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नवगीत संग्रह और समीक्षा: अलमारी में रखे हुए दिन
http://navgeet3.blogspot.com/2011/09/blog-post_2595.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Sunday, September 11, 2011. अलमारी में रखे हुए दिन. अलमारी में रखे हुए दिन. Posted by Dr.jagdish vyom. Labels: अलमारी में रखे हुए दिन. Subscribe to: Post Comments (Atom). नवगीत संग्रह. अलमारी में रखे हुए दिन. इस आखेटक समय में. गई सदी के स्पर्श. चोंच में आकाश. जयप्रकाश श्रीवास्तव. नवगीत संग्रह. परिंदे संवेदना के. पूर्णिमा वर्मन. रविशंकर पाण्डेय. सदस्यता ले. View my complete profile. ढूँढें.
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नवगीत: कहाँ ज़िन्दगी वश में
http://navgeet.blogspot.com/2015/02/blog-post.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत कार्यक्रमों के फोटो. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत पोस्टर. नवगीत फेसबुक विमर्श पोस्ट क्रम. नवगीत फेसबुक विमर्श लेखक क्रम. नवगीत विमर्श-लखनऊ. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Monday, February 23, 2015. कहाँ ज़िन्दगी वश में. ओमप्रकाश तिवारी. चौदह रुपए बड़ा पाव के. चाय हो गई दस में. कहाँ ज़िन्दगी वश में! राशनकार्ड कई रंगों के. उलझे ताने-बाने. बैठ शिखर पर तय होते हैं. गुरबत के पैमाने. देश दिखे, जैसा दिखलाएँ. आकाओं के चश्मे! हुआ खजाना खाली. पर भी है ।. बहुत सटीक! भाई ओम त...
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नवगीत: दाना ढूँढ़ रहे
http://navgeet.blogspot.com/2014/07/blog-post.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत कार्यक्रमों के फोटो. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत पोस्टर. नवगीत फेसबुक विमर्श पोस्ट क्रम. नवगीत फेसबुक विमर्श लेखक क्रम. नवगीत विमर्श-लखनऊ. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Sunday, July 13, 2014. दाना ढूँढ़ रहे. जुते खेत में. दाना ढूँढ़ रहे. गये नाज के राज. आँगन-छत जुटते. बेगम के हाथों. दाना तब चुगते. गये नवाबी ठाट. बाहर अब आकर. एक नये जीवन का. ताना-बाना. ढूँढ़ रहे. आँगन में दीवार. छतों पर. परदे हैं लटके. पंख फुलाकर. जोड़ बनाकर. और कहाँ फुदकें. रहकर नियमित. योगेन&...रमे...
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नवगीत: अम्मा सपने में आईं थीं
http://navgeet.blogspot.com/2014/11/blog-post.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत कार्यक्रमों के फोटो. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत पोस्टर. नवगीत फेसबुक विमर्श पोस्ट क्रम. नवगीत फेसबुक विमर्श लेखक क्रम. नवगीत विमर्श-लखनऊ. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Sunday, November 09, 2014. अम्मा सपने में आईं थीं. शिवजी श्रीवास्तव. अम्मा सपने में आईं थीं. उनके पीछे, उड़ती-उड़ती. रंग-बिरंगे पंखों वाली. लिए हाथ जादू की छड़ियाँ. ढेरों परियाँ भी आईं थीं. अम्मा बैठ गईं खटिया पर. मेरा सर गोदी में रख कर. और उसी क्षण मेरे सर पर. ठहर, अभी बस पल भर में ही. स्वयं क...कोई...
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नवगीत: नया वर्ष मंगलमय हो
http://navgeet.blogspot.com/2014/12/blog-post.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत कार्यक्रमों के फोटो. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत पोस्टर. नवगीत फेसबुक विमर्श पोस्ट क्रम. नवगीत फेसबुक विमर्श लेखक क्रम. नवगीत विमर्श-लखनऊ. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Tuesday, December 30, 2014. नया वर्ष मंगलमय हो. नव वर्ष 2015 की मंगल कामनाओं के साथ एक नया गीत). नया वर्ष मंगलमय हो. अच्छे दिन. जल्दी आ जायें. कुछ वादे. पूरे हो पायें. स्वच्छ, सुखद. हर एक दृश्य हो. फूलें-फलें. सभी के सपने. अपने, बने रहें. सत्य कथन की. सदा विजय हो. बचा रहे. थोड़ा और. कथ्य सहज हो. रवीन...
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नवगीत: बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु !
http://navgeet.blogspot.com/2014/06/blog-post_26.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत कार्यक्रमों के फोटो. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत पोस्टर. नवगीत फेसबुक विमर्श पोस्ट क्रम. नवगीत फेसबुक विमर्श लेखक क्रम. नवगीत विमर्श-लखनऊ. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Thursday, June 26, 2014. बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला. बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! पूछेगा सारा गाँव, बंधु! यह घाट वही जिस पर हँसकर. वह कभी नहाती थी धँस कर. आँखे रह जाती थीं फँस कर. कँपते थे दोनों पाँव, बंधु! बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! Subscribe to: Post Comments (Atom). महे...
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नवगीत संग्रह और समीक्षा: स्वागत
http://navgeet3.blogspot.com/2011/09/blog-post.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Sunday, September 11, 2011. यह पृष्ठ अभी निर्माणाधीन है।. Posted by Dr.jagdish vyom. Subscribe to: Post Comments (Atom). नवगीत संग्रह. अलमारी में रखे हुए दिन. इस आखेटक समय में. गई सदी के स्पर्श. चोंच में आकाश. जयप्रकाश श्रीवास्तव. नवगीत संग्रह. परिंदे संवेदना के. पूर्णिमा वर्मन. रविशंकर पाण्डेय. सदस्यता ले. View my complete profile. ढूँढें.
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नवगीत संग्रह और समीक्षा: गई सदी के स्पर्श
http://navgeet3.blogspot.com/2011/09/blog-post_11.html
व्योम का सृजन संसार. नवगीत की पाठशाला. नवगीत पर आलेख. नवगीत संग्रह और समीक्षा. Sunday, September 11, 2011. गई सदी के स्पर्श. गई सदी के स्पर्श. Posted by Dr.jagdish vyom. Labels: गई सदी के स्पर्श. Subscribe to: Post Comments (Atom). नवगीत संग्रह. अलमारी में रखे हुए दिन. इस आखेटक समय में. गई सदी के स्पर्श. चोंच में आकाश. जयप्रकाश श्रीवास्तव. नवगीत संग्रह. परिंदे संवेदना के. पूर्णिमा वर्मन. रविशंकर पाण्डेय. सदस्यता ले. View my complete profile. ढूँढें.