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लेखनी एक जाल पत्रिका: Jul 16, 2014
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लेखनी एक जाल पत्रिका. बुधवार, 16 जुलाई 2014. अलंकार की परिभाषा व् उसके भेद ALANKAR KI PARIBHASHA HINDI PPT. अलंकार की परिभाषा व् उसके भेद. डाउनलोड के लिए यहाँ क्लिक करें. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). मेरे अन्य ब्लॉग व जाल पन्ने. लेखनी" एक जाल पत्रिका का वर्गीकरण. मेरा गूगल समूह " दिल्ली मस्ती ". Subscribe to DELHI.MASTI. प्रथम लेखन. HINDI SAHITYA KA ITIHAS.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: GALIB KE SHER [ISHQ KI TABIYAT NE]
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011. GALIB KE SHER [ISHQ KI TABIYAT NE]. इश्क़ से तबियत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया,. दर्द की दवा पायी, दर्द बेदवा पाया ।. हाले-दिल नहीं मालूम लेकिन इस क़दर यानी,. हमने बारहा ढूँढा तुमने बारहा पाया ।. शोरे-पन्दे-नासेह ने ज़ख्म पर नामक छिड़का,. आपसे कोई पूछे, तुमने क्या मज़ा पाया ।. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. Subscribe to DELHI.MASTI.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Jun 24, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 24 जून 2011. रेडियो स्टेशन VLC. में अभी तक एक. सुविधा है. मुझे अभी पता चला. दूसरों को यह. पता हो सकता है. मेरे को नहीं tha. आप किसी भी. अतिरिक्त सॉफ़्टवेयर. स्थापित करने के बिना. रेडियो स्टेशनों को. उपयोग करके. सुन सकते हैं. यहाँ है कैसे:. पहली बात. सुनिश्चित करें कि. आपके पास. संस्करण हो व उसे इन्स्टाल स्थापित. अगर नहीं, यह. मीडिया. सेवाएँ. डिस्कवरी. रेडियो. लिस्टिंग के. लिए जाना:. प्लेलिस्ट. देखें और. क्लिक करें. बाईं तरफ. लिस्टिंग. रेडियो". के लिए सभी.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Sep 30, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 30 सितंबर 2011. पैकेज चिप्स में सूअर की चर्बी. Lays चिप्स के पैकेट में जो E631 लिखा है वह दर असल सूअर की चर्बी है। चाहो तो गूगल पर देख लो।. शायद ही कोई भारतीय परिवार चिप्स आदि से बच पाया होगा! कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). मेरे अन्य ब्लॉग व जाल पन्ने. Subscribe to DELHI.MASTI. प्रथम लेखन. प्रेमचंद. राजनीति.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Jul 22, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 22 जुलाई 2011. कलमाड़ी को लगी छूत कि बीमारी. सूत्रों से ज्ञात हुआ है 'कि कलमाड़ी को कल डिमेंशिया अर्थात भूलने कि बीमारी लग गई, कहाँ से पता चला है अरे वही इन मीडिया के सूत्रों से ओ हो आप भी! सुना है कि ये बीमारी छुआछूत कि है, हाईईईईईईई, क्या बात कर रहे हो? कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: हिन्दी. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. Subscribe to DELHI.MASTI. प्रथम लेखन.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Top Ten Tips for Increasing Concentration
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 18 नवंबर 2011. Top Ten Tips for Increasing Concentration. 1 Start assignments with some curiosity about the material and a positive attitude toward learning. 2 Designate a place where you go only to study. Use proper lighting. 3 Identify your distractions. Find ways to decrease them or to postpone them until study breaks (e.g., taking the phone off the hook, turning off instant messenger). 10 If you have other assignments or issues on your mind write them down on a to do l...
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Jul 10, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. रविवार, 10 जुलाई 2011. क्यों क्या सो गए हो. कायर तो नहीं हो. फिर क्यों आज यहाँ नहीं हो. क्यंकि जब दर्द. हद से गुजर जाता है. तो दवा बन जाता है. क्या तेरे आने की. अभी हद नहीं आई. अरे अब तो चल. समय बड़ा विकट है. सिर्फ मेरा ही नहीं प्रश्न. ये प्रश्न सबके निकट है. समय आज ऐसा है की. अब रुकना मुश्किल है. एक वो भी था के जब. रुकना मुश्किल था. न तब रुके थे लोग. हँसते हंसते लड़े थे. इस पाप इस अत्याचार से. जम जम के लड़े थे. न तब रुके थे लोग. न अब रुकेंगे लोग. न कर इन्तजार. Labels: कविता. हिन...
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Oct 28, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011. GALIB KE SHER [ISHQ KI TABIYAT NE]. इश्क़ से तबियत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया,. दर्द की दवा पायी, दर्द बेदवा पाया ।. हाले-दिल नहीं मालूम लेकिन इस क़दर यानी,. हमने बारहा ढूँढा तुमने बारहा पाया ।. शोरे-पन्दे-नासेह ने ज़ख्म पर नामक छिड़का,. आपसे कोई पूछे, तुमने क्या मज़ा पाया ।. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. नई पोस्ट. Subscribe to DELHI.MASTI.
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लेखनी एक जाल पत्रिका: Jun 25, 2011
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लेखनी एक जाल पत्रिका. शनिवार, 25 जून 2011. मीर का जीवन चरित्र meer ka jeevan. मीर का जीवन चरित्र. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). मेरे अन्य ब्लॉग व जाल पन्ने. लेखनी" एक जाल पत्रिका का वर्गीकरण. मेरा गूगल समूह " दिल्ली मस्ती ". Subscribe to DELHI.MASTI. मीर का जीवन चरित्र meer ka jeevan. प्रथम लेखन. प्रेमचंद. राजनीति. हिन्दी. HINDI SAHITYA KA ITIHAS.