swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2009-05-31
http://swayambara.blogspot.com/2009_05_31_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Wednesday, June 3, 2009. दहेज़- बापू का dar. बडकी की अम्मा! मुंह मीठा कर,. ब्याह तय हो गया. लड़केवाले ने. मोटरसाईकल , रंगीन टीवी, फ्रिज, दस भर सोना. और कुल जमा. पांच लाख' रुपये के लिए कहा है. अब सोच मत. इंतजाम हो जाएगा. हाँ री,. मैंने घर को. गिरवी रख दिया है ,. न होगा तो बेच देंगे,. अरे क्या रखा है इसमें. याद है पिछली बरसात? पहली बारिश में ही. हमारे इस कमरे की. पूरी छत बरस पड़ी थी. क़र्ज़ के लिए. सुन तो,. अब तो,. अरे, डर मत! हमने तो. बिह&#...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2008-02-10
http://swayambara.blogspot.com/2008_02_10_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Saturday, February 16, 2008. तुम कहा हो. क्या हुआ है पता नहीं ,. ज़िन्दगी कहाँ बही चली जा रही है पता नहीं ,. बस अब यही पता है. नहीं रही वो पहले सी दुनिया ,. नहीं है पहले से दोस्त ,. नहीं हो तुम और नहीं है हम ।. स्वयम्बरा. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). लिखिए अपनी भाषा में. बाढ़ की तबाही. डोली में बिठाई के कहार. दिल्ली प्रवास का पहला अनुभव. एक उपेक्षित धरोहर! आरा हाऊस( वीर कुंवर सिंह स...तुम कहा हो. स्वयम्बरा. गाने...उम्...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2008-09-07
http://swayambara.blogspot.com/2008_09_07_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Thursday, September 11, 2008. मीडिया का महाप्रलय. विश्व विज्ञानियों. स्वयम्बरा. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). लिखिए अपनी भाषा में. बाढ़ की तबाही. डोली में बिठाई के कहार. दिल्ली प्रवास का पहला अनुभव. एक उपेक्षित धरोहर! आरा हाऊस( वीर कुंवर सिंह संग्रहालय), आरा, बिहार कुछ इमारतें जन क्राæ...मीडिया का महाप्रलय. आप हमारे साथ है. There was an error in this gadget. ये मै हूँ :) :) :). स्वयम्बरा. View my complete profile.
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2012-02-12
http://swayambara.blogspot.com/2012_02_12_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Saturday, February 18, 2012. कहा गए ये बहुरूपिये? बहुरुपिया! याद आया? यही मौसम हुआ करता था न! फाग का! इनका स्वांग? इनसे मिलने वाली ख़ुशी? कहा गए ये बहुरूपिये? Http:/ www.bhaskar.com/article/BIH-where-are-the-freaking-2885640.html. स्वयम्बरा. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). लिखिए अपनी भाषा में. बाढ़ की तबाही. डोली में बिठाई के कहार. दिल्ली प्रवास का पहला अनुभव. एक उपेक्षित धरोहर! आरा हाऊस( वीर कुंवर स...स्वयम्बरा. दिल्...उम्...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2008-10-05
http://swayambara.blogspot.com/2008_10_05_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Saturday, October 11, 2008. एक धमाका. एक धमाका,. और बदल गया कितना कुछ. हँसते मुस्कुराते चेहरों की जगह. बिखर गए यहाँ-वहां खून से सने अंग. अब पसरा है हर ओर. सन्नाटा. जिसे तोड़ती है. दूर कही से आती, रोने की आवाजें. इस धमाके ने हमें. इस कदर किया है खौफजदा. कि डर लगता है. किसी गरीब की मैली-कुचैली पोटली से भी. जिन्हें फूटपाथ पर रख देने की. उनकी होती है मजबूरी. एक धमाके ने. जाने कितने रिश्तो में. भर दिया है आतंक. पर देखो तो. स्वयम्बरा. लगता नह...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2012-07-22
http://swayambara.blogspot.com/2012_07_22_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Friday, July 27, 2012. डायन' : एक स्त्री की चीख! बच्चों. तक भी पहुची और हमारी. तौर पर परिष्कृत (? लोगो का था ! पर इससे ये कतई न सोचे कि बिहार में ही ऐसी अमानवीय प्रथाएं हैं. ये बेशर्मी. क्या ये आंकडे चौकाने के लिए काफी नहीं कि मात्र एक अन्धविश्वास के कारण इतनी हत्याएं कर दी. जिम्मेदारी कम नहीं हो जाती . स्वयम्बरा. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). लिखिए अपनी भाषा में. बाढ़ की तबाही. लगता नहीं, ये जहा&#...आरा हाऊस( व...160;ड...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2011-11-13
http://swayambara.blogspot.com/2011_11_13_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Friday, November 18, 2011. डोली में बिठाई के कहार. ललकारा : हौसला बढ़ाने के लिए कहारों द्वारा बोले जाते समवेत स्वर]. स्वयम्बरा. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). लिखिए अपनी भाषा में. बाढ़ की तबाही. डोली में बिठाई के कहार. दिल्ली प्रवास का पहला अनुभव. लगता नहीं, ये जहाँ मेरा है जलती-बुझती, चमकीली रोशनियों से चो...एक उपेक्षित धरोहर! आरा हाऊस( वीर कुंवर सिंह संग्रहालय), आ...आप हमारे साथ है. There was an error in this gadget. द...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2012-03-11
http://swayambara.blogspot.com/2012_03_11_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Thursday, March 15, 2012. ज्ञान्ति : जिन्दगी अब भी 'खूबसूरत' है. पर यह सबकुछ जितना आसान, खूबसूरत, सुकून से भरा दिखता है उतना है नहीं.जानते है क्यूँ? जनाब, वो. एक विधवा. भी . ईश्वर ने. खूबसूरती भी. और एक दिन 'पति' का 'अपनी मां' से झगडा हुवा.उसने जहर खा लिया और मर गया. समाज विकृत इशारे करता है.प्रलोभन देता है .आरोप भी लगाता है . ज्ञान्ति. अनदेखा करती है कभी गालिओं. बौछार कर देती है. दृढ़ता बढती ही जाती है . स्वयम्बरा. Links to this post. बिह&...
swayambara.blogspot.com
मैं और मेरी दुनिया: 2008-08-24
http://swayambara.blogspot.com/2008_08_24_archive.html
मैं और मेरी दुनिया. एक मुसाफिर के सफ़र जैसी है सबकी दुनिया. Friday, August 29, 2008. छनिकाएं -भूख की. भूख 'से बिलबिलाते. सोती रही 'मानवता '. प्रेम' की जगह. लिख दो 'भूख '. लैला-मजनू. अब पैदा नही होते. आदमी 'भूखा 'है. वो नोचता है दूसरों को. उन्हें मार देने तक. स्वयम्बरा. Links to this post. Thursday, August 28, 2008. बाढ़ की तबाही. ये बाढ़ हर साल हमारे लिए बर्बादी की सौगात लाता है. स्वयम्बरा. Links to this post. Monday, August 25, 2008. तू विधु शीतल कोमल-कोमल,. जलता है हरदम हर-हर पल. Links to this post.
dilenadan.blogspot.com
दिल-ए-नादाँ: October 2011
http://dilenadan.blogspot.com/2011_10_01_archive.html
दिल-ए-नादाँ. बैंक में नही था बैलेंस घर में नही है आटा उस पर भी कर दिया है अब नौकरी को टाटा दिल ऐ नादाँ तुझे हुआ क्या है.(बकौल राजकुमार केसवानी). जो कमजोर हैं वो मारे जाएंगे (उदय प्रकाश का साक्षात्कार ). के आग्रह व सुझाव पर इसे एक बार फिर जैसे का तैसा पोस्ट कर रहा हूं। हालांकि यह अपने आप में संपादित है।. क्या आपको लगता है कि बतौर रचनाकार आपके लिए चुनौती उत्तरोत्तर कठिन हुई है? Posted by संदीप कुमार. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). वक्त गुजर रहा है. अजीत की कलम. जो कमज&#...