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POEM OF SOUL: July 2008
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 29 July, 2008. तुम आज भी हसीन हो". कौन कहता है कि तुम हसीन नहीं,. तुम आज भी हसीन हो,. मेरी आंखों से एक बार देखो तो।. अब भी दीवाना हूं मैं,. उन अदाओं का, जुल्फों का,. उन आंखों का, उस मुस्कुराहट का,. जिसने तब भी लूटा था. मेरी रातों की नींद को।. कौन कहता है कि तुम हसीन नहीं।. आज भी अच्छी लगती हैं. तुम्हारी बातें मुझे,. जब पहली बार देखकर. आज भी नहीं हो,. आपका अपना. रिश&...
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EK KAHANI "BEHIND THE LINES": दुश्मनी, सर और सरहद भाग-१
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EK KAHANI "BEHIND THE LINES". कुछ घटना, कुछ हकीकत, कुछ दास्तां, कुछ कल्पना। यहां पर सब होगा, होंगी सबकी ख्वाहिशें पूरी। कुछ मेरी और कुछ तुम्हारी।. Tuesday, September 30, 2008. दुश्मनी, सर और सरहद भाग-१. लोग दोस्ती दिल से करते हैं, ये तो आप ने कई बार सुना होगा. बात उस डाकू कि वो जब ज़िंदा था तब भी मशहूर था. पिछले 17 सालों से अपने अंतिम संस्कार की राह तक रहा है. जारी है. आपका अपना. नीतीश राज. Posted by Nitish Raj. कर्नाराम भील. किस्सा. पाकिस्तान. रंजना [रंजू भाटिया]. September 30, 2008 at 7:06 PM.
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POEM OF SOUL: January 2009
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 02 January, 2009. फिसले छलनी से. यह एहसास हुआ है. यूं ही इन दिनों, अचानक,. दुनिया कुछ दिनों में. बीसवीं सदी की केंचुली को. उतार फेंकने वाली है।. हर कोई बीसवीं सदी से. छुटकारा पाने को उतारु है,. जैसे,. कोई, अपने मैले-कुचले कपड़ो से।. मैं तो नहीं था तब. जब आई थी बीसवीं सदी,. कुछ लोग उठा लाए थे,. उन्नीसवीं सदी को साथ अपने. थे उनमें से कुछ. मीर भी देखो,. आपका अपना.
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POEM OF SOUL: October 2008
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 02 October, 2008. मेरे चमन को लगी ये किसकी नजर. मेरे चमन को लगी ये किसकी नजर,. किसने फैलाई दहशत की आग,. गुलशन मेरा खामोश कर दिया,. फैला के हर जगह, खौ़फ की हवा।. आज तड़के आए थे सब अपने,. पूछने मेरे दिल का हाल,. अपने ही लगे गुनहगार मुझे,. अपनों पर ही न किया ऐतबार।. ऐ खुदा, ऐ मौला, ऐ परवरदिगार मेरे,. कर सकूं खुद पर ऐतबार।. आपका अपना. नीतीश राज. Links to this post.
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POEM OF SOUL: May 2009
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 21 May, 2009. कहां फना होगया.।. कहां फना होगया.।. वो ढलती शामें. जब आती थी शबाब पर. तब होता था मिलना. हमारा-तुम्हारा।. कहां खो गया.।. वो ढलती रातें. जब होती थी उफान पर. वो छलकाना जाम. हमारा-तुम्हारा।. कहां गुम हो गया.।. लालिमा लिए आसमां. ढलती रात के साए में. तेरे आंगन में, होता था साथ. हमारा-तुम्हारा।. 8216;राज’ कहां फना हो गया. आपका अपना. नीतीश राज. Links to this post.
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EK KAHANI "BEHIND THE LINES": August 2008
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EK KAHANI "BEHIND THE LINES". कुछ घटना, कुछ हकीकत, कुछ दास्तां, कुछ कल्पना। यहां पर सब होगा, होंगी सबकी ख्वाहिशें पूरी। कुछ मेरी और कुछ तुम्हारी।. Friday, August 29, 2008. अपना एक अड्डा. जब से दिल्ली आया तब से ही रात. यहां पर आनंद विहार बस अड्डे के ठीक. देर रात खाने-पीने के अलावा ये जगह. ऐसा नहीं कि गाजियाबाद में ये सब जायज है. जारी है. आपका अपना. नीतीश राज. Posted by Nitish Raj. Drinkingआनंद विहार. खाना-पीना. Monday, August 25, 2008. वहां से. की वो चंद लाइनें - -. आपका अपना. नीतीश राज. कभी वहì...
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POEM OF SOUL: August 2008
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 30 August, 2008. ओ ऊपर वाले कर रहम. हर तरफ हाहाकार, चित्कार. भूख से तड़पते लोग,. खुद को बचाने की तड़प. अपनों को बचाने की जद्दोजहद,. पहले खुद को बचाएं या उनको. या सुनें अपने अंतरमन को,. हर तरफ है तड़प।. गुम हुईं बच्चों की किलकारी. उनके रोने से कांपता है दिल. पर अब तो वो रोते भी नहीं. सिसकियों में जो बदला रुदन. दूध भी नहीं उतर रहा. आंखें हैं. अब तो कर,. हम पर रहम।. हो...
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POEM OF SOUL: बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार-दशहरा
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मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।. यदि पसंद है तो हमसफर बनें. 28 September, 2009. बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार-दशहरा. दशहरा आप सभी के लिए मंगलमय हो।. आपका अपना. नीतीश राज. त्योहार. लंका.Dushera. September 28, 2009 at 7:58 AM. विजयादशमी की शुभकामनाएँ. राज भाटिय़ा. September 28, 2009 at 3:42 PM. आप को ओर आप के परिवार को विजयादशमी की शुभकामनांए. विनय ‘नज़र’. September 28, 2009 at 4:46 PM. September 19, 2011 at 12:33 PM. शुभ नव...