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विचार: Dr.Mamta Sharan: साल भर के महत्वपूर्ण दिवस
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Sunday, March 1, 2015. DrMamta Sharan: साल भर के महत्वपूर्ण दिवस. DrMamta Sharan: साल भर के महत्वपूर्ण दिवस. जनवरी महीनेँ के महत्वपूर्ण दिवस 1 जनवरी = सेना चिकित्सा कोर स्थापना दिवस, नया साल दिवस, विश्व शांति दिवस, विश्व परिवार दिवस. टिप्पणियों का मतलब विचार। अपने विचार जरूर दीजिए।. Subscribe to: Post Comments (Atom). मुद्दे और मिजाज. व्यक्तित्व विकास. भविष्य की चिंताएं. मेरी कविताएं. पत्रकारिता. सकारात्मक सोच. स्वतंत्रता सेनानी. हेडिंग. जल प्रबंधन. काउंटडाउन. Indian Railway G...
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विचार: October 2012
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Sunday, October 28, 2012. खबर वह जो खबरदार करे. आइए लेते हैं खबरों की खबर - २. तो साहब, बात हो रही थी खबरों की। जब भी आप खबरों की बात करेंगे तो सबसे बड़ा सवाल यही आकर आपके सामने खड़ा हो जाएगा कि आखिर खबर क्या है? तो सवाल है कि खबर क्या है? क्या उस दौरान किसी बड़े आंदोलन की कोई पूर्व घोषणा तो नहीं है? कहीं किसी चुनाव की कोई शेड्यूलिंग तो नहीं है? Subscribe to: Posts (Atom). मुद्दे और मिजाज. व्यक्तित्व विकास. भविष्य की चिंताएं. मेरी कविताएं. पत्रकारिता. हेडिंग. Indian Airlines -...
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विचार: November 2012
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Friday, November 23, 2012. एक राज लौटते हुए. राज है कि पथिक घर आया, ठहरा और एक सर्द अफसाने के साथ भोर के धुएं में जर्द हो गया।. राज है कि रात जो काली थी, डूबी थी अंधेरे की गर्त में, उसकी सुबह हो गई, दमक गई, चमक गई।. राज है कि न उसने कुछ बोला, न पथिक ने, मगर रात भर बातें होती रहीं, सुबह तो दोनों थक गए।. राज है कि एक गर्मी आई थी, टकराई थी और उफ-आह के साथ चिपक गई थी दरवाजे से।. कैसे, राज है, है न राज? Monday, November 12, 2012. जरा दीये जलाना. एक बाती. ओ साथी. एक बाती. बनार...
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विचार: December 2012
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Monday, December 31, 2012. आओ हे अधुनातन, रो रहा है कण-कण. मुबारक हो . फिर आया नया साल . नया आकाश हो . नया विहान . नई आकांक्षा . नया वितान . जो बीत गया. जो छूट गया . एक अर्पण, एक तर्पण. ना गुंजन, ना सृजन. रो रहा है कण-कण. अंधेरा घना, लहू से सना. प्रत्यंचा तना, हंसना मना. रो रहा है कण-कण . बच्ची ने सच्ची कर दी. जान की कच्ची कर दी. इज्जत कुर्बान कर के. आन को सान दिया. जाओ हे पुरातन. तुम जल्दी जाओ. आओ हे अधुनातन. तुम जल्दी आओ. रो रहा है कण-कण. Subscribe to: Posts (Atom). Mahindra...
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विचार: December 2015
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Saturday, December 12, 2015. काशी में आपका स्वागत है मोदी-शिंजो. मोदी-शिंजो के स्वागत में लगाए गए होर्डिंग्स।. Subscribe to: Posts (Atom). मुद्दे और मिजाज. व्यक्तित्व विकास. भविष्य की चिंताएं. मेरी कविताएं. पत्रकारिता. सकारात्मक सोच. स्वतंत्रता सेनानी. हीन भावना से उबरें. हेडिंग. जल प्रबंधन. नो कनिंगनेस. साहित्यकार. कलम के जादूगर. काउंटडाउन. मुजफ्फरपुर. मुबारक हो नया साल. यौन आदतें. रामवृक्ष बेनीपुरी. वाराणसी. आपकी कमजोरियां. इलाहाबाद. कैलेंडर. गुलाम अली. ट्रबल शूटर. Indian Ra...
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विचार: June 2013
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Saturday, June 22, 2013. और यूं बदल जाती है खबर. आइए लेते हैं खबरों की खबर - ४. आइए, इसे एक उदाहरण के साथ समझते हैं।. उन्होंने बताया - बीएचयू प्रशासन ने रैगिंग रोकने के लिए नई नीति बनाई है। पूछा गया - क्या? उन्होंने बताया - उसे विश्वविद्यालय से निकाला भी जा सकता है।. आइए, आगे समझते हैं।. प्राथमिक सूचना के साथ जो बहस चली, उसका पहला सवाल था - ये क्या नीति है भई? Sunday, June 2, 2013. आइए लेते हैं खबरों की खबर - 3. Subscribe to: Posts (Atom). पत्रकारिता. हेडिंग. भारत जì...
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विचार: February 2014
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Wednesday, February 26, 2014. खबर हार्ड तो हेडिंग साफ्ट - 2. खबरों की जान हैं शीर्षक -3. आइए लेते हैं खबरों की खबर - 7. सवाल है कि हत्या, लूट और बलात्कार जैसी घटनाओं की हेडिंग साफ्ट कैसे की जाए? क्या लगाएं? अपना सवाल फिर वही है।. खून खराबे वाली हार्ड खबर की हेडिंग साफ्ट कैसे बने? अपना सवाल तो फिर वही है। उस दिनदहाड़े खून की साफ्ट हेडिंग क्या हो? Thursday, February 20, 2014. खबर हार्ड तो हेडिंग साफ्ट. खबरों की जान हैं शीर्षक - 2. सोचिए, क्या यह संव...मुझे लगता...अब एक सवा...
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विचार: July 2011
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Monday, July 18, 2011. आइए लेते हैं खबरों की खबर. सवाल उठता है शुरू कहां से करूं? इस बहाने नगर प्रशासन की किस लापरवाही का पर्दाफाश कर पाते हैं। यदि यह सब कर लिया तो कुत्ते का काटना भी खबर है और बड़ी खबर है।. Subscribe to: Posts (Atom). मुद्दे और मिजाज. व्यक्तित्व विकास. भविष्य की चिंताएं. मेरी कविताएं. पत्रकारिता. सकारात्मक सोच. स्वतंत्रता सेनानी. हीन भावना से उबरें. हेडिंग. जल प्रबंधन. नो कनिंगनेस. साहित्यकार. कलम के जादूगर. काउंटडाउन. मुजफ्फरपुर. यौन आदतें. Indian Railway Ge...
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विचार: November 2014
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पढ़ें, समझें, तब स्वीकारें. Sunday, November 16, 2014. खबर साफ्ट तो हेडिंग हार्ड - 2. खबरों की जान है शीर्षक - 6. आइए लेते हैं खबरों की खबर - 10. उदाहरण दो -. इसलिए कि नालों पर निश्चित रूप से इसके पहले भी खबरें छप चुकी होंगी, फोटो छप चुके होंगे।. जवाब भी तय था नगर निगम, उसके मुलाजिम। अगला सवाल था आखिर नगर निगम सफाई क्यों नहीं करता? क्या लापरवाही है? हां, लूट पैसों की लूट। पैसों की लूट? उदाहरण तीन -. क्या था जो समय के बदलते नहीं बदला? Thursday, November 13, 2014. जवाब - नहीं, महकमे...रिपोर...मुब...