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बूंद-बूंद इतिहास: July 2012
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बूंद-बूंद इतिहास. रविवार, 22 जुलाई 2012. प्रयोगवादी कविता की प्रवृत्तियां. प्रयोगवादी कविता में मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रवृत्तियां देखी गई हैं:-. 1 समसामयिक जीवन का यथार्थ चित्रण:. उगल रही हैं खानें सोना,. अभ्रक,तांबा,जस्त,क्रोनियम. टीन,कोयला,लौह,प्लेटिनम. युरेनियम,अनमोल रसायन. कोपेक,सिल्क,कपास,अन्न-धन. द्रव्य फोसफैटो से पूरित! 2 घोर अहंनिष्ठ वैयक्तिकता:-. मेरी अंतरात्मा का यह उद्वेलन-. और अभिव्यक्ति के लिए तड़प उठता है-. चलो उठें अब. अब तक हम थे बंधु. सैर को आए-. और रहे बैठे तो. इस कविता म...5 अनì...
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बूंद-बूंद इतिहास: January 2010
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बूंद-बूंद इतिहास. शनिवार, 30 जनवरी 2010. कृष्णभक्ति को समर्पित अन्य कवि. इस युग में कृष्ण भक्ति को समर्पित कुछ अन्य कवि भी हुए, जिसे किसी विचारधारा के अंतर्गत नहीं रखा जा सकता । जैसे मीरा, रहीम, रसखान । मीरा. प्रस्तुतकर्ता. मनोज भारती. 4 टिप्पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: अन्य कृष्ण भक्त कवि. शुक्रवार, 29 जनवरी 2010. कृष्णभक्ति काव्य शाखा के अष्टछाप कवि और उनकी रचनाएँ. कुंभनदास : इनके फुटकल पद ही मिलते हैं ।. प्रस्तुतकर्ता. मनोज भारती. 2 टिप्पणियां:. गुरुवार, 28 जनवरी 2010. इसके प्रवर...इस सæ...
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बूंद-बूंद इतिहास: December 2011
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बूंद-बूंद इतिहास. मंगलवार, 27 दिसंबर 2011. छयावादी युग में हास्य व व्यंग्यात्मक काव्य का सृजन. पत्रिका के संपादक ईश्वरीप्रसाद शर्मा का नाम ऐसी कविता रचने में सर्वप्रथम स्थान पर है।. आदि पत्रिकाओं में इनकी हास्यरस से भरपूर कविताएं प्रकाशित हुई।इनके काव्य संकलन. चना चबेला. में तत्कालीन समाज. हरिशंकर शर्मा के. पिंजरा-पोल. चिड़िया घर. पांडेय बेचन शर्मा. का इस तरह की काव्य रचनाओं में एक अलग ही स्थान है। उनकी व्यंग&...कृष्णदेव प्रसाद गौड़ जो. बेढब बनारसी. के उपनाम से लिखते थे. नाम से प्रक...उल्लí...
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: संचालन की अतिश्योक्ति में दब गई शायरी की सच्चाई : अनवर जलालपुरी
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Tuesday, 30 August 2011. संचालन की अतिश्योक्ति में दब गई शायरी की सच्चाई : अनवर जलालपुरी. पेश है अनवर जलालपुरी. से शाहिद मिर्जा. की बातचीत-. सवाल- मुशायरों और किताबों की शायरी में काफी फर्क महसूस किया जाता है, इसका मुख्य कारण क्या मानते हैं? सवाल- इससे ऐसा नहीं लगता कि शायरी का कुछ नुकसान हुआ है? सवाल- इस तब्दीली को किस रूप में देखते हैं? अनवर जलालपुरी की एक गजल-. सबकी अपनी मसलहत है बेवफा कोई नहीं. शाहिद मिर्जा शाहिद. इस्मत ज़ैदी. 31 August 2011 at 08:41. Jiyo Shahid Bhai....
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: याक़ूब मोहसिन
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Monday, 16 August 2010. याक़ूब मोहसिन. साहेबान आदाब. पेश है शम-ए-अदब. इसमें आसपास मौजूद साथी शायरों का कलाम पेश किया जायेगा. जनाब या़क़ूब मोहसिन. की इस ग़ज़ल से. मुलाहिज़ा फ़रमाएं. हम कैसे बहादुर हैं दुनिया को दिखाना है. दुश्मन जो वतन के हैं उन सबको मिटाना है. वो लाख करे कोशिश इक इंच नहीं देंगे. सरहद से बहुत आगे दुश्मन को भगाना है. जो तोप के गोलों से बिल्कुल भी नहीं सहमे. उन वीरों की हिम्मत का कायल ये ज़माना है. इतरा के न चल इतना मग़रूर न बन इतना. 16 August 2010 at 23:04. शाह&...
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बूंद-बूंद इतिहास: October 2010
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बूंद-बूंद इतिहास. सोमवार, 11 अक्तूबर 2010. रीति ग्रंथकार कवि और उनकी रचनाएँ. इस युग के प्रमुख रीतिग्रंथकार कवि और उनकी रचनाओं का विवरण हम नीचे दे रहे हैं :. चिंतामणि :. मतिराम :. मुख्य रचनाएँ : 1. शिवराज भूषण 2.भूषण उल्लास 3. दूषण उल्लास 4. भूषण-हजारा 5.शिवा बावनी 6. छत्रसाल दशक । (भाषा ब्रज). भिखारीदास :. इनके मुख्य ग्रंथ हैं : 1.रस-विलास 2. भवानीविलास 3. भावविलास 4. कुशलविला...पद्माकर :. श्रीपति. मुख्य रचनाएँ : 1.कविकल्पद्रुम 2. सरोजका...कुलपति मिश्र. 1 रसपीयूषनिधि 2. सì...कालिदास. नव रस तरंग.
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जीवन के अनमोल रंग: September 2012
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जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Friday, September 28, 2012. कभी कभी मेरे दिल मैं ख्याल आता है. 2351;ह रंज-ओ-ग़म कि सियाही जो दिल पे छाई हैं. 2340;ेरी नज़र कि शुआओं मैं खो भी सकती थी।. 2350;गर यह हो न सका और अब ये आलम हैं. Friday, September 28, 2012. आपके विचार. इस संदेश के लिए लिंक. Labels: kabhi kabhi amitabh bachhan lyrics. Tuesday, September 18, 2012. Tuesday, September 18, 2012.
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जीवन के अनमोल रंग: June 2012
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जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Wednesday, June 20, 2012. पति और राष्ट्रपति. जहाँ एक तरफ देश ढून्ढ रहा है अपना १३ वा राष्ट्रपति. वहीँ महंगाई और बीवी के नखरे झेल रहा है बेचारा पति. राष्ट्रपति की गद्दी पर कौन बैठेगा यह सवाल सबके मन में है,. और पति, घर के राशन और ई एम् आई के उधेड़बुन में है. बदलाव लाने की जिद्द पे अड़ा हूँ. Wednesday, June 20, 2012. आपके विचार. Subscribe to: Posts (Atom).
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जीवन के अनमोल रंग: March 2013
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जीवन के अनमोल रंग. पियूष अग्रवाल द्वारा रचित जीवन के अनमोल रंग एक प्रयास है जीवन के उन रंगों को उभारने का जिन्हें हम आम तौर पे नज़र अंदाज़ कर देते हैं. Tuesday, March 05, 2013. शब्दों का इंद्रजाल. काफी अरसे हुए शब्दों को पिरोये हुए,. या यूँ कहूँ की अरसे बीते यादों में तसल्ली बक्श खोये हुए।. काफी समय बीता इस जीवन की आपाधापी में,. कभी वैवाहिक जीवन ने जकड़ा, तो कहीं मजबूरियों ने पकड़ा,. खैर, आज गले में फिर वही तरावट लौटी है।. थोड़ी जिझक तो साफ़ दिख रही है।. क्या गलत, क्या सही. Tuesday, March 05, 2013. उसे...
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب: MUZAFFAR RAZMI
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शमे-अदब Sham-e-adab شمع-ادب. Thursday, 20 September 2012. खि़राजे-अक़ीदत). जनाब मुज़फ़्फ़र रज़मी. 8216;ये जब्र भी देखा है तारीख की नजरों ने/. लम्हों ने खता की थी, सदियों ने सजा पाई’. शेर का ख्याल कैसे आया? सवाल- शेर के सियासी सफर की शुरूआत पर कुछ रोशनी डालना चाहेंगे? सवाल- शेर की मकबूलियत के दौर का कोई किस्सा याद है? सवाल- आज की शायरी को किस रूप में देखते हैं? सवाल- जदीद शायरी पर आपके कुछ ख्यालात? जवाब- तरही मुशायरों की महफिलों में मश...जवाब- कुछ सियासी लोग अपने म...जवाब- देश के लि...गलत रुख हो...