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संवेदना | कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की'कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की' (by राजेश 'आर्य')
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कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की' (by राजेश 'आर्य')
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संवेदना | कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की' | rajesharya.wordpress.com Reviews
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कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की' (by राजेश 'आर्य')
राजेश ‘आर्य’ | संवेदना
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क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. Author Archives: र ज श 'आर य'. About र ज श 'आर य'. समय चल और म भ उसक स थ-स थ अब प छ म ड़कर द खत ह , त लगत ह कह क छ प छ छ ट गय ह , ल क न क य? अपन ड यर टट लत ह , त उसम ध धल -ध धल स द खत ह प क त य म ग थ म र अत त उस अत त क क छ ख ग लकर ब हतर ज न क क श श ह यह ब ल ग. 8216;स रभ’ क ल ए. पत नह त म यह कव त. क य क म नह ज नत. क स ब त करत ह? यह स त अच छ ह ह ग. अब त म ह बत ओ-. एक ब बस – ल च र म क ग द उज ड़त ह ए? त र – त र करत ह ए? अपन प र तल र दत ह ए?
प्रेरणा वाणी | संवेदना
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क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. 8212;—————————————————————————————————————————————————————————————. 8211; व दम र त तप न ष ठ प ० श र र म शर म आच र य. एक उत तर द जव ब रद द कर. Enter your comment here. Fill in your details below or click an icon to log in:. ईम ल (आवश यक). Address never made public). न म (आवश यक). You are commenting using your WordPress.com account. ( Log Out. You are commenting using your Twitter account. ( Log Out. Notify me of new comments via email.
जोगी | संवेदना
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क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. सख क न म खत. ब ग य →. द न भर लड़त ह अपन शख स यत स ,. र त ह त ह भ ल ज त ह अपन ह च हर. म त खड़ थ ब हर, ड ल सपन प सख त पहर. त म क सत थ न अक सर म झ उन छ ट म ल क़ त म ,. म भ ब ठ थ वह , पहन ज ग क स हर. सचम च क ह म न , अल ल ह क इतन इब दत,. स न अज न स बह-श म, ह गय ख द भ बहर. 8211; ‘आर य’. ट प पण कर. Posted by र ज श 'आर य'. On नवम बर 5, 2014 in कव त. सख क न म खत. ब ग य →. एक उत तर द जव ब रद द कर. Enter your comment here. ईम ल (आवश यक). न म (आवश यक).
झुरमुट | संवेदना
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क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. एक द न क ड यर →. 8216;न द न ’. घर क ठ क प छव ड़ म. जह त म अक सर छ प ज य करत थ. ल क क -छ प प ख लत ह ए. और म जब भ ‘च र’ बनत थ. उस झ रम ट क प स. त म ह र प ठ क थप थप कर ब लत थ. 8216;धप प ‘. और त म ह र च हर पर एक म स क न त र ज त थ. पकड ज न पर भ. म कभ भ नह समझ प य ,. उस म स क न क मतलब. त मन भ त कभ समझ य नह. ल क न त मन कभ भ अपन. छ पन क स थ न नह बदल. हर ब र उस जगह. उस झ रम ट म. फ र प प क बदल ह गय. उस झ रम ट स. ल क न आज क ई म स क न नह थ. पत ह नह चल.
सखी के नाम खत | संवेदना
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क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. एक द न क ड यर. ज ग →. सख क न म खत. पत नह त म ह क स न म स ब ल ऊ. ज द खत ह शर र स. त म ह कभ द ख नह प ई. बस महस स भर क य ह. बह त द न स त म ह ल ख नह प य. समय ह नह म ल. ज़ न दग क भ ग – द ड़. घर-ब हर, द स त – म ह म. और आज ल ख रह ह. त स र फ र न – र न. क य क त म ह र प स शर र नह. यह त सब ख ल शर र क ह ह. शर र – स त र य प र ष? और इतन स ब त तय कर द त ह. क क सक भ ग य म क तन आ स ह. भ ड़ – भ ड़ म ह. त म ह ध य न रखन ह त ह. फ र पल भर क ल ए. और उनक प छ क च हर ,.
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' सर्जना ': December 2012
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. माँ, याद तुम्हारी आती है।. Posted by दीपक । Deepak. On सोमवार, 17 दिसंबर 2012. इस कमरे का एकाकीपन. तन्हा है ये मेरा मन. इस अंधियारे में तेरी याद. यादों के दीप जलाती है,. माँ, याद तुम्हारी आती है।. पास के छत पर माँ कोई. गोद के मुन्ने में खोई,. कोमल थपकी दे-देकर. जब लोरी कोई सुनाती है,. माँ, याद तुम्हारी आती है।. जब गर्म तवा छू जाता है. हाथ मेरा जल जाता है. या तेज धार की छूरी से. ऊंगली ही कट जाते है,. Links to this post. Essay on 'Cow...
' सर्जना ': कुछ ऐसा हुआ होगा
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. कुछ ऐसा हुआ होगा. Posted by rajesh ranjan. On गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011. जब उसने जाना कि. झाड़ियों के पीछे. अपनी-अपनी हड्डी चबाते. गोल-गोल घूम. अपनी पूँछ का पीछा करना ही ज़िन्दगी है. मेरी, तुम्हारी नजर में तब. एक दुःख उसे साल गया. दुःख कुछ ऐसा. जिसका साझा बनाना आसान नहीं होता. क्योंकि एक सिरफिरे को समझने के लिए समझ का न होना जरुरी है. कुछ ऐसा दुःख. जो जीने को लेकर है. जो हर उस चीज़ से है. सपने . . . और ऐसे में. नई पोस्ट. कवित...
' सर्जना ': October 2009
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. मेरा मैं. Posted by दीपक । Deepak. On शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009. मेरा मैं. है कहीं भीतर. खूब भीतर’. और परतें चढी जा रही हैं. चढ़ती जा रही हैं. दो बूँद खामोशी. सहेज रखी है मैंने. किसी बेशकीमती विरासत की तरह. जब आँखों को मूँदकर. छूता हूँ अपनी खामोशियों को. तो लगता है. कुछ मिल गया है खोया-सा. और परतों के भीतर. खूब भीतर. कुछ कहता है कुछ सुनता है. कहीं ज़िन्दा है. कहीं ज़िन्दा है. मेरा "मैं"।. राहुल कुमार. Links to this post.
' सर्जना ': June 2009
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. Posted by दीपक । Deepak. On शुक्रवार, 19 जून 2009. राजन प्रकाश. सर्जना २४वें अंक से). Links to this post. Labels: लघुकथा. तेरी आँखों की तरह. Posted by दीपक । Deepak. On सोमवार, 15 जून 2009. बात उन दिनों की है. जब सड़क बन रही थी. कच्चे काले कोलतार की,. और तुमने कहा था -. देख बिल्कुल काली हैं न. तेरी आँखों की तरह।. कोलतार से उठ रहे धुएँ. के बीच. एक दार्शनिक की तरह . कहा था मैंने -. उस सुदूर देहात तक,. Links to this post. जिस...
दीये का स्पष्टीकरण | आखिरी पथ...
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आख र पथ…. ज सक आग र ह नह …. मन क ब त…. Laquo; म करत रह अपन न क क श श…. द य क स पष ट करण. Posted अगस त 17, 2015 by स वप न श च ह न in Uncategorized. ट प पण कर. म सतत अपन स वभ व स जलत ह ,. म र ब त क य नह म नत …? म सच कह रह ह ऐ अ धक र! म सतत अपन स वभ व स जलत ह …. एक उत तर द जव ब रद द कर. Enter your comment here. Fill in your details below or click an icon to log in:. ईम ल (आवश यक). Address never made public). न म (आवश यक). You are commenting using your WordPress.com account. ( Log Out. द य क स पष ट करण.
' सर्जना ': मेरा मैं
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. मेरा मैं. Posted by दीपक । Deepak. On शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009. मेरा मैं. है कहीं भीतर. खूब भीतर’. और परतें चढी जा रही हैं. चढ़ती जा रही हैं. दो बूँद खामोशी. सहेज रखी है मैंने. किसी बेशकीमती विरासत की तरह. जब आँखों को मूँदकर. छूता हूँ अपनी खामोशियों को. तो लगता है. कुछ मिल गया है खोया-सा. और परतों के भीतर. खूब भीतर. कुछ कहता है कुछ सुनता है. कहीं ज़िन्दा है. कहीं ज़िन्दा है. मेरा "मैं"।. राहुल कुमार. Labels: कविता.
' सर्जना ': बोलते अक्षर
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. बोलते अक्षर. Posted by दीपक । Deepak. On शुक्रवार, 10 जुलाई 2009. जो क्षय नहीं होते. मानव की भांति. नहीं रोते. हो जाते हैं हृदय पर. पुकारते. हैं अपनी आवाज़ से. हाँ, अक्षर भी बोलते हैं. तुमने सुनी नहीं अब तक. शायद तुम पढ़ते-लिखते. रहे हो अक्षरों को,. जानते नहीं सच. बोलने वाले अक्षर. नए नहीं हैं. सदियों से वे सुना रहे हैं. दास्तान अपनी. शब्दों से भी बड़े हैं,. ये अक्षर जो जोड़ते हैं. कभी-कभी ज़िन्दगी. गाथाओं. को बुन. Essay on 'Cow' by...
' सर्जना ': माँ, याद तुम्हारी आती है।
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सर्जना '. भारत की 'भारती' को समर्पित. अलख : विसंवाद - अष्टम की स्मारिका. माँ, याद तुम्हारी आती है।. Posted by दीपक । Deepak. On सोमवार, 17 दिसंबर 2012. इस कमरे का एकाकीपन. तन्हा है ये मेरा मन. इस अंधियारे में तेरी याद. यादों के दीप जलाती है,. माँ, याद तुम्हारी आती है।. पास के छत पर माँ कोई. गोद के मुन्ने में खोई,. कोमल थपकी दे-देकर. जब लोरी कोई सुनाती है,. माँ, याद तुम्हारी आती है।. जब गर्म तवा छू जाता है. हाथ मेरा जल जाता है. या तेज धार की छूरी से. ऊंगली ही कट जाते है,. नई पोस्ट. श्रेणी. सदस्य...
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Issue of QuarterlyTDS certificate for June quarter for Govt. deductors. : 15/08/2015. Payment of DVAT TDS for the month of July : 15/08/2015. E-Payment of PF for July( Cheque to be cleared by 20th) : 15/08/2015. Return of TDS for Jun quarter in DVAT-48 : 17/08/2015. Payment of ESI of July : 21/08/2015. Payment of MVAT and WCT TDS for July : 21/08/2015. E-Payment of DVAT and CST Tax for July : 21/08/2015. Submission of MVAT Return for July. : 21/08/2015. Value Added Tax (VAT). 011 - 4655 8625, 4655 8675.
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Just another WordPress site. Nested menu with PHP’s RecursiveIteratorIterator. The Square Root of Three. Deploying symfony2 project with capifony at hostgator shared hosting(subdomain). Them ol’ Hello world! Nested menu with PHP’s RecursiveIteratorIterator. And implement something web developers always have to deal with, nested menus. As the name suggests, it is used to iterate through a recursive iterator. There are many recursive iterators provided in SPL like RecursiveArrayIterator. March 10, 2015.
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Enterprise and Business Consulting. Business Consulting aided with with integration of Information Technology and Appropriate Systems to achieve the following. TechnoCAD Consultancy Services (Estd. 1995) , a Systems Integration Company. Weboline Infotech , a Software Solutions Company. A Glimpse of our client network. Galvi Engineering Pvt. Ltd. (100% EOU to Galvi SpA, Italy).
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संवेदना | कोशिश मशीनी पड़ रहे मस्तिष्क में भावना-प्रवाह की'
क श श मश न पड रह मस त ष क म भ वन -प रव ह क '. अथ त ब रह मज ज ञ स. जब इन द र य समझन लग –. धड़कन क स वर. ह ठ स नन लग. मन द खन लग. और ह रदय थ रकन लग. जब भ द म ट ज ए –. स यम और मदह श क. जब आप उद स ल खन ब ठ ह ,. ह थ म ल खन पकड़कर,. और आप ह म स क र द. अपन ह प क त य पढ़कर. जब थक न कभ य तन,. और अक रण ह सत रह मन,. तब श यद वक़ त ह. यह स व क र करन क. बह त-बह त भ तर,. च तन – अच तन मन स पर. ट प पण कर. Posted by र ज श 'आर य'. On फ़रवर 14, 2015 in कव त. म झ उसक न म पत नह ,. य भ नह पत. एक अच छ न म त म ल ह ज त ह. बरतन स फ़ करन.
Rajesh Shah
Rajeshashah@gmail.com www.rajeshashah.com. Tuesday, July 26, 2011. EIM Table IF ROW BATCH NUM - SQL Server. When loading the EIM tables in Siebel use the logic below to populate the IF ROW BATCH NUM attribute. WHEN ROW NUMBER() OVER (ORDER BY ROW ID)%5000 = 0 AND. ROW NUMBER() OVER (ORDER BY ROW ID)%5000 = 5000. CEILING(ROW NUMBER() OVER (ORDER BY ROW ID)/5000 10000). ROW NUMBER() OVER (ORDER BY ROW ID). Replace the CASE statement above to DECODE. Thursday, February 10, 2011. Siebel Local DB :. Arithmeti...
दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View
दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View. Rajesh Asthana Blog's Snippet. मेरी डायरी. राष्ट्रीय जागरण. राष्ट्रीय जागरण : सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! प्रस्तुत है स्वामी विवेक. सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! प्रस्तुत है स्वामी विवेकानंद कुछ कुछ कविताएँ- साभार-जानकीपुल डॉट कॉम एवम प्रभात रंजन समाधि . Social Work,Writer and Blogger. राष्ट्रीय जागरण : यूपीएससी: 'सवाल सिर्फ़ हिंदी का नहीं है'. Social Work,Writer and Blogger. Social Work,Writer and Blogger. विश्व कप फुटबॉल के सेमी...Social Work,Writer and Blogger. कु...
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October 31, 2011. It is becoming clear that the Europeans will not get it together to save the Euro and avoid a major debt crisis. I guess we can hope that the. October 31, 2011. October 31, 2011. An oak tree in the garden. The roots of non-violence. Have already argued, the Occupy Movement is not about creating a list of demands for someone else to carry out. The systemic failings are many and creative, collective responses are what is needed more. October 31, 2011. Stand Up For America. Mr Chomsky’s en...
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