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’कागद’ राजस्थानी: August 2013
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. शुक्रवार, 9 अगस्त 2013. म्हे अर बै*. म्हे तो. बरसां खाई कोनीं. धाप'र रोटी. अर बै खाग्या. म्हारी बोटी-बोटी! घालता रैया बोट. बै छापता रैया नोट. म्हारै पल्लै आज. साल दर साल है. बोट ई बोट. अर बांरै पल्लै. अकरा अकरा नोट! प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 1 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: कविता. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: दूहा. म्हा&...बरसा...
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’कागद’ राजस्थानी: January 2012
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. शनिवार, 21 जनवरी 2012. एक कविता. बात री बात*. बात री कांईं बात. बात री कांईं बिसात. बात बात में. बात री बात चलै. बात बात में बात टळै. बाकी रैवै बात. बाकी बात सारु. फेर बात टुरै. बात फुरै. बात सारु बातेरी झुरै! बात हो जावै. बात रै जावै. बात बण जावै. बात ठण जावै. बात नै नट जावै. तो कोई बात सूं हट जावै. कोई बात डट जावै ।. बात कैवणी पड़ै. बात देवणी पड़ै. चुगलखोरां नै. बात लेवणी पड़ै. बात बिगड़ जावै. आगली बात. होठ...
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’कागद’ राजस्थानी: June 2013
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. शुक्रवार, 21 जून 2013. भाषा खातर- सतलड़ी*. अणबोल्या अब मरां कोनीँ ।. डरावणियां सूं डरां कोनीं ।. ले गै रैस्यां मात भाषा ।. पग तो पाछा करां कोनी ।।. भाषा खातर दिल्ली जास्यां।. खाली हाथां फुरां कोनीं ।।. झांसा देय टोरया म्हांनै ।. अब टोरो तो टुरां कोनीं ।।. भाषा अब देवणी पड़सी ।. सुक्कै झांसां पसरां कोनीँ ।।. भाषा आळी टाळो मांग ।. म्हे कोई मसखरा कोनीँ ।।. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. लेबल: दूहा. मघली जाई. म्ह&#...
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’कागद’ राजस्थानी: April 2012
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. रविवार, 29 अप्रैल 2012. संसद में राजस्थानी री गूंज. श्री अर्जुन राम जी मेघवाळ सा संसद में बोल्या है जका. ऐ दोन्यूं दूहा म्हारा लिख्योडा़ है -. रोटी बेटी आपणीं , भाषा अर बोवार ।. राजस्थानी है भाया , आडो क्यूं दरबार ॥. मायड़भाषा भली घणीं ,ज्यूं व्है मीठी खांड ।. परभाषा नै बोलता , जाबक दीखां भांड ॥. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. अब ताईं र...अब तí...
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’कागद’ राजस्थानी: January 2013
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. शनिवार, 26 जनवरी 2013. थार सप्तक. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: थार सप्तक. मधु जी री "गवाड़" रो लोकार्पण. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: समाचार. थार सप्तक. आप मुझे. टरकड़...
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’कागद’ राजस्थानी: October 2012
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. बुधवार, 31 अक्तूबर 2012. काको ल्यायो काकड़ी. काकी खा गी आम. काके ठोकी. डांग री. पीँपै रो. खुलग्यो ढक्कण. भाईड़ो दर्जी बुलाओ रे. गन्नै रो रस काढां! प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: घेसळा. डांखळो. लुगाई बोली टळो. चांद नै क्यूं तळो. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. लेबल: डांखळा. सरदी बोली. म्हार...कोई...
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’कागद’ राजस्थानी: October 2011
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011. बैबी हैप्पी कोलेज,हनुमानगढ़ जंक्शन खानीं सूं सम्मान. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: सम्मान. राजस्थानी लोक संस्थान,नोहर खानीं सूं सम्मान. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. लेबल: सम्मान. नई पोस्ट. के स&...
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’कागद’ राजस्थानी: May 2012
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. बुधवार, 30 मई 2012. कुचरणीं. देखो रे लोगो. दारु रो सोखीन हो. झिमली रो धणी. फूंफलो फंडो. नित री. ऐक सीसी सिरकावंतो. टळतो कोनीं. संडो होवै या मंडो. धणी लुगाई में होयगी. ईं बात पर राड़. झिमली मारयो डंडो. बो कूदग्यो डरतो बाड़. झिमली काढ़ी गाळ. मरयो कोनीं. साळो कुत्तो रंडो! बो अरड़ायो. देखो रै लोगो. आ आप तो मरै कोनीं. म्हारै मारै डंडो. थे ई बताओ स्याणों. ईयां तो आ ई होसी रांड. 0 टिप्पणियाँ. दस कुचरणीं. 2 जोड़ायत. थळी प...
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’कागद’ राजस्थानी: November 2012
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कागद राजस्थानी. 2405; ओम पुरोहित "कागद"-. हिंदी. राजस्थानी. 2405; कागद हो तो हर कोई बांचै. गुरुवार, 1 नवंबर 2012. पांच दूहा भिस्टवाड़ै रा. अन्ना बापड़ो ऐकलो , भिस्टड़ा है अणथाग ।. लाम्पो लेय लगाय दे, जनता आं रै आग ।1।. कुरसी बैठ कूड़ कथै, कुरसी छूट्यां सांच ।. कुरसी आं री खोसल्यो, साल न देवो पांच ।2।. करै दलाली निसरमा, जीत परा चुणाव ।. मूंघा बेचै कोयला , जेबां घालै भाव ।3।. राम रुखाळो देस रो, काटै नेता कान ।. प्रस्तुतकर्ता ओम पुरोहित'कागद'. 0 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. लेबल: दूहा. मास्टर री. मैं ...के ...
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