ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: May 2012
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2012_05_01_archive.html
रविवार, मई 27, 2012. झारखंड जन संस्कृति मंच का राष्टीय सृजनोत्सव. देवेंद्र गौतम. कोई टिप्पणी नहीं:. Links to this post. Labels: कार्यक्रम. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). न्यूजपेपर इफेक्ट. विजेट आपके ब्लॉग पर. युग-ज़माना - नये दौर की एक ज़रूरी पत्रिका. कार्यक्रम. टिपण्णी. टिप्पणी. विचार मंथन. विचार मंथन-1. विचार मंथन-2. विचार मंथन-3. विचार मंथन-4. विचार मंथन-5. विचार मंथन-6. विडंबना. सुनो भई साधो. सुनो भाई साधो. सुनो भाई साधो. हास्य-व्यंग्य. 1 वर्ष पहले. 7 वर्ष पहले. काव...
ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: February 2011
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2011_02_01_archive.html
मंगलवार, फ़रवरी 22, 2011. जीव ही जीव का भक्ष्य होता है. मित्रो! क्या वे अनायास ही बढ़ते जाते हैं? फल तोड़े जाते हैं या फसल काटी जाती है तो क्या पेड़-पौधों को दर्द नहीं होता? देवेन्द्र गौतम. 4 टिप्पणियां:. Links to this post. Labels: विचार मंथन-4. बुधवार, फ़रवरी 16, 2011. वामपंथ का रूढ़िवाद. उन्होंने जवाब दिया बिलकुल! जनमत बनाओ.निजाम बदलो. रूढ़ होने से बचो. लकीर का फकीर मत बनो मेरे भाई! देवेन्द्र गौतम . कोई टिप्पणी नहीं:. Links to this post. Labels: विचार मंथन-3. नई पोस्ट. कार्यक्रम. 5 सप्ताह...The Best ...
ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: March 2012
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2012_03_01_archive.html
मंगलवार, मार्च 20, 2012. गरीबी मिटाने का नायाब फार्मूला. शहरी क्षेत्र में 28 .65 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 22 .42 रुपये में क्या-क्या किया जा सकता है उसकी क्रय शक्ति क्या हो सकती है? कभी सोचा है आपने? है न यह गरीबी मिटाने का अनूठा फार्मूला? देवेंद्र गौतम. 5 टिप्पणियां:. Links to this post. Labels: टिपण्णी. शनिवार, मार्च 17, 2012. सरकार बनाई तो अब भुगतो. देवेंद्र गौतम. कोई टिप्पणी नहीं:. Links to this post. Labels: टिप्पणी. बुधवार, मार्च 07, 2012. देवेंद्र गौतम. Links to this post. नई पोस्ट. अंत...
ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2012/04/fact-n-figure_13.html
शुक्रवार, अप्रैल 13, 2012. Fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा. सबका तो मुदावा कर डाला अपना ही मुदावा कर न सके. सबके तो गिरेबां सी डाले अपना ही गिरेबां भूल गए.'. Fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा. 3 टिप्पणियां:. 23 अप्रैल 2012 को 1:28 am. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है. उत्तर दें. 23 अप्रैल 2012 को 1:31 am. बिलकुल सही मैंने भी इंटरव्यू देखी थी. उत्तर दें. निर्मला कपिला. 15 मई 2012 को 2:35 am. उत्तर दें. टिप्पणी जोड़ें. अधिक लोड करें. नई पोस्ट. अंतर्ज&...अदबी...
ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: fact n figure: निर्मल बाबा के विरोध का सच
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2012/04/fact-n-figure.html
गुरुवार, अप्रैल 12, 2012. Fact n figure: निर्मल बाबा के विरोध का सच. देवेंद्र गौतम. Fact n figure: निर्मल बाबा के विरोध का सच. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). न्यूजपेपर इफेक्ट. विजेट आपके ब्लॉग पर. युग-ज़माना - नये दौर की एक ज़रूरी पत्रिका. कार्यक्रम. टिपण्णी. टिप्पणी. विचार मंथन. विचार मंथन-1. विचार मंथन-2. विचार मंथन-3. विचार मंथन-4. विचार मंथन-5. विचार मंथन-6. विडंबना. सुनो भई साधो. सुनो भाई साधो. 1 वर्ष पहले. Dari Ramen Untuk...
ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com
अरे भई साधो......: April 2012
http://ghazalganga-ghazalganga.blogspot.com/2012_04_01_archive.html
शुक्रवार, अप्रैल 13, 2012. Fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा. सबका तो मुदावा कर डाला अपना ही मुदावा कर न सके. सबके तो गिरेबां सी डाले अपना ही गिरेबां भूल गए.'. Fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा. 3 टिप्पणियां:. Links to this post. गुरुवार, अप्रैल 12, 2012. Fact n figure: निर्मल बाबा के विरोध का सच. आगे पढ़ें. कोई टिप्पणी नहीं:. Links to this post. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). न्यूजपेपर इफेक्ट. कार्यक्रम. टिपण्णी. टिप्पणी. मेरी ए...आपका...
bahuroopiya.blogspot.com
बहुरूपिया: December 2011
http://bahuroopiya.blogspot.com/2011_12_01_archive.html
बहुरूपिया. मौसम के मिजाजों सा परिवेश बदल लेते हैं. मन रंग बदलता है,हम वेश बदल लेते हैं. होम पेज. झील में कंकड़. उत्सव धर्म. गुरुवार, 8 दिसंबर 2011. जो गाँव में रची गईं ! ताड़ी कहे ताड़ से ,कि,मांग करो सरकार से. हमरो रेट बढे के चाहीं,फैसन के रफ़्तार से. नाम बा हमरो नीसा में,हक बा हमरो हिसा में. सबसे ऊपर हम रहिला खिलल रहिला झिसा में. हम रहीं लबना -लबनी में, दारू बैठे सीसा में. लुक-छीप के मत पीअ मत पीअ लोटा में. प्रस्तुतकर्ता. 2 टिप्पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. 4 वर्ष पहले. स्व&#...
bahuroopiya.blogspot.com
बहुरूपिया: April 2011
http://bahuroopiya.blogspot.com/2011_04_01_archive.html
बहुरूपिया. मौसम के मिजाजों सा परिवेश बदल लेते हैं. मन रंग बदलता है,हम वेश बदल लेते हैं. होम पेज. झील में कंकड़. उत्सव धर्म. शनिवार, 30 अप्रैल 2011. भोजपुरी गीत. मन के बात कहे द ए मितवा. मन के बात कहे द! दुपहरिया में रात भइल बा. मौसम से कुछ घात भइल बा. खेत -बधार सुखाइल जाता. अंगना में बरसात भइल बा. भीतर झंझावात उठल बा. बाहर बांध ढहे द ! ए मितवा! मन के बात कहे द ! सबके हाल बेहाल भइल बा. साँच उचारल काल भइल बा. के केकरा से पूछे जाए. सउँसे शहर सवाल भइल बा. मरण-दूत ललकार रहल बा. ए मितवा! ए मितवा! वर्न...
SOCIAL ENGAGEMENT