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pt. vyom krishna shastri: stotra
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अथ गरुड़ गोविन्द स्तोत्र. एकदा सुखमासीनम गर्गाचार्य मुनीश्वरम बहुलाश्वः परिपपच्छः सर्व शास्त्र विशारदम १. श्रीमद गरुड़ गोविन्द स्तोत्रं कथयामे प्रभो एतब्दी ज्ञान मात्रेण भुक्ति मुक्ति प्रजायते २. गर्गोवाच-. श्रणु राजन प्रवक्ष्यामि गुह्यादी गुह्यतरं परम एतब्दी ज्ञान मात्रेण सर्व सिद्धि प्रजायते ३. गरुड़ स्कंध समारुड भक्तवत्सल! ते नमः लक्ष्मी गरुड़ सम्पन्नः श्यामसुन्दर ते नमः ७. श्रीमद गरुड़ गोविन्दः संसार भय नाशनः धर्मार्थ क...ध्यानं गरुड़ गोविन्दस्य सदा ...श्रीमद गरुड़गोविनî...गोविन्द! नमोस्त...वृन...
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pt. vyom krishna shastri: November 2010
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Friday, November 19, 2010. Posted by pt.vyomkrishnashastri. Subscribe to: Posts (Atom). ॐ भूर्भुवः स्वः तत्पुरुषाय विद्महे गरुड़ गोविन्दाय धीमहि तन्नो गोविन्द प्रचोदयात.
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pt. vyom krishna shastri: garud govind ji
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गरुड़ गोविन्द मंदिर. ब्रिज भगवान् श्री कृष्ण की लीला स्थली है। यहाँ भगवान् श्री कृष्ण ने. अनेक रूप धारण कर अनेक विभिन्न लीलाएं की। भगवान् श्री कृष्ण. के वे सभी लीला विग्रह ब्रिज मंडल में विभिन्न स्वरूपों. में आज भी विराजमान हैं।. छटीकरा के पास 'षडंग वन' में विराजमान श्री गरुड़ गोविन्द जी. ब्रिज के ऐसे ही प्राचीनतम श्री विग्रह हैं, जिनकी प्रतिष्ठापना. लगभग ५००० वर्ष पूर्व श्री कृष्ण भगवान् के परपौत्र. हो जाती है।. जाता है।. गरुड़ गोविन्द स्वरूप. दैत्य 'महिशाशुर' हुआ थì...फैलाया। उ...पिता ब...उपा...
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pt. vyom krishna shastri: bhajans mp3
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नाम संकीर्तनं यस्य सर्वपापप्रणाशनम् ।. प्रणामो दुःखशमनस्तं नमामि हरिं परम् ॥. 9834;♫ ♪♫ Stuti, Stotras, Aarti and Chalisa. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Shrimad Bhagvad Geeta. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Bhaiya Krishan Das. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Vinod Aggarwal Ji. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Radhe Krishna. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Ramayan Manka 108 - Sarita Joshi. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Jagadguru Kripaluji. 9834;♫ ♪♫. 9834;♫ ♪♫ Jagjit Singh. 9834;♫ ♪♫.
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pt. vyom krishna shastri: wallpapers
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pt. vyom krishna shastri: bhajans
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कोई न भावे मोहि कृष्ण बिन कोई न भावे मोय. जब ते श्याम भयौ है अपनौ,सब जग बैरी होय. मैं तौ बन गयी कृष्ण की रोगन,वैद्य मिले ना कोय. ऐसो रोग लग्यो है मोहे ,न जागूँ न सोय. भूल गयी मैं जग को खुद को,श्याम में गयी मैं खोय. व्योम' ये रोग तबही छूटे,जब वैद्य सांवरा होय. गरुड़ गोविन्द चरण सुखदाई. नील कमल इव परम मनोहर,सुन्दर कोमलताई. भक्तन प्रीति रहत उर द्रण तौ ,भवसागर छुटि जाई. इन्हहि निरखि भव बन्ध कटत हैं,निश्चय यः मन लाई. गरुड़ गोविन्द जू परम कृपाल. व्योमकृष्ण'. कहे तोड़ घटो को, पड...रे मन अब गरुड&#...गरु...
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pt. vyom krishna shastri: Braj Yatra
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ब्रज शब्द का व्युत्पत्तिगत अर्थ है :-. व्रज:- अर्थात 'व' से ब्रह्म और शेष रह गया 'रज' यानि यहाँ ब्रह्म ही रज के रुप में व्याप्त हैं ।. ब्रजति गच्छति इति ब्रजः' - जो चलता फिरता है वही ब्रज है ।. अहो भाग्यम्! इंद्र स्तुति करते हैं कि 'हे भगवन् श्री बलराम और श्रीकृष्ण! जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि ।. गोपी कहती हैं,'मेरा वह पीढ़ा (पाटला) ले आओ ।". तुझे क्या हो गया? क्या कुछ चोट लग गई? लाला को एकबार मन में यह विचार आया कि ल...वे क्यों मुक्ति...और इतना सोच कर वे अपन...वैकु...
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pt. vyom krishna shastri: kaal sarp yoga
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कालसर्प योग. जन्मकूण्डली से खोज. स्थितियां. जब कालसर्प योग में राहु के साथ शुक्र की युति हो तो जातक को संतान संबंधी ग्रह बाधा होती है।. जब लग्न व लग्नेश पीड़ित हो, तब भी जातक शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान रहता है।. जब राहु के साथ बृहस्पति की युति हो तब जातक को तरह-तरह के अनिष्टों का सामना करना पड़ता है।. जब दशम भाव का नवांशेश मंगल/राहु या शनि से युति करे तब संबंधित जातक को हमेशा ...जब दशम भाव का नवांश स्वामी राहु या केतु से य&...जब राहु व मंगल के बीच षडाष्टक स&#...जब राहु छठे भाव...जब राहु व...जब बì...
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