
kavikokas.blogspot.com
शको कोशकविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ... शरद कोकास और मित्रों की कविताएँ और लेख
http://kavikokas.blogspot.com/
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ... शरद कोकास और मित्रों की कविताएँ और लेख
http://kavikokas.blogspot.com/
TODAY'S RATING
>1,000,000
Date Range
HIGHEST TRAFFIC ON
Saturday
LOAD TIME
0.8 seconds
16x16
32x32
PAGES IN
THIS WEBSITE
19
SSL
EXTERNAL LINKS
660
SITE IP
172.217.7.1
LOAD TIME
0.766 sec
SCORE
6.2
शको कोश | kavikokas.blogspot.com Reviews
https://kavikokas.blogspot.com
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ... शरद कोकास और मित्रों की कविताएँ और लेख
शरद कोकास: 1989 की कवितायें - सितारे
http://kavikokas.blogspot.com/2012/09/1989_20.html
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कवितायें. गुरुवार, सितंबर 20, 2012. 1989 की कवितायें - सितारे. 57 सितारे. अन्धेरी रातों में. दिशा ज्ञान के लिये. सितारों का मोहताज़ होना. अब ज़रूरी नहीं. चमकते सितारे. रोशनी का भ्रम लिये. सत्ता के आलोक में टिमटिमाते. एक दूसरे का सहारा लेकर. अपने अपने स्थान पर. संतुलन बनाने के फेर में हैं. हर सितारा. अपने ही प्रकाश से. आलोकित होने का दम्भ लिये. उनकी मुठ्ठी में बन्द. शरद कोकास. राजनीति. शरद कोकास. सत्ता संतुलन. सितारे. शरद कोक&#...
शरद कोकास: 06/30/09
http://kavikokas.blogspot.com/2009_06_30_archive.html
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कवितायें. मंगलवार, जून 30, 2009. नरेश चंद्रकर के पाँवों में चक्के लगे है. बचे घर तक. पहुँचने का रास्ता,जल. और युवती. नरेश चंद्रकर. घुमक्कड़ किस्म के कवि हैं. आसाम, हैदराबाद,हिमाचल. प्रदेश,जाने कहाँ कहाँ रह चुके हैं. में बड़. में हैं. वे भटकते हुए भी कविता खोज लाते हैं. उनके दो. कविता संग्रह हैं. बातचीत की उड़ती धूल में. बहुत नर्म चादर थी जल से बुनी. यह कविता उनके इस. बिम्ब के माध्यम से. न घने काले केश. नग्न नर्म पैर. सदस्यता...
शरद कोकास: 06/19/09
http://kavikokas.blogspot.com/2009_06_19_archive.html
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कवितायें. शुक्रवार, जून 19, 2009. किसी गरीब की केटली से भाफ बनकर निकलो. मै प्रेम पर कविता लिखना चाहता था. और स्त्री पर भी. 2405;ग्रीष्म की रातों में. अक्सर उचट जाती है. हलक. सूख जाता है प्यास के. मारे .लेकिन स्वप्न तो हर स्थिति में आते हैं पानी. के स्वप्न औ. स्त्री के. स्वप्न . स्व. में पानी और. पानी मे स्त्री और स्त्री में. कोकास की. पानी हो तुम. यह प्यास का आतंक है या निजता का. विस्तार. बन जाना. नदी बनकर बहना अपनी. घुटन म...
शरद कोकास: 05/24/09
http://kavikokas.blogspot.com/2009_05_24_archive.html
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कवितायें. रविवार, मई 24, 2009. बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है. उनकी ज़िन्दगी के बारे में सोचा है? आइये साथ मिलकर सोचते हैं शरद. की इस कविता में. बैंड बाजे वाले. बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है. लगभग आखरी धुन होती है. दुलहन के द्वार पर जिसे बजाते है बैण्ड्वाले. वे खामोश उदासी में प्राण फूंकते हैं. हवा उनके संगीत पर नृत्य करती है. उनके चेहरे पर इकठ्ठा रक्त. जीवन का स्पन्दन बन जाती है. शरद कोकास. द्वारा समय. इसे ब्ल...Twitter प...
शरद कोकास: 05/31/09
http://kavikokas.blogspot.com/2009_05_31_archive.html
कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कवितायें. रविवार, मई 31, 2009. तम्बाखू-एक नज़रिया यह भी. विश्व तम्बाखू निषेध दिवस पर कवि. की कविता. उनके कविता संग्रह " इस वक़्त मेरा कहा. तमाम वैधानिक चेतावनी के बावजूद. वह मुंह में. ओंठों के बीच दबी है. वह चुटकी भर है. पर मिर्च नहीं. हल्दी नहीं. नमक नहीं. पर नमक सा स्वाद है उसमें. इसके निर्माण की कला में. निपुण होता है इसका बनाने वाला. हर किसी को नहीं आता यह हुनर. हर कोई नहीं जानता. वो देखो! बस चुटकी भर. द्वारा समय. हर साल इतन...
TOTAL PAGES IN THIS WEBSITE
19
काव्य-प्रसंग: July 2011
http://kavya-prasang.blogspot.com/2011_07_01_archive.html
रविवार, जुलाई 24, 2011. राजेश रेड्डी की ग़ज़लें. शाम को जिस वक्त खाली हाथ घर जाता हूँ मैं. मुस्कुरा देते हैं बच्चे और मर जाता हूँ मैं. जानता हूँ रेत पर वो चिलचिलाती धूप है. जाने किस उम्मीद में फिर भी उधर जाता हूँ मैं. सारी दुनिया से अकेले जूझ लेता हूँ कभी. और कभी अपने ही साये से भी डर जाता हूँ मैं. ज़िन्दगी जब मुझसे मजबूती की रखती है उमीद. फैसले की उस घड़ी में क्यूँ बिखर जाता हूँ मैं. होना है मेरा क़त्ल ये मालूम है मुझे. मेरी ज़िंदगी के मआनी बदल दे. खु़दा! प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. दृश्य: एक. जो क...
कुमार अम्बुज: January 2013
http://kumarambuj.blogspot.com/2013_01_01_archive.html
कुमार अम्बुज. मंगलवार, 29 जनवरी 2013. पाठ्य पुस्तकें और राष्ट्रीय कविता. असुविधा ब्लॉग पर यह आलेख कवि अशोक कुमार पांडे ने दिया था।. यहॉं अपने ब्लॉग पर महज दस्तावेजीकरण के लिए और. उन साथियों के लिए जिन्होंने इसे पूर्व में नहीं पढ़ा है।. पाठ्य पुस्तकें और राष्ट्रीय कविता. जैसे राष्ट्र सिर्फ सीमाओं से बनता है, किसी मनुष्य समाज से नहीं।. प्रस्तुतकर्ता. कुमार अम्बुज. 1 टिप्पणी:. मंगलवार, 8 जनवरी 2013. जीवन का चुनाव. वाया-पुष्यमित्र. मैंने. मैंने. पुष्यमित्र. प्रस्तुतकर्ता. लड़कियो! धरती की...टॉप...
कर्मनाशा: चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे : रीता पेत्रो की कवितायें
http://karmnasha.blogspot.com/2013/03/blog-post_23.html
शनिवार, 23 मार्च 2013. चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे : रीता पेत्रो की कवितायें. रीता पेत्रो की पाँच कवितायें. अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह). ०१- तुम्हारे बिना. इस घर में. जो है खाली और जमाव की हद तक ठंडा. मुझे देती है गर्माहट. केवल तुम्हारी जैकेट।. ०२- मत चाहो प्रतिज्ञायें. मुझसे मत चाहो प्रतिज्ञायें. चाभियों की तरह गुम हो जाते है वादे. मुझसे मत चाहो सतत प्रेम. पास ही दुबकी पड़ी हैं. अनंतता और मत्यु की छायायें. मत चाहो कि मैं कहूँ अनकहे शब्द. चाहो तो बस इतना. हमने पी कॉफ़ी. ०५- पूर्णत्व. कवितì...
v7: कारवाँ बन जायेगा......
http://vikram7-v7.blogspot.com/2012/01/blog-post_07.html
मै इस ब्लॉग में अपनी कुछ चुनी रचनाओं का प्रकाशन कर रहा हूँ ,जो ब्लॉग पाठकों द्वारा पसंद की गयी थीं. Click here for Myspace Layouts. शनिवार, 7 जनवरी 2012. कारवाँ बन जायेगा. कारवाँ बन जायेगा,चलते चले बस जाइये. मंजिले ख़ुद ही कहेगी,. स्वागतम् हैं आइये. पीर को भी प्यार से,वेइंतिहाँ सहलाइये. आशिकी में डूबते,उसको भी अपने पाइये. हैं नजारे ही नहीं,. समझ भी जाइये. देखने वाले के नजरों,में जुनूँ भी. चाहिये. बुत नहीं कोई फरिश्ते,वे वजह मत जाइये. प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. 1 टिप्पणी:. ने कहा…. नई पोस्ट. मित&...
v7: .इतने दिनों बाद........
http://vikram7-v7.blogspot.com/2011/12/blog-post_23.html
मै इस ब्लॉग में अपनी कुछ चुनी रचनाओं का प्रकाशन कर रहा हूँ ,जो ब्लॉग पाठकों द्वारा पसंद की गयी थीं. Click here for Myspace Layouts. शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011. इतने दिनों बाद. इतने दिनों बाद. इतने दिनों बाद. अपनी खीची,. अर्थहीन रेखा के पास. खड़ा हूँ. तुम्हारे सामाने. यादों के धुंध में. लहरा गयी है. बीते पलों की वह छाया. जब तुमने. रोका था मुझे. गुरु, सखा की भाँति. पर मै,. महदाकांक्षा के वशीभूत. चला गया. कर अवहेलना. तुम्हारे आदेश की, याचना की. याद है. अर्थहीन आकारों को. सार्थक करने के. फिर से. कुछ ख...
कुमार अम्बुज: February 2014
http://kumarambuj.blogspot.com/2014_02_01_archive.html
कुमार अम्बुज. शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2014. प्रेम के लिए संस्कृति की दुहाई. यह आलेख, दखल प्रकाशन द्वारा अगले सप्ताह में प्रकाश्य विचार-पुस्तिका 'क्षीण संभावना की कौंध' में संकलित है। आज के दिन इसे शेयर करना प्रासंगिक होगा।. खबरें आती ही रहती हैं कि प्रेमी युगलों को पार्कों से, धार्मिक परिसरों से, प्राकृतिक. मन में कभी प्रेम का बीज प्रस्फुटित न हुआ हो। उस प्रेम का गौरव या उसकी कसक. फिल्में, लोकगीत और साहित्य का उल्लेखनीय हि...है। उनकी लोकप्रियता मेæ...दमित भावनाओं की...स्त्री-प&...कितनì...
कुमार अम्बुज: July 2015
http://kumarambuj.blogspot.com/2015_07_01_archive.html
कुमार अम्बुज. शुक्रवार, 10 जुलाई 2015. जब सोने में जंग लगेगी तो लोहा क्या करेगा- तीसरी किश्त. हालॉंकि अनेक लेखक ऐसे भी हैं जो इनमें सहज ही उपस्थित होते रहे हैं।. बहरहाल, उसी श्रंखला में आज यह एक वक्तव्य और जारी किया है।. और अब यह तीसरा वक्तव्य'. 10 जुलाई 2015. प्रिय लेखको,. लेकिन उस दिन तुम्हारे पक्ष में बोलने वाला कोई नहीं होगा. क्या आज के ये लेखक सिर्फ काग़ज़ के भोंपू हैं? पहले वे यहूदियों के लिये आये. और मैं चुप रहा. और तब भी मैं चुप रहा. और मैं चुप रहा. 1 टिप्पणी:. नई पोस्ट. यह दूसरा...
कुमार अम्बुज: July 2014
http://kumarambuj.blogspot.com/2014_07_01_archive.html
कुमार अम्बुज. शुक्रवार, 25 जुलाई 2014. जिसने अपनी आवाज का कभी सौदा नहीं किया. पियानो. उसके विशाल पहलू में हमेशा. एक मनुष्य के लिये जगह खाली है. वह जगह दिन-रात तुम्हारी प्रतीक्षा करती है. उसे वही बजा सकता है. जिसे कुछ अंदाजा हो जीवन की मुश्किलों का. जो रात का गाढ़ापन, तारों का प्रकाश और चांद का एकांत याद रखता है. उसमें से, तुमने सुना होगा, मादक आवाज उठती है. जिसमें शामिल होता है एक रुंधा हुआ स्वर. जो किसी बेचैन आदमी का ही हो सकता है. वह उस राजा की तरह दिखेगा. उसे कौन छुयेगा? जो अपनी पहचान. 2 टिप...
TOTAL LINKS TO THIS WEBSITE
660
kaviklife.com
The domain kaviklife.com is for sale. To purchase, call Afternic.com at 1 781-373-6847 or 855-201-2286. Click here for more details.
Сварочное оборудование.
Профессиональное сварочное оборудование КаВик. Расходные материалы для сварочного оборудования производства Асанта. Расходные материалы для сварочного оборудования. Профессиональное сварочное оборудование КаВик. Трансформаторы сварочные серии ТДМ. Трансформаторы напряжения серии НТС и ОСЗ. Выпрямители многопостовые серии ВДМ. Трансформаторы для контактной сварки. Трансформаторы силовые серии ТСЗ и ТСЗИ. Расходные материалы для сварочного оборудования производства Асанта. ООО Асанта реализует все концепци...
傻华咪表08123.com,专业的域名买卖交易,优惠的价格,实在的服务,专注六数字域名,五数字域名,三杂四杂,精品杂米出售交易
您访问的域名可以出售 the domain is for sale. 域名请进 www.08123.com 5数字,6数字,精品杂米域名. 极品行业域名请进 www.118123.com 行业域名. Http:/ 741406.shop.ename.com/. 点击进入800多个6数字.com价格500元-1000元登入www. 608123. Com 1200元起 请登入www. 181123. 大量行业域名请进 请进入咪表www.118123.com 查看.
kaviknits
Http:/ picasaweb.google.com/kaviknits, http:/ kaviknits.blogspot.com. Wednesday, January 15, 2014. We have the following GIRLS TOP,. STYLE : GIRLS FULL SLEEVE TOPS WITH PLACKET. FABRIC : 100 % COTTON. SIZE : 0-3 M TO 2 YEARS. PRICE : 50.00 RS(0.73 cents/fob). QTY : 2750 PCS. PACKING : LOOSE PACKING. BRAND : JOHN LEWIS BABY. STYLE : JUMP SUITS. SIZE : 0/3 TO 24 MONTHS. COLOR : ONE COLORS. QTY : 3500 PCS. PRICE : 60.00(0.95 CENTS/FOB). PACKING :5 PCS PACKING. Thursday, June 16, 2011. 14,Mahalakshmi Nagar,.
Kavik Offroad
Land Cruiser and Toyota specialty equipment designed and built by a lifetime Toyota enthusiast. Owned, Modified, and Wheeled : 1972 FJ55, 1985 FJ60, 1995 FZJ80, 2001 UZJ100. Computer aided design, combined with old school metal fabrication. CNC formed Aluminum and box section geometry maximizes strength to weight ratio. 100% TIG welded construction. 100% Bolt on intallation (some drilling required). OEM Factory bumper can be reinstalled without modification. Satin Black Powdercoat $175. And this is strong.
शको कोश
शको कोश. कविता ही ज़िन्दगी हो जहाँ ऐसी एक दुनिया है यहाँ. शरद कोकास और मित्रों की कविताएँ और लेख. मंगलवार, मार्च 20, 2018. Iframe src="https:/ archive.org/embed/KEDARJIHindi2009.01.26MP3" width="500" height="30" frameborder="0" webkitallowfullscreen="true" mozallowfullscreen="true" allowfullscreen /iframe. शरद कोकास. द्वारा समय. प्रतिक्रियाएँ. कोई टिप्पणी नहीं:. इस सन्देश हेतु लिंक. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. शरद कोकास. बल्क&#...
کاوی کُنج؛ مدرسه طبیعت
کاوی ک نج مدرسه طبیعت. طبیعت رو به بچه ها پس بدید! با ما تماس بگیرید: 37613906. داوطلب های مدرسه طبیعت. برنامه های تابستانه مدرسه طبیعت. دوره شیربچه (مهدکودک وحشی). گزارش برنامه های گذشته. چرا کودکم را بیاورم آنجا؟ برنامه های ویژه ما والدین. حرف دل ما با شما والدین. پیوستن به خانواده ما. لیست نیازمندی های ما. حمایت از مدرسه طبیعت. حرف ها و ماجراهای ما. برنامه های مدرسه طبیعت. چگونه رویاها ساخته می شوند؟ کودکان ما می آموزند که دنیا جایی است که باید رویاهایت را دنبال کنی؟ برنامه یکشنبه و سه شنبه ها. برنامه...
Kavikoy - DeviantArt
Window.devicePixelRatio*screen.width 'x' window.devicePixelRatio*screen.height) :(screen.width 'x' screen.height) " class="mi". Window.devicePixelRatio*screen.width 'x' window.devicePixelRatio*screen.height) :(screen.width 'x' screen.height) ". Join DeviantArt for FREE. Forgot Password or Username? Deviant for 2 Years. This deviant's full pageview. Last Visit: 4 days ago. This is the place where you can personalize your profile! By moving, adding and personalizing widgets. We've split the page into zones!
Kavik River Camp
Kavik River Camp is a one of a kind camp located just a few miles from the Arctic National Wildlife Refuge. 2010 marked the 50th Anniversary of the Refuge and what a time to see it! The Camp offers logistical support for all your Arctic needs. Camp, hunt, fish, bird viewing. just about anything you can think of, we are here to help see your Arctic Dreams realized! Amenities such as showers can also be Purchased during those hours. 694N x 146.54W. Susan Aikens/Kavik River Camp. 3875 Geist Rd, Ste E,.
SOCIAL ENGAGEMENT