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छंद प्रसंग: November 2014
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छंद प्रसंग. सम्बन्धित रचनाकार से अनुमति प्राप्त किए बिना 'छंद प्रसंग' में प्रकाशित किसी भी रचना या उसके किसी अंश का व्यावसायिक उपयोग कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जाएगा।. रविवार, नवंबर 16, 2014. संग्रहणीय नवगीत संग्रह. भारतेन्दु मिश्र. चिमनी धुआं तेज रफ्तारें/चारो ओर जहर. इन सबके ही बीच बना है /गीतो का ये घर।. दुरदिन मे अब हरखू कैसे /घर का पेट भरे।. कोर्ट कचेहरी जाते जाते/हांफे रामपियारी।. राजमार्ग के लिए गांव के /आधे खेत गए. वर्ष:2013/मूल्य:250/. प्रस्तुतकर्ता. नई पोस्ट. अपना दौर. संग्रहण...Watermark...
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छंद प्रसंग: March 2015
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छंद प्रसंग. सम्बन्धित रचनाकार से अनुमति प्राप्त किए बिना 'छंद प्रसंग' में प्रकाशित किसी भी रचना या उसके किसी अंश का व्यावसायिक उपयोग कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जाएगा।. रविवार, मार्च 08, 2015. समीक्षा. गर्मजोशी से भरे नवगीत. भारतेन्दु मिश्र. बाबू जी की/ एक तर्जनी/कितना बडा सहारा थी/उंगली सिर्फ/ नही थी उंगली/ घर का वही गुजारा थी।. बहू चाहिए अफलातून/करे नौकरी वह सरकारी/साथ साथ सब दुनियादारी/बच्च...राजा जी को/कौन बताए/राजा नंगा है/पì...क्षमा करो सरदार /कहां स...सपने टूटे/फ...बाबा...
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नाट्य प्रसंग: February 2014
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नाट्य प्रसंग. बिना पूर्व अनुमति इस ब्लाँग की किसी भी सामग्री या उसके अंश का व्यावसायिक उपयोग काँपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जायेगा -संपादक. गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014. स्वानुभूति से सह-अनुभूति तक / अशोक गुजराती. खिड़की वाली सीट—समीक्षा-2. प्रस्तुतकर्ता. भारतेंदु मिश्र. कोई टिप्पणी नहीं:. इस संदेश के लिए लिंक. लेबल: समीक्षा- खिड़की वाली सीट. रविवार, 9 फ़रवरी 2014. खिड़की वाली सीट : समीक्षा-1. कथादेश के फरवरी-१४ अंक में प्रकाशित. प्रस्तुतकर्ता. भारतेंदु मिश्र. कोई टिप्पणी नहीं:. नई पोस्ट. अपना दौर.
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नाट्य प्रसंग
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नाट्य प्रसंग. बिना पूर्व अनुमति इस ब्लाँग की किसी भी सामग्री या उसके अंश का व्यावसायिक उपयोग काँपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जायेगा -संपादक. शनिवार, 7 फ़रवरी 2015. तीन एकांकी. प्रस्तुतकर्ता. भारतेंदु मिश्र. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). मेरे बारे में. भारतेंदु मिश्र. Dislhad Garden, DELHI-110095. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. साथी ब्लॉग्स. अपना दौर. कथायात्रा. छंद प्रसंग. नि:शक्तबच्चे. लघुकथा-वार्ता.
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लघुकथा-वार्ता: September 2014
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लघुकथा-वार्ता. बलराम अग्रवाल के लघुकथा सम्बन्धी आलोचना व समीक्षापरक विचारों का मंच. शुक्रवार, 12 सितंबर 2014. क्या लघुकथा अपना सर्वोत्तम समय देख चुकी- उमेश महादोषी. चित्र:बलराम अग्रवाल. उमेश महादोषी:. नयी पीढ़ी के लघुकथाकार अलग-अलग कुछ अच्छी लघुकथाएं. देते रहे हैं। परन्तु अपने समग्र लघुकथा लेखन से उस तरह प्रभावित कर पाने. में सफल नहीं दिखते. जैसा उन्हें होना चाहिए या फिर जैसा आठवें दशक में. बलराम अग्रवाल. उमेश महादोषी:. जुड़े हैं. बलराम अग्रवाल. उमेश महादोषी:. होने चाहिए. बलराम अग्रवाल. बाद की...
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लघुकथा-वार्ता: February 2014
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लघुकथा-वार्ता. बलराम अग्रवाल के लघुकथा सम्बन्धी आलोचना व समीक्षापरक विचारों का मंच. सोमवार, 3 फ़रवरी 2014. रूप देवगुण से प्रश्न-बातचीत. प्रो॰ रूप देवगुण के सवालों के जवाब बलराम अग्रवाल द्वारा. चित्र:बलराम अग्रवाल. हिन्दी लघुकथा के वरिष्ठ हस्ताक्षर प्रो॰ रूप देवगुण का एक प्रश्न-पत्रक कल प्राप्त हुआ है. लेकिन बात क्योंकि. लघुकथा के पूर्ण रूप से मूल्यांकन. के मेरी ओर से उत्तर. निम्नवत हैं. 2416; आपकी प्रथम लघुकथा कब और किस समाचार-पत्र. मलयालम की चर्चित लघुकथाएँ. 8217; (1997;. 8217;(2010), ‘. 2416; आपकी...
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लघुकथा-वार्ता: July 2013
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लघुकथा-वार्ता. बलराम अग्रवाल के लघुकथा सम्बन्धी आलोचना व समीक्षापरक विचारों का मंच. गुरुवार, 18 जुलाई 2013. समकालीन लघुकथा : वर्तमान परिदृश्य / बलराम अग्रवाल. चित्र:बलराम अग्रवाल. ऐतिहासिक. हिंदी में समकालीन रचना-विधा के रूप में. इ सका अस्तित्व. गत सदी के सातवें दशक के उत्तरार्द्ध अथवा आठवें दशक के प्रारम्भ से ही माना जाता है।. विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक दबावों. का है। यह दो मान्यताओं के टकराव का भी दौर था. इसलिए समकालीन लघुकथा का रवैया और. इ सके मुख्य सरोकार. दबावों. पात्रों. कथा-रचना व कथ&#...उनके...
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लघुकथा-वार्ता: January 2013
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लघुकथा-वार्ता. बलराम अग्रवाल के लघुकथा सम्बन्धी आलोचना व समीक्षापरक विचारों का मंच. शुक्रवार, 25 जनवरी 2013. समकालीन लघुकथा और मनोविज्ञान-1/बलराम अग्रवाल. चित्र:बलराम अग्रवाल. हानी के उद्भव पर विचार व्यक्त करते हुए सुप्रसिद्ध आलोचक डॉ॰. नामवर सिंह ने किसी कार्यक्रम में कहा था कि. 8211;‘ साहित्य के रूप केवल रूप नहीं हैं बल्कि जीवन को समझने के भिन्न. 8211; भिन्न माध्यम हैं। एक माध्यम जब चुकता दिखाई पड़ता है. तो दूसरे. 8211; यात्रा में सत्य. 8211; समय पर नए. 8211; सौंदर्य. 8211; मूल्य भी इस...8211; बक्...
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नाट्य प्रसंग
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नाट्य प्रसंग. बिना पूर्व अनुमति इस ब्लाँग की किसी भी सामग्री या उसके अंश का व्यावसायिक उपयोग काँपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जायेगा -संपादक. मंगलवार, 23 जून 2015. शास्त्रार्थ. प्रस्तुतकर्ता. भारतेंदु मिश्र. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). मेरे बारे में. भारतेंदु मिश्र. Dislhad Garden, DELHI-110095. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. साथी ब्लॉग्स. अपना दौर. कथायात्रा. छंद प्रसंग. नि:शक्तबच्चे. लघुकथा-वार्ता.
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अपना दौर: August 2012
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अपना दौर. विभिन्न सामाजिक अनुभवों को अभिव्यक्ति देने का प्रयास. बुधवार, 22 अगस्त 2012. श्रीकृष्ण : पूर्ण पटाक्षेप / बलराम अग्रवाल. श्रीमती कमला देवी. दस मिनट पहले की बात है। राजेन्द्र जैन जी मिल गये थे. श्रीकृष्ण. जी के दामाद हैं वे। पहले आँखों ही आँखों में अभिवादन किया, फिर स्कूटर रोककर बोले. 8212;“ वो भी गईं।. 8220; 15 अगस्त को…सुबह साढ़े दस बजे।. 8220; सूरज. अस्त हो गया…. हिन्दी के भद्र(? समझे जाने वाले एक लेखक के. 8221; दु:खित स्वर में मैंने. आगे कहा।. इसके बाद कुछ पल हम चुप खड़...8217; से उनक...