kuchhlamhedilse.blogspot.com kuchhlamhedilse.blogspot.com

KUCHHLAMHEDILSE.BLOGSPOT.COM

कुछ लम्हे दिल से ...

कुछ लम्हे दिल से . फूलों की खुशबू को रूह में बसाकर, बहारों की रंगत से सपने सजाकर, जज़बात को समेटे अपने अंजुमन में, कुछ लम्हे दिल से . रविवार, 10 नवंबर 2013. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले. जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी. इस हवस पर आप खुश हैं एक दिन होगा यही. आपकी औकात पलभर में घटा ही जायेगी. इस नगर से उस नगर तक बस तबाही जायेगी. ऐसा भी! उसी माटी क...गुले...

http://kuchhlamhedilse.blogspot.com/

WEBSITE DETAILS
SEO
PAGES
SIMILAR SITES

TRAFFIC RANK FOR KUCHHLAMHEDILSE.BLOGSPOT.COM

TODAY'S RATING

>1,000,000

TRAFFIC RANK - AVERAGE PER MONTH

BEST MONTH

December

AVERAGE PER DAY Of THE WEEK

HIGHEST TRAFFIC ON

Thursday

TRAFFIC BY CITY

CUSTOMER REVIEWS

Average Rating: 4.5 out of 5 with 13 reviews
5 star
9
4 star
1
3 star
3
2 star
0
1 star
0

Hey there! Start your review of kuchhlamhedilse.blogspot.com

AVERAGE USER RATING

Write a Review

WEBSITE PREVIEW

Desktop Preview Tablet Preview Mobile Preview

LOAD TIME

0.5 seconds

FAVICON PREVIEW

  • kuchhlamhedilse.blogspot.com

    16x16

  • kuchhlamhedilse.blogspot.com

    32x32

  • kuchhlamhedilse.blogspot.com

    64x64

  • kuchhlamhedilse.blogspot.com

    128x128

CONTACTS AT KUCHHLAMHEDILSE.BLOGSPOT.COM

Login

TO VIEW CONTACTS

Remove Contacts

FOR PRIVACY ISSUES

CONTENT

SCORE

6.2

PAGE TITLE
कुछ लम्हे दिल से ... | kuchhlamhedilse.blogspot.com Reviews
<META>
DESCRIPTION
कुछ लम्हे दिल से . फूलों की खुशबू को रूह में बसाकर, बहारों की रंगत से सपने सजाकर, जज़बात को समेटे अपने अंजुमन में, कुछ लम्हे दिल से . रविवार, 10 नवंबर 2013. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले. जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी. इस हवस पर आप खुश हैं एक दिन होगा यही. आपकी औकात पलभर में घटा ही जायेगी. इस नगर से उस नगर तक बस तबाही जायेगी. ऐसा भी! उसी माटी क&#23...गुल&#2375...
<META>
KEYWORDS
1 लेबल ग़ज़ल
2 समर्थक
3 october
4 recent posts
5 coupons
6 reviews
7 scam
8 fraud
9 hoax
10 genuine
CONTENT
Page content here
KEYWORDS ON
PAGE
लेबल ग़ज़ल,समर्थक,october,recent posts
SERVER
GSE
CONTENT-TYPE
utf-8
GOOGLE PREVIEW

कुछ लम्हे दिल से ... | kuchhlamhedilse.blogspot.com Reviews

https://kuchhlamhedilse.blogspot.com

कुछ लम्हे दिल से . फूलों की खुशबू को रूह में बसाकर, बहारों की रंगत से सपने सजाकर, जज़बात को समेटे अपने अंजुमन में, कुछ लम्हे दिल से . रविवार, 10 नवंबर 2013. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले. जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी. इस हवस पर आप खुश हैं एक दिन होगा यही. आपकी औकात पलभर में घटा ही जायेगी. इस नगर से उस नगर तक बस तबाही जायेगी. ऐसा भी! उसी माटी क&#23...गुल&#2375...

INTERNAL PAGES

kuchhlamhedilse.blogspot.com kuchhlamhedilse.blogspot.com
1

कुछ लम्हे दिल के...: 07/2009

http://www.kuchhlamhedilse.blogspot.com/2009_07_01_archive.html

कुछ लम्हे दिल के. एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं, वहाँ दास्ताँ मिली लम्हा कहीं नहीं.गुलज़ार. रविवार, 26 जुलाई 2009. इक शाम तनहा ढलने को है. तूफानों. जज्बातों. अश्कों. का मैल. जन्मों. सांचे. चित्र गूगल सर्च से साभार). प्रस्तुतकर्ता. अर्चना तिवारी. 41 टिप्‍पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. बुधवार, 22 जुलाई 2009. राहें. कहती हैं लम्बी सूनसान राहें. हर पल राहों पे आते-जाते. दिखाती हूँ भटकते मुसाफिरों को. मंजिल का रास्ता. करके खुद की गुमराह राहें. भूल जातें हैं. ना कोई गिला है. अश्कों. रिश्ता. निबहा आए. पुर...

2

कुछ लम्हे दिल के...: उसी माटी की मूरत पूजी जाती है

http://www.kuchhlamhedilse.blogspot.com/2011/10/blog-post_02.html

कुछ लम्हे दिल के. एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं, वहाँ दास्ताँ मिली लम्हा कहीं नहीं.गुलज़ार. रविवार, 2 अक्तूबर 2011. उसी माटी की मूरत पूजी जाती है. कभी कूटी , कभी वो रौंदी जाती है. उसी माटी की मूरत पूजी जाती है. गुले गुलज़ार हो जाती है हर डाली. गुलाबों की कलम जब काटी जाती है. सुदामा स्नेह की गठरी तो भारी कर. वज़न से पोटली अब आंकी जाती है. शहीदों पर किसी दिन फूल पड़ते हैं. मगर फिर ख़ाक उन पर डाली जाती है. पुराना रंग रोगन ग़ुम तो है लेकिन. चित्र गूगल सर्च साभार ). प्रस्तुतकर्ता. लेबल: ग़ज़ल. शहीद&#237...

3

कुछ लम्हे दिल के...: 07/2010

http://www.kuchhlamhedilse.blogspot.com/2010_07_01_archive.html

कुछ लम्हे दिल के. एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं, वहाँ दास्ताँ मिली लम्हा कहीं नहीं.गुलज़ार. मंगलवार, 20 जुलाई 2010. दोस्तों की आस्तीनों में छुपे हैं नाग अब. दोस्तों. आस्तीनों. रहनुमा, रहज़न बने हैं, इनसे बच कर भाग अब. गांव, बस्ती, शहर, क़स्बा, देश का हर भाग अब. जल चुका है, क्या बुझेगी नफरतों की आग अब. भूख, बेकारी, गरीबी और बे तालीम लोग. कब तलक ये दुःख सहें हम, क्यों न जाएँ जाग अब. जो पड़ोसी गा रहा है, आप भी वो गाइए. चित्र गूगल सर्च से साभार). प्रस्तुतकर्ता. अर्चना तिवारी. लेबल: ग़जल. नई पोस्ट.

4

कुछ लम्हे दिल के...: 06/2009

http://www.kuchhlamhedilse.blogspot.com/2009_06_01_archive.html

कुछ लम्हे दिल के. एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं, वहाँ दास्ताँ मिली लम्हा कहीं नहीं.गुलज़ार. रविवार, 28 जून 2009. सावन की वो घड़ियाँ. फुहारों. लड़ियाँ. घड़ियाँ. मिलेंगे. मैंने. तुम्हारी. आंखों. फिजाएं. सड़कों. ढूंढ़ना. दरख्तों. हाथों. राहों. छुपाना. दुनिया. नज़रों. दोबारा. चित्र गूगल सर्च साभार. प्रस्तुतकर्ता. अर्चना तिवारी. 11 टिप्‍पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: कविता. यादें. गुरुवार, 18 जून 2009. दिल गमगीन क्यूँ है? जवां तमन्नाओं की रौ में. दिल परेशान क्यूँ है. लेबल: अवसाद. नई पोस्ट. सदस्यत&#23...

5

कुछ लम्हे दिल के...: चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी

http://www.kuchhlamhedilse.blogspot.com/2013/11/blog-post.html

कुछ लम्हे दिल के. एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं, वहाँ दास्ताँ मिली लम्हा कहीं नहीं.गुलज़ार. रविवार, 10 नवंबर 2013. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले. जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी. इस हवस पर आप खुश हैं एक दिन होगा यही. आपकी औकात पलभर में घटा ही जायेगी. जाति, भाषा, धर्म, बोली की सियासत आग है. इस नगर से उस नगर तक बस तबाही जायेगी. प्रस्तुतकर्ता. उत्तर दें. पर ।।. क्य...

UPGRADE TO PREMIUM TO VIEW 14 MORE

TOTAL PAGES IN THIS WEBSITE

19

LINKS TO THIS WEBSITE

hindikaitihaas.blogspot.com hindikaitihaas.blogspot.com

बूंद-बूंद इतिहास: July 2012

http://hindikaitihaas.blogspot.com/2012_07_01_archive.html

बूंद-बूंद इतिहास. रविवार, 22 जुलाई 2012. प्रयोगवादी कविता की प्रवृत्तियां. प्रयोगवादी कविता में मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रवृत्तियां देखी गई हैं:-. 1 समसामयिक जीवन का यथार्थ चित्रण:. उगल रही हैं खानें सोना,. अभ्रक,तांबा,जस्त,क्रोनियम. टीन,कोयला,लौह,प्लेटिनम. युरेनियम,अनमोल रसायन. कोपेक,सिल्क,कपास,अन्न-धन. द्रव्य फोसफैटो से पूरित! 2 घोर अहंनिष्ठ वैयक्तिकता:-. मेरी अंतरात्मा का यह उद्वेलन-. और अभिव्यक्ति के लिए तड़प उठता है-. चलो उठें अब. अब तक हम थे बंधु. सैर को आए-. और रहे बैठे तो. इस कविता म...5 अन&#236...

hindikaitihaas.blogspot.com hindikaitihaas.blogspot.com

बूंद-बूंद इतिहास: January 2010

http://hindikaitihaas.blogspot.com/2010_01_01_archive.html

बूंद-बूंद इतिहास. शनिवार, 30 जनवरी 2010. कृष्णभक्ति को समर्पित अन्य कवि. इस युग में कृष्ण भक्ति को समर्पित कुछ अन्य कवि भी हुए, जिसे किसी विचारधारा के अंतर्गत नहीं रखा जा सकता । जैसे मीरा, रहीम, रसखान । मीरा. प्रस्तुतकर्ता. मनोज भारती. 4 टिप्‍पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: अन्य कृष्ण भक्त कवि. शुक्रवार, 29 जनवरी 2010. कृष्णभक्ति काव्य शाखा के अष्टछाप कवि और उनकी रचनाएँ. कुंभनदास : इनके फुटकल पद ही मिलते हैं ।. प्रस्तुतकर्ता. मनोज भारती. 2 टिप्‍पणियां:. गुरुवार, 28 जनवरी 2010. इसके प्रवर...इस स&#230...

hindikaitihaas.blogspot.com hindikaitihaas.blogspot.com

बूंद-बूंद इतिहास: December 2011

http://hindikaitihaas.blogspot.com/2011_12_01_archive.html

बूंद-बूंद इतिहास. मंगलवार, 27 दिसंबर 2011. छयावादी युग में हास्य व व्यंग्यात्मक काव्य का सृजन. पत्रिका के संपादक ईश्वरीप्रसाद शर्मा का नाम ऐसी कविता रचने में सर्वप्रथम स्थान पर है।. आदि पत्रिकाओं में इनकी हास्यरस से भरपूर कविताएं प्रकाशित हुई।इनके काव्य संकलन. चना चबेला. में तत्कालीन समाज. हरिशंकर शर्मा के. पिंजरा-पोल. चिड़िया घर. पांडेय बेचन शर्मा. का इस तरह की काव्य रचनाओं में एक अलग ही स्थान है। उनकी व्यंग&...कृष्णदेव प्रसाद गौड़ जो. बेढब बनारसी. के उपनाम से लिखते थे. नाम से प्रक&#23...उल्ल&#237...

shama-e-adab.blogspot.com shama-e-adab.blogspot.com

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: संचालन की अतिश्योक्ति में दब गई शायरी की सच्चाई : अनवर जलालपुरी

http://shama-e-adab.blogspot.com/2011/08/blog-post.html

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Tuesday, 30 August 2011. संचालन की अतिश्योक्ति में दब गई शायरी की सच्चाई : अनवर जलालपुरी. पेश है अनवर जलालपुरी. से शाहिद मिर्जा. की बातचीत-. सवाल- मुशायरों और किताबों की शायरी में काफी फर्क महसूस किया जाता है, इसका मुख्य कारण क्या मानते हैं? सवाल- इससे ऐसा नहीं लगता कि शायरी का कुछ नुकसान हुआ है? सवाल- इस तब्दीली को किस रूप में देखते हैं? अनवर जलालपुरी की एक गजल-. सबकी अपनी मसलहत है बेवफा कोई नहीं. शाहिद मिर्जा शाहिद. इस्मत ज़ैदी. 31 August 2011 at 08:41. Jiyo Shahid Bhai&#46...

shama-e-adab.blogspot.com shama-e-adab.blogspot.com

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: याक़ूब मोहसिन

http://shama-e-adab.blogspot.com/2010/08/blog-post.html

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Monday, 16 August 2010. याक़ूब मोहसिन. साहेबान आदाब. पेश है शम-ए-अदब. इसमें आसपास मौजूद साथी शायरों का कलाम पेश किया जायेगा. जनाब या़क़ूब मोहसिन. की इस ग़ज़ल से. मुलाहिज़ा फ़रमाएं. हम कैसे बहादुर हैं दुनिया को दिखाना है. दुश्मन जो वतन के हैं उन सबको मिटाना है. वो लाख करे कोशिश इक इंच नहीं देंगे. सरहद से बहुत आगे दुश्मन को भगाना है. जो तोप के गोलों से बिल्कुल भी नहीं सहमे. उन वीरों की हिम्मत का कायल ये ज़माना है. इतरा के न चल इतना मग़रूर न बन इतना. 16 August 2010 at 23:04. शाह&...

hindikaitihaas.blogspot.com hindikaitihaas.blogspot.com

बूंद-बूंद इतिहास: October 2010

http://hindikaitihaas.blogspot.com/2010_10_01_archive.html

बूंद-बूंद इतिहास. सोमवार, 11 अक्तूबर 2010. रीति ग्रंथकार कवि और उनकी रचनाएँ. इस युग के प्रमुख रीतिग्रंथकार कवि और उनकी रचनाओं का विवरण हम नीचे दे रहे हैं :. चिंतामणि :. मतिराम :. मुख्य रचनाएँ : 1. शिवराज भूषण 2.भूषण उल्लास 3. दूषण उल्लास 4. भूषण-हजारा 5.शिवा बावनी 6. छत्रसाल दशक । (भाषा ब्रज). भिखारीदास :. इनके मुख्य ग्रंथ हैं : 1.रस-विलास 2. भवानीविलास 3. भावविलास 4. कुशलविला...पद्माकर :. श्रीपति. मुख्य रचनाएँ : 1.कविकल्पद्रुम 2. सरोजका...कुलपति मिश्र. 1 रसपीयूषनिधि 2. स&#236...कालिदास. नव रस तरंग.

rgboflife.blogspot.com rgboflife.blogspot.com

जीवन के अनमोल रंग: September 2012

http://rgboflife.blogspot.com/2012_09_01_archive.html

जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Friday, September 28, 2012. कभी कभी मेरे दिल मैं ख्याल आता है. 2351;ह रंज-ओ-ग़म कि सियाही जो दिल पे छाई हैं. 2340;ेरी नज़र कि शुआओं मैं खो भी सकती थी।. 2350;गर यह हो न सका और अब ये आलम हैं. Friday, September 28, 2012. आपके विचार. इस संदेश के लिए लिंक. Labels: kabhi kabhi amitabh bachhan lyrics. Tuesday, September 18, 2012. Tuesday, September 18, 2012.

rgboflife.blogspot.com rgboflife.blogspot.com

जीवन के अनमोल रंग: June 2012

http://rgboflife.blogspot.com/2012_06_01_archive.html

जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Wednesday, June 20, 2012. पति और राष्ट्रपति. जहाँ एक तरफ देश ढून्ढ रहा है अपना १३ वा राष्ट्रपति. वहीँ महंगाई और बीवी के नखरे झेल रहा है बेचारा पति. राष्ट्रपति की गद्दी पर कौन बैठेगा यह सवाल सबके मन में है,. और पति, घर के राशन और ई एम् आई के उधेड़बुन में है. बदलाव लाने की जिद्द पे अड़ा हूँ. Wednesday, June 20, 2012. आपके विचार. Subscribe to: Posts (Atom).

rgboflife.blogspot.com rgboflife.blogspot.com

जीवन के अनमोल रंग: March 2013

http://rgboflife.blogspot.com/2013_03_01_archive.html

जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Tuesday, March 05, 2013. शब्दों का इंद्रजाल. काफी अरसे हुए शब्दों को पिरोये हुए,. या यूँ कहूँ की अरसे बीते यादों में तसल्ली बक्श खोये हुए।. काफी समय बीता इस जीवन की आपाधापी में,. कभी वैवाहिक जीवन ने जकड़ा, तो कहीं मजबूरियों ने पकड़ा,. खैर, आज गले में फिर वही तरावट लौटी है।. थोड़ी जिझक तो साफ़ दिख रही है।. क्या गलत, क्या सही. Tuesday, March 05, 2013. उसे...

shama-e-adab.blogspot.com shama-e-adab.blogspot.com

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: MUZAFFAR RAZMI

http://shama-e-adab.blogspot.com/2012/09/muzaffar-razmi.html

शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Thursday, 20 September 2012. खि़राजे-अक़ीदत). जनाब मुज़फ़्फ़र रज़मी. 8216;ये जब्र भी देखा है तारीख की नजरों ने/. लम्हों ने खता की थी, सदियों ने सजा पाई’. शेर का ख्याल कैसे आया? सवाल- शेर के सियासी सफर की शुरूआत पर कुछ रोशनी डालना चाहेंगे? सवाल- शेर की मकबूलियत के दौर का कोई किस्सा याद है? सवाल- आज की शायरी को किस रूप में देखते हैं? सवाल- जदीद शायरी पर आपके कुछ ख्यालात? जवाब- तरही मुशायरों की महफिलों में मश&#23...जवाब- कुछ सियासी लोग अपने म...जवाब- देश के लि...गलत रुख ह&#2379...

UPGRADE TO PREMIUM TO VIEW 86 MORE

TOTAL LINKS TO THIS WEBSITE

96

OTHER SITES

kuchhhalkefulkepal.blogspot.com kuchhhalkefulkepal.blogspot.com

चुटकुले और हंसगुल्ले (कुछ हल्के-फुल्के पल...)

पहेलियां ही पहेलियां (मेरी पहेलियां.). कविताएं, भजन, प्रार्थनाएं (कुछ पुरानी यादें.). मेरे आलेख (मेरी बात तेरी बात.). Wednesday, March 26, 2014. Rajinikanth one-liners, once more on public demand - Part Eight. Malaysian Airlines ultimately sent an SMS to Rajinikanth, "OK Rajinikanth. Enough is enough. You win, OK. Now please tell us where our plane is.". Rajinikanth killed the Dead Sea. Rajinikanth knows Victoria's secret. If Rajinikanth's PC hangs. It's time for next Windows release. Links to this post.

kuchhkariye.com kuchhkariye.com

Welcome kuchhkariye.com - BlueHost.com

Web Hosting - courtesy of www.bluehost.com.

kuchhkariye.org kuchhkariye.org

Welcome kuchhkariye.org - BlueHost.com

Web Hosting - courtesy of www.bluehost.com.

kuchhkavitayien.blogspot.com kuchhkavitayien.blogspot.com

kuchh kavitayien

Collection of Hindi poems, ghazals, shayari written by Rakesh. Tuesday, August 30, 2011. धरती को माता कहते हो,. जीवित ही अग्नि देते हो! Tuesday, August 30, 2011. झांको अपने अपने गिरेह्बानो में,. पल पल बदलती अपनी अपनी जुबानो में,. की इस जमीन को नंगा कर के,. न खुश रह सकोगे अपने मकानों में. उठना तुमको ही है और तुम ही उठोगे,. के वतन परस्ती नहीं बिकती दुकानों में. अब तो छोडो नोचना इस जमीन को,. कुछ तो फर्क होता है आदमी और हैवानो में. Tuesday, August 30, 2011. Friday, February 29, 2008. Friday, February 29, 2008.

kuchhlamhedilse.blogspot.com kuchhlamhedilse.blogspot.com

कुछ लम्हे दिल से ...

कुछ लम्हे दिल से . फूलों की खुशबू को रूह में बसाकर, बहारों की रंगत से सपने सजाकर, जज़बात को समेटे अपने अंजुमन में, कुछ लम्हे दिल से . रविवार, 10 नवंबर 2013. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी. चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी. आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले. जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी. इस हवस पर आप खुश हैं एक दिन होगा यही. आपकी औकात पलभर में घटा ही जायेगी. इस नगर से उस नगर तक बस तबाही जायेगी. ऐसा भी! उसी माटी क&#23...गुल&#2375...

kuchhnai.com kuchhnai.com

Welcome to Kuchh Nai

You must be of legal drinking age in the country you are accessing this site from. For more visit www.drinkaware.co.uk. British Indian Ocean Territory. Congo, Democratic Republic of the. Heard Island and McDonald Islands. Saint Kitts and Nevis. Saint Pierre and Miquelon. Saint Vincent and the Grenadines. Sao Tome and Principe. Svalbard and Jan Mayen. The Former Yugoslav Republic of Macedonia. United States Minor Outlying Islands. Virgin Islands, British. Virgin Islands, U.S.

kuchhpanne.blogspot.com kuchhpanne.blogspot.com

Raat ka Reporter

दो टके का आदमी.तीन टके की बात. Wednesday, October 12, 2016. जगे तो ओस से भीग चुके - ट्रैक बदलता रहा, स्ट्रेट गाते रहे, किसने लिखे हैं इतने प्यारे लिरिक्स खोजते रहे। I cross my heart. Give all I've got to give. To make all your dreams come true. In all the world. A love as true as mine. आपकी प्रतिक्रिया:. Links to this post. Saturday, October 1, 2016. Three kids from different part of India. आपकी प्रतिक्रिया:. Links to this post. Wednesday, September 28, 2016. A jnu worker taking bath. Links to this post.

kuchhpuraaniyaadein.blogspot.com kuchhpuraaniyaadein.blogspot.com

कुछ पुरानी यादें... (कविताएं, गीत, भजन, प्रार्थनाएं, श्लोक, अनूदित रचनाएं)

पहेलियां ही पहेलियां (मेरी पहेलियां.). चुटकुले और हंसगुल्ले (कुछ हल्के-फुल्के पल.). मेरे आलेख (मेरी बात तेरी बात.). Monday, April 28, 2014. दहेज की बारात (काका हाथरसी). विशेष नोट :. पर तलाश पूरी हुई. लीजिए, आप लोग भी पढ़कर आनंद उठाएं. जा दिन एक बारात को मिल्यौ निमंत्रण-पत्र,. फूले-फूले हम फिरें, यत्र-तत्र-सर्वत्र,. यत्र-तत्र-सर्वत्र, फरकती बोटी-बोटी,. बा दिन अच्छी नाहिं लगी अपने घर रोटी,. कर लड़ुअन की याद, जीभ स्यांपन सी लपके. मारग में जब है गई अपनी मोटर फेल,. निकरौसी के समय हम&#2...बेटाव&#23...नगद प&#23...

kuchi-beauty.com kuchi-beauty.com

口元Beauty - 口元から始める年齢を気にしない顔立ち作り

マスク用意 超簡単 超効果的 ほうれい線を消す方法のまとめ. マスク用意 超簡単 超効果的 ほうれい線を消す方法のまとめ. 歯列矯正を考える時にまず気になるのが 金額 そして スピード。 ほうれい線 があると5歳老ける 美肌 若い顔をキープするのに最大の天敵ほうれい線。 一日ちょっと行うだけで顔の血行をよくして、いつまでも永遠の若さがキープできる 大げさと思われますか 簡単にできる ほうれい線ケア をご紹介します。 マスク用意 超簡単 超効果的 ほうれい線を消す方法のまとめ. マスク用意 超簡単 超効果的 ほうれい線を消す方法のまとめ.