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सिंहावलोकन: सोन सपूत
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अपने बारे में. मेरी पसंद. अभिलेखागार. ऐतिहासिक छत्तीसगढ़. अभिलेख सूची. स्मारक सूची. पोस्ट सूची. स्थान-नाम. पुलिस मितानी. रामचन्द्र-रामहृदय. धरोहर और गफलत. अस्सी जिज्ञासा. सोनाखान, सोनचिरइया और सुनहला छत्तीसगढ़. बनारसी मन-के. राजा फोकलवा. रेरा चिरइ. केदारनाथ. भाषा-भास्कर. समलैंगिक बाल-विवाह! लघु रामकाव्य. गुलाबी मैना. मिस काल. विजयश्री, वाग्देवी और वसंतोत्सव. काल-प्रवाह. अनूठा छत्तीसगढ़. कलचुरि स्थापत्य: पत्र. छत्तीसगढ़ वास्तु - II. छत्तीसगढ़ वास्तु - I. गेदुर और अचानकमार. मौन रतनपुर. बस्...
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सिंहावलोकन: July 2012
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अपने बारे में. मेरी पसंद. अभिलेखागार. ऐतिहासिक छत्तीसगढ़. अभिलेख सूची. स्मारक सूची. पोस्ट सूची. स्थान-नाम. पुलिस मितानी. रामचन्द्र-रामहृदय. धरोहर और गफलत. अस्सी जिज्ञासा. सोनाखान, सोनचिरइया और सुनहला छत्तीसगढ़. बनारसी मन-के. राजा फोकलवा. रेरा चिरइ. केदारनाथ. भाषा-भास्कर. समलैंगिक बाल-विवाह! लघु रामकाव्य. गुलाबी मैना. मिस काल. विजयश्री, वाग्देवी और वसंतोत्सव. काल-प्रवाह. अनूठा छत्तीसगढ़. कलचुरि स्थापत्य: पत्र. छत्तीसगढ़ वास्तु - II. छत्तीसगढ़ वास्तु - I. गेदुर और अचानकमार. मौन रतनपुर. बस्...
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अनूप सेठी: December 2012
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अनूप सेठी. Sunday, December 9, 2012. कविता पर बहस जारी है. धीरोदात्त नायक की प्रतीक्षा करती और साथ ही. उत्तेजक उत्तर-आधुनिकतावादी नारीवादी विमर्श करती पद्मिनी नायिका. कथादेश में पवन करण और अनामिका की कविताओं पर जारी बहस में कात्यायनी. का ले ख. इस बहस में आप पहले प्र. भु जोशी. का लेख पढ़ चुके हैं. रजा, हाल में मुंबई में लगी प्रदर्शनी से. और अनामिका. की कविताओं का शालिनी माथुर. ने ( दोस्तोयेव्स्की. के सन्दर्भ में) और बख्तीन. और समाजशास्त्री आशीष नन्दी. और 'गृहलक्ष्मी'. क्या खुद को? यह कि पुर&#...बने...
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अनूप सेठी: November 2014
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अनूप सेठी. Saturday, November 29, 2014. जहां आप और भी कविताओं का आनंद ले सकते हैं।. प्रस्तुतकर्ता Anup Sethi. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: कविता. काव्यक्षेत्रे. यूट्यूब. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). दृष्टिपात. चिंतनदिशा. जनवरी मार्च 2014. आपकी पसंद. बारिश जारी है. पुरस्कृत कविता. आज की कविता : राजनीति का सन्दर्भ. देवनागरी लिपि का सौंदर्य और तकनीक. तकनीक और साहित्य. चिंतनदिशा. ग्रीष्म 2011. हिमाचल मित्र. वर्षा अंक 2010. हिमाचल मित्र. ग्रीष्म 2009. हिमाचल मित्र. वर्षा अंक. बसंत अंक. सुनन&#...
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अनूप सेठी: February 2013
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अनूप सेठी. Thursday, February 28, 2013. क्या था, आशीष का आशय. प्रभु जोशी. ने नई दुनिया में दो टिप्पणियां लिखी हैं, जिन्हें हम बारी बारी से यहां पढ़ेंगे. पहली टिप्पणी आप पढ़ चुके, यह रही दूसरी टिप्पणी. कोई जटिल-सि. द्धांति. की रखना अपनी सार्वजनिक छीछाले. दर का पुख्ता इंतजाम कर लेना है।. हां मालवी के मुहावरे में कहा जाये तो. बाप बता. वर्ना श्रा. की शर्त है। क्योंकि. वित्त बु. द्धांति. की रखी. उसमें भ्रष्टाचार की उस. वर्ग-सापेक्षता. की बात है. जब अण्णा का. एक महाद्वीप है. हम राजनीतिक-प...की रचन...
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अनूप सेठी: October 2014
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अनूप सेठी. Thursday, October 30, 2014. कुत्ताघर. कागज पर पेंसिल : मुदित सेठी. जिनके गले में पट्टे बांधे जाते है। पालतू होने के बाद ही वे आदमी के दोस्त बनते होंगे।. बरसात में सीवरेज का काम बंद हो गया था और भोंसले को खाने के तकरीबन लाले ही पड़ गए थे। उसने हारकर बाबू के आगे हाथ जोड़े. दे दो कुत्ते पकड़ने का काम ही दे दो साब। भला हुआ कि जब मिन्नत कर रहा था. दस सालों से डेली पर मजूरी करता हूं. ईमानदार है। ठीक है रख लो. अफसर मूड में था. हिदायत देकर चला गया।. और भी कई कुछ.।. पेड़ के नीचे. और वह किनार...हम छì...
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अनूप सेठी: March 2013
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अनूप सेठी. Tuesday, March 26, 2013. रोटियां. आर के. मल्होत्रा। मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ आया था। साफ लकदक हाथ चुनीलाल के सामने था। एक ऊंगली में पीले नग वाली अंगूठी चमक रही थी।. अच्छा अच्छा। चौधरी साहब। कहां रहते हैं आप? यहीं जी। गांव सासण डाकखाना झन्यारी देवी तसील जिला हमीरपुर. इस जगह का नाम तो जलाडी़ है न।. चलो बैठो अपनी जगह पे। चलो, नहीं तो लेता हूं अभी तुम्हारी खबर।. लड़के जा कर अपनी-अपनी टाटों पर दुबक गए।. सरहाने कपडे़ रखे थे. अन्दर टांग दिए हैं. रामचन्द बडे़ भाई का...पत्नी मु&...बस मे...
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अनूप सेठी: November 2013
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अनूप सेठी. Monday, November 25, 2013. गंध ने लगाई अतीत में सेंध. रेखांकन: सुमनिका, कागज पर चारकोल. के हाल में आए दूसरे अंक में छपे हैं। इस कडी़ के साथ ही यह श्रृंखला अब संपन्न होती है।. प्रस्तुतकर्ता Anup Sethi. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: डायरी. रेखांकन. सुमनिका. प्रतिक्रियाएँ:. Sunday, November 24, 2013. तीर्थाटन-सह-पर्यटन-सह गृहगमन. रेखांकन : सुमनिका, कागज पर चारकोल. के हाल में आए दूसरे अंक में छपे हैं।. प्रस्तुतकर्ता Anup Sethi. 0 टिप्पणियाँ. लेबल: डायरी. सुमनिका. Saturday, November 23, 2013. पता नह&#...
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अनूप सेठी: July 2014
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अनूप सेठी. Saturday, July 26, 2014. स्टेट ऑफ होमलैंड. सलमान मासाल्हा की कविताएं. हंटर, टेराकोटा में. एक यहां से. देर रात के पहरों के लिए एक कविता. यह बदलता है इतनी तेजी से,. संसार। और मेरे लिए यह. अब बेतुका। चीजें पहुंच गईं हैं. उस सिरे तक कि मैंने छोड़ दिया है. सोचना पतन के बारे में।. क्योंकि, बस अब, यहां से. नहीं कोई ठौर जाने को।. वैसे भी, पार्क तक के. पेड़ उखाड़ दिए गए और गायब हो गए. और ऐसे वक्तों में, बाहर जाना. लोगों के साथ खतरनाक. बात है। सड़क इतनी. एक यहां से है. एक वहां से. आसमान मे...
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अनूप सेठी: July 2013
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अनूप सेठी. Sunday, July 14, 2013. आज की कविता : राजनीति का सन्दर्भ. चित्रकृति: संजय राउत. समकालीन कविता पर जय प्रकाश. का यह लेख. कविता की अंतर्धारा को समझने में मदद करता है, वागर्थ के अप्रैल अंक से साभार. लाल बत्ती! सच, कितनी सहज और समर्थ थी पिछले दिनों की कविता जो भेड़ियों को देख रही थी और भेड़ियों से लड़ रही थी।. प्रस्तुतकर्ता Anup Sethi. 3 टिप्पणियाँ. लेबल: काव्य विचार. काव्यक्षेत्रे. जय प्रकाश. समकालीन कविता. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). दृष्टिपात. चिंतनदिशा. आपकी पसंद. जुगा...ओमा...