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मैत्रेयी पुष्पा का खुला ख़त (अरविन्द केजरीवाल के नाम) | Maitreyi Pushpa's OpenLetter to Arvind Kejriwal|#Shabdankan
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साहित्यिक, सामाजिक ई-पत्रिका Shabdankan. मुखपृष्ठ. हिन्दुस्तानी. राजनीति. सम्पादकीय. व्यंग्य. कार्यक्रम. तस्वीरें. अरविन्द केजरीवाल. मैत्रेयी पुष्पा. मैत्रेयी पुष्पा का खुला ख़त (अरविन्द केजरीवाल के नाम) Maitreyi Pushpas OpenLetter to Arvind Kejriwal. मैत्रेयी पुष्पा का खुला ख़त (अरविन्द केजरीवाल के नाम) Maitreyi Pushpas OpenLetter to Arvind Kejriwal. Tuesday, March 18, 2014. अरविन्द केजरीवाल. मैत्रेयी पुष्पा. प्रिय अरविन्द ( केजरीवाल ). अरविन्द,. समझ में आया कि आज़ाद भार...Share on Google Plus. Bahut badhi...
कहानी - पैमाने: इंदिरा दाँगी | Kahani 'Paimane' by Indira Dangi|#Shabdankan
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साहित्यिक, सामाजिक ई-पत्रिका Shabdankan. मुखपृष्ठ. हिन्दुस्तानी. राजनीति. सम्पादकीय. व्यंग्य. कार्यक्रम. तस्वीरें. इंदिरा दाँगी. इंदिरा दांगी. कहानी - पैमाने: इंदिरा दाँगी Kahani 'Paimane' by Indira Dangi. कहानी - पैमाने: इंदिरा दाँगी Kahani 'Paimane' by Indira Dangi. Friday, March 27, 2015. इंदिरा दाँगी. इंदिरा दांगी. साहित्य! अब यहाँ का संसार भला कैसे इन अंधेरों से बचा रह सकता है? भरत तिवारी. कहानी - पैमाने. इंदिरा दाँगी. 8216;‘घर से? मेरे भतीजे के साले न ह...अब ज़रा दिखाईये ...मुख्य अत&...8216;R...
मन्नू भंडारी: कहानी - अकेली Manu Bhandari - Hindi Kahani - Akeli|#Shabdankan
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साहित्यिक, सामाजिक ई-पत्रिका Shabdankan. मुखपृष्ठ. हिन्दुस्तानी. राजनीति. सम्पादकीय. व्यंग्य. कार्यक्रम. तस्वीरें. मन्नू भंडारी. मन्नू भंडारी: कहानी - अकेली Manu Bhandari - Hindi Kahani - Akeli. मन्नू भंडारी: कहानी - अकेली Manu Bhandari - Hindi Kahani - Akeli. Monday, July 21, 2014. मन्नू भंडारी. अकेली (कहानी). मन्नू भंडारी. सोमा बुआ बुढ़िया है।. सोमा बुआ परित्यक्ता है।. सोमा बुआ अकेली है।. कहने लगे, ‘अम्माँ! तुमने लाज रख ली! 8221;अरे, रोती क्यों हो बुआ? सूखे पापड़ों को ...देवरजी को मर...यह काम त&...
फिल्म समीक्षा: बैंगिस्तान / जांनिशार | Movie Review: Bangistan / Jaanisaar | दिव्यचक्षु |#Shabdankan
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साहित्यिक, सामाजिक ई-पत्रिका Shabdankan. मुखपृष्ठ. हिन्दुस्तानी. राजनीति. सम्पादकीय. व्यंग्य. कार्यक्रम. तस्वीरें. जांनिशार. दिव्यचक्षु. फिल्म-समीक्षा. बैंगिस्तान. फिल्म समीक्षा: बैंगिस्तान / जांनिशार Movie Review: Bangistan / Jaanisaar दिव्यचक्षु. फिल्म समीक्षा: बैंगिस्तान / जांनिशार Movie Review: Bangistan / Jaanisaar दिव्यचक्षु. Tuesday, August 11, 2015. जांनिशार. दिव्यचक्षु. फिल्म-समीक्षा. बैंगिस्तान. ये कैसी कॉमेडी. बैंगिस्तान. निर्देशक. करण अंशुमान. जांनिशार. Share on Google Plus. साहित...चण्...
कविता: सारे रंगों वाली लड़की - भरत तिवारी | Sare Rangon Vali Ladki - Poems Bharat Tiwari (hindi kavita sangrah)|#Shabdankan
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साहित्यिक, सामाजिक ई-पत्रिका Shabdankan. मुखपृष्ठ. हिन्दुस्तानी. राजनीति. सम्पादकीय. व्यंग्य. कार्यक्रम. तस्वीरें. भरत तिवारी. कविता: सारे रंगों वाली लड़की - भरत तिवारी Sare Rangon Vali Ladki - Poems Bharat Tiwari (hindi kavita sangrah). कविता: सारे रंगों वाली लड़की - भरत तिवारी Sare Rangon Vali Ladki - Poems Bharat Tiwari (hindi kavita sangrah). Saturday, July 25, 2015. भरत तिवारी. सारे रंगों वाली लड़की. भरत तिवारी की कविताएं. सारे रंगों वाली लड़की (एक). कहां हो? सब दिख रहे हैं. कहां हो. देखते&#...स्म...
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करनी चापरकरन: February 2015
http://karnichaparkaran.blogspot.com/2015_02_01_archive.html
करनी चापरकरन. तुम अपने आपमें डूबे हुए चुपचाप - खड़े हो किताब में छपे पेड़ की तरह मौसम से बेखबर. मुख्यपृष्ठ. यह ब्लॉग. मैंने मैं शैली अपनाई. ख़त मेरा. ख़त तुम्हारा. सत्रह सितंबर: हर साल. चुरा लाया गया एक संवाद. एक पन्ना फ़ेसबुक. जनसत्ता में. गुम हो गए पते. फ़रवरी 28, 2015. कमरा जो छूट रहा है. आज हिंदुस्तान. वाले पेज का पीडीएफ़ का लिंक दे रहा हूँ। }. प्रस्तुतकर्ता. शचीन्द्र आर्य. 1 टिप्पणी:. इस संदेश के लिए लिंक. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. दराज़ के अन&...परि...
कविताएँ : September 2014
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कविताएँ. शनिवार, 13 सितंबर 2014. १३९ परिवर्तन. अब कोई बहस नहीं होगी,. न कोई अनदेखी, न अपमान. बात-बात पर रूठ जाना,. हर चीज़ में नुक्स निकालना,. गुस्सा करना, चिड़चिड़ाना,. किस्मत को कोसना,. बेवज़ह की ज़िद करना -. अब सब बदल गया है. मेरी रोज़-रोज़ की बदतमीज़ियाँ. अब बीते ज़माने की बात हो गई है. पहले जैसा कुछ भी नहीं रहा,. मेरा बेटा अब बच्चा नहीं रहा,. पिताजी, वह भी जवान हो गया है. प्रस्तुतकर्ता. 9 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. मुझे हर वक्त. हिन्द...वर्...
करनी चापरकरन: May 2015
http://karnichaparkaran.blogspot.com/2015_05_01_archive.html
करनी चापरकरन. तुम अपने आपमें डूबे हुए चुपचाप - खड़े हो किताब में छपे पेड़ की तरह मौसम से बेखबर. मुख्यपृष्ठ. यह ब्लॉग. मैंने मैं शैली अपनाई. ख़त मेरा. ख़त तुम्हारा. सत्रह सितंबर: हर साल. चुरा लाया गया एक संवाद. एक पन्ना फ़ेसबुक. जनसत्ता में. गुम हो गए पते. मई 24, 2015. हमारी मौसी का मर जाना. जनसत्ता में. समांतर,. शीर्षक: मौसी की याद. प्रस्तुतकर्ता. शचीन्द्र आर्य. कोई टिप्पणी नहीं:. इस संदेश के लिए लिंक. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. घर की बात. बहराइच से. तस्...
भरत ...: 2/1/13 - 3/1/13
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मेरी पसन्द. नवभारत टाइम्स. सब कुछ एक साथ. 4 टिप्पणियां:. परिंदा बन रहा हूँ. परों पर कोपलें. उग रही हैं. सुना है. सात आकाश बनाये हैं. मुझे आठवां देखना है. और तुम जिस आकाश से देखते हो. उसमें तुम्हे. देख लेता हूँ. खिड़की का पर्दा हटा कर. This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivs 3.0 Unported License. इस संदेश के लिए लिंक. बड़े दिन पर खिला है गुल bade din par khila hai gul. 5 टिप्पणियां:. इस संदेश के लिए लिंक. है पता उसको hai pata usko. This work is licensed under a ...
भरत ...: 6/1/13 - 7/1/13
http://www.tiwari.me/2013_06_01_archive.html
मेरी पसन्द. नवभारत टाइम्स. सब कुछ एक साथ. ले गया वो चैन बिस्तर का गया जब ghazal ग़ज़ल غزل. 1 टिप्पणी:. ले गया वो चैन बिस्तर का गया जब. फूल रहते थे जहाँ काँटे वहां अब. काश के ये जाँ निकल जाए बदन से. करवटें बदलीं न जाती ए खुदा अब. हर तरफ़ है शान और पहचान उसकी. सच सुना है के मुहब्बत मे मिले रब. ख़्वाब पर पाबंदियां लगती नहीं हैं. जाना मैंने साथ उसके मैं रहा जब. दर्द ए दिल का उस से है नाता पुराना. धडकनें बढ़ने लगीं लो आ गयी शब. चूम कर तस्वीर सीने से लगा ली. Le gaya vo chain bistar ka gaya jab. دھڑکنیں بڑھنے ...
Bharat Tiwari
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We Blog, Therefore We Are. Blogs from New Delhi. शब द कन Shabdankan. Http:/ www.shabdankan.com/. Http:/ www.tiwari.me. LENS: Might look small. Http:/ dastakaar.wordpress.com. Http:/ news7777777.wordpress.com/. What I design Interior. Bharat Tiwari's latest posts on IndiVine. ध न र च आत ह तब ह झ रख ड खबर म आत ह — र जद प सरद स ई. Posted 1 week ago under Social. रज़ क अन त — अश क व जप य. Posted 1 week ago under Entertainment. Does art create a people? Posted 1 week ago under Entertainment. Rajendra Yadav - K...
कविताएँ : June 2015
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कविताएँ. शुक्रवार, 19 जून 2015. १७४ गौरैया. खुली खिड़की के पल्ले पर. आज फिर आ बैठी है गौरैया,. चूं-चूं , चीं-चीं से. उठा रखा है घर सिर पर. गर्म हवाएं घुस रही हैं,. झुलस रहा है कमरा,. पर खुली रहने दो खिड़की,. खामोश रहने दो ए.सी. को,. कहीं उड़ न जाय. पल्ले पर बैठी गौरैय्या. अबके जो उड़ी. तो शायद फिर न सुने. उसकी चूं-चूं , चीं-चीं ,. अबके जो उड़ी. तो शायद फिर कभी. दिखाई न दे गौरैय्या. प्रस्तुतकर्ता. 13 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. प्लेटफ...पैस...
कविताएँ : April 2014
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कविताएँ. रविवार, 20 अप्रैल 2014. जितना तुम्हें दिखता है,. आकाश सिर्फ़ उतना ही नहीं है. आकाश तो बहुत विशाल है,. बहुत सुन्दर,विविधता से भरा,. वह कभी कहीं नहीं जाता,. हमेशा वहीँ रहता है,. बस तरह-तरह के रंग दिखाता है,. कभी नीला,कभी लाल,कभी सफ़ेद. और कभी-कभार इन्द्र-धनुषी. कभी उसपर सितारे बिखर जाते हैं,. कभी चाँद निकल आता है,. कभी सूरज चमक उठता है,. कभी बादल छा जाते हैं. मैं सच कह रहा हूँ,. आकाश वास्तव में ऐसा ही है,. कभी दीवारों से बाहर निकलो,. प्रस्तुतकर्ता. 12 टिप्पणियां:. १२२ पेड़ पथिक से. किसी ...इसकी...
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इंटरनेट पर अपनी पहचान हिंदी में बनाइये - शब्दनगरी , shabdanagari
शब दनगर ब ल ग. प सवर ड य द रख य. नय अक उ ट बन इय. यद आप प सवर ड भ ल गए ह? शब दनगर ब ल ग. इ टरन ट पर. अपन पहच न ह द. आज ह प र र भ कर. क पय अपन न म प रव ष ट क ज य. यह ईम ल शब दनगर म पहल स ह उपलब ध ह. क पय अपन ईम ल प रव ष ट क ज य. आपन गलत ईम ल प रव ष ट कर य ह. नय प सवर ड. आपक प सवर ड ६ अ क स ज य द ह न च ह ए. रज स टर कर. फ र ह अद-. नव न रचन य. 17 अगस त 2015. 17 अगस त 2015. ख श रखन म श क ल ह? 16 अगस त 2015. न र पर क प र इट. सत श म त तल. 16 अगस त 2015. र म श ओमर. 16 अगस त 2015. 16 अगस त 2015. ल कप र य रचन य.
Shabnam's Adventures | A Bellydancers Life
2012 My Shimmy Shaking Year in Review. December 25, 2012 — shabdance. My goodness has it been a year ago since my last post? They say years go by faster as you get older and I always thought that was nonsense, but it’s beginning to feel like this is really is true! Every year goes by faster and faster and I’m learning to savor each moment and find beauty in the simple things. I am grateful for the radiant whirlwind of 2012 and I’m looking forward to the next year ahead! 12The launch of new website. With ...
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शब्दांच्या दुनियेत
शब्दांच्या दुनियेत. पुस्तक परिचय. कविता/विडंबन. मंगळवार, जून ०७, २०११. मी : हॅलो. समोरुन एक लाडिक आवाज). सः हॅलो सर, मी लोकमत मधुन बोलतेय. आईला, ओssss म्हणजे आमच्या मातोश्रींना लोकमत सखी मंच चे बक्षीस वैगेरे लागले का काय? मागे काकूला अशीच चटई मिळाली होती.). सः हॅलोs. मी: (भानावर येत) हां बोला. सः सर तुमच्या घरचा लोकमत अशात बंद केला आहे? सः सर एक मिनिट होल्ड करा, मी आमच्या साहेबांकडे फोन देते. तेवढ्यात समोरुन,. वि: सर कारण सांगु शकता? मी: सर्व प्रथम बातम्यांचì...वि: तुम्ही स...यानंतर म&...नक्...
SHABDआंजलि
Skip to main content. Feel your passion, Write your emotion! Subscribe to this blog. April 15, 2017. In the bowl of beautiful future. I hid poison of truth with sweets,. I wasnt a liar nor I wanted to lose you. So I tried this innocent trick;. But then came that unwanted day. When you dug deep to take out it,. You swallowed it trusting me again. As I helplessly saw you dying;. I ran across asking and begging. But fell eventually to doctor of life,. He warned me that I might lose you. April 14, 2017.
शब्दांजलि
शब्दांजलि. Wednesday, June 15, 2016. 2340;ेरी रहमतों में शामिल एक ये भी अदा है. 2348;िन मांगे ही तूने मुझे सब कुछ दिया है. Links to this post. Tuesday, August 2, 2011. ले के आज तेरा नाम. हमने हाथ उठा दिया. माँगा कुछ तेरी वफ़ा. और कुछ तेरी बेवफाई के नाम. Links to this post. Monday, August 1, 2011. एक ख़ूबसूरत रात हो. और प्यार की बरसात हो. ज़िन्दगी का साथ हो. और तू मेरे पास हो. हाथों में ये हाथ हो. ऐसी हंसी मुलाकात हो. की आँखों से बात हो. जैसे मेरे हैं सनम. Links to this post. Sunday, July 31, 2011.
शब्दांकन #Shabdankan
मुखपृष्ठ. कथा-कहानी. उपन्यास अंश. व्यंग्य. बहीखाता. सम्पादकीय. पत्रिकाएं. इवेंट्स. समीक्षाएं. सम्मान-आदि. रेडियो. विडियो. मन्नू भंडारी: कहानी - अकेली Manu Bhandari - Hindi Kahani - Akeli. ठंडा गोश्त -सआदत हसन मंटो Thanda Gosht - Saadat Hasan Manto. कहानी - पैमाने: इंदिरा दाँगी Kahani 'Paimane' by Indira Dangi. कहानी: क्लॉड इथरली मुक्तिबोध Muktibodh ki kahani 'Claude Eatherly'. रंडागिरी - कहानी: विभा रानी : Hindi Kahani Randagiri by Vibha Rani. इधर बीच. . . Posted By: Bharat Tiwari - 8/11/2015 08:07:00 am.
Little Bits of Life
Little Bits of Life. Sunday, 31 May 2015. श्री गणेशाय नम:. श्री गणेशाय नम:. This is my first post here. Feeling happy to start posting on blogger. Hope, everyone will enjoy whoever visit me, so be in touch. Be happy and keep smiling always! Labels: सुरुवात. Subscribe to: Posts (Atom). श्री गणेशाय नम:. श्री गणेशाय नम: This is my first post here. Feeling happy to start posting on blogger. Hope, everyone will enjoy who. सुरुवात. श्री गणेशाय नम:. श्री गणेशाय नम:. सुरुवात.
शब्दांकित | माझ्या दृष्टीने विचारांचे ३ प्रकार पडतात. व्यक्त, अव्यक्त आणि शब्दातीत. अशा विचारांना शब्दांकित करण्याचा हा प्रयत्न!
म झ य द ष ट न व च र च ३ प रक र पडत त. व यक त, अव यक त आण शब द त त. अश व च र न शब द क त करण य च ह प रयत न! ब ल गबद दल. घनव य क ळ – १. घनव य क ळ. स पद म ह ळग -आडकर ११/१७/१०. आज सक ळ ब ह र ध -ध (नवऱ य च य भ ष त र पच क) प ऊस पडत ह त . gas वरच आल य च चह , प च म न ट प वस त भ ज न य म हण न स गत ह त . ड क य त कव त ह त ग र सच! घनव य क ळ – १. 8220;आज क ठ न आल य म ह य स ग नलल? समद द स ग ल , दमक भ ग वल न ई. आन इथल प र तर मल ह क न द य यल ल गल . त य त न ह य प ऊस! 8220;प ऊस भ धर न र ह ल य… म ब ज ऊ क त कड? आत त ख ल ल तर ...
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शब्दांकित प्रतिभा
मुखपृष्ठ. संकेतस्थळ. आमच्याविषयी. महात्मा फुले! महात्मा फुले! शेणा दगडात. फुले तुझा मळा. लावुनिया लळा. दलितांना ॥. तुझ्या दारी फुले. माणसाचे झाड. मुक्ता केला आड. तृषार्तांना ॥. दीन-दुबळ्यांचा. तुला कळवळा. समतेचा मळा. लावियेला ॥. सत्याचा शोधक. दलितांचा वाली. परि तुझ्या भाळी. छळ आला ॥. फुलविले आधी. सावित्रीचे रोप. झाले आदि रूप. स्त्री मुक्तिचे ॥. केला मुळारंभ. मुळाक्षरे मूळ. वाढवले बळ. स्त्री-शक्तीचे ॥. पांढर्या कपाळा. दिलास तू हात. झाला धर्मत्यात. अनाथांचा ॥. दुर्बलाला बळ. घेतलास भार. वदलास ॥. पै&#...
Ajara Shabdanova | Photographer | Want Rental Studio Bishkek
शब्दां वाचून | पूर्वी शब्दावाचून कळायचे, आता शब्दांना वाचून जाणून घ्या!!!
प र व शब द व च न कळ यच , आत शब द न व च न ज ण न घ य! ज ल 18, 2015. The multitude of stars in the sky above. Covering the skin of Uranus like dust of diamonds. And the thin piece of wood separating. Me from the castles of Poseidon. And there is my tiny little entity standing. In the confluence of these titans. Waves taking me up and then bringing me down. And singing a sweet lullaby that keeps me wide awake. In the beaming moonlight i can see. The waves smiling beneath the thick froth. That salt I can taste.
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