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जीवन के रंग .....आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
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आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
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जीवन के रंग ..... | markrai0.blogspot.com Reviews
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आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
जीवन के रंग .....: August 2013
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जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Tuesday, August 6, 2013. अब मन नहीं करता जाने को अपने बथान में! अब चहचहाना नहीं होता उनका. वो मधुर आवाज़. नहीं आती मेरे कान में. यही बात है,. अब मन नहीं करता. जाने को अपने बथान में! गाँव में पहले एक गाना भी सुनने को मिल जाता था.…. 8220;राम जी की चिरिया, रामजी का खेत।।. खाय ले चिरिया, भर-भर पेट।।. कितना बदल गया सबकुछ …. Thursday, August 1, 2013.
जीवन के रंग .....: April 2012
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जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Monday, April 30, 2012. जीवन क्या है? ईश्वर से साक्षात्कार जीवन है. सत्य की तलाश जीवन है. रिश्तों की मिठास जीवन है. प्रकृति का आनंद जीवन है! तार्किकता का उद्भव जीवन है. आस्था का प्रश्न जीवन है. अराधना का द्वार जीवन है. श्रधा का इजहार जीवन है! ऊर्जा का संचार जीवन है. कला का आधार जीवन है. जग का निर्माण जीवन है! Labels: जिंदगी. Sunday, April 29, 2012.
जीवन के रंग .....: March 2012
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जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Saturday, March 10, 2012. यदि तोर डाक शुने केऊ न आसे तबे एकला चलो रे।. 8216;यदि तोर डाक शुने केऊ न आसे तबे एकला चलो रे।’. यदि तोर डाक शुने केऊ न आसे. तबे एकला चलो रे।. एकला चलो, एकला चलो, एकला चलो रे! यदि केऊ कथा ना कोय, ओरे, ओरे, ओ अभागा,. यदि सबाई थाके मुख फिराय, सबाई करे भय-. तबे परान खुले. तबे पथेर काँटा. तबे वज्रानले. जिंदगी. क़याम...प्य...
जीवन के रंग .....: February 2016
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जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Friday, February 19, 2016. सपनों की पूर्णता. अभिलाषा की पहचान है. व्यथा की आहट. संघर्ष का परिणाम है. Subscribe to: Posts (Atom). Google Website Translator Gadget. आईये हम सब मिलकर उन्हें श्रधांजलि देते है . पारंपरिक पहनावा. नैतिकता . नैतिकता .नाम कुछ सुना हुआ लग रहा है । बचपन म&#...ऐ मेरे वतन के लोगों. ऐ मेरे वतन के लोगí...महापुर...ईश्...
जीवन के रंग .....: October 2013
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जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Tuesday, October 22, 2013. गीता को हमलोग मजाक में प्रोफ़ेसर गीता शर्मा कहते थे. संयोग से मुझे पता था मैंने तपाक से उतर दिया। … 1394 ई.में।. Labels: हमारा ग्रुप. Subscribe to: Posts (Atom). Google Website Translator Gadget. आईये हम सब मिलकर उन्हें श्रधांजलि देते है . पारंपरिक पहनावा. नैतिकता . नैतिकता .नाम कुछ स...ऐ मेरे वतन के...महापì...
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जीवन धारा: April 2009
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जीवन धारा. Wednesday, April 29, 2009. एक सपने के टूट जाने से जिंदगी ख़त्म नही हो जाती . जीवन एक संगिनी की तरह है । हमेशा आपके साथ । राह में हर मोड़ पर कदम मिलाते हुए ।. कुछ ख़त्म हो गया तो क्या हुआ । बहुत कुछ अभी बाकी है , मेरे दोस्त .कहाँ खो गए ।. एक सपने के टूट जाने से जिंदगी ख़त्म नही हो जाती । बहुत से सपने अभी भी बुने. जा सकते है । टूटने दो यार एक सपने को .वह टूटने के लिए ही था ।. जम कर करो ,इन्तजार ।. Posted by mark rai. Links to this post. Labels: जिंदगी. Tuesday, April 14, 2009. साथी . खुल&#...
जीवन धारा: October 2009
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जीवन धारा. Saturday, October 24, 2009. छठ पूजा और बचपन. Posted by mark rai. Links to this post. Labels: छठ पूजा. Subscribe to: Posts (Atom). छठ पूजा और बचपन. स्वप्न मेरे. मेरी भावनायें. पूरी उम्र समझौते में. किस्सा-कहानी. तुलसी तहाँ न जाइये…. अपनी बात. पुराने कालखंड की नई कहानियां: प्रेम गली अति सांकरी. जीवन के रंग . Bing Advertising Free Credit $112. ये दुनिया है. मोबाइल ऑपरेटर और आप? अपनी अपनी डगर. फेफड़ों को ३ दिन में साफ़ करने के उपाय. हरकीरत ' हीर'. तू सिर्फ इंसान है. संवेदनहीन. छठ पूजा.
जीवन धारा: February 2011
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जीवन धारा. Wednesday, February 16, 2011. सबकुछ याद है . मुझे अपने घर का आँगन व सामने की गली याद आती है ,. जहाँ कभी , किसी जमाने में मेले लगते थे ।. वो खिलौने याद आते है ,जो कभी बिका करते थे ।. छोटा सा घर , पर बहुत खुबसूरत ,. शाम का समय और छत पर टहलना ,. सबकुछ याद है ।. कुछ मिटटी और कुछ ईंट की वो इमारत ,. वो रास्ते जिनपर कभी दौडा करते थे ,. सबकुछ याद है ।. गंवई गाँव के लोग कितने भले लगते थे ,. सीधा सपाट जीवन , कही मिलावट नही ,. सबकुछ याद है ।. गाय की दही न सही , मट्ठे. Posted by mark rai. धन आनंद क&...
जीवन धारा: July 2009
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जीवन धारा. Saturday, July 4, 2009. हमारा समाज अब आखिरी साँसे ले रहा है. Posted by mark rai. Links to this post. Wednesday, July 1, 2009. लड्डू . लड्डू ! पहले सोचता था कैसा नाम है .लड्डू! लड्डू ने तो मुझे बिल्कुल बदल दिया है । अब तो सपनो में भी . मन ही मन कहता हूँ . मेरे लड्डू तू तो बदल गया रे .लड्डू शब्द सुनने के लिए बेचैन रहता हूँ .कास! जिंदगी में ऐसे ही मिठास भरते रहना . Posted by mark rai. Links to this post. Labels: जिंदगी. Subscribe to: Posts (Atom). लड्डू . स्वप्न मेरे. अपनी बात. छठ पूजा.
जीवन धारा: जिज्ञासा(JIGYASA) : देवकीनन्दन खत्री द्वारा लिखित चन्द्रकान्ता को ह...
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जीवन धारा. Wednesday, October 17, 2012. जिज्ञासा(JIGYASA) : देवकीनन्दन खत्री द्वारा लिखित चन्द्रकान्ता को ह. जिज्ञासा(JIGYASA) : देवकीनन्दन खत्री द्वारा लिखित चन्द्रकान्ता को ह. Posted by mark rai. ब्लॉग बुलेटिन. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, भूली-बिसरी सी गलियाँ - 10 “. मे आप के ब्लॉग को भी शामिल किया गया है . सादर आभार! 5:38 AM, September 28, 2016. Subscribe to: Post Comments (Atom). स्वप्न मेरे. मेरी भावनायें. पूरी उम्र समझौते में. किस्सा-कहानी. अपनी बात. जीवन के रंग . अपनी अपनी डगर.
जीवन धारा: जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है....
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जीवन धारा. Thursday, September 27, 2012. जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है. जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है. Posted by mark rai. Subscribe to: Post Comments (Atom). जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम . स्वप्न मेरे. मेरी भावनायें. पूरी उम्र समझौते में. किस्सा-कहानी. तुलसी तहाँ न जाइये…. अपनी बात. जीवन के रंग . Bing Advertising Free Credit $112. ये दुनिया है. मोबाइल ऑपरेटर और आप? अपनी अपनी डगर. हरकीरत ' हीर'.
जीवन धारा: October 2011
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जीवन धारा. Tuesday, October 25, 2011. हंसों ना! हंसों ना! जीवन धारा :मार्कण्डेय रायका ब्लॉग-नवभारत टाइम्स. Posted by mark rai. Links to this post. Saturday, October 15, 2011. आप करप्ट पर्सनाल्टी है क्या! मतलब बिमारी और एक बेहूदा मजाक! किसी सज्जन के मुंह से सुना,. सज्जन उपरी गिलास के थे ,सो उन्हें निचली गिलास. के सभी लोग बीमार दिखे! उनकी फिलासफी के मुताबिक़. ये लोग हाईली अनसिविलाइज्द पैदा होते है! न खाने का ढंग ,न पहनने ओढ़ने का ढंग. मेरे प्रतिवाद करने पर भड़क गए ,. Posted by mark rai. Links to this post.
जीवन धारा: September 2012
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जीवन धारा. Thursday, September 27, 2012. जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है. जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है. Posted by mark rai. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम . स्वप्न मेरे. मेरी भावनायें. पूरी उम्र समझौते में. किस्सा-कहानी. तुलसी तहाँ न जाइये…. अपनी बात. जीवन के रंग . Bing Advertising Free Credit $112. ये दुनिया है. मोबाइल ऑपरेटर और आप? अपनी अपनी डगर.
जीवन धारा: June 2009
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जीवन धारा. Friday, June 26, 2009. कुत्तों की यूनिटी खतरे में . Posted by mark rai. Links to this post. Friday, June 19, 2009. एक बंगला बने न्यारा . न्यारा. 2404; रात. फल्स्फां. पुराने. गानों. झोकों. पुरानी. दिलाते. 2404; सोचते. आंखों. Posted by mark rai. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). कुत्तों की यूनिटी खतरे में . एक बंगला बने न्यारा . स्वप्न मेरे. मेरी भावनायें. पूरी उम्र समझौते में. किस्सा-कहानी. तुलसी तहाँ न जाइये…. अपनी बात. जीवन के रंग . Bing Advertising Free Credit $112.
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RAHNERVERSE
June 09, 2017. The Twilight Zone Shadow and Substance TPB collection - available now! Posted at 06:23 PM. February 21, 2016. OUT NOW: TheTwilight Zone 1959. Three tales set in the year the classic series debuted, written by friends Tom Peyer, John Layman and me. The Twilight Zone: 1959 perfectly captures the tone of the original show." Horror Talk review. Posted at 01:57 PM. October 15, 2015. OUT NOW: Vampirella/Army of Darkness 4 - The Thrilling Climax! Posted at 09:49 PM. September 24, 2015. FANGORIA: ...
RAHNERVERSE
February 21, 2016. OUT NOW: TheTwilight Zone 1959. Three tales set in the year the classic series debuted, written by friends Tom Peyer, John Layman and me. The Twilight Zone: 1959 perfectly captures the tone of the original show." Horror Talk review. Posted at 01:57 PM. October 15, 2015. OUT NOW: Vampirella/Army of Darkness 4 - The Thrilling Climax! Posted at 09:49 PM. September 24, 2015. The (Digital) Return of Rotten! Rotten Vol. 1, collecting issues 1-6: http:/ bit.ly/1OqonSl. Posted at 06:53 PM.
जीवन धारा
जीवन धारा. Wednesday, October 17, 2012. जिज्ञासा(JIGYASA) : देवकीनन्दन खत्री द्वारा लिखित चन्द्रकान्ता को ह. जिज्ञासा(JIGYASA) : देवकीनन्दन खत्री द्वारा लिखित चन्द्रकान्ता को ह. Posted by mark rai. Links to this post. Thursday, September 27, 2012. जिज्ञासा(JIGYASA) : लताजी ने हमें संगीत के माध्यम से काफी कुछ दिया है. Posted by mark rai. Links to this post. Tuesday, October 25, 2011. हंसों ना! हंसों ना! Posted by mark rai. Links to this post. Saturday, October 15, 2011. Posted by mark rai. दिल...
जीवन के रंग .....
जीवन के रंग . आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ . अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ. अब तो छोड़ दो! Saturday, October 1, 2016. भँवरें के पीछे जाना. रोज दुपहरी में. एकटक निहारना. मौसम बदला क्या! Friday, February 19, 2016. सपनों की पूर्णता. अभिलाषा की पहचान है. व्यथा की आहट. संघर्ष का परिणाम है. Tuesday, January 13, 2015. Monday, March 17, 2014. कितना बदल गया सबकुछ …. Tuesday, October 22, 2013. Labels: हमारा ग्रुप. Monday, September 9, 2013. उसक...
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The Adventures of M2 | The man, the myth, the legend
The Adventures of M2. The Top Ten Things You Should Know about M2. Just how smart is M2? I know it’s been a while. Get over it. I have things to do. People to see. Places to go. Etc. Etc. Whatever. Between the end of July and November is none of your business. Let’s just say I got done what needed to be done and forget it. Anyway, back at the ranch. Got up early. Coffee. Watched a bunch of football. Cleaned up because THAT”S WHAT REAL MEN DO! See ya next time. Back in the saddle, again. M2 is known by se...
Welcome to Mark Rail
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Mark Railton
Looking after your mental health @ PHPDublin August 2017. Posted on Thursday, 24th August 2017. I have finally given my first talk. I presented a talk that I've been working on for a while that is very close to my own heart, dealing with mental health issues as a web developer. Slides for this. Not as quiet as it may seem. Posted on Monday, 20th March 2017. It may look like things have been quiet around here for a while, but in all honesty that could not be further from the truth. Goodbye 2016, Hello 2017.
mark railton: Profession Photography
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