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कभी-कभारअपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें...
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कभी-कभार | jaydeepshekhar.blogspot.com Reviews
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें...
कभी-कभार: ऐलोपैथ व होम्योपैथ बनाम सरसों का तेल
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2011. ऐलोपैथ व होम्योपैथ बनाम सरसों का तेल. 16 फरवरी, वृहस्पतिवार को अररिया (जहाँ वर्तमान में मैं रह रहा हूँ) और आसपास के जिलों में भयानक ओलावृष्टि हुई. 2404; अगले दिन अखबार में था कि लगभग तीस करोड़ की फसल बर्बाद हो गयी। यह दुःखदायी बात है।. रात भर मैं सिरदर्द के कारण ठीक से सो नहीं पाया।. यह रविवार का दिन था।. अन्तिम उपाय. वह भागकर दवा ले आया।. बोलीं- हाँ।. आप यकीन नहीं कीजियेगा- जैसे ही...मैंने दवा और बाम को द...इस बीच लहसून के...संयो...
कभी-कभार: तुलसी का काढ़ा
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. शनिवार, 20 अक्तूबर 2012. तुलसी का काढ़ा. मौसम बदलते समय बहुतों को सर्दी-जुकाम होता है- मुझे तो होता ही है! चार-पाँच रोज पहले मुझे सर्दी-जुकाम हुआ- नाक से पानी बह रहा था. रात मैंने गर्म काढ़ा पीया- तुसली का- सुबह सर्दी-जुकाम गायब था! तो इसलिए मैं अंशु से पता करके इसका नुस्खा यहाँ लिख रहा हूँ:-. सामग्री:. तुलसी के पत्ते- 8-10. काली मिर्च (गोलमिर्च) के दाने- 4-5. दालचीनी- थोड़ी-सी. अदरख- थोड़ा-सा. गुड़- थोड़ा-सा. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. नई पोस्ट. Save The Hills of Rajmahal.
कभी-कभार: एक यात्रा "धरती पर बैकुण्ठ", अर्थात् श्री बद्रीनाथ धाम की
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. शुक्रवार, 18 मई 2012. एक यात्रा "धरती पर बैकुण्ठ", अर्थात् श्री बद्रीनाथ धाम की. श्री बद्रीनाथ धाम को "धरती पर बैकुण्ठ" कहा जाता है. 2404; इस साल (2012 में) 29 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुले।. पता नहीं क्यों और कैसे इस बार मेरे मन में इच्छा जागी कि बद्रीनाथ की यात्रा की जाय! कैप्शन जोड़ें. चलती थी, जिसे अब जोगबनी- नेपाल की सीमा- तक बढ़ा दिया गया है।). निकट। दोनों तैयार हो गयीं। हालाँक...खैर, दोपहर में हरिद्वार पहुँ...गये। डुबकी लगान...दर्द शुरु...से लí...
कभी-कभार: 57. चिरायता
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. रविवार, 14 जुलाई 2013. 57 चिरायता. चित्र में सूखी हुई जो झाड़ियाँ आपको दीख रही हैं, वे "चिरायता" (चिरैता) की हैं. जैसा कि बताया जाता है- चिरायता खून को साफ करता है।. मुझे ऐसा लगता है कि चूँकि इसका नाम "चिरायता" है, जिसमें "चिर" शब्द जुड़ा है, अतः इसका नियमित सेवन जरूर मनुष्य क&#...Http:/ hi.wikipedia.org/wiki/%E 0%. Http:/ healthcarefriend.blogspot.in/ 2012/03/. Http:/ hindi.webdunia.com/miscellaneous/health/homeremedies/ 0908/20/1090820094. जयदीप शेखर. चूæ...
कभी-कभार: 134. eBooks की मेरी वेबसाइट- जगप्रभा डॉट इन
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अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. बुधवार, 25 मार्च 2015. 134 eBooks की मेरी वेबसाइट- जगप्रभा डॉट इन. पिछले साल जब अभिमन्यु अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन खरीद रहा था, तब मैंने उससे "जगप्रभा" नाम से भी डोमेन खरीद लेने के लिए कहा था. 2404; उसने खरीद भी लिया था, मगर मैंने वेबसाइट नहीं बनायी जबकि उसने अपनी वेबसाइट बना ली थी।. 2404; मैं आप सबका अपनी इस वेबसाइट पर स्वागत करता हूँ।. पर इन्हीं नये कम मूल्यों के साथ अब तक तैयार 5. को मैंने अपलोड किया है. आगे देखा जाय. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. नई पोस्ट. 20 सì...
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"किशोर पताका"
http://kishor-pataka.webnode.com/home
हम र श क षकगण. हम प न थर स. वर तम नक ल. अत थ कक ष. हम र हस तल ख त पत र क : 1983 : जब हम दसव म थ . जयद प श खर (म न ). प त र- ड . ज .स . द स. व न द ध म पथ, बरहरव (स ह बग ज). सन थ ल-परगन , झ रखण ड- 816101. Jaydeep.monu@gmail.com; jaydeepshekhar@gmail.com. द शब द "म ल न " पर भ . 1954 व ल "म ल न " क द सर अ क क म न व बस ईट पर ड ल रख ह - ल क ह ,. Http:/ miloni.webnode.com/. स म र क " स बह त-स ब त ज ड़ ह - उनक ज क र कभ कह और. 2009 इसल ए क यह 25व स ल ह ग - य न "रजत जयन त प नर म लन सम र ह"! अरर य जयद प श खर (म न ).
"मिलॅनी"
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बरहरव क हस तल ख त पत र क (1954). म ल न " स उद ध त एक र ख च त र. श र षक: "पथ " (पथ पर), च त रक र: जगन न थ चक रवर त ) . ज स रचन क स थ यह च त र ह , वह रचन ह : "स उत लद र कथ " (सन थ ल क ब त ) . अन तर ज ल पर म र रचन य एव प रस त त य :. न ज -ए-ह न द स भ ष. न त ज स भ ष चन द र ब स- 1941 स 45 तक. और उसक ब द. ख शह ल भ रत. स व वलम ब एव शक त श ल भ रत क न र म ण क घ षण पत र. न त ज क र ड य -प रस रण एव भ षण क ह न द अन व द. स व न त स ख य. अपन ब त . द श-द न य. बह जन ह त य-बह जन स ख य. द श-द न य क ब त . ब स म नट क य ग-श खल.
ग्वालियर से खजुराहो: एक साइकिल यात्रा
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ग व ल यर स खज र ह : एक स इक ल य त र. इस स इक ल य त र (15-22 फरवर '95) द र न म न ज ड यर ल ख थ , उस क पन न . इस व बस इट क eBook क र प द द य गय ह . म गव न क ल ए क पय यह. 2 बर आस गर. 3 मऊर न प र. 11 व पस ग व ल यर. च त र वल : खज र ह. च त र वल : ओरछ. च त र वल : दत य. अत थ कक ष. जयद प श खर. 106;aydeepshekhar@gmail.com. अन तर ज ल पर म र रचन य एव प रस त त य :. न ज -ए-ह न द स भ ष. न त ज स भ ष चन द र ब स- 1941 स 45 तक. और उसक ब द. ख शह ल भ रत. स व वलम ब एव शक त श ल भ रत क न र म ण क घ षण पत र. द श-द न य. आम य य वर.
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Jaydeep Patel's Blog | Software Developer From Ahmedabad
Jaydeep Patel's Blog. Software Developer From Ahmedabad. DataKey from a GridView RowCommand. GridViewRow row = (GridViewRow)( LinkButton)e.CommandSource).NamingContainer;. Int Index = row.RowIndex;. If there is single datakey in the DataKeyNames. EmployeeId = Convert.ToInt32(gvEmployee.DataKeys[Index]. Value. If there are multiple datakeys in the DataKeyNames. DataKeyNames=”EmployeeId,StateId”. EmployeeId = Convert.ToInt32(gvEmployee.DataKeys[Index]. Values[1]. Get DataKey values in GridView RowCommand.
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मेरी छायाकारी...
मेरी छायाकारी. गुरुवार, 19 सितंबर 2013. सफेद बादल. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. शनिवार, 1 दिसंबर 2012. और गंगा में नाव. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. राजमहल की गंगा. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! कारे बादल- 2. रेखाच&#...मेर...
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कभी-कभार
अपनी, अपनों तथा अपने आस-पास की बातें. रविवार, 19 जुलाई 2015. 139 हास्य. जो लोग जीवन में हास्य को महत्व देते हैं, उन्हें अफसोस होता होगा कि टीवी पर अब स्तरीय हास्य धारावाहिक नहीं आते. अब सुनने में आ रहा है कि सन्थाल-परगना में "भी" बिजली की आपूर्ती सामान्य होने वाली है! ऐसे में, बीते मई में- जब हमलोग चुँचुड़ा में थे, अपनी चचेरी बहन के घर- तब श्रीमतीजी को. पर आने वाले एक हास्य धाराविक "भाभीजी घर पर हैं" का पता चला. खैर, ये मेरे अपने विचार हैं।. प्रस्तुतकर्ता. जयदीप शेखर. जयदीप शेखर. बीते चै...सन्दí...
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Jaydeep Dilip Bagwadkar
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