maykhaana.blogspot.com
मैख़ाना: हो जिसकी ज़ुबाँ उर्दू की तरहाँ...
http://maykhaana.blogspot.com/2013/10/blog-post.html
मैख़ाना. The tavern,居酒屋,میخانه .वो जाता था कि हम निकले. Tuesday, 8 October 2013. हो जिसकी ज़ुबाँ उर्दू की तरहाँ. बड़ी मीठी और तहज़ीब से लबरेज़ जुबाँ है साहब और खासकर तब जबकि आला दर्जे के दानिश्वर समझाने की. गरज से सीधी-सरल बहती सी अदा से बात रखते हों । अभी हाल में यूँ ही सायबराबाद के एक सफ़र में ये मोती. ही कुछ-कुछ होता है? Posted by मुनीश ( munish ). प्यार की स्टोरी हिंदी में. 12 October 2013 at 07:03. Subscribe to: Post Comments (Atom). My Biking trip to Yamnotree. मुनीश ( munish ). Arre Kya Baat Hai!
maykhaana.blogspot.com
मैख़ाना: एक आत्मकेंद्रित व्यक्ति के तस्वीरिया बयान
http://maykhaana.blogspot.com/2013/10/blog-post_11.html
मैख़ाना. The tavern,居酒屋,میخانه .वो जाता था कि हम निकले. Friday, 11 October 2013. एक आत्मकेंद्रित व्यक्ति के तस्वीरिया बयान. Posted by मुनीश ( munish ). ब्लॉग बुलेटिन. 12 October 2013 at 07:14. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन काम बहुत हैं हाथ बटाओ अल्ला मियाँ - ब्लॉग बुलेटिन. मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है . सादर आभार! मुनीश ( munish ). 13 October 2013 at 00:01. Subscribe to: Post Comments (Atom). My Biking trip to Yamnotree. मेरे बारे में . मुनीश ( munish ). View my complete profile. टोबì...
tirchhii-nazar.blogspot.com
तिरछी नज़र : March 2016
http://tirchhii-nazar.blogspot.com/2016_03_01_archive.html
तिरछी नज़र. बुधवार, 30 मार्च 2016. सुस्वागतम. दहशतगर्दों और उनके सरपरस्तों का एक बार फिर से इस्तकबाल -. मुल्क की सरहद खुली है आइए,. और छाती पर मेरी चढ़ जाइए. बम-धमाकों से हमारी नींद खोली शुक्रिया,. बढ़ती आबादी की कुछ रफ़्तार कम की, शुक्रिया. आपकी मेहमांनवाज़ी अब हमारा है धरम,. आप आये, है इनायत, आपके हम पर करम. एक क़त्लेआम पर ही हाय! फांसी का हुकम,. हाय मेमन! रो रहे बेज़ार हम. मुल्क की सरहद खुली है, आइए - - -. नादिर, अब्दाली को अस्मत, सौंप दी थी. बेहिचक,. प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. 8216;तुम मेर&#...8216;शब&#...
tirchhii-nazar.blogspot.com
तिरछी नज़र : July 2016
http://tirchhii-nazar.blogspot.com/2016_07_01_archive.html
तिरछी नज़र. शनिवार, 30 जुलाई 2016. ब्राह्मण-विरोधी प्रेमचंद. ब्राह्मण विरोधी प्रेमचंद. मूर्ख और ढोंगी मोटेराम शास्त्री तथा धूर्त. व्यावहारिक. एवं अवसरवादी चिंतामणि. ये दो ब्राह्मण. प्रेमचंद की कहानी के पात्र हैं. सवा सेर गेहूं. कहानी का शाइलौक एक ब्राह्मण ही है. में ब्राह्मण-खल पात्रों की भरमार है. स्वार्थी. कहानी में मिलता है. कर्मभूमि. खरी-खरी कहने वाले चाहे कबीर हों चाहे प्रेमचंद. प्रेमचंद ने. ठाकुर का कुआँ. घासवाली. प्रायिश्चित. का नाट्य-रूपांतरण किया थ...प्रायिश्चित. कुलांगार. अपने समाज. कुख&#...
maykhaana.blogspot.com
मैख़ाना: मर चुकी लड़की का गीत
http://maykhaana.blogspot.com/2013/08/blog-post.html
मैख़ाना. The tavern,居酒屋,میخانه .वो जाता था कि हम निकले. Thursday, 8 August 2013. मर चुकी लड़की का गीत. शिन्दा ओन नानोको अर्थात् मर चुकी लड़की का गीत - 1967. गीतकार, गायक - तोमोया ताकाइशि. जापानी से हिन्दी अनुवाद-. खोलो दरवाज़ा. खटखटाती हूँ द्वार मैं. नहीं दिखती हूँ. पर डरो नहीं. मैं हूँ वही जो मारी गई थी कोई दस साल पहले. जब थी मैं सात बरस की. हिरोशिमा में जब गिरा था वो बम. अब भी हूँ सात बरस की. मरे हुओं की भी उम्र बढ़ती है कहीँ. डरो नहीं. Posted by मुनीश ( munish ). 8 August 2013 at 06:03. पाइए एब&...
rangesukhan.blogspot.com
रंग-ए-सुखन: August 2008
http://rangesukhan.blogspot.com/2008_08_01_archive.html
Saturday, August 30, 2008. अहमद फ़राज़ साहेब को श्रद्धांजलि. अहमद फ़राज़ साहेब को श्रद्धांजलि स्वरूप उन्ही की यह ग़ज़ल मेहँदी हसन की आवाज़ में -. रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ ,. आ फ़िर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ।. पहले से मरासिम न सही फ़िर भी कभी तो,. रस्मो-रहे-दुनिया ही निभाने के लिए आ।. किस-किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम,. तू मुझ से खफा है तो जमाने के लिए आ।. अब तक दिले खुशफहम को तुझसे है उम्मीदे,. ऐ आखरी शम्मे भी बुझाने के लिए आ।. एक और ग़ज़ल पेश है-. प्रस्तुतकर्ता. Thursday, August 28, 2008.
rangesukhan.blogspot.com
रंग-ए-सुखन: दुआ करो के ये पौधा सदा हरा ही रहे....
http://rangesukhan.blogspot.com/2010/01/blog-post_05.html
Tuesday, January 5, 2010. दुआ करो के ये पौधा सदा हरा ही रहे. जरूरत है। ताकि कम से कम यहाँ पढ़ने और लिखने वालों का उत्साह और ऊर्जा बनी रहे. आइये नए साल में अच्छी और सार्थक ब्लोगिंग का मिल कर प्रयास करे।. चर्चा आप आगे बढ़ाइए. तब तक आइये सुनते हैं एक बार फिर मेरे प्रिय गायक वडाली बंधुओं को और बाबा बुल्ले शाह के साथ. विचारते है शाश्वत प्रश्न - 'मैं कौन? चित्र इन्टरनेट. प्रस्तुतकर्ता. एस बी. सिंह. हिमांशु । Himanshu. प्लेयर कहाँ है? January 6, 2010 at 5:42 AM. समीर लाल ’समीर’. January 6, 2010 at 7:10 AM.
rangesukhan.blogspot.com
रंग-ए-सुखन: January 2010
http://rangesukhan.blogspot.com/2010_01_01_archive.html
Saturday, January 23, 2010. दो कवितायें. आज आप के लिए पेश हैं दो कवितायें - पहली. मैथिली कविता जिसका अनुवाद स्वयं कवि ने किया है और दूसरी राजस्थानी कविता जिसका अनुवाद किया है नीरज दईया ने। ये कवितायें लगभग १५-२० साल पहले छपी थीं।. उलौंघता. जीव कान्त). अनरुध के पास एक झोपड़ी है. एक छोटा सा बच्चा. के लिए लाएगा अमरूद. घरनी के लिए पाव भर शकरकंद. झोपड़ी के सामने बंधे बाछे के लिए. लाएगा एक टोकरी घास. थोड़ी सी डूब की लत्तरें. अनरुध सूर्य के साथ उठता है. उस की पर्णकुटी. और उसकी पत्नी. मोहन आलोक). रख दे।. पुर...
tirchhii-nazar.blogspot.com
तिरछी नज़र : December 2015
http://tirchhii-nazar.blogspot.com/2015_12_01_archive.html
तिरछी नज़र. गुरुवार, 17 दिसंबर 2015. अकबर इलाहाबादी. अकबर इलाहाबादी –. 8216;तुम्हारी अर्ज़ी मैंने कोट की जेब में तो रक्खी थी पर वो कहीं गुम हो गयी. ऐसा करो, तुम मुझे दूसरी अर्ज़ी लिखकर दे दो.’. 8216;मेम्बर अली मुराद हैं, या सुख निधान हैं,. लेकिन मुआयने को, यही नाबदान (नाली के ढक्कन) हैं.’. 8216;कौम के गम में डिनर खाते हैं, हुक्काम के साथ,. रंज लीडर को बहुत हैं, मगर, आराम के साथ.’. 8216;क्या गनीमत नहीं, ये आज़ादी,. प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! उपवास –. बन्धु न&...मै&...
tirchhii-nazar.blogspot.com
तिरछी नज़र : June 2015
http://tirchhii-nazar.blogspot.com/2015_06_01_archive.html
तिरछी नज़र. रविवार, 14 जून 2015. इश्क्ज़ादे. 8216;बरखुरदार ये बादशाह अकबर यानी तुम्हारे प्रोफ़ेसर एक्स की अनारकली हैं.’. मैंने अपने ऐतिहासिक ज्ञान को टटोलते हुए आपत्ति की –. 8216;सर, अनारकली तो सलीम की थी और बादशाह अकबर ने उसे दीवार में चुनवा दिया था.’. 8216;मैडम जेड? रेवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन पर सबसे बड़ी अथॉरिटी? ये प्रोफ़ेसर एक्स की अनारकली हैं? मैंने पूछा – ‘पढ़ाती कैसा है? क्या उन्हें ये अंधेर दिखाई नहीं देता? जवाब मिला –‘डीन और वाइस चांसलर को य&#...बाजी राव बने हमारे ड&...एक बार तो मुझ&#...रोजा...