
karmnasha.blogspot.com
कर्मनाशाअध्ययन और अभिव्यक्ति की साझेदारी
http://karmnasha.blogspot.com/
अध्ययन और अभिव्यक्ति की साझेदारी
http://karmnasha.blogspot.com/
TODAY'S RATING
>1,000,000
Date Range
HIGHEST TRAFFIC ON
Saturday
LOAD TIME
0.7 seconds
16x16
32x32
PAGES IN
THIS WEBSITE
20
SSL
EXTERNAL LINKS
285
SITE IP
172.217.9.225
LOAD TIME
0.672 sec
SCORE
6.2
कर्मनाशा | karmnasha.blogspot.com Reviews
https://karmnasha.blogspot.com
अध्ययन और अभिव्यक्ति की साझेदारी
कर्मनाशा: August 2008
http://karmnasha.blogspot.com/2008_08_01_archive.html
शनिवार, 30 अगस्त 2008. अब थोड़ा-सा ध्यान लगाओ बूझो एक पहेली. मैं ना किसी को कुछ भी सुझाऊं. करूं तो तो बस यह पहेली बुझाऊं. सब हैं अपने दोस्त-सहेली,. थोड़ा-सा ध्यान लगाओ बूझो एक पहेली -. ना चिड़िया ना चिड़ा,. उड़-उड़ के इंसान से भिड़ा।. उत्तर मिले तो बताय दीजो. गर पसंद न आय तो मत खीजो! प्रस्तुतकर्ता. 6 टिप्पणियां:. लेबल: मस्ती. गुरुवार, 28 अगस्त 2008. इस कविता की याद आती रही और मैं उदास होता रहा. बालिका वर्ष. खुश हो जा मेरी मेरी बिट्टो! यह तेरा वर्ष है. पता है तुझे दक्षेस? यह मत जान-मत सोच. दीवार...मेज...
कर्मनाशा: February 2009
http://karmnasha.blogspot.com/2009_02_01_archive.html
सोमवार, 23 फ़रवरी 2009. साहब बहादुर खेलेंगे होरी.हाँ खेलेंगे होरी. तो अब आप दवाइयों की बजाय संगीत से इलाज भी करने लगे! अपना तो हो ही गया! रात है तो सोना भी है - सोना भी / ही पड़ेगा. सोने से पहले कुछ पढ़ना भी पड़ेगा. क्या पढूँ? लग रहा है ' कुमाऊँनी होली संग्रह'. से काम बन जाएगा शायद . राधे नंदकुँवर समुझाय रही. होरी खेलो फागुन रितु आय रही , राधे नंदकुँवर समुझाय रही. बेला फूले , चमेली भी फूले , सर सरसों सरसाय रही. क्या कहूँ? शब्बा खैर या शुभ प्रभात? प्रस्तुतकर्ता. लेबल: डायरी. ये सब सच हैं. ओ मेज़&...यह दर...
कर्मनाशा: January 2008
http://karmnasha.blogspot.com/2008_01_01_archive.html
बुधवार, 2 जनवरी 2008. हिन्दी ब्लाग का उद्भव (और विकास) - कुछ इतिहास , कुछ झक्कास. बुझी को राख कहते हैं , जली को आग कहते हैं।. जहाँ से उठता ही रहे धुआँ,उसे तो ब्लाग कहते हैं।।. नाम-स्मरणः. पहिला सुमिरन अशोक का जो मेरा उस्ताद।. उन्नें मुझको राय दी सीखें ब्लागोत्पाद ।. मेरे ज्ञान के खेत में डाला पानी -खाद ,. हे कबाड़श्री धन्य हो धन्य-धन्य उस्ताद ।. नाम तिहारा लेय के लिक्खूं ब्लाग-प्रसंग,. पहिले माफी माँग लूँ यदि होवे कोई तंग ।. हे भाई! खण्डः एक-. अथ संयोग कथाः. खण्डः दो -. नई पोस्ट. भला बताओ. और नहात&#...
कर्मनाशा: Poetic Chemistry of a Physicist
http://karmnasha.blogspot.com/2015/07/poetic-chemistry-of-physicist.html
बुधवार, 22 जुलाई 2015. Poetic Chemistry of a Physicist. Poetic Chemistry of a Physicist. A question that sometimes drives me hazy:. Am I or are the others crazy? This mortal world knows him as. A physicist, an immortal scientist. He. Is best-known for his ‘. Special and general theories of relativity’, ‘Photoelectric effect’ ‘Nobel prize’ and so many other intellectual contributions to realize and to make this word beautiful and a better place for all. Sit next to a pretty girl for an hour,. Everything h...
कर्मनाशा: चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे : रीता पेत्रो की कवितायें
http://karmnasha.blogspot.com/2013/03/blog-post_23.html
शनिवार, 23 मार्च 2013. चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे : रीता पेत्रो की कवितायें. रीता पेत्रो की पाँच कवितायें. अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह). ०१- तुम्हारे बिना. इस घर में. जो है खाली और जमाव की हद तक ठंडा. मुझे देती है गर्माहट. केवल तुम्हारी जैकेट।. ०२- मत चाहो प्रतिज्ञायें. मुझसे मत चाहो प्रतिज्ञायें. चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे. मुझसे मत चाहो सतत प्रेम. पास ही दुबकी पड़ी हैं. अनंतता और मत्यु की छायायें. मत चाहो कि मैं कहूँ अनकहे शब्द. चाहो तो बस इतना. हमने पी कॉफ़ी. ०५- पूर्णत्व. कवितì...
TOTAL PAGES IN THIS WEBSITE
20
कबाड़खाना: February 2015
http://kabaadkhaana.blogspot.com/2015_02_01_archive.html
Saturday, February 28, 2015. ऐसे बादल तो फिर भी आएँगे, ऐसी बरसात फिर नहीं होगी. उस्ताद नुसरत फ़तेह अली ख़ान की एक और कम्पोजीशन प्रस्तुत कर रहा हूँ -. Labels: उस्ताद नुसरत फ़तेह अली ख़ान. मेरे महबूब के घर रंग है री. होली आ रही है. आज से आपको चुन चुन कर संगीत के नगीने सुनाये जाएंगे. शुरुआत करते हैं बाबा नुसरत से -. Labels: उस्ताद नुसरत फ़तेह अली ख़ान. रेलवे का तकिया मोटा करो. प्रोफ़ेसर रवि पाण्डे अपनी तीसरी पीढ़ी के साथ. रेल बजट से मेरी मांग. रवि पाण्डे. रवि पाण्डे. पीढ़ियाँ. एक नई पीढ़ी है. चकमक से आग. अद...
कबाड़खाना: January 2015
http://kabaadkhaana.blogspot.com/2015_01_01_archive.html
Saturday, January 31, 2015. आपका व्याकरण उनकी समझ की औक़ात से बाहर था, लक्ष्मण! संजय चतुर्वेदी. बातचीत में ही. संजय चतुर्वेदी. संजय जी को धन्यवाद. उनका लिखा पेश है -. अब आप मुक्तिदाता राम के पास हैं. वैसे भी मतान्तर और सहज विनोद के प्रति द्वेष और हिंसा से भरी यह दुनिया आपके अनुकूल नहीं रह गई थी. आपने आज़ाद हिन्दुस्तान की सबसे सच्ची. उठा-पटक को नापना बड़ा मुश्किल काम था. मुस्तनद बनाता है. उसकी दुआ आप तक पंहुच रही होगी. Labels: आर. के. लक्ष्मण. संजय चतुर्वेदी. लेकिन राजशाही क&...तीन साल की...आप कì...
काव्य-प्रसंग: July 2011
http://kavya-prasang.blogspot.com/2011_07_01_archive.html
रविवार, जुलाई 24, 2011. राजेश रेड्डी की ग़ज़लें. शाम को जिस वक्त खाली हाथ घर जाता हूँ मैं. मुस्कुरा देते हैं बच्चे और मर जाता हूँ मैं. जानता हूँ रेत पर वो चिलचिलाती धूप है. जाने किस उम्मीद में फिर भी उधर जाता हूँ मैं. सारी दुनिया से अकेले जूझ लेता हूँ कभी. और कभी अपने ही साये से भी डर जाता हूँ मैं. ज़िन्दगी जब मुझसे मजबूती की रखती है उमीद. फैसले की उस घड़ी में क्यूँ बिखर जाता हूँ मैं. होना है मेरा क़त्ल ये मालूम है मुझे. मेरी ज़िंदगी के मआनी बदल दे. खु़दा! प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. दृश्य: एक. जो क...
हृदय गवाक्ष: September 2013
http://kanchanc.blogspot.com/2013_09_01_archive.html
हृदय गवाक्ष. नित्य समय की आग में जलना, नित्य सिद्ध सच्चा होना है। माँ ने दिया नाम जब कंचन, मुझको और खरा होना है! Sunday, September 22, 2013. लंचबॉक्स, विवाह संस्था और जाने क्या क्या. हर तरफ, हर जगह बेशुमार आदमी. फिर भी तनहाइयों का शिकार आदमी।. और उस शेर से भी कि. सबके दिल में रहता हूँ पर दिल का दामन खाली है,. खुशियाँ बाँट रहा हूँ मै और अपना ही दिल खाली है।. पति या पत्नी संतुष्ट क्यों नही? ये मनचाहा बंधन, अनचाहा कैसे हो गया है? ढूँढ़ते रहने की? क्या कहा? कंचन सिंह चौहान. Subscribe to: Posts (Atom). सरî...
सिताब दियारा : November 2013
http://sitabdiyara.blogspot.com/2013_11_01_archive.html
सिताब दियारा. शुक्रवार, 29 नवंबर 2013. अनुराग सिंह 'ऋषि' की गजलें. अनुराग सिंह 'ऋषि'. लेखन के क्षेत्र में युवा अनुराग सिंह ‘ऋषि’ के ये आरंभिक कदम हैं ऐसे प्रत्येक संभावनाशील आरंभिक कदम का सिताब दियारा ब्लॉग स्वागत करता है . प्रस्तुत है युवा रचनाकार अनुराग सिंह ‘ऋषि’ की गजलें. एक गलतियाँ. इंसान को इंसान बनाती हैं गलतियाँ. अनुभव के साथ ज्ञान भी लाती हैं गलतियाँ. आखिर कमी कहाँ थी क्या बात रह गई. हर राह पे चलने के कुछ अपने कायदे हैं. 8220; ऋषि. दो . ज़िक्र. उसकी तारीफ़ मे. गजल क्या लिखे. पर सभी के ...कमतरì...
कविता के बहाने: ईश्वर की संताने
http://kavitavarta.blogspot.com/2015/07/blog-post_24.html
कविता के बहाने. अनुभूति और अभिव्यक्ति की यात्रा कथा . Friday, July 24, 2015. ईश्वर की संताने. वे बच्चे. किसके बच्चे हैं. नाम क्या है उनका. कौन हैं इनके माँ बाप. कहाँ से आते हैं इतने सारे. झुण्ड के झुण्ड,. उन तमाम सरकारी योजनाओ के बावजूद. जो अखबारों और टीवी के. चमकदार विज्ञापनों में. कर रही हैं हमारे जीवन का कायाकल्प,. कालिख और चीथड़ो के ढकी. बहती नाक और चमकती आँखों वाली. जिजीविषा की ये अधनंगी मूर्तियाँ. जो बिखरी हुयी हैं. चमचमाते माल्स से लेकर. अभिशप्त बचपन में ही. अनवरत संघर्षरत. उडन तश्तरी .
कविता के बहाने: अशोक
http://kavitavarta.blogspot.com/2008/08/blog-post_10.html
कविता के बहाने. अनुभूति और अभिव्यक्ति की यात्रा कथा . Thursday, April 9, 2009. दरवाजे पर का बूढ़ा. कहते हैं जिसे रोपा था. मेरे दादा ने,. खडा है अब भी,. हमने बाँट ली है. उसके नीचे की एक एक पग धरती. मन्दिर के देवता तक ।. खड़ा है वह अब भी. लुटाता हम पर अपनी छांह की आशीष ।. उसकी लचकती डालियाँ. बुलाती हैं अब भी. घसीट लो मचिया इधर ही,. आओ थोड़ी. देर पढें. मुंशी जी का 'गोदान. या गुरुदेव की 'गीतांजलि।'. या फ़िर आओ जमे. ताश की बाज़ी ही,. तब तक जब तक. मीठी लताड़ के साथ।. हम ज़रूर आते. वैश्वीकरण. घर,आँगन और. नर...
सिताब दियारा : April 2015
http://sitabdiyara.blogspot.com/2015_04_01_archive.html
सिताब दियारा. गुरुवार, 30 अप्रैल 2015. कविता में कला जरुरी है, लेकिन कंटेंट के बाद ही - संतोष चतुर्वेदी. संतोष चतुर्वेदी. सिताब दियारा ब्लॉग पर आज प्रस्तुत है. जाने-माने कवि और अनहद पत्रिका के सम्पादक. संतोष चतुर्वेदी. युवा कवि. नित्यानन्द गायेन. की बातचीत . प्रश्न -1. कवि संतोष चतुर्वेदी की रचना प्रक्रिया क्या है? प्रश्न -2. आपके लिए ‘लोक’ क्या है? क्या यह लोकधर्मिता से भिन्न है? और क्या ‘लोक’ और ‘जन’ में कोई फर्क है? जब आप लिख रहे होते हैं तो आप. जब भी हम लिखने के लिए ब...साहित्य&#...युवा...
काव्य-प्रसंग: December 2011
http://kavya-prasang.blogspot.com/2011_12_01_archive.html
शुक्रवार, दिसंबर 30, 2011. नये साल की शुभकामनाएँ! नये साल की शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत है सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की यह कविता -. शुभकामनाएँ / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना. नये साल की शुभकामनाएँ! खेतों की भेड़ों पर धूल-भरे पाँव को,. कुहरे में लिपटे उस छोटे-से गाँव को,. नए साल की शुभकामनाएँ! जाते के गीतों को, बैलों की चाल को,. करघे को, कोल्हू को, मछुओं के जाल को,. नए साल की शुभकामनाएँ! इस पकती रोटी को, बच्चों के शोर को,. नए साल की शुभकामनाएँ! नए साल की शुभकामनाएँ! प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. गोंडवी. छेड़...
काव्य-प्रसंग: January 2012
http://kavya-prasang.blogspot.com/2012_01_01_archive.html
शनिवार, जनवरी 28, 2012. कुकुरमुत्ता - निराला. कुकुरमुत्ता. आया मौसम खिला फ़ारस का गुलाब,. बाग पर उसका जमा था रोबोदाब. वहीं गंदे पर उगा देता हुआ बुत्ता. उठाकर सर शिखर से अकडकर बोला कुकुरमुत्ता. अबे, सुन बे गुलाब. भूल मत जो पाई खुशबू, रंगोआब,. खून चूसा खाद का तूने अशिष्ट,. डाल पर इतरा रहा है कैपिटलिस्ट;. बहुतों को तूने बनाया है गुलाम,. माली कर रक्खा, खिलाया जाडा घाम;. हाथ जिसके तू लगा,. पैर सर पर रखकर वह पीछे को भगा,. जानिब औरत के लडाई छोडकर,. लाली जो अभी चटकी. और अपने से उगा मै,. सामने ला...तीर...
TOTAL LINKS TO THIS WEBSITE
285
GRUPO 3º "A" 2011-2012 | "No hay tesoro más grande para el hombre que una inteligencia llena de saber" Sófocles
GRUPO 3º A 2011-2012. No hay tesoro más grande para el hombre que una inteligencia llena de saber Sófocles. Un nuevo Ciclo Escolar da comienzo,. Ahora ya estas en 3º “A”. A este curso 2011-2012. Gran Año de muchos aprendizajes y logros en tu vida. PROFRA. MARIA DEL CARMEN OROZCO MORENO. The Int3llig3nts of 6o B. Esc Prim. REVOLUCIÓN C.C.T.15DPR2824O. GRUPO 3º A 2011-2012. Los @l3gr@tron3s de la IMA. CARTILLA Y REPORTE DE LECTURA. Estrategia Nacional 11 15. ETAPA 1 Conozco, me divierto y aprendo. No hay t...
IC.cz
Doména www.karmmi.ic.cz je volná k registraci! Proveďte novou registraci na naší stránce IC. Či pomocí tlačítka níže. Výborný výkon celého hostingu. Nemáte doposud vytvořen žádný web? Založte si nový na IC.cz.
karm
Checkup Flex disbursal stories. December 21st, 2009. I was only reminded that your medical flex outlay story balance will expire if your bash not employ it before the terminal of the yr. If you hold money therein chronicle now would be a blast to get in here and merchandise that in for some awe-inspiring chiropractic, stylostixis or massage work! Call Sharon today to make a point you make n't unloosen that benefit! Rapture - The Pop Song - mp3 download. December 17th, 2009. Chaffee New York loans. In tha...
KarmmraK - Android and ASP.net Development InformationKarmmraK | Android and ASP.net Development Information
Android and ASP.net Development Information. Good for a laugh. I know new content hasn’t been flowing into the site lately but that will change soon as some projects that are killing my spare time settle down. In the mean time I present a comic to give you a laugh:. So very true….minus sword fighting of course! Ubuntu Touch Developer Preview. For those of you interested in trying it out head over here. At the time of writing this the following Nexus devices are supported:. The Ubuntu Touch Developer Prev...
KARMN — Home
Custom Made For You. Custom Made For You. Paris Show Champagne Evening Gown. Angular Heart Floral Evening Dress. Long Pink Layered Evening Gown. Milky White Pleated Evening/Wedding Gown. Milky White Paris Show Pleated Evening Gown. Long Spiral Fin Evening Gown. Online Store by Big Cartel.
कर्मनाशा
बुधवार, 6 जुलाई 2016. चटख ललछौंहे रंग के कुरते के बावजूद. आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर कुछ लिखत - पढ़त। एक कविता के रूप में। लीजिए यह साझा है :. कवि का कुरता. यह कविता पाठ के मध्यान्तर का. चाय अंतराल था. जिसे कवि नायक कहे जाने वाले. एक दिवंगत कवि के शब्दों में. कहा जा सकता था- 'हरी घास पर क्षण भर'।. वहाँ कई कवि थे सजीव. जिनमें से एक ने पहना था. खूब चटख ललछौंहे रंग का कुरता. उसे घेर कर खड़े थे कुछ लोगबाग. जिनमें से 'कुछ थे जो कवि थे'. जैसा कि शीर्षक है. और कुछ ऐसे भी. यह और अलग बात! सब जन लगभग चुप. जिसक...
Blog de karmni1984 - Blog di karmni1984 - Skyrock.com
Mot de passe :. J'ai oublié mon mot de passe. Man yahdihi allah fala modilla lah. Mise à jour :. Abonne-toi à mon blog! Ce blog n'a pas encore d'articles. Poster sur mon blog.
Karmnik Zdrowia
Sobota, 11 lipca 2015. SOCZYSTY KURCZAK PO CHIŃSKU. Przyznam szczerze, że nie przepadam za kuchnią chińską, jedynym miejscem gdzie mi smakuje to w domu, zrobiona własnoręcznie. W sumie zazwyczaj przygotowuję kurczaka po chińsku bo najlepiej mi wychodzi. Robię go od podstaw nie używając gotowej mieszanki warzywnej, gdyż za nią nie przepadam. 150g mięsa z udek z kurczaka (można kupić gotowe, albo trzeba wyfiletować). 1 duża cebula (200g). 1 pietruszka (korzeń) (100g). 4 łyżki pędów bambusa. 1 łyżeczka syro...
Poradnia dietetyczna "Karmnik Zdrowia" | Dietetyk Tychy | Dieta |OdchudzanieKarmnik Zdrowia
Racjonalna dieta kobiet w ciąży cz. I. Na wstępie artykułu warto podkreślić, że racjonalne odżywianie zarówno przed ciążą, jak również w jej trakcie, w znaczący sposób wpływa…. Cukrzyca – odpowiednie żywienie podstawą dietoterapii. Można śmiało stwierdzić, że cukrzyca urasta do miana epidemii w skali całego świata. Według Światowej Organizacji Zdrowia (WHO- World Health…. Śniadanie i drugie śniadanie jako kluczowy element prawidłowego rozwoju dziecka. Zmień myślenie o odchudzaniu. Każdy kto do mnie trafi...
Karmnik
Cechą istot inteligentnych . A photo a day. Peru, Boliwia 2007. This is a Flickr badge showing public photos from konfral. Make your own badge here. Dodaj blog do ulubionych. Czwartek, 27 grudnia 2007. Potrzebna jest też woda ;-). Późną wiosną ustawiłem w ogródku poidełko, także ptaki odwiedzające karmnik, mogą też przycupnąć i napić się, względnie wykąpać. Zainteresowanie jest spore, a z racji tego, że karmnikami targają obecnie zimowe wiatry, skieruję na kilka dni aparat w stronę wodopoju. Mój ogrodowy...