम्मी की गोदी में च. जब उनकी आ. 2305;खों में देखा. 2305;खों में था सपना. सपने में देखा, तो देखा -. दौड़-दौड़कर, कूद-कूदकर. खेल रहा हू. 2305; मैं,. प्यार से. खेल रहा. 2305; मैं! मम्मी की गोदी में च. में देखा. में था अपना. झूल रहा हू. रावे...इसे...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: June 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_06_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! गुरुवार, जून 30, 2011. मेघ बजे : बाबा नागार्जुन का एक लोकप्रिय बालगीत. मेघ बजे. धिन-धिन-धा धमक-धमक, मेघ बजे।. दामिनि यह गई दमक, मेघ बजे।. दादुर का कंठ खुला, मेघ बजे।. धरती का हृदय धुला, मेघ बजे।. धिन-धिन-धा धमक-धमक, मेघ बजे।. पंक बना हरिचंदन, मेघ बजे।. हल का है अभिनंदन, मेघ बजे।. नागार्जुन. Links to this post. Links to this post.
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: July 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_07_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! शुक्रवार, जुलाई 29, 2011. निंदिया आनेवाली है : रावेंद्रकुमार रवि की नई लोरी. निंदिया आनेवाली है. सोजा मेरी गुड़िया रानी. निंदिया आनेवाली है! तुझको सपनों की दुनिया में. लेकर जानेवाली है! अब तो मींचो सुंदर अँखियाँ. तुमको वहाँ मिलेंगी परियाँ! एक परी जादू से तुम में. ख़ुशबू भरनेवाली है! सोजा मेरी . . . Links to this post. इसे बî...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: May 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_05_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! मंगलवार, मई 31, 2011. वंशिका माथुर की मनभावन रंजनाएँ. यशवंत माथुर द्वारा सरस पायस के लिए. एक बढ़िया उपहार भेजा गया है! इस उपहार की रचना की है वंशिका माथुर ने! कक्षा-४ की छात्रा वंशिका लखनऊ में रहती है! अपने पापा की प्रेरणा से वंशिका. मेरी और सरस पायस की तरफ से. संपादक : सरस पायस. 13 टिप्पणियां:. Links to this post. नानी स...टर्...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: January 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_01_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! सोमवार, जनवरी 31, 2011. सारा दूध नहीं दुह लेना : सरस चर्चा (२७). आज सबसे पहले करते हैं यह प्रार्थना. इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना. हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना! चैतन्य का कहना है -. और अब पढ़ते हैं. सारा दूध नहीं दुह लेना,. जी करता बन कर दस्ताने. क्यों करता है? झक पक छुक छुक. आशाओ...
saraspaayas.blogspot.com
सरस पायस: October 2011
http://saraspaayas.blogspot.com/2011_10_01_archive.html
तितली बनकर उड़ना है, सबके मन में खिलना है! नंदन के मार्च 2012 के अंक में पढ़िए, मेरी कहानी - माँ मिल गई! मुखपृष्ठ. नियमावली. सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है! शुक्रवार, अक्तूबर 21, 2011. ऐसे, ऐसे, ऐसे . . . : रावेंद्रकुमार रवि का बालगीत. ऐसे, ऐसे, ऐसे . . . दीवाली पर दीप जले कुछ ऐसे, ऐसे, ऐसे . . . मम्मी की गोदी में छोटा भइया पलता जैसे! दीवाली पर हँसी फुलझड़ी ऐसे, ऐसे, ऐसे . . . दीवाली पर बम छूटे कुछ ऐसे, ऐसे, ऐसे . . . रावेंद्रकुमार रवि. 12 टिप्पणियां:. Links to this post. सपनोæ...