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मोरपंख.....: April 2008
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Tuesday, April 22, 2008. दरख़्त की ख्वाइश और यीशू. संभाले. माँगे. माँगते. बहुत दिन हुए, के पतझड़ नही बीता. बड़े दिनो से है मन भी मेरा रीता ;. कब से पुरवा ने भी इधर रुख़ नही किया. के धूप में है मन मेरा जला किया. बरखा भी बरसती नही है. मृगतृष्णा है के हटती नही है. ख्वाबों पे जम गयी है बर्फ सी. ना आती है जां ना है निकलती. ज्यों ज्यों बर्फ की परतें बढ़ती हैं. ख्वाबों पर बोझ बदता जाता है. अपने ही पाँव बोझिल लगते है. अपना ही दिल भर सा आता है. एक किरण चमकी है आज कहीं. Subscribe to: Posts (Atom).
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मोरपंख.....: August 2008
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Friday, August 29, 2008. सफर बनारस का. सांस्कृतिक विरासत का. पार्ट 3. थोड़ा सा नज़र उठा कर देखा तो किन्शु. भी नज़र आ गई।. तुम कैसे जाने वाली हो? पहले सोच रही थी, सिड. को फ़ोन करके एड्रेस लेने का, पर अब सोचती हूँ हम लोग साथ चल सकते हैं। How are you going? Do you know the address? क्यों. टेंशन ले रही हो।. सिड का cousin. आया है लेने,. तुम भी साथ चलो। ". Sounds perfect। चलो ". हाय किन्शु, हाय .". कैसे जा रहे हैं हम लोग? ऑटो में। ". ऑटो में हम साढे. सौरभ नही आया? ठीक से बैठे हो न! अरे तुम सब लो...हम मुट...
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मोरपंख.....: October 2008
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Tuesday, October 7, 2008. सफर बनारस का. सांस्कृतिक विरासत का part 4. इतनी देर में कुछ समझ पाते, ये तो समझ में आ गया था के शाम के लिए मुसीबत का इतंजाम हो चुका था।. अरे गीतांजलि, चलो यार थोड़ा मार्केट घूम आते हैं। " kinshu. हाँ हाँ चलो, चलते हैं। ". सबका घूमने का प्लान बन रहा था, किसको क्या काम है मार्केट में। कुछ खास देखना हो तो।. जैसे तैसे लंका बाज़ार पहुंचे,. गगन पान वाले से, " भइया यहाँ पिज्जा हट होगा? बरिस्ता होगा? पर दिल नही।. और दिमाग, वो तो पहले से ही भरì...किशु, यार एक छो...पता नही, ...मरती...
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मोरपंख.....: December 2016
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Saturday, December 17, 2016. दिल्ली का बहिखाता. शुरुआत करते हैं हल्के फुल्के मीठे क़िस्सों से ।. १ दिल्ली police -. एकऐसे ही एक दिन हम गैस डलवा कर आ रहे थे तो एक ४५-५० साल के police वाले ने रोक लिया।. कहाँ जा रहे हो सुबह सुबह? थोड़ा हिचकिचाते हुए हमने कहा ," बस यही पीछे स्टेशन से गैस डलवाने आए थे सर। क्या हुआ? तुम्हारी नम्बर प्लेट से नम्बर ग़ायब हैं! मैंने देखा नहीं, १-२ दिन में ठीक कर लूँगी।". दिल्ली के तो नहीं लगते! कहाँ से हो? Subscribe to: Posts (Atom). Manisha - Goddess of mind, intelligence, desire.
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कुछ एहसास: June 2014
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कुछ एहसास. बदलते मूड के साथ अपने अन्दर बैठे कई इंसानों को महसूस करती हूँ. Sunday, June 22, 2014. लेने देने की साड़ियां. आप शादियों के सीज़न में किसी भी साड़ी की दुकान. मतलब इस प्रश्न से इतना तो सिद्ध हो गया कि लेने देने की साड़ियाँ अच्छी नहीं होतीं! उसके पास अस्सी. रुपये से लेकर ढाई सौ तक की रेंज मौजूद है! एक कुशल स्त्री अस्सी से लेकर ढाई सौ तक की सभी साड़ियाँ पैक कराती है! घर जाकर वो पिछले बीस वर्ष का बही खाता खोलती है! ये भी खासी ध्यान रखने की बात हí...सबसे मजेदार बात यह है...एक बेहद कुशल ग&...और यí...
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कुछ एहसास: April 2012
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कुछ एहसास. बदलते मूड के साथ अपने अन्दर बैठे कई इंसानों को महसूस करती हूँ. Saturday, April 28, 2012. एक लड़की और सूरज की दोस्ती की कहानी. वो सुबह बिस्तर से कूदकर उठती .सूरज की अगवानी करने के लिए! उसे पसंद नहीं था कि उसके उठने के पहले एक तोला सोना भी धरती पर बिखरे! जब मैं कहू तब आँख खोलना " पापा ने कहा था! तब से आज तक सूरज ने हमेशा उसका इंतज़ार किया है! थोडा सा सोना उसके मुंह पर मलकर सूरज विदा लेता! एक दिन उसने अपने बचपन के दोस्त को एक राज बताया थ...ऊपर वाला सूरज मुस्कुर...वो बहुत खुश थ&#...क वो उस&#...
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अनजान हूँ | Touching skies....
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A Tribute To Capt. Vikram Batra(PVC). Ye dil maange more! August 7, 2008. Posted by Tanu Shree under My creations. ज न ह ह ज न म झ अभ …. क य इस र स त पर खड़ सभ. म झस इतन ब ग न लगत ह? पर व त म झस अनज न लगत ह. ज न दग त झ इतन थ च ह म न . त भ आज म झस ह खफ ह? 8 Responses to “अनज न ह ”. August 7, 2008 at 12:36 pm. पर व त म झस अनज न लगत ह. र ज व र जन प रस द. August 7, 2008 at 1:09 pm. ज न दग त झ इतन थ च ह म न . त भ आज म झस ह खफ ह? बह त स न दर रचन , बध ई स व क र . र ज व र जन प रस द. सम र ल ल 'उड न तश तर व ल '.
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कुछ अपनी कुछ जग की: August 2008
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कुछ अपनी कुछ जग की. सार्थकता के अपने मायने होते हैं , यह भी एक है. शनिवार, 30 अगस्त 2008. प्रिंट व आनलाईन मासिक पत्रिका. समीर भाई,. जोहार,. आदरणीय बुधराम यादव जी के प्रयास के समाचार को. पढ कर अति प्रसन्नता हुई,हमें उनका आर्शिवाद व संपादन. सहयोग मिलता रहे तो गुरतुर गोठ को आप-हम नईउंचाईयों में ले जायेंगें ।. मेरे विचार से 'गुरतुर गोठ' को chhattisgarhi का "प्रतिनिधि ब्लॉग". आपने इस हेतु क्या योजना सोच रखा है यह जरुर बताएं।. Http:/ aarambha.blogspot.com. Www।gurturgoth.कॉम. उसके लिए साध...मेरे...
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लिंक रोड. इतने सारे लिंक याद रखने के झंझट से मुक्ति. Friday, May 29, 2009. कविता, कहानी, साहित्य वाले ब्लॉग. फूल्बघिया. साहित्य. अभिव्यक्ति. जेन कथा. गोस्वामी,. मन्सूर अली हाशमी,. Labels: कविता. साहित्य. परा वाणी - अरविंद पाण्डेय. Http:/ paraavaani.blogspot.com. Http:/ creativepolicingmypassion.blogspot.com. Http:/ biharbhakti.blogspot.com. May 29, 2009 at 9:48 PM. सिद्धार्थ जोशी Sidharth Joshi. May 29, 2009 at 10:14 PM. May 30, 2009 at 2:45 AM. December 4, 2011 at 8:46 PM. January 11, 2013 at 6:19 PM.
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लिंक रोड. इतने सारे लिंक याद रखने के झंझट से मुक्ति. Wednesday, July 29, 2009. राजस्थानी नेताओं के ब्लॉग. महेश्वरी. ओटाराम देवासी. जोगेश्वर. Labels: नेताओं के ब्लॉग. Subscribe to: Posts (Atom). कानूनी ब्लॉग. कार्टूनिस्ट. कॉमिक्स वाले ब्लॉग. गाजियाबाद. ग्वालियर. डूंगरपुर. तकनीकी ब्लॉग. नई दिल्ली. नयी दिल्ली. नेताओं के ब्लॉग. पर्यटन से सम्बंधित ब्लॉग. फ़िल्मी ब्लॉग. फोटो ब्लॉग. बच्चों के ब्लॉग. बीकानेर के ब्लॉग. मीडिया शिक्षा. रांची. राजनैतिक विमर्श. राजीव जैन. व्यंग्य. साहित्य. एक निवेदन. विष...
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