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यशोधरा के गीत: चाँदनी
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, October 6, 2012. चाँदनी. यशोधरा यादव यशो. रात सपने में सिरहाने आन बैठी चाँदनी. श्वेत पर धारण किए, चुपचाप बैठी चाँदनी. मन हुआ मैँ पूछ बैठी, क्या हुआ ए चाँदनी. आज अन्तःवेदना को, आ छुओ ए चाँदनी ।. व्योम से उतरी धरा पर, चाँद के उर से छिटकती. प्रेम का आलोक भरती, रश्मियाँ भू पर बिखरती. मैं तुम्हारी छाँव में कुछ पल ठहरना चाहती हूँ. आज तेरे साथ जग फैलाव देना चाहती हूँ. ताड़कर दुख दर्द गम इक, शबनमी बिखराव दो. आ रुपहली रात ने, लिख&#...शब्द रत्ना...आज अन...
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यशोधरा के गीत: राष्ट्रमण्डल
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. राष्ट्रमण्डल. यशोधरा यादव "यशो". राष्ट्रमण्डल खेल का देश बना मेजवान. सुनके मन हर्षा गया, बढ़े देश की शान. बढ़े देश की शान, शान पर आन मिटेंगे. जनता को क्या पता कि नेता बैंक भरेंगे. कहे यशो वक्तव्य बाँट कर भरा कमण्डल. हमको प्रश्न अनेक दे गया राष्ट्रमण्डल।. यशोधरा यादव "यशो". Labels: कविताएँ. कुण्डलियाँ. Subscribe to: Post Comments (Atom). मेरी कविताएँ. अहसास का दरिया. आओ यदुकुल सूर्य. कविताएँ. कुण्डलियाँ. चाँदनी. View my complete profile.
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यशोधरा के गीत: ढाई आखर
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. यशोधरा यादव "यशो". ढाई आखर प्रेम का बिकता है बाजार. लोक काम के दाम से करते हैं व्यापार. करत हैं व्यापार बनाया खेल तमाशा. कहीं बन गया जाम, कहीं पर बना समौसा. कहे "यशो" वक्तव्य हवा पश्चिम की आकर. मुन्नी झण्डू बाम बनी, भूली ढाई आखर. यशोधरा यादव "यशो". Labels: कविताएँ. कुण्डलियाँ. Subscribe to: Post Comments (Atom). मेरी कविताएँ. अहसास का दरिया. आओ यदुकुल सूर्य. कवि की वाणी कवि के गीत. कविताएँ. कुण्डलियाँ. चाँदनी. View my complete profile.
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यशोधरा के गीत: मुझको सुख मिलता है
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Monday, February 25, 2013. मुझको सुख मिलता है. यशोधरा यादव यशो. मैं नन्हें पौधों को सींचूँ, मुझको सुख मिलता है. जग की सकल वेदना पीलूँ, मुझको सुख मिलता है।. नन्हें पौधों में जीवन की आस भरी होती है. अभिलाषा की नई चमक की चाह नई होती है. उनकी नन्हीं अभिलाषा को मैं सम्बल दे दूँ तो. नेही-नीर पिलाकर उनको मैं अभिभूत करूँ तो. बज उठती है मन की सरगम हृदय द्वार खुलता है. तेज धूप में गरम सड़क पर नंगे पाँव न चलना. यशोधरा यादव यशो. Labels: कविताएँ. April 15, 2013 at 7:18 AM.
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यशोधरा के गीत: जिन्दगी चलती चुपचाप
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. जिन्दगी चलती चुपचाप. यशोधरा यादव "यशो". शाम की हर रश्मि खुद ढलती रही चुपचाप,. वक्त से मिल जिन्दगी चलती चुपचाप।. लालिमा का हास आ इठला गया कुछ देर,. एक मायूसी मगर पलती रही चुपचाप।. हो गया मन को सकारे शाम का अहसास,. कोई पीड़ा जिन्दगी छलती रही चुपचाप।. कर गया आगाह दिल को एक झोका आ,. एक लौ पर अनवरत जलती रही चुपचाप।. हो गया धूमिल गगन में धूप का साया,. वक्त का तूफान आ झकझोर भी जाता,. यशोधरा यादव "यशो". Labels: कविताएँ. चाँदनी.
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यशोधरा के गीत: पथ
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. यशोधरा यादव "यशो". दूरगामी पथ अपरिचित,. पर कदम रुकते नहीं. मुक्त अहसासों के पंथी. बन्ध में बंधते नहीं।. रेस के घोड़े-सी सरपट,. जिन्दगी की दौड़ में. आपके दामन से कोई,. ख्वाब क्यों सजते नहीं।. भाव का मैं शब्द हूँ,. जो अर्थ का पैगाम है,. प्यार सम्वेदित ह्रदय में,. छलकपट रुकते नहीं।. याद की बुढ़िया सिरहाने,. सूत-सा बुनती रही,. इक नवेली आस के,. बढ़तो कदम रुकते नहीं।. एक अच्छी सी कहानी,. और सकरी सी गली,. आज इतराने लगी,. यादव दर्पण.
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यशोधरा के गीत: आओ यदुकुल सूर्य
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. आओ यदुकुल सूर्य. यशोधरा यादव "यशो". कर्म पर लग गया, अधिकार का पहरा,. आओ यदुकुल सूर्य फिर से, टेरती तुमको धरा,. क्षुद्र अन्तर्द्वन्द्व कैसा, बँध गया हर श्वास में,. घात ही लगने लगा अब, प्यार के विश्वास में।. आ जगत डँसने लगी हैं, भ्रष्टता की व्यालियाँ,. तोड़ डाली हैं घ्रणा ने, म्रदुलता की डालियाँ,. सत्य के संदर्भ में है, झूठ का कचरा,. भटकते नैपथ्य में अब, भावना के प्राण,. यशोधरा यादव "यशो". Labels: आओ यदुकुल सूर्य. चाँदनी. प्रि...
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यशोधरा के गीत: भाव जगत का सार
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. भाव जगत का सार. यशोधरा यादव "यशो". भाव जगत का सार है शब्द रूप का मूल. भाव बिना कब रह सका, मन हिय के अनुकूल. मन हिय के अनुकूल, भाव ही प्रेम घृणा है. भाव बिना ये जीवन केवल मृगतृष्णा है. कहे "यशो" वक्तव्य हुआ है जब से प्रेम अभाव. तब से धुँधले हो गये, सच्चे मन के भाव।. यशोधरा यादव "यशो". Labels: कविताएँ. कुण्डलियाँ. February 5, 2013 at 3:51 AM. बहुत सुन्दर भाव. Subscribe to: Post Comments (Atom). मेरी कविताएँ. कविताएँ.
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यशोधरा के गीत: कोलाहल
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गतिविधियाँ. फोटो गैलरी. यशोधरा की कविताएँ. Saturday, August 25, 2012. यशोधरा यादव "यशो". कोलाहल के शहर में कैसा है कोहराम. क्षण भर को हटता नहीं, चौराहे का जाम. चौराहे का जाम, लगे सबको रौंदेगा. इन काली सड़कों पर, कौन किसे देखेगा. कहे "यशो" वक्तव्य गाँव की सोंधी कल-कल. वह मृगछौनी छोड़ जिए शहरी कोलाहल।. यशोधरा यादव "यशो". Labels: कविताएँ. कुण्डलियाँ. Subscribe to: Post Comments (Atom). मेरी कविताएँ. अहसास का दरिया. आओ यदुकुल सूर्य. कवि की वाणी कवि के गीत. कविताएँ. कुण्डलियाँ. चाँदनी. View my complete profile.