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*: October 2009
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Monday, October 19, 2009. आज खबर है - कल दीवाली थी. कुछ फुसफुसाहटें सी सुनाई तो दी थी यहाँ! कुछ रौशनी सी भी हुई थी इस खामोश कोने में. आज खबर है - कल दीवाली थी , गुज़र गयी! Friday, October 16, 2009. शुभकामनायें *. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें. Monday, October 12, 2009. तेरह अक्टूबर .किशोर की याद में. ! एक कुर्सी खींच कर उल्टी. बैठा था. कुछ ही देर पहले. वो एक कबूतर. टूटी प्याली में चोंच मारता. पलकें झपकाता. गाता मुस्कुराता. नाचता नचाता . उड़ गया अचानक. और कुछ इधर उधर. क...
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*: November 2011
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Thursday, November 10, 2011. Subscribe to: Posts (Atom). सागर के कूल किनारे. कुछ लम्हे - सीमा गुप्ता. Dil or dharkta kiyon hai .Seema Gupta .Vineet Pandit. शेष फिर. कुछ मेरी कलम से - रंजना भाटिया. सुनो ज़िन्दगी! वर्तिका नंदा -मीडिया स्कूल -. Concealed Carry Gun Safety Courses Made For Civilians. आँख की किरकिरी - नीलिमा. हरकीरत हकीर. मेरा सागर - प्रीती. Aaj Jane ki Zid Na karo' in Auckland. मनोज त्रिवेदी. चरण स्पर्श. अपने बारे में? ख़ुद की पहचान? अभी कहाँ हुई ! View my complete profile.
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*: " फिर दिखा वो आइना ...."
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Sunday, February 14, 2010. फिर दिखा वो आइना .". चंद कतरे ज़िंदगी की ओस के, होंठों पे रख. मैं खुश हुआ था,. फिर किसी उम्मीद के अहसास ने आकर के यूँ. मुझको छुआ था! एक पल में उड़ चले थे , सोच के पर जाने कहाँ,. सच मेरी लाचार हालत का भी मुझको झूठ सा. लगने लगा था! कि अचानक दिख गयी तस्वीर वो जो थी हकीकत,. फिर दिखा वो आइना किरचें समेटे ज्यों का त्यों. टूटा हुआ था! अब वही सूखे से कतरे आँख में फिर तिर रहें हैं. भीगते तो अश्क बन कर बह भी जाते,. रंजना [रंजू भाटिया]. February 14, 2010 at 2:58 AM. March 8, 2010 at 12:43 AM.
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*: "मैं मगर हारा नहीं हूँ...."
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Saturday, February 6, 2010. मैं मगर हारा नहीं हूँ.". थक गया हूँ मैं भले ही. मैं मगर हारा नहीं हूँ. वक़्त हो कितना भी कातिल. वक़्त का मारा नहीं हूँ! दीप मेरा आँधियों में लड़खड़ाता ही सही. पर जल रहा है. हौसला बोझिल हुआ सा डगमगाता ही सही. पर चल रहा है! रौशनी की लकीरें कुछ दिखें या न सही ,. घबरा के दम को घोंट लूं , मैं वो अँधियारा नहीं हूँ. थक गया हूँ मैं भले ही, मैं मगर हारा नहीं हूँ! नाव मेरी इस भंवर में फस चुकी हो भले. डूबी नहीं है. सूखी नहीं है! नीरज गोस्वामी. February 6, 2010 at 4:41 AM. ज्वार...इस पî...
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Thursday, November 10, 2011. डॉ॰ मोनिका शर्मा. November 17, 2011 at 4:57 PM. Subscribe to: Post Comments (Atom). सागर के कूल किनारे. कुछ लम्हे - सीमा गुप्ता. शेष फिर. कुछ मेरी कलम से - रंजना भाटिया. सुनो ज़िन्दगी! आँख की किरकिरी - नीलिमा. हरकीरत हकीर. मेरा सागर - प्रीती. Aaj Jane ki Zid Na karo' in Auckland. मनोज त्रिवेदी. चरण स्पर्श. वर्तिका नंदा -मीडिया स्कूल -. Concealed Carry Gun Safety Courses Made For Civilians. अपने बारे में? ख़ुद की पहचान? अभी कहाँ हुई ! View my complete profile.
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*: December 2008
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Tuesday, December 30, 2008. नववर्ष की शुभ कामनाएं ". समक्रमिकता से समस्वरता . होती विस्तृत चेतनता ;. पुष्पित कुसुमित होता अवचेतन. धूम्राच्छादित परिवेश से परे. अलमस्त कुछ सागर की तरह ;. स्तनित नर्तन , अतिवर्तन. औ' जीवंतता ,. स्वर नियंता का. चरैवेति .चरैवेति! है लक्ष्य से भी महत्वपूर्ण. गंतव्य -. यात्रा की निरंतरता! चलती रहे यात्रा! सद्य : स्नात नवप्रभात ज्योतिर्मय हो! Subscribe to: Posts (Atom). सागर के कूल किनारे. कुछ लम्हे - सीमा गुप्ता. Dil or dharkta kiyon hai .Seema Gupta .Vineet Pandit.
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JUGALBANDI | जुगलबंदी: Dedicated to MF Hushain: Khamoshiyon ke darmiyan Hushain aur main
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कला और साहित्य. कला नुमाइश. कला महोत्सव. कला-बातचीत/समीक्षा. कवितायें. जुगलबंदी. पुस्तक-रिलीज/समीक्षा. प्रोग्राम-संगोष्ठी. सम्पादकीय. Dedicated to MF Hushain: Khamoshiyon ke darmiyan Hushain aur main. Dedicated to MF Hushain: Khamoshiyon ke darmiyan Hushain aur main. Posted by विजेंद्र एस विज. Vijendra S Vij विज. ईमेल अपडेट. Sign up to receive breaking news. As well as receive other site updates! जुगलबंदी, JUGALBANDI. कहाँ से आये बदरा. नव वर्ष हर्ष नव जीवन उत्कर्ष नव. Creative Mind Awards 2013. इ तनì...
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*: आज खबर है - कल दीवाली थी....
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Monday, October 19, 2009. आज खबर है - कल दीवाली थी. कुछ फुसफुसाहटें सी सुनाई तो दी थी यहाँ! कुछ रौशनी सी भी हुई थी इस खामोश कोने में. आज खबर है - कल दीवाली थी , गुज़र गयी! Subscribe to: Post Comments (Atom). सागर के कूल किनारे. कुछ लम्हे - सीमा गुप्ता. Dil or dharkta kiyon hai .Seema Gupta .Vineet Pandit. शेष फिर. कुछ मेरी कलम से - रंजना भाटिया. सुनो ज़िन्दगी! वर्तिका नंदा -मीडिया स्कूल -. Concealed Carry Gun Safety Courses Made For Civilians. हरकीरत हकीर. Aaj Jane ki Zid Na karo' in Auckland.
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लिंकित मन: January 2008
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लिंकित मन. ब्लॉगों से संबंधित शोधपरक विचारों के लिए एक खुली चौपाल. Wednesday, January 9, 2008. हिंदी ब्लागिंग के भड़ास काल के बाद के बारे में आपने सोचा है? हिंदी ब्लागिंग के भड़ास काल के बाद के बारे में आपने सोचा है? ब्लागिंग का भड़ास काल. आइए कुछ उदाहरणों पर बात करें. ब्लागर पोजीशन लें, लाइन-लेंथ तय करें. सवाल है कि इससे क्या होगा? ब्लाग आधुनिकतम मीडिया माध्यम. हिंदी ब्लागिंग से बनेंगी नई सक्सेस स्टोरीज. Tuesday, January 8, 2008. उद्धत हो रहा था. लेकिन परिस्थिति. सॉफ्टवेयर दिख&...फिर लौ...तेज...
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बेदखल की डायरी: We all shit, we all pee but never talk about it - 2
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Sunday, 28 March 2010. We all shit, we all pee but never talk about it - 2. आप लोगों को घड़ी देखकर टॉयलेट आती है क्या. कइयों ने कहा, हां और कइयों ने स्वीकारा कि दिन में जाने का जोर आए तो दबा देते हैं।. नहीं, नहीं, वो जेठजी बैठे हैं।. सब बैठे रहते हैं वहां पर, सबको पता चल जाएगा कि हम कहां जा रहे हैं।. अरे तो चलने दो न पता, कौन सा तुम अभिसार पर जा रही हो।. अभिसार मतलब।. 8216;अभिसार मतलब. तुम बिलकुल बेशर्म हो।. नहीं यार, अच्छा नहीं लगता।. नहीं, हम तो. समाप्त।. पहली कड़ी -. एक बहुत जरूरी...इस मì...
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