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हिन्दी काव्य मंच: January 2011
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Thursday 13 January 2011. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: makar sakranti. Subscribe to: Posts (Atom). हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. Download thousands of MP3s. आपके पधारने का धन्यवाद. मेरे बारे में. प्रदीप मानोरिया. अशोकनगर, मध्य प्रदेश, India. हिन्दी उर्दू में कविता गीत का सृजन. View my complete profile. भाषाई दीवारें ध्वस्त. Read in your own script. मेरे पसंदीदा ब्लाग्स. बर्ग वार्ता - Burgh Vaartaa. वसंत ऋतू.
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हिन्दी काव्य मंच: manmohan singh : 21st century's Dhritrashtra
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Thursday 17 February 2011. Manmohan singh : 21st century's Dhritrashtra. राष्ट्र का गौरव बडा है या कि यह दुर्भाग्य है ।. ताज पहने आज भी बैठा हुआ धृतराष्ट्र है ॥. इटेलियन संजय हुई या गांधारी कौन है ।. इसके जबाब में जनता रही क्यों मौन है ॥. कृष्ण ने रक्षा करी थी द्रोपदी की लाज की ।. कौन अब रक्षा करेगा ये द्रोपदी(*) जो आज की ॥. द्रोपदी= जनता,देश. प्रदीप मानोरिया. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. Shri krishn saral ki dharti se . Girija kumar mathur ki dharti se.
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हिन्दी काव्य मंच: June 2010
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Sunday 27 June 2010. षष्ठी पूर्ति. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. इस संदेश के लिए लिंक. Sunday 20 June 2010. दिल गीत और सुर. अफ़साने कुछ अनजाने से गीत पुराने लाया हूँ. तेरी महफ़िल में बातों से लफ़्ज़ चुराने आया हूँ. लव खामोश और बन्द निगाहें स्याह अंधेरा छाया है. तेरी सांसो की आवाज़ें सुर मैं मिलाने आया हूँ. खाली सागर फ़ैले पैमाने महफ़िल उजडी उजडी है. दिल की चाहत दिल में रखकर वक्त बहुत अब बीत गया. प्रस्तुतकर्ता. Tuesday 15 June 2010. Subscribe to: Posts (Atom).
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हिन्दी काव्य मंच: August 2010
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Thursday 5 August 2010. हरियाली. गहरे और घने मेघों की सौगात धरा पर आई है. वन उपवन आँगन के गमले सब हरियाली छाई है. जहाँ अवनि पर कण माटी के बिछी पूर हरियाली है. और गगन पर रवि लोप है घटा खूब ही काली है. प्रदीप मानोरिया. चित्र साभार श्रीमति किरन नितिला. राज पुरोहित. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. इस संदेश के लिए लिंक. Wednesday 4 August 2010. अथ पान महिमा. सो पदारथ सब जहान को सुधारत,. है ॥. पान में. काऊ मूरख ने चलाई है ॥. लेबल: kishore kumar. वसंत ऋतू. बिल...
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हिन्दी काव्य मंच: March 2013
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Friday 15 March 2013. पूज्य माँ. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. इस संदेश के लिए लिंक. Subscribe to: Posts (Atom). हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. Download thousands of MP3s. आपके पधारने का धन्यवाद. मेरे बारे में. प्रदीप मानोरिया. अशोकनगर, मध्य प्रदेश, India. हिन्दी उर्दू में कविता गीत का सृजन. View my complete profile. भाषाई दीवारें ध्वस्त. Read in your own script. मेरे पसंदीदा ब्लाग्स. बर्ग वार्ता - Burgh Vaartaa. मेरा कमरा. वसंत ऋतू.
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हिन्दी काव्य मंच: May 2011
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Wednesday 4 May 2011. Dedicated to Respected JIJAJI. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. इस संदेश के लिए लिंक. Subscribe to: Posts (Atom). हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. Download thousands of MP3s. आपके पधारने का धन्यवाद. मेरे बारे में. प्रदीप मानोरिया. अशोकनगर, मध्य प्रदेश, India. हिन्दी उर्दू में कविता गीत का सृजन. View my complete profile. भाषाई दीवारें ध्वस्त. Read in your own script. मेरे पसंदीदा ब्लाग्स. स्वप्न - एक कविता. मेरा कमरा.
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हिन्दी काव्य मंच: June 2009
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Tuesday 30 June 2009. फिर वही राज वही काज वही मंहगाई है. हिंद में कठपुतली ने फिर से कुर्सी पाई है. वही मेडम वही गुड्डा वही है डोर हाथों में. फर्क इतना कि कुछ मजबूती हाथ आई है. हिंद में रेल समझोते से चली है अब तो. या बिहारी या कि बंगाली ने इसे चलाई है. पे ज्यादा भरोसा नहीं लाजिम. इस अति भरोसे में ही सांई ने मुंह की खाई है. बिल्ली खिसिया के नोचती है खम्बा. बात ये ही है जिससे छिड़ी लड़ाई है. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. Friday 26 June 2009. छींट&#...चार...
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हिन्दी काव्य मंच: happy makar sakranti
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Thursday 13 January 2011. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. लेबल: makar sakranti. शुभकामनाएं. January 18, 2011 9:23 AM. Maa poem is emotional one .fathers day poem is also sentimental. please write some comedy poem. Raj kumar jain cbi. February 16, 2011 6:30 AM. Subscribe to: Post Comments (Atom). हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. Download thousands of MP3s. आपके पधारने का धन्यवाद. मेरे बारे में. प्रदीप मानोरिया. View my complete profile.
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मेरी शायरी: January 2011
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मेरी शायरी. प्रदीप कुमार. Saturday, January 29, 2011. मत देखो मुझे इस तरह, इन नम निगाहों से,. वर्ना रोना तो शुरु हम भी कर देंगे. आप तो सिर्फ दो बूँद ही गिराते हो,. हम तो पूरा का पूरा बाल्टी भर देंगे।. द्वारा- ई. प्रदीप कुमार साहनी. 1 टिप्पणियां. हम चाहे तो आसमान को नीचे झुका दें,. हम चाहे तो धरती को चीर के दिखा दें. हम हैं नौजवान,ना टकराना हमसे तुम,. हम चाहे तो मिनटों में ये दुनिया हिला दें।. द्वारा- ई. प्रदीप कुमार साहनी. 0 टिप्पणियां. 0 टिप्पणियां. Wednesday, January 26, 2011. Thursday, January 6, 2011.
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हिन्दी काव्य मंच: Dedicated to Respected JIJAJI
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हिन्दी काव्य मंच. गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता. Wednesday 4 May 2011. Dedicated to Respected JIJAJI. प्रस्तुतकर्ता. प्रदीप मानोरिया. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण). बहुत बढ़िया! May 20, 2011 2:11 AM. यही दुनिया है प्रदीपजी संयोग वियोग. May 29, 2011 8:08 AM. Yehi duniya hai duniya me dukh or viyog to aate hai duniya ka sambal hi matlab ke liye hai. January 17, 2012 6:41 AM. आदरणीय मित्रों ,. सादर नमस्कार . मीडिया का बदलता स्वरूप और इन्टरनेट. इन्टरनेट और कापी राइट. वेब मीडिया प...भारत मे&#...हि&...