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प्रत्यंचा..: आडवाणी....अस्सी की उम्र और प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश.....आखिर क्यों....??
http://pratyanchaa.blogspot.com/2009/04/blog-post_24.html
प्रत्यंचा. मेरी पसंद. अखाड़े का उदास मुगदर. अमृता प्रीतम की याद में. एक ज़िद्दी धुन. दिल की बात. पूजा की दुनिया. प्रत्यक्षा. मदान सर का लेटर बक्स. वर्षा की फुहार. सिर्फ इतना ही. मेरे बारे में. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. शुक्रवार, 24 अप्रैल 2009. आडवाणी.अस्सी की उम्र और प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश.आखिर क्यों? प्रस्तुतकर्ता. लेबल: राजनीति. 10 टिप्पणियां:. अनिल कान्त :. 24 अप्रैल 2009 को 12:41 am. उत्तर दें. 24 अप्रैल 2009 को 1:36 am. उत्तर दें. 24 अप्रैल 2009 को 2:40 am. उत्तर दें. Are aap ki party ne hi...
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प्रत्यंचा..: वरुण का इमोशनल अत्याचार...
http://pratyanchaa.blogspot.com/2009/04/blog-post_28.html
प्रत्यंचा. मेरी पसंद. अखाड़े का उदास मुगदर. अमृता प्रीतम की याद में. एक ज़िद्दी धुन. दिल की बात. पूजा की दुनिया. प्रत्यक्षा. मदान सर का लेटर बक्स. वर्षा की फुहार. सिर्फ इतना ही. मेरे बारे में. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. मंगलवार, 28 अप्रैल 2009. वरुण का इमोशनल अत्याचार. प्रस्तुतकर्ता. लेबल: राजनीति. 10 टिप्पणियां:. काजल कुमार Kajal Kumar. 28 अप्रैल 2009 को 10:59 pm. उत्तर दें. डॉ .अनुराग. 29 अप्रैल 2009 को 1:17 am. उत्तर दें. परमजीत बाली. 29 अप्रैल 2009 को 1:22 am. उत्तर दें. उत्तर दें. Mehnat ke rookh p...
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प्रत्यंचा..: दुख में पसरी ज़िंदगियां......
http://pratyanchaa.blogspot.com/2009/08/blog-post.html
प्रत्यंचा. मेरी पसंद. अखाड़े का उदास मुगदर. अमृता प्रीतम की याद में. एक ज़िद्दी धुन. दिल की बात. पूजा की दुनिया. प्रत्यक्षा. मदान सर का लेटर बक्स. वर्षा की फुहार. सिर्फ इतना ही. मेरे बारे में. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. मंगलवार, 18 अगस्त 2009. दुख में पसरी ज़िंदगियां. प्रस्तुतकर्ता. लेबल: दुख. 6 टिप्पणियां:. 18 अगस्त 2009 को 8:48 pm. उत्तर दें. 18 अगस्त 2009 को 9:39 pm. उत्तर दें. 18 अगस्त 2009 को 10:36 pm. उत्तर दें. 18 अगस्त 2009 को 11:07 pm. उत्तर दें. वाणी गीत. 18 अगस्त 2009 को 11:53 pm.
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प्रत्यंचा..: संजय दत्त....
http://pratyanchaa.blogspot.com/2009/04/blog-post_23.html
प्रत्यंचा. मेरी पसंद. अखाड़े का उदास मुगदर. अमृता प्रीतम की याद में. एक ज़िद्दी धुन. दिल की बात. पूजा की दुनिया. प्रत्यक्षा. मदान सर का लेटर बक्स. वर्षा की फुहार. सिर्फ इतना ही. मेरे बारे में. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. गुरुवार, 23 अप्रैल 2009. संजय दत्त. क्या जनता वाकई इतनी बेवकूफ है. शायद हां.शायद नहीं. प्रस्तुतकर्ता. लेबल: राजनीति. 5 टिप्पणियां:. डॉ .अनुराग. 23 अप्रैल 2009 को 1:17 am. उत्तर दें. 23 अप्रैल 2009 को 3:55 am. उत्तर दें. 23 अप्रैल 2009 को 10:34 am. उत्तर दें. उत्तर दें.
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औघट घाट: Jun 30, 2009
http://aughatghat.blogspot.com/2009_06_30_archive.html
कहीं छूट न जाए पकड़ वक्त से या फ़िर सही अंत जीवन का. Tuesday, June 30, 2009. एक दिन शाम को. तालाब का किनारा. धुँए सी सफ़ेद. कतारों में हरिकेन. सुलग रहे है. रोटी की महक. और मेरे सिगरेट के कश. वक्त को जिंदगी में बदल दिया है. में जिंदगी की सबसे हसींन साँस ले रहा हूँ. मानो वक्त को उँगलियों पर लपेट लिया हो मैने. गाँव की लड़कियां अब औरते हो गई है. कुछ अभी भी मेरी आंखों में पिघल रही है. मेरा दोस्त मुर्गा सेक रहा है. और में जिंदगी चख रहा हूँ. प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). कित...
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Dev Sangeet | Hindi Poetry | Hindi Poems | Love Poems: March 2009
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Tuesday, March 31, 2009. क्या मै आगे नहीं जा सकता! क्या मै जिंदगी के. ऐसे मोड़ से. आगे नहीं जा सकता. जँहा मै बिलकुल अकेला हूँ . जँहा न मुझे. कोई जानने वाला हो. और न ही पहचानने वाला . और जो जानने वाले हो. वो मेरी अवहेलना कर दे. जंहा मेरे अस्तित्व की. रच्छा करना मुस्किल पड़ रहा हो. क्या मै जिंदगी के. ऐसे मोड़ से आगे नहीं जा सकता? Tuesday, March 31, 2009. Subscribe to: Posts (Atom). View my complete profile. जाने अपनी हस्तरेखा. दादी माँ की कहानियाँ. I love these poems. भूले न वो पल! Read in your own script.
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Dev Sangeet | Hindi Poetry | Hindi Poems | Love Poems: August 2008
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Sunday, August 24, 2008. तुम्हारा मन. मैंने देखा है. तुम्हारा अंतर्मन! कितनी करुना है. तुम्हारे भावो में,. पवित्रता है. तुम्हारे विचारो में ,. कितनी कोमलता है. तुम्हारे आचरण में ,. और कितना आत्मीय है. तुम्हारा सानिध्य . Sunday, August 24, 2008. न जाने क्या -क्या सोचता हूँ मै. न जाने क्यू? तुम्हारे बारे में सोचना अच्छा लगता है. फिर वही पागलपन , फिर वही दीवानापन. ह्रदय को तरंगित कर गया ।. सोचता हूँ की जब तुमसे मिलूंगा. मेरा ह्रदय धड़क रहा होगा. मुझे गले से लगाओगी. Sunday, August 24, 2008. प्रेम...तुम...
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Dev Sangeet | Hindi Poetry | Hindi Poems | Love Poems: Songs I Have Loved : A time for us Romeo and Juliet 1968
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Monday, October 11, 2010. Songs I Have Loved : A time for us Romeo and Juliet 1968. Monday, October 11, 2010. सतीश सक्सेना. आपको दीवाली की शुभकामनायें! November 4, 2010 at 6:41 AM. This comment has been removed by the author. December 30, 2010 at 7:51 AM. This comment has been removed by the author. January 1, 2011 at 2:58 AM. Que delícia de blog. Acho. Que vou segui-lo. Será que você. Vai seguir o meu? Um abraço do Brazil. December 12, 2011 at 6:56 AM. Subscribe to: Post Comments (Atom).
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Dev Sangeet | Hindi Poetry | Hindi Poems | Love Poems: October 2008
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Friday, October 10, 2008. इसे कोई समझाता! जीवन में है कितने बंधन. अब तक इसको समझ न पाया. मन करता रहता है क्रंदन. फिर भी है उसको अपनाया ।. द्वंद भरा यह कैसा जीवन. कभी हसता , कभी रुलाता. सब अपने है समझ न पाता. समझ अकेला मन अकुलाता ।. सारे बंधन मेरे अपने. बढ़ते जाते है क्यू सपने. दिवा स्वप्न अब थका रहे है. समय चल दिया बाती ढकने ।. कब यह बाती बुझ जायेगी. कब तक यह मन बहलायेगी. इसे कोई समझाता. मेरे मन को राह देखता ।. This poem has been written by my father. Friday, October 10, 2008. Tuesday, October 7, 2008.
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आओ कि कोई ख़्वाब बुनें ......: एक ख़याल
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आओ कि कोई ख़्वाब बुनें . एक ख़याल. अधिक महत्वपूर्ण होने लगें. और भावनाएं गौण. तो कोलाहल में भी. बोलने लगता है मौन. ऐसे में. शब्दों के अर्थ बदल लेना ही उचित है ।. अनूप भार्गव. बढिया ‘खयाल’ है अनूपजी। चलो हम मौन हो जाते हैं:). 2:05 am, February 22, 2009. ज्ञानचक्षु खुल गये. अनूपानन्द स्वामी जी की जय! 2:52 am, February 22, 2009. समयचक्र - महेन्द्र मिश्र. कोलाहल में भी. बोलने लगता है मौन. वह बहुत बढ़िया . भीड़ में मौन? 3:08 am, February 22, 2009. परमजीत बाली. 3:43 am, February 22, 2009. Very good one, Sir.