
aughatghat.blogspot.com
औघट घाटकहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का...
http://aughatghat.blogspot.com/
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का...
http://aughatghat.blogspot.com/
TODAY'S RATING
>1,000,000
Date Range
HIGHEST TRAFFIC ON
Thursday
LOAD TIME
2.3 seconds
16x16
32x32
PAGES IN
THIS WEBSITE
19
SSL
EXTERNAL LINKS
12
SITE IP
172.217.11.33
LOAD TIME
2.297 sec
SCORE
6.2
औघट घाट | aughatghat.blogspot.com Reviews
https://aughatghat.blogspot.com
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का...
औघट घाट: May 22, 2009
http://aughatghat.blogspot.com/2009_05_22_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Friday, May 22, 2009. बेसुर भीड़. कानों मे. पिघलने लगती है ध्वनियाँ. तबला. तानपुरा. बिलखने लगते है कई घराने. साधते रहे. जो सुरों को उम्रभर. गुजार देता. हूँ सारे पहर इन्टरनेट. और डाउनलोड कर लेता हूँ कई राग. साँस बस चल रही है. ख़याल और ठुमरी जी रहा हूँ. कबीर हो जाता हूँ कभी. कुमार गन्धर्व आ जाते है जब. जायेगा हंस अकेला. जग दर्शन का मैला ". ख़याल फूटकर तड़पने लगता है. बनारस की सडकों पर. पं छन्नूलाल मिश्र. बलमा अजहूँ न आए ". छलक पड़ती है गजल. अच्छí...
औघट घाट: Apr 9, 2010
http://aughatghat.blogspot.com/2010_04_09_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Friday, April 9, 2010. टूटे हुए बिखरे हुए. वो गंध थी कुछ देहो की. और इस गर्मी का पसीना भी. कुछ नमक, कुछ शहद बनकर. जबान तक रिस आए थे. हम अपने-अपने जिस्म उतारकर. रुह को सूँघ रहे थे. हम रिश्ते बुन रहे थे. वो गंध थी कुछ देहो की. इस गर्मी का पसीना भी. अब एक चुप्पी सी है. गहरा पसरा मौन भी. वो गंध थी कुछ देहो की. इस गर्मी का पसीना भी . प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: टूटे हुए बिखरे हुए. Subscribe to: Posts (Atom). देव आनन्द. 8220;हम च...
औघट घाट: Aug 30, 2009
http://aughatghat.blogspot.com/2009_08_30_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Sunday, August 30, 2009. दिल्ली. अभी भी मैने सम्भाल कर रखी है. तुम्हारी वो दिल्ली वाली चीज़े. वो दिन की तन्हाई. रात का घोर सन्नाटा. वो शाम का अकेला-पन. अभी भी मैने अपने कमरे में रख रखी है. वो सुबह- सुबह की दिल्ली की सड़क. हजारो ख्वाईशे लिए जिस पर. तुम चली जा रही थी. अपने आप में खोई. मुझसे जुदा. बिल्कुल जुदा. लेकिन मै कहीं ओर था. अपने अंदर तो नही. शायद तुम्हारे अंदर. तुम्हारे भीतर कहीं. खिड़की से बाहर झांकती. किसी असत्य. शायद मैं ? कुचल दिय...तित...
औघट घाट: Aug 4, 2009
http://aughatghat.blogspot.com/2009_08_04_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Tuesday, August 4, 2009. मै रोज इस कुएँ मै झांकता. पानी पर अपनी परछाई देखता. आवाज भी लगाता हूँ. कि कोई सदा लौटकर आएगी. और मुझे अपना पता बताएगी. मगर सड़क पर. दौड़ती , हांफती. इन मशीनो ने. मुझे बहरा बना दिया. और अंधा भी. बादलों की उंचाईया नापती. इन इमारतों ने मुझे छोटा कर दिया. इतना छोटा. कि बच्चों के लिए. पेड़ से आम नही तोड़ सकता. वो कोई और ही होगा. इंद्रधनुश से रंग चुरा कर. बहन को दिए होंगे. वो कोई और ही होगा. नही. नही. लेबल: आदमी. साल दर साल. वो क...
औघट घाट: Mar 29, 2010
http://aughatghat.blogspot.com/2010_03_29_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Monday, March 29, 2010. कितनी सच है तुम्हारी मृत्यु. और कितना सच है यह. कि अब तुम नही रहे . लेकिन कितना झूठ है यह समय. और कितना झूठा हूँ मै. कि तुम्हे श्रद्धांजलि देने के लिए. किताब उठाकर तुम्हारी. माथे से लगाता हूँ अपने . और मरने के बाद तुम्हारे. पढ़ना चाहता हूँ कहानी तुम्हारी . कितना अजीब है यह समय. तुम्हारे ना रहने पर. और अधिक पढ़े जाते हो तुम . बिस्मिल्लाह की शहनाई. गंगा के तट पर . हर आदमी बन जाता है. आनंद और बाबू मुशाय . Subscribe to: Posts (Atom).
TOTAL PAGES IN THIS WEBSITE
19
चौपाल-चर्चा...: रावण की आस्था में खोट...
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2010/06/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Friday, June 25, 2010. रावण की आस्था में खोट. सारंग उपाध्याय. टिप्पणी. As usual, very infomative .i see your articles as the flower that keeps emitting fragrance time after time and the fragrance becomes more and more stronger. Keep sharing the knowledge fragrance . With Love and Regards from your brother. June 26, 2010 at 6:16 AM. June 26, 2010 at 7:19 AM. June 27, 2010 at 1:37 AM. Subscribe to: Post Comments (Atom). कुनबे की पंसद. नागपुर से न...संशय क...
चौपाल-चर्चा...: "सआदत भाई, “लाल कमरा” और फ्रॉड मंटो"
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2012/05/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Friday, May 11, 2012. सआदत भाई, “लाल कमरा” और फ्रॉड मंटो". सौ साल मुबारक हो सआदत भाई . वह साल 2006 की सर्दियों के महीने की एक शाम थी. प्रभात किरण के पत्रकार दीपक असीम अपनी. 8220; डॉन. 8220; बाइक. 8220; मंटो. 8221; के कई अफसाने सुना डाले. एक दिन पता लगा कि तुम क्या बक. बक कर रहे हो, अरे तुम क्या उसे फ्रॉड कहोगे,. 8220; मंटो खुदको फ्रॉड कहता है. 8221; बोलता है. 8220; वो कहानी नहीं, कहानी उसे सोचती है. सादा आदमी. 8220; मंटो. दर भटक रही है. 8220; सआदत भाई. तैस...
चौपाल-चर्चा...: About me
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/p/about-me.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Subscribe to: Posts (Atom). कुनबे की पंसद. रावण की आस्था में खोट. एक नहीं "हरसूद" यहां पर. मुंबई से हरदा जाने के दौरान ट्रेन से इतिहास में समा गए हरसूद को खोजते हुए , यह गांव सरदार सरोवर बांध में डूब गया था और हजार. शिक्षा प्रणाली को सरल बना देगा राष्ट्रीय डाटा बेस प्रोग्राम. प्रश्न-संशय. संशय के आवरण में घिरा समय है ये प्रश्नों की धुंध में घूमती आ रह...सआदत भाई, “लाल कमरा” और फ्रॉड मंटो". कर्जे का भार. मेरा वजन बढ रहा है इन दिनí...160; (घर से लौट...अपने...
चौपाल-चर्चा...: तस्वीरें...
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2011/07/blog-post_21.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Thursday, July 21, 2011. तस्वीरें. अपने अजीज दोस्त नवीन रांगियाल की कुछ पुरानी तस्वीरों को देखकर 19 जुलाई 2011 को सुबह 10 :15 बजे लिखे गए कुछ विचार जिन्होंने अचानक कविता का रूप धर लिया. क्या कहूं तुम्हें. कि तुम जितने पुराने हो रहे हो. उतना ही ताजा बन पडे हो. रंगों मे रहकर रंगहीन क्यों हो तुम. कि तुम्हारे होने न होने के बीच. कोई गंध भी तो नहीं है तुम्हारी. और समंदर मछलियों को थाम लेता है कुछ पल. गल रही है जिंदगी. चिडिया के बच्&#...वैसे कहना...पर शेष ह&...
चौपाल-चर्चा...: शिक्षा प्रणाली को सरल बना देगा राष्ट्रीय डाटा बेस प्रोग्राम
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2010/01/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Thursday, January 14, 2010. शिक्षा प्रणाली को सरल बना देगा राष्ट्रीय डाटा बेस प्रोग्राम. नागपुर से निकलने वाले हिन्दी समाचार पत्र राष्ट्र प्रकाश के संपादकीय पृष्ट पर दिनांक 14 -9-2010 को प्रकाशित। ). सारंग उपाध्याय. टिप्पणी. This comment has been removed by the author. January 15, 2010 at 10:08 AM. Sonu, Bahut bahut badhaiyan aap ke article ke liye. Aur badhaiyan. January 15, 2010 at 10:17 AM. January 15, 2010 at 5:55 PM. I wish you all the very Best. मुæ...
चौपाल-चर्चा...: कर्जे का भार
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2011/07/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Friday, July 15, 2011. कर्जे का भार. मेरा वजन बढ रहा है इन दिनों. इतना की मेरे पैरों और हाथों की नसें. बमुश्किल ही पहुंचा रही है बेहद भारी हो चुके दिल तक. गाढा और उधारी का खून . वजन के कारण कम ही देख पाती है मेरी आंखें. आजकल हर चीज को. खासकर उन लोगों को जो मेरे साथ होने का दावा करते हैं. या फिर जिनके साथ रहते मैं महसूस करता हूं. अपने जीने में उनका एक बडा भारी अहसान. सच मेरे वजन के चलते. देह के साथ भारी हो जाना. छिलते रहे संवेदना. कर्जे का भार. वाकई कर्ज ...क्&...
चौपाल-चर्चा...: इतिहास
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2013/04/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Monday, April 22, 2013. इतिहास को किताबों में नहीं. आदमी के पेट में तलाशना होगा. जहाँ दुनिया के पैदा होने से लेकर. आज तक का इतिहास. भूख से लडता हुआ,. आज भी अपनी सही परिभाषा तलाश रहा है! सारंग उपाध्याय. टिप्पणी. Subscribe to: Post Comments (Atom). कुनबे की पंसद. रावण की आस्था में खोट. एक नहीं "हरसूद" यहां पर. नागपुर से निकलने वाले हिन्दी समाचार पत्र राष्ट्र प्रक...प्रश्न-संशय. संशय के आवरण में घिरा समय है ये पî...कर्जे का भार. मेरा वजन बढ रहì...160; (घर ...
चौपाल-चर्चा...: समय
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2011/09/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Friday, September 30, 2011. बाइ वन गेट टू हो गया है समय. दो बातों की एक बात. रिचार्ज के साथ टॉप अप. एडवाइज के साथ कमीशन अंडर स्टूड है. बहुत कुछ वह नहीं है इस समय में. जो दिखाई देता है. मसलन, रोजगार की गारंटी में. शामिल नहीं है वेतन की गारंटी. सेलेरी का मिलना जैक पॉट लगना भी हो सकता है. यह भी हो सकता है कि. खेतों में कुंए और जंगलों में. तालाब खोदता आदमी. बकाये वेतन का तगादा कर रहा हो. बहुत कुछ बदला हुआ है इस समय में. वीवीआईपी समय है यह. कभी फ्लैट. तो कभी. अच्छ&...
चौपाल-चर्चा...: उदास हैं कस्बे
http://vimarshupadhyay.blogspot.com/2012/03/blog-post.html
चौपाल-चर्चा. पलासनेर की चौपाल के लिए. Tuesday, March 13, 2012. उदास हैं कस्बे. घर से लौटकर आने के बाद. 12-3-2012.). बहुत उदासी है कस्बे में मेरे. खाली है गलियां. सूने हैं ओटे. दिनों बाद मिला था मोहल्ला मेरा. चंद लोग थे पुराने. सपाट थे चेहरे. धूप के टुकडों में खाली मकां देखें. घर घर लगे थे मायूसी के पहरे. जवां नहीं दिखता. पुराने चौक का मजमा. भरकर बस जाती है शहर. सुबह सवेरे. गढी पर सोई पडी रहती है दोपहरी. कद अक्सर लगता है मेरा उनको उंचा. चुराता हूं नजरें. बियाबान है. टिप्पणी. March 13, 2012 at 2:14 PM.
TOTAL LINKS TO THIS WEBSITE
12
Aughakillymaude.com
Index of /
aughaos.com at Directnic
Welcome to :: Augharnath Mandir, mandir, Mandir Meerut, Mandir Uttar Pradesh, Mandir India, Radha Krishna mandir meerut, Kaali Paltan, Kalipaltan Mandir Meerut, Kalipaltan Mandir Meerut
Images with fixed dimensions. Janmastami Parv aur Phool Bangla Sajawat. Janmastami Parv aur Phool Bangla Sajawat. Janmastami Parv aur Phool Bangla Sajawat. Janmastami Parv aur Phool Bangla Sajawat. Hare Radha Hare Krishna. Shiv Ratri kavar Jalabhishek.
www.augharue.eu
Welcome to www.augharue.eu. Our website is currently being developed - if you would like to be notified when the website is completed, please enter your email address here*:. We will not share your email address with any third parties. WwweTailor.ie - Hosting, Domain Registration, Web Design, SMTP services. Enter your search terms.
औघट घाट
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Sunday, March 11, 2018. उम्र घिसे, चप्पल घिसे, घिसे न इमां. खून में कुछ गर्म रवानी हो तो यकीं आए हम हिंदुस्तान में ही हैं, उम्र घिसे, चप्पल घिसे, घिसे न इमां तो तुम हिंदुस्तानी हो।. उम्र घिसे, चप्पल घिसे, घिसे न इमां तो तुम हिंदुस्तानी हो।. प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: उम्र घिसे. घिसे न इमां. चप्पल घिसे. प्रिया प्रकाश. प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: प्रिया प्रकाश. आंख का रंग. बहुत दूर. ज़्य&#...
Cloone & Aughavas Parishes Website
Prescription Drug Discount Cards. Cankoj, aforesaid the wound kingpin private investigator Maria Savchenko. A alike ology whereby the Oligarchal pit to date carried quench entranceway 2013, similarly that during the ranking with respect to sites inbound 2015 was an problematicness in ken what has regenerated. At the without delay speaking of him free cialis coupon 2016 cialis coupons from lilly. Free Cialis Coupon 2016. Coupon For Free Cialis. Coupon For Free Cialis. Discount Prescription Drug Card.
aughavasgaa.com
Céad Míle Failte Romhat. Aughavas G.A.A. Tara GAA Club London www.taragfc.co.uk. Terry's China Trek 2012. Click for link. Welcome to the Web Site of Aughavas GAA Club, Co. Leitrim. Lotto: Our next lotto draw takes place in McCaffreys on Saturday January 24th. Jackpot 2400. Senior Club Officers 2015. Bord na nÓg Officers 2015. Aughavas GAA Club notes now available on the Hogan Stand Website Click. Pictures from 2010 Click. Check Aughavas GAA on Facebook :. Aughavas GAA on YouTube.
Aughavey Computers | Computer Repairs Cookstown Coagh Ardboe Ballyronan
September 19, 2014. Laptop screen repair cookstown. September 19, 2014. 40 Call out fee for computer and broadband issues. September 19, 2014. Setup broadband / WiFi in your home From 40. September 19, 2014. Anywhere from 60 up. September 19, 2014. September 19, 2014. New hard drive and re-install of Windows From 50. September 19, 2014. Ring for prices From 70. Laptop screen repair cookstown. September 19, 2014. 7 Urbal Lane, Coagh, Cookstown, County Tyrone, BT80 0ED 02886737817 / 07763619172.
Aughawillan GAA Club
Aughblushplz - DeviantArt
Window.devicePixelRatio*screen.width 'x' window.devicePixelRatio*screen.height) :(screen.width 'x' screen.height) ; this.removeAttribute('onclick')" class="mi". Window.devicePixelRatio*screen.width 'x' window.devicePixelRatio*screen.height) :(screen.width 'x' screen.height) ; this.removeAttribute('onclick')". Join DeviantArt for FREE. Forgot Password or Username? Deviant for 5 Years. This deviant's full pageview. Last Visit: 261 weeks ago. This is the place where you can personalize your profile!