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SHRI RAMCHARIT MANAS: अरण्य कांड
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. मंगलवार, 29 जून 2010. अरण्य कांड. श्री गणेशाय नमः. श्री जानकीवल्लभो विजयते. श्री रामचरितमानस. तृतीय सोपान. अरण्यकाण्ड). मूलं धर्मतरोर्विवेकजलधेः पूर्णेन्दुमानन्ददं. वैराग्याम्बुजभास्करं ह्यघघनध्वान्तापहं तापहम्।. मोहाम्भोधरपूगपाटनविधौ स्वःसम्भवं शङ्करं. वन्दे ब्रह्मकुलं कलंकशमनं श्रीरामभूपप्रियम्।।1।।. पाणौ बाणशरासनं कटिलसत्तूणीरभारं वरम्. धरि निज रुप गयउ पितु पाहीं। रा...ब्रह्मधाम सिवपुर सब लो...काहूँ ब&#...मातु...
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30 Google+ Tips to Enhance Your Google Plus Experience
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30 Google Tips to Enhance Your Google Plus Experience. Middot; July 1, 2011. Has finally rolled out Google. Which is not yet another service like Google Wave and Buzz, but is an amazing and power packed social networking website which is deemed to rise very high and compete with today’s biggies ‘Facebook and Twitter’. I tried out Google. Here are some useful Google Tips. Click on Profile pictures to rotate through them. Click ‘ j. 8216; to navigate down to the next item or ‘ k. Bold(*): Add *. To get th...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: July 2010
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. रविवार, 25 जुलाई 2010. श्री गुरु महिमा. बंदउ गुरु पद कंज, कृपा सिंधु नररूप हरि।. महामोह तम पुंज, जासु बचन रबि कर निकर।।. बंदउ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।. अमिय मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू।।. सुकृति संभु तन बिमल बिभूती। मंजुल मंगल मोद प्रसूती।।. जन मन मंजु मुकुर मल हरनी। किएँ तिलक गुन गन बस करनी।।. भावार्थ:. प्रस्तुतकर्ता. 13 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! उत्तरकाण्ड. नौमी...कोस...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: उत्तरकाण्ड
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. सोमवार, 12 जुलाई 2010. उत्तरकाण्ड. श्री गणेशाय नमः. श्रीजानकीवल्लभो विजयते. श्रीरामचरितमानस. सप्तम सोपान. उत्तरकाण्ड). केकीकण्ठाभनीलं सुरवरविलसद्विप्रपादाब्जचिह्नं. शोभाढ्यं पीतवस्त्रं सरसिजनयनं सर्वदा सुप्रसन्नम्।. पाणौ नाराचचापं कपिनिकरयुतं बन्धुना सेव्यमानं. नौमीड्यं जानकीशं रघुवरमनिशं पुष्पकारूढरामम्।।. 1 ।।. 2 ।।. 3 ।।. 0- रहा एक दिन अवधि कर अति आरत पुर लोग।. मोरि जियँ भरोस दृढ़ सोई&...बीतें अवधि रहह&...1( क)।।. राम र&...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: किष्किन्धा काण्ड
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. शुक्रवार, 2 जुलाई 2010. किष्किन्धा काण्ड. श्रीगणेशाय नमः. श्रीजानकीवल्लभो विजयते. श्रीरामचरितमानस. चतुर्थ सोपान. किष्किन्धाकाण्ड). कुन्देन्दीवरसुन्दरावतिबलौ विज्ञानधामावुभौ. शोभाढ्यौ वरधन्विनौ श्रुतिनुतौ गोविप्रवृन्दप्रियौ।. मायामानुषरूपिणौ रघुवरौ सद्धर्मवर्मौं हितौ. सीतान्वेषणतत्परौ पथिगतौ भक्तिप्रदौ तौ हि नः।।. 1 ।।. 2 ।।. जहँ बस संभु भवानि सो कासी सेइअ कस न।।. की तुम्ह तीनि देव महँ क&...1 ।।. कोसलेस दसरथ के ...नाम र...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: बाल कांड -- भाग 3
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. शनिवार, 26 जून 2010. बाल कांड - भाग 3. काल पाइ मुनि सुनु सोइ राजा। भयउ निसाचर सहित समाजा।।. दस सिर ताहि बीस भुजदंडा। रावन नाम बीर बरिबंडा।।. भूप अनुज अरिमर्दन नामा। भयउ सो कुंभकरन बलधामा।।. सचिव जो रहा धरमरुचि जासू। भयउ बिमात्र बंधु लघु तासू।।. नाम बिभीषन जेहि जग जाना। बिष्नुभगत बिग्यान निधाना।।. दो0-उपजे जदपि पुलस्त्यकुल पावन अमल अनूप।. मय तनुजा मंदोदरि नामा। परम सुंदर...सोइ मयँ दीन्हि रावनह&...हरषित भयउ नारि ...गिरि...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: लंका काण्ड
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. मंगलवार, 6 जुलाई 2010. लंका काण्ड. श्री गणेशाय नमः. श्री जानकीवल्लभो विजयते. श्री रामचरितमानस. षष्ठ सोपान. लंकाकाण्ड). रामं कामारिसेव्यं भवभयहरणं कालमत्तेभसिंहं. योगीन्द्रं ज्ञानगम्यं गुणनिधिमजितं निर्गुणं निर्विकारम्।. मायातीतं सुरेशं खलवधनिरतं ब्रह्मवृन्दैकदेवं. वन्दे कन्दावदातं सरसिजनयनं देवमुर्वीशरूपम्।।1।।. काशीशं कलिकल्मषौघशमनं कल्याणकल्पद्रुमं. बोलि लिए कपि निकर बहोरी। सकल स...धावहु मर्कट बिकट बर&#...सुनि कप&#...दो0...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: बाल कांड -- भाग 4
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जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. शनिवार, 26 जून 2010. बाल कांड - भाग 4. कहेउ लखन मुनि सीलु तुम्हारा। को नहि जान बिदित संसारा।।. माता पितहि उरिन भए नीकें। गुर रिनु रहा सोचु बड़ जीकें।।. सो जनु हमरेहि माथे काढ़ा। दिन चलि गए ब्याज बड़ बाढ़ा।।. अब आनिअ ब्यवहरिआ बोली। तुरत देउँ मैं थैली खोली।।. सुनि कटु बचन कुठार सुधारा। हाय हाय सब सभा पुकारा।।. दो0-लखन उतर आहुति सरिस भृगुबर कोपु कृसानु।. टूट चाप नहिं जुरहि रिसाने...जौ अति प्रिय तौ कर...बोलत लखनहिæ...थर थर क&#...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: सुन्दरकाण्ड
http://shriramcharimanas.blogspot.com/2010/07/blog-post_04.html
जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. रविवार, 4 जुलाई 2010. सुन्दरकाण्ड. श्रीजानकीवल्लभो विजयते. श्रीरामचरितमानस. सुन्दरकाण्ड. शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं. ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम् ।. रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं. वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।. 1 ।।. नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये. सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा।. कामादिदोषरहितं. कुरु मानसं च।।. 2 ।।. अतुलितबलधामं. 3 ।।. 1 ।।. सुरस...
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SHRI RAMCHARIT MANAS: बाल कांड -- भाग 2
http://shriramcharimanas.blogspot.com/2010/06/2_26.html
जाके प्रिय ना राम वैदेही.तजिये ताहि कोटि बैरी सम.यद्यपि परम सनेही! मुखपृष्ठ. शनिवार, 26 जून 2010. बाल कांड - भाग 2. कतहुँ मुनिन्ह उपदेसहिं ग्याना। कतहुँ राम गुन करहिं बखाना।।. जदपि अकाम तदपि भगवाना। भगत बिरह दुख दुखित सुजाना।।. एहि बिधि गयउ कालु बहु बीती। नित नै होइ राम पद प्रीती।।. नैमु प्रेमु संकर कर देखा। अबिचल हृदयँ भगति कै रेखा।।. प्रगटै रामु कृतग्य कृपाला। रूप सील निधि तेज बिसाला।।. 76 ।।. 77 ।।. रिषिन्ह गौरि देखी तहँ कैसी। मूर...बोले मुनि सुनु सैलकुम...कहत बचत मनु अति सकुचा...मनु हठ परा...