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! कौशल !: December 2014
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. मंगलवार, 30 दिसंबर 2014. यही कामना हों प्रफुल्लित आओ मनाएं हर क्षण को HAPPY NEW YEAR -2015. अमरावती सी अर्णवनेमी पुलकित करती है मन मन को ,. अरुणाभ रवि उदित हुए हैं खड़े सभी हैं हम वंदन को . अलबेली ये शीत लहर है संग तुहिन को लेकर आये ,. मिलजुल कर जब किया अलाव गर्मी आई अर्दली बन ,. शालिनी कौशिक. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. कायरता ह&#...झुल...
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! कौशल !: July 2015
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. बुधवार, 29 जुलाई 2015. जितनी देखी दुनिया सबकी दुल्हन देखी ताले में'. कविवर गोपाल दास ' नीरज. ने कहा है -. जितनी देखी दुनिया सबकी दुल्हन देखी ताले में. कोई कैद पड़ा मस्जिद में ,कोई बंद शिवाले में ,. किसको अपना हाथ थमा दूं किसको अपना मन दे दूँ ,. ताते ये चाकी भली ,पीस खाए संसार .'. कहीं भजन बजता है -. शालिनी कौशिक. यह तभी संभव ह...कोई...
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! कौशल !: February 2015
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015. अकेलापन पुरुष का :ज्यादा घातक. शालिनी कौशिक. प्रस्तुतकर्ता. 3 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: अकेलापन पुरुष का :ज्यादा घातक. प्रतिक्रियाएँ:. गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015. शालिनी कौशिक. लेबल: my poem. आखिर कब...
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! कौशल !: January 2015
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. शनिवार, 31 जनवरी 2015. क्या राहुल सोनिया के कहने पर कुँए में कूदेंगी जयंती? नईम अहमद ' नईम ' ने कहा है -. हथेली जल रही है फिर भी हिम्मत कर रहा हूँ मैं ,. हवाओं से चिरागों की हिफाज़त कर रहा हूँ मैं .'. आग उगलते हुए सूरज से बगावत की है ,. शालिनी कौशिक. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! लेबल: jyanti natrajan. 8220;During ...
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! कौशल !: October 2014
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. शुक्रवार, 31 अक्तूबर 2014. तेरहवीं'. तेरहवीं'. पैसे में तेरहवीं आदि कर दी जाएगी . शालिनी कौशिक. Http:/ shalinikaushik2.blogspot.com. प्रस्तुतकर्ता. 2 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: short story by shalini kaushik. इस संदेश...प्र...
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! कौशल !: May 2015
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. शुक्रवार, 29 मई 2015. खादिम है तेरा खाविंद ,क्यूँ सिर चढ़े पड़ी हो . क्यूँ खामखाह में ख़ाला,खारिश किये पड़ी हो ,. खादिम है तेरा खाविंद ,क्यूँ सिर चढ़े पड़ी हो . 8230;………………………. ख़ातून की खातिर जो ,खामोश हर घड़ी में ,. खब्ती हो इस तरह से ,ये लट्ठ लिए पड़ी हो . शालिनी कौशिक. प्रस्तुतकर्ता. 5 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. NEW DELHI: To describe o...
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! कौशल !: May 2014
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मन चाहे खुश हो या दुखी कुछ कहता ज़रूर है.दुःख बाँटने से कम होता है और सुख बाँटने से बढ़ता है तो क्यों ना मन की बात आपसे बांटू . मुखपृष्ठ. समाचार पत्रों में ' कौशल '. शनिवार, 31 मई 2014. मेक-अप से बिगाड़ करती महिलाएं. कवि शायर कह कह कर मर गए-. इस सादगी पे कौन न मर जाये ए-खुदा,'. न कजरे की धार,न मोतियों के हार,. न कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुन्दर हो,तुम कितनी सुन्दर हो.'. इस सादगी पे कौन मर जाये ए खुदा .'. गागर छलका करती सागर नहीं छलकते देखे,. शालिनी कौशिक. प्रस्तुतकर्ता. बुधवार, 28 मई 2014. Pinterest पर...
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कोलाहल से दूर: July 2015
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अगर आपको भी तलाश है रिश्तों की खोई नदी की तो. मुखपृष्ठ. हिंदी साहित्य पहेली. कविताकोश! राजस्व प्रशासन. कविता कोश योगदानकर्ता मंच. बुधवार, 15 जुलाई 2015. देवता के सामने तडफती मछली .(समीक्षा). मैं आजीवन तुम्हारे साथ खडा रहूंगा'. ऐक और उदाहरण देखें-. प्रस्तुतकर्ता. डॉ0 अशोक कुमार शुक्ल. कोई टिप्पणी नहीं:. इस संदेश के लिए लिंक. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: आलेख. समीक्षा. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. पर्वतीय कî...23 जì...
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