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आर्यावर्त: August 2009
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Saturday, August 29, 2009. रोको मत अपनी कलम अमन के गीत लिखो. समिधा सुलगी, श्रृंगार सुलगने वाला है,. रोको मत अपनी कलम अमन के गीत लिखो।. नभ की गंगा का पानी कुछ गंदला सा है. मौसम पहले से कुछ बदला-बदला सा है. बदरी सी चारों ओर क्षितिज पर छायी है. मानो धरती की आग उभरकर आयी है. लिखते आए सदियों से गीत समर्पण के. इस कोलाहल में नवजीवन के गीत लिखो. समिधा सुलगी, श्रृंगार सुलगने वाला है,. रोको मत अपनी कलम अमन के गीत लिखो।. Tuesday, August 25, 2009. मैं सुनसानो...मैं वीर&#...मेरे...
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आर्यावर्त: October 2009
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Saturday, October 3, 2009. बापू की जयंती पर अपने ब्लॉग के पाठकों को एक छोटी सी भेंट. यह विचार मेरे मन में आज से सत्रह साल पहले आये थे जब मैं दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र था।. अच्छा हुआ तुम स्वर्गीय हुए,. मरकर स्मरणीय हुए. अगर तुम जिंदा होते. न जाने कितना शर्मिंदा होते. देश की हालत देख रोए होते,. कितना कुछ ढोए होते,. अपनों के विरुद्ध अबतक. अनशन पर प्राण खोए होते. वियावान जंगलों से गुजर रही थी. देश की गाड़ी. उसे तो तुमने बचा लिया. शहर के बीच आकर. Subscribe to: Posts (Atom).
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आर्यावर्त: December 2014
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Sunday, December 7, 2014. Subscribe to: Posts (Atom). View my complete profile. बहुत पहले एक पत्रिका आती थी विचार मीमांसा. इस. मेरी कलम से. भोर जब जागो तभी सवेरा. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत ट्रस्ट. आलोक रंजन. जब बोलता है अच्छा बोलता है. Anuranjan. Simple template. Template images by luoman.
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आर्यावर्त: September 2009
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Monday, September 28, 2009. पत्रकारिता को खिलवाड़ मत बनाओ. Tuesday, September 1, 2009. मतभेद सही मनभेद न हो. Subscribe to: Posts (Atom). View my complete profile. पत्रकारिता को खिलवाड़ मत बनाओ. मतभेद सही मनभेद न हो. मेरी कलम से. भोर जब जागो तभी सवेरा. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत ट्रस्ट. आलोक रंजन. जब बोलता है अच्छा बोलता है. Anuranjan. Simple template. Template images by luoman.
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आर्यावर्त: यूं जाना गुरुजी का
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Friday, November 6, 2009. यूं जाना गुरुजी का. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक. November 6, 2009 at 4:41 PM. प्रभाष जोशी जी को. अपने श्रद्धा-सुमन समर्पित करता हूँ! सुशील कुमार छौक्कर. November 6, 2009 at 8:23 PM. सच प्रभाष जी आखिरी साँस तक पत्रकारिता करते रहे। उनका जाना हम जैसे पाठकों के लिए बडी क्षति है।. Subscribe to: Post Comments (Atom). View my complete profile. यूं जाना गुरुजी का. मेरी कलम से. भोर जब जागो तभी सवेरा. आलोक रंजन.
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आर्यावर्त: बापू
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Saturday, October 3, 2009. बापू की जयंती पर अपने ब्लॉग के पाठकों को एक छोटी सी भेंट. यह विचार मेरे मन में आज से सत्रह साल पहले आये थे जब मैं दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र था।. अच्छा हुआ तुम स्वर्गीय हुए,. मरकर स्मरणीय हुए. अगर तुम जिंदा होते. न जाने कितना शर्मिंदा होते. देश की हालत देख रोए होते,. कितना कुछ ढोए होते,. अपनों के विरुद्ध अबतक. अनशन पर प्राण खोए होते. वियावान जंगलों से गुजर रही थी. देश की गाड़ी. उसे तो तुमने बचा लिया. शहर के बीच आकर. October 3, 2009 at 8:24 AM.
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आर्यावर्त: मतभेद सही मनभेद न हो
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Tuesday, September 1, 2009. मतभेद सही मनभेद न हो. यशवंत सिंह yashwant singh. September 1, 2009 at 3:57 AM. महेन्द्र मिश्र. September 1, 2009 at 7:05 AM. बहुत ही बढ़िया सही है मनभेद नहीं होना चाहिए. September 30, 2009 at 3:46 AM. Subscribe to: Post Comments (Atom). View my complete profile. पत्रकारिता को खिलवाड़ मत बनाओ. मतभेद सही मनभेद न हो. मेरी कलम से. भोर जब जागो तभी सवेरा. आलोक रंजन. जब बोलता है अच्छा बोलता है. Anuranjan. Simple template. Template images by luoman.
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आर्यावर्त
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आर्यावर्त. एक विचार मंच. Sunday, December 7, 2014. Subscribe to: Post Comments (Atom). View my complete profile. बहुत पहले एक पत्रिका आती थी विचार मीमांसा. इस. मेरी कलम से. भोर जब जागो तभी सवेरा. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत ट्रस्ट. आलोक रंजन. जब बोलता है अच्छा बोलता है. Anuranjan. Simple template. Template images by luoman.