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चित्र गैलरी: पंजाब कला साहित्य अकादमी
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चित्र गैलरी. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. हाइकु कविताएँ. Monday, May 30, 2011. पंजाब कला साहित्य अकादमी. Posted by त्रिलोक सिंह ठकुरेला. Labels: पंजाब कला साहित्य अकादमी. Subscribe to: Post Comments (Atom). कविताएँ. पंजाब कला साहित्य अकादमी. त्रिलोक सिंह ठकुरेला. View my complete profile.
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बाल कविताएँ: ऐसा वर दो
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बाल कविताएँ. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. Friday, June 10, 2011. ऐसा वर दो. भगवन् हमको ऐसा वर दो ।. जग के सारे सदगुण भर दो ।।. हम फूलों जैसे मुस्कायें. सब पर प्रेम-सुगंध लुटायें. हम पर-हित कर खुशी मनायें. ऐसे भाव हृदय में भर दो ।. भगवन् हमको ऐसा वर दो ।।. दीपक बनें, लड़े हम तम से. ज्योतिर्मय हो यह जग हम से. कभी न हम घबरायें गम से. तन-मन सबल हमारे कर दो ।. भगवन् हमको ऐसा वर दो ।।. सत्य मार्ग पर बढ़ते जायें. सब मिलकर जीवन-फल पायें. Labels: ऐसा वर दो. ऐसा वर दो.
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चित्र गैलरी: सम्मान फोटो
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चित्र गैलरी. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. हाइकु कविताएँ. Monday, May 30, 2011. सम्मान फोटो. Posted by त्रिलोक सिंह ठकुरेला. Subscribe to: Post Comments (Atom). कविताएँ. पंजाब कला साहित्य अकादमी. त्रिलोक सिंह ठकुरेला. View my complete profile.
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चित्र गैलरी: PHOTO
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चित्र गैलरी. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. हाइकु कविताएँ. Wednesday, November 30, 2011. Posted by त्रिलोक सिंह ठकुरेला. Subscribe to: Post Comments (Atom). कविताएँ. पंजाब कला साहित्य अकादमी. त्रिलोक सिंह ठकुरेला. View my complete profile.
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बाल कविताएँ: सीख
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बाल कविताएँ. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. Saturday, July 2, 2011. वर्षा आई, बंदर भीगा,. लगा काँपने थर थर थर ।. बयां घोंसले से यूं बोली . भैया क्यों न बनाते घर ।।. गुस्से में भर बंदर कूदा,. पास घोंसले के आया ।. तार तार कर दिया घोंसला. बड़े जोर से चिल्लाया ।।. बेघर की हो भीगी चिड़िया,. दे बन्दर को सीख भली ।. मूरख को भी क्या समझाना,. यही सोच लाचार चली ।।. सीख उसे दो जो समझे भी,. जिसे जरूरत हो भरपूर ।. नादानों से दूरी अच्छी,. सदा कहावत है मशहूर ।।. July 7, 2011 at 9:54 PM.
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हाइकु कविताएँ: हाइकु कविताएँ
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हाइकु कविताएँ. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. Saturday, May 28, 2011. हाइकु कविताएँ. वही है बुद्ध. जीत लिया जिसने. जीवन युद्ध! शिखरों तक. किसको पहुँचाया. बैसाखियों ने! इच्छाएँ तट. ज़िन्दगी एक नदी. आशा की नाव! यह संसार. उसका ही जिसने. बाँटा है प्यार! वही है सार. कर्म भूमि केवल. यह संसार! संसार ऐसा. जैसा तुम बोओगे. उगेगा वैसा! प्रेम लुटाओ. गोल है यह पृथ्वी. वापस पाओ! ठूँठ हो रही. खुशहाल ज़िन्दगी. पेड़ खोकर! पूछती रही. मानवता का पता. व्याकुल नदी! किसने सुनी. धूप सहते.
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चित्र गैलरी: PHOTO
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चित्र गैलरी. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. हाइकु कविताएँ. Wednesday, November 30, 2011. Posted by त्रिलोक सिंह ठकुरेला. Subscribe to: Post Comments (Atom). कविताएँ. पंजाब कला साहित्य अकादमी. त्रिलोक सिंह ठकुरेला. View my complete profile.
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चित्र गैलरी: पंजाब कला साहित्य अकादमी
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चित्र गैलरी. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. हाइकु कविताएँ. Monday, May 30, 2011. पंजाब कला साहित्य अकादमी. Posted by त्रिलोक सिंह ठकुरेला. Labels: पंजाब कला साहित्य अकादमी. Subscribe to: Post Comments (Atom). कविताएँ. पंजाब कला साहित्य अकादमी. त्रिलोक सिंह ठकुरेला. View my complete profile.
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बाल कविताएँ: जागरण
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बाल कविताएँ. कविताएँ. चित्र गैलरी. नया सवेरा. बाल कविताएँ. लघुकथाएँ. Saturday, July 2, 2011. उठो सुबह, सूरज से पहले,. नित्य कर्म से निवृत हो लो ।. नित्य नहाओ ठण्डे जल से,. पढ़ने बैठो, पुस्तक खोलो ।।. करो नाश्ता, कपडे़ बदलो,. सही समय जाओ स्कूल ।. करो पढ़ाई खूब लगा मन,. इसमें करो न बिल्कुल भूल ।।. खेलो खेल शाम को प्रतिदिन. तन और मन होंगे बलवान।. ठीक समय से खाना खाओ,. फिर से पढ़ो, बढ़ाओ ज्ञान।।. द्वार प्रगति के खुल जायेंगे ,. करो हौंसला, लगन लगाओ।. बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ ।।. Subscribe to: Post Comments (Atom).