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जनशब्द: August 2012
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शहंशाह आलम की दो ताज़ा कविताएँ. बरसात में सबकुछ बहुतकुछ. धुल रहा था धीरे-धीरे. धुल रहा था जैसे अतीत. धुल रही थी जैसे आत्मा बेचैन. धुल रहा था जैसे. मन का दुष्चक्र. पेड़ पहाड़ बाघ घर जल अनंत. सब धुल रहे थे. बरसात में इस बार. धीरे-धीरे जैसे. धुल रहा था मैल. देह पर का. उसने मुझे साधा था. वह पानी की तरह तरल थी. ठोस थी पत्थर की तरह. वह गूंजती थी झरने जैसी मुझी में. उसने मुझे साधा था. कुछ इस तरह से. कि मैं उच्चारता. उसकी छातियों के समुद्र को. उसकी देह के जल को. 2 टिप्पणियाँ. लेबल: कविताएँ. नई पोस्ट. उत्तर...
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जनशब्द: January 2012
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शुक्रवार. 8216;शीतल वाणी’ ने दिया एक करामाती कमाण्डर को सेल्यूट! आलोचक कमला प्रसाद! विचारक कमला प्रसाद! कमाण्डर कमला प्रसाद! वसुधा के संपादक कमला प्रसाद! प्रलेस के रष्ट्रीय महासचिव कमला प्रसाद! व्यक्ति एक संबोधन अनेक! शीतल वाणी. कमला प्रसाद स्मृति अंक), संपादक. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: समीक्षा. गुरुवार. बाज़ारवाद के बढ़ते प्रभाव में ‘मड़ई’ की महत्ता! 8216;मड़ई’. संपादकः. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: समीक्षा. 12 से अधिक कृतियों का विमोचन. कविता पाठ. मोबाइल नं - 09827477442. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: आयोजन. लोकार&...उत्...
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जनशब्द: April 2012
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8216;राजधानी में एक उज़बेक लड़की’ पुस्तक का लोकार्पण. डा. मोहय्या अब्दुरहमान (ताशकंद), अरविन्द श्रीवास्तव , डा. असगर अली इंजीनियर, सतीश कालसेकर (मराठी साहित्यकार) व डा. चैथी राम यादव (पूर्व आचार्य बीएचयू). 8216; राजधानी में एक उज़बेक लड़की. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: लोकार्पण. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. जनशब्द आपके मोबाइल पर. सांस्कृतिक खबर. मेरे बारे में. अरविन्द श्रीवास्तव. अफ़सोस के लिए कुछ शब्द. साहित्य अ...बाज़...
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जनशब्द: August 2014
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सुखमय प्रस्थान. आज कवि मित्र राजकिशोर राजन के जन्मदिन पर उनकी एक कविता. जो मुझे बेहद पसंद है. अभी कुछ देर पहले. गली के एक मकान से. श्मशान-घाट के लिए निकला है. एक वृद्ध का शव. कुछ दिन पहले ही. वे पिला रहे थे डांट. सब्जीवाली को, बेडोल तराजू रखने के लिए. कुछ दिन पहले ही. वे पैदल गये थे बाजार. अपनी बड़ी पतोहू के लिए खरीदने. आंवले का अचार. कुछ दिन पहले ही. अपने मकान के गेट को, नये ढंग से. कराया था निर्माण. जो उनके मकान को बना रहा था भव्य. कुछ दिन पहले ही. अपने किराएदार को. लेबल: कविता. नई पोस्ट. उत्तर...
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जनशब्द: May 2013
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रमेश नीलकमल की याद में. हरिशंकर श्रीवास्तव ’शलभ’ के साथ रमेश नीलकमल. वि, कथाकार और ’शब्द कारखाना’. अरविन्द श्रीवास्तव. 3 टिप्पणियाँ. लेबल: रमेश नीलकमल की याद में. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. जनशब्द आपके मोबाइल पर. सांस्कृतिक खबर. मेरे बारे में. अरविन्द श्रीवास्तव. अशेष मार्ग, मधेपुरा - 852 113, बिहार / मो- 094310 80862, India. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. डा. नामवर सिंह के साथ. आगंतुक संख्या-. साहित्य अक...बाज़...
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जनशब्द: June 2012
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शुक्रवार. धमाके हार जायेंगे., पटना में साहित्य अकादेमी का बहुभाषी कवि सम्मेलन. साहित्य अकादेमी के विशेष कार्य पदाधिकारी जे. पोन्नुदुरै का वक्तव्य. 2404; उन्होंने मैथिली कवितायें भी सुनाई। विद्वान डा. इम्तियाज अहमद ने इस सत्र के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन किया।. अब तो दहलीज़ तक आ पहुँचा है चढ़ता पानी. आँख लग जाये जहाँ उसको हवेली कहिए.।. 2 टिप्पणियाँ. लेबल: साहित्य अकादेमी. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. उत्तराख...धमा...
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जनशब्द: September 2013
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शहंशाह आलम की कविता ‘अभिनेत्री’. क अभिनेत्री प्रकट होती है. एकदम बम्बइया. एकदम बाजारू. कई-कई मूल्यवृद्धि वाली. इस व्यवस्था को. इस जनतंत्र को. नकारती दुत्कारती फटकारती. एक अभिनेत्री घुसती है. हमारी आंखों की नींद के सपने में. बिना किसी खींचातानी के. जैसे कोई चिड़िया घुस आती है. हमारे कमरे में. एक अभिनेत्री तब भी कर रही होती है. अठखेलियाँ दृश्यपटल पर. सौ बार जलती और बुझती है. जब किया जा रहा होता है. नाभिकीय करार दो सरकारों के बीच. हम दवाइयाँ पैसे बचा-बचाकर. रेशम का कीड़ा. आग पानी और हवा. नई पोस्ट. कवि...
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जनशब्द: March 2015
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वरिष्ठ रंगकर्मी जीतेन्द्र रघुवंशी के निधन पर शोक. मुरली मनोहर प्रसाद सिंह. संजीव कुमार. जनवादी लेखक संघ. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: जीतेन्द्र रघुवंशी. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. जनशब्द आपके मोबाइल पर. सांस्कृतिक खबर. मेरे बारे में. अरविन्द श्रीवास्तव. अशेष मार्ग, मधेपुरा - 852 113, बिहार / मो- 094310 80862, India. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. रंगयोद्धा हबीब तनवीर के साथ. अफ़सोस के लिए कुछ शब्द. साहित्य अका...बाज़...
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जनशब्द: December 2011
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शुक्रवार. युवा कवि राजकिशोर राजन को ‘जनकवि रामदेव भावुक स्मृति-सम्मान’. कवि राजकिशोर राजन. युवा कवि राजकिशोर राजन को वर्ष 2011 का ‘जनकवि रामदेव भावुक स्मृति-सम्मान’. दिए जाने की घोषणा ‘रचना’. पुरस्कार चयन समिति के सदस्यों में चर्चित कवि शहंशाह आलम तथा राज्यवर्द्धन भी थे।. राजन की कविताएं ‘वर्तमान साहित्य’ व ‘दस्तावेज’ के ताजे अंक में भी . 0 टिप्पणियाँ. लेबल: सम्मान. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. साहित्य ...बाज़...
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जनशब्द: February 2013
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पूर्णिया में सतीनाथ भादुड़ी के साहित्य पर विमर्श. सौ बांग्ला लेखकों में तीस प्रतिशत बिहार के लेखक हैं. 8216;ढोढाइ चरित्रमानस’ कोसी अंचल के सामाजिक जीवन का आईना है. विश्वंभर नियोगी ने सतीनाथ भादुड़ी की परिचिता, रथेर तले, कृष्ण कली, पंक तालिका आदि कहानियों की भी चर्चा की।. धन्यवाद ज्ञापन अजय कुमार ने किया।. 2 टिप्पणियाँ. लेबल: पूर्णिया. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजधानी में एक उज़बेक लड़की. Read in your own script. जनशब्द आपके मोबाइल पर. उत्तराखंड के...साहि...