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शब्दों का उजाला: 7/1/11 - 8/1/11
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Followers- From 17 May 2010.'til today. अनुभूति. कर्मभूमि : प्रवासी विशेषांक. गोष्ठी रिपोर्ट. जन्म दिन. डॉ . हरदीप कौर सन्धु. डॉ भावना और डॉ हरदीप सन्धु. ताँका. ताँका -चोका संग्रह. त्रिपदियाँ. वार्षिकांक. हाइकु / ताँका. हाइकु गीत. हाइकु मुक्तक. हाइगा/ताँका. हिन्दी गौरव. Thursday, July 28, 2011. मेरी गुड़िया. Dr Hardeep Kaur Sandhu. Links to this post. Labels: हाइगा. Monday, July 25, 2011. फूल-गुलाब! फूल -हाइकु}. फूलों के संग. रहती है खुशबू. मेरे संग तू! ओस से मुँह धोए. फूल गुलाब! मुस्काई. रब पर चलता.
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मेरी साधना: April 2012
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पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ. दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ! Sunday, 29 April 2012. नारी सिर्फ भोग्य नहीं है ,उसकी अस्मिता की एक प्रतिष्ठा है – रश्मि प्रभा. प्रीत अरोड़ा—आपके लेखन की शुरुआत कैसे और कब हुई और आपका प्रेरणा -स्त्रोत कौन है? 8216;सिंह कभी समूह में नहीं चला. हँस पातों में नहीं उड़े. इन पंक्तियों का स्मृति बाहुल्य था. बहुत से ह्रदय मेरे संग नहीं जुड़े ….’. रश्मि प्रभा–साहित्य की काव्यात्...8216;विस्तृत नभ का कोई कोना. सारे विमर्श क...स्त्र...रोट...
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Fulbagiya: February 2015
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मंगलवार, 3 फ़रवरी 2015. डरता चांद. आसमान पर ही रहता क्यों. नीचे नहीं उतरता चांद? मां बतलाओ क्यों मुझसे. हर रात ठिठोली करता चांद? दूर-दूर ही चमका करते. ये झिल-मिल झिल-मिल तारे।. पास बुलाऊं तो शरमा जाते हैं. सारे के सारे तारे।. इनसे भी बादल में छुपकर. आंख-मिचौली करता चांद।. मैंने कहा,एक दिन मेरे. आंगन में भी आ जाओ।. दूध-भात की खीर बनी है. मीठी-नीठी खा जाओ।. पर लगता है मेरे जैसे. छुटकू से भी डरता चांद।. आसमान पर ही रहता क्यों. नीचे नहीं उतरता चांद? रचनाकार-रमेश तैलंग. 8220;World of Children’s. डा0 ह&#...
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Fulbagiya: March 2015
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रविवार, 22 मार्च 2015. चिड़ियों का अनशन (बाल नाटक). मुख्य पात्र. सोन चिरैया. जंगल का ठेकेदार. शांति(ठेकेदार की बेटी). तोता,गौरैय्या,बुलबुल,कौवा,बाज,नीलकंठ और कुछ अन्य पक्षी।. नक्कारे की आवाज के साथ ही खाली मंच पर एक तरफ़ से नट. नट-अरे आज कोई हमारी कहानी सुनने नहीं आयेगा? नटी अपने माथे पर दो तीन बार हाथ मारती है फ़िर बीच में बैठ जाती है). नटी- ओफ़्फ़ोह मै तो इस सूरदास से परेशान हो गयी हूं।. नट-क्या हुआ? क्यों चिल्ला रही हो? नट उछल कर दर्शकों की तरफ़ मुंह करता है). 8212; अरे- -।. नट-(गाता है). मंच के...नट नट...
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मेरी साधना: November 2012
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पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ. दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ! Friday, 23 November 2012. हिन्दी कथा -साहित्य में नारी-जीवन को चित्रित करती महिला रचनाकार ”. लेखिका- - - -प्रीत अरोड़ा. ड़ा प्रीत अरोड़ा. Subscribe to: Posts (Atom). Australia ( Sydney) Time. ड़ा प्रीत अरोड़ा. View my complete profile. मेरी रचना सूची. 1 संयोग कहानी और उसकी समीक्षा. 3 एक मुहिम. 5 आगमन में मेरी पाँच कविताएँ. 6काव्य-संग्रह ( प्रीत मंजरी ). 8 खुशखबरी. 10हैवान और इंसान. 14 वाह री! मैट्रो. हिन्द&...ब्र...
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मेरी साधना: प्रतिभा बनाम शोहरत
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पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ. दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ! Saturday, 4 May 2013. प्रतिभा बनाम शोहरत. हम होंगें कामयाब. हम होंगें कामयाब. माँ द्वारा कही गई उपरोक्त बातें मेरे लिए अमृतमय घुटी के समान थी .एकाएक दीदी की आवाज़. तुझे कालेज जाना है. सुनकर मेरी नींद खुल गई .मैं नहा. पटल पर उभरने लगी .सिर्फ बारहवीं पास वर्मा जी की विचार-शक्ति अक्सर लड़ाई-झगड़ों. सता और ताकत के बल पर नाम. शोहरत व मान. रात प्रसिद्धि और मान. भाषा व देश का अस्तित्...कूड़ा-कर्कट व ब&...आपको सपर&...
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मेरी साधना: April 2011
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पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ. दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ! Tuesday, 26 April 2011. बाल-अपराधी. दिन पेट भरने का सवाल. माँ की दवाई का कर्ज. पिता का मर्ज. ले आता उसे चिलमिलाती धूप में. मजबूरी में. मजदूरी में. हाथों से टूटते सपने. बिखरती मन की आशाएँ. काम पर ठेकेदार का रौब. घर में भुख. मरी का खौफ. पिता की फटकार से. माँ के दुलार से हर रोज. अपने मासूम कंधों पर. डाल लेता बोझ. भावहीन चहेरे में. जाने कहाँ छिप जाती मासूमियत. जीवन की हार से. बन गया बाल. Sunday, 24 April 2011. मृ...
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मेरी साधना: March 2012
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पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ. दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ! Tuesday, 27 March 2012. बेटी बचाओ. ड़ा प्रीत अरोड़ा. नव्या में प्रकाशित हमारी कविता. Http:/ www.nawya.in/hindi-sahitya/item/%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B2-%E0%A4%85%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A7%E0%A5%80.html. ड़ा प्रीत अरोड़ा. Subscribe to: Posts (Atom). Australia ( Sydney) Time. ड़ा प्रीत अरोड़ा. View my complete profile. मेरी रचना सूची. 1 संयोग कहानी और उसकी समीक्षा. 3 एक मुहिम. 8 खुशखबरी. 14 वाह री! बाल-व&#...
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हाइकु भेजने के लिए ई-मेल | हिन्दी हाइकु(HINDI HAIKU)-'हाइकु कविताओं की वेब पत्रिका'-2010 से प्रकाशित हो रही है। आपकी हाइकु कविताओं का स्वागत है !
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