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हिन्द-युग्म Hindi Kavita: लज्ज़ते सहरा-नवर्दी दूरिये - मंजिल में है
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हिन्द-युग्म. बाल-उद्यान. हिन्दी-ख़बरें. चित्रावली. फटाफट (25 नई पोस्ट):. Sunday, November 30, 2008. लज्ज़ते सहरा-नवर्दी दूरिये - मंजिल में है. भगत सिंह विशेष'. की नवीं कड़ी. पिछली कड़ियाँ. ऐ शहीदे मुल्को-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार. आशिकों का आज जमघट कूच-ए-कातिल में है. क्या तमन्ना-ऐ- शहादत भी किसी के दिल में है (1). क्या तमन्ना-ऐ- शहादत भी किसी के दिल में है (2). देखना है ज़ोर कितना बाज़ू ए कातिल में है. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है. तरुण इटली ने'. वही लेख वही पृष्ट). पृष्ठ 261). 4 सभी प...
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गीत गुंजन: विविध लिंक
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Friday, February 16, 2007. Posted by Dr.jagdish vyom @ 5:41 AM. View my complete profile. प ० भव न प रस द म श र. ह नद क पल. प रम द ग र वर म च. श भम आर ट. ग इड स एव क उ सल ग. ड द न श पअठक शश. ड जगद श व य म. म क तक स गर. ह न द गगन. ह इक दर पण. स ह त य अक दम. ह इक क नन. नर मद त र. अभ व यक त. ह न द क स सर वश र ष ठ प र म कव त ए. 2325;विता. 2325;विता. 2346;्रतिक्रिया.
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मेरी कविताएँ: अप्रैल 2006
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मेरी कविताएँ. यह ब्लॉग शैलेश भारतवासी की कविताओं का संग्रह है. This blog comprises Hindi poetry written by Shailesh Bharatwasi. रविवार, 30 अप्रैल 2006. नर्क का सबूत. ढाई मीटर का था वो. कम से कम. जिंदा कहे जाने की हलचल. खो चुका था. घिरा था लाखों के बीच. अस्तित्व मिटा रहे थे. वे उसका. क्या दोष था उसका. यही कि? चला जा रहा था चुपचाप! पर जीने का यह कायदा नहीं है. आ गयें थे. भालें, बरछें, पत्थर और बन्दूक. लोगों की हाथों में. बरस पड़ा था उसपर. सेंध लगा गया था. कहते हैं कि. पाप की सज़ा. मर्दन से. कितना...
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मेरी कविताएँ: जनवरी 2007
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मेरी कविताएँ. यह ब्लॉग शैलेश भारतवासी की कविताओं का संग्रह है. This blog comprises Hindi poetry written by Shailesh Bharatwasi. सोमवार, 29 जनवरी 2007. विधाता बहुत कर्मजला है. रोज़ रात. माँ फ़ोन पर पूछती है-. खाना खा लिया? ये जानते हुये भी. कि मैं कैसे भूखा रह सकता हूँ! नौकरी है जब साथ में,. पर माँ से. कभी यह भी नहीं कह सका. कुछ आदमी जैसे जानवर. मेरे घर के चारदीवारी के बाहर. भि सोते हैं,. भूखे और नंगे।. उन्हें किसी अमीर घर की. रोटी भी मिल जाती है. या सड़ी हुयी दाल।. के लिए. इसलिए तो. राहों...ह्र...
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मेरी कविताएँ: डटे रहो (देशप्रेमियों और भाषाप्रेमियों के नाम)
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मेरी कविताएँ. यह ब्लॉग शैलेश भारतवासी की कविताओं का संग्रह है. This blog comprises Hindi poetry written by Shailesh Bharatwasi. सोमवार, 25 जून 2007. डटे रहो (देशप्रेमियों और भाषाप्रेमियों के नाम). तुम्हारी राष्ट्र-सेवा पर जब मुस्कुराने लगें लोग. तुम्हें तुम्हारा भविष्य दिखाकर डराने लगें लोग।।. तो मत घबराना, डटे रहना. उन्हें भी मत कुछ कहना. हर आक्षेप सहज ही सहना. ग्रेट वॉल की भाँति कभी न ढहना।. इनमें से कइयों ने तेरी तरह शुरुआत की थी. जब वे हथियार डाल दिए थे. शब्दार्थ-. ग्रेट वॉल-. आर्य मनु. वरना य&...
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मेरी कविताएँ: सितंबर 2006
http://merikavitayen.blogspot.com/2006_09_01_archive.html
मेरी कविताएँ. यह ब्लॉग शैलेश भारतवासी की कविताओं का संग्रह है. This blog comprises Hindi poetry written by Shailesh Bharatwasi. मंगलवार, 26 सितंबर 2006. प्रेम-पुष्प-२. प्रिये,. कभी देखा है तुमने. सूखते हुये घास. और मुरझाते हुये प्रभात को. कितने बेवस नज़र आते हैं वे. समझ लो वही हो गया हूँ आजकल. कहते हैं न- दीये में तेल डालते ही. उसके जलने की तमन्ना और बढ़ जाती है. मेरी भी आरज़ूयें बढ़ने लगी हैं. नहीं सोच पाता क्या होगा अंजाम. कब गिरेंगी दीवारें. कब बनेगा संगमरमरी ताजमहल. उस छोर तक. प्रिये,. कभी तì...
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हिन्द-युग्म Hindi Kavita: हिन्द-युग्म का वार्षिकोत्सव और विश्व पुस्तक मेला
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हिन्द-युग्म. बाल-उद्यान. हिन्दी-ख़बरें. चित्रावली. फटाफट (25 नई पोस्ट):. Monday, February 15, 2010. हिन्द-युग्म का वार्षिकोत्सव और विश्व पुस्तक मेला. सम्भावना डॉट कॉम' का विमोचन करते केदारनाथ सिंह, आनंद प्रकाश और शैलेश भारतवासी. कुल प्रसारण समय- 1 घंटा 37 मिनट । अपनी सुविधानुसार सुनने के लिए यहाँ से. डाउनलोड करें।. इंटरनेटीय समूह हिन्द-युग्म दिसम्बर 2008 से वार्षिकोत्सव. सम्भावना डॉट कॉम'. और रवीन्द्र शर्मा 'रवि'. अपने वक्तव्य में केदारनाथ सिंह ...ने 'कश्मीर'. कार्यक्रम की शु...कार्यक...मंच...
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हिन्द-युग्म Hindi Kavita: वार्षिकोत्सव 2010 की रौनकें
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हिन्द-युग्म. बाल-उद्यान. हिन्दी-ख़बरें. चित्रावली. फटाफट (25 नई पोस्ट):. Tuesday, March 15, 2011. वार्षिकोत्सव 2010 की रौनकें. सुशील कुमार की पुस्तक 'तुम्हारे शब्दों से अलग' का विमोचन करते अतिथिगण. प्रदर्शित फिल्म 'इट्स रिन्गिंग' का एक दृश्य'. यूनिकवि सम्मान ग्रहण करते कवि स्वप्निल तिवारी 'आतिश'. काव्यपाठ करते यूनिकवि कृष्णकांत. पॉवर प्वाइंट पर 'हिन्द-युग्म'. सम्मान ग्रहण करतीं श्रीमती रंजना भाटिया 'रंजू'. सम्मान ग्रहण करते सुजॉय चटर्जी. फटाफट अपनी राय देः. Anna Saheb Sangeet Samman. का कहना ...सफल आय...