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दीपक भारतदीप की हिन्द केसरी पत्रिका (यह समस्त ब्लॉग-पत्रिकाओं का संग्रहक): November 2014
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दीपक भारतदीप की हिन्द केसरी पत्रिका (यह समस्त ब्लॉग-पत्रिकाओं का संग्रहक). Wednesday, November 26, 2014. भावभंगिमा का खेल-हिन्दी कविता(bhav bhangima ka khel-hindi poem). गज़ब हैं वह लोग. चेहरे पर जिनके रहती हंसी. हृदय में घात छिपाते हैं।. स्वार्थ के लिये. पहले हाथ जोड़ते. फिर लात दिखाते हैं।. कहें दीपक बापू भाव भंगिमा. करे देती हैं हमें मंत्रमुग्ध. चालाक लोगों पर. जिनके शब्द कोष में. सहानुभूति के अर्थ नहीं होते. दर्द हरने का करते व्यापार. दवा की नदी में. पैसे से. हाथ धोते. Http:/ dpkraj.blogspot.com. कह...
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दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका: बंदरिया बहुत भोली है-होली पर तीन कवितायें (Three ShortHindiPoem on Holi)
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दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका. संकलक,लेखक संपादक-दीपक राज कुकरेजा ‘भारतदीप’,ग्वालियर(मध्यप्रदेश) Writer and Editor-Deepak Raj Kukreja, BharatDeep, Gwalior (Madhya Pradesh). Thursday, March 24, 2016. बंदरिया बहुत भोली है-होली पर तीन कवितायें (Three ShortHindiPoem on Holi). बंदरिया बहुत भोली है।. बंदर दिन में ही. वाइन पीकर. पराई बंदरियाओं पर. गरिया रहा है. यही सचमुच की होली है।. कवि पी रहा. सुबह सुबह वाइन. घर में ही हिम्मत से. बोतल खोली है।. चेले ने कहा. लिखते भी जाओ. डरते हुए कहे. अत: नियमि...उसे...
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दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका: स्वाध्याय से भी इष्ट की प्राप्ति संभव-पंतजलि योग दर्शन क
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दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका. संकलक,लेखक संपादक-दीपक राज कुकरेजा ‘भारतदीप’,ग्वालियर(मध्यप्रदेश) Writer and Editor-Deepak Raj Kukreja, BharatDeep, Gwalior (Madhya Pradesh). Saturday, May 7, 2016. स्वाध्याय से भी इष्ट की प्राप्ति संभव-पंतजलि योग दर्शन के आधार पर चिंत्तन लेख (A Hindi Article based on PatanjaliYogaDarshan). पतञ्जलि योग दर्शन में कहा गया है कि. 8216;स्वाध्यायादिष्टदेवतासम्प्रयोगः।’. हिन्दी में भावार्थ-. व्याख्या. ग्वालियर मध्यप्रदेश. Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep". अत: नियमित...हमने...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: हिन्दी भाषा का महत्व उसके अध्यात्मिक ज्ञान से परिपूर्ण
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 11 सितंबर 2011. हिन्दी भाषा का महत्व उसके अध्यात्मिक ज्ञान से परिपूर्ण होने के कारण-हिन्दी दिवस पर लेख (hindi ka mahatva or importance and sanskrit-special article on hindi diwas or divas on 14 septembdar). लेखक और संपादक-दीपक "भारतदीप",ग्वालियर. Poet, writer and editor-Deepak 'BharatDeep',Gwalior. Writer aur editor-Deepak 'Bharatdeep' Gwalior. 8216;दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका’. अन्य ब्लाग. 1दीपक भारतदीप की शब्द पत्रिका. ४दीपकबापू कहिन. ६,ईपत्रिका. लेबल: आलेख. अत: न...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: January 2017
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 18 जनवरी 2017. कच्ची बस्तियां और महल-दो हिन्दी हास्य कवितायें (Slum And Palace-Two Hindi comedy Poem). कच्ची बस्तियों का उजड़ना. महलों का बसना. विकास कहलाता है।. मदारी करता समाजसेवा. बंदरों की जंगह. इंसान नचाकर. दिल बहलाता है।. विज्ञापन महिमा-हिन्दी व्यंग्य कविता. विज्ञापन से मूर्ख भी. विद्वान कहलाते हैं।. बिना जंग के. सिंहासन पास लाते हैं।. कहें दीपकबापू. पैसा कमाने के अलावा. किया नहीं जिन्होंने. चंद सिक्के बांटकर. प्रस्तुतकर्ता. दीपक भारतदीप. लेबल: कविता. क्लि...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: मौसम में परिवर्तन और मनुष्य का मन-हिन्दी लेख (mausam mein parivartan-hindi lekh or article)
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 12 जनवरी 2012. मौसम में परिवर्तन और मनुष्य का मन-हिन्दी लेख (mausam mein parivartan-hindi lekh or article). आखिर यह हमने सब किसलिये लिखा? लेखक और संपादक-दीपक "भारतदीप",ग्वालियर. Poet, writer and editor-Deepak 'BharatDeep',Gwalior. Writer aur editor-Deepak 'Bharatdeep' Gwalior. 8216;दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका’. अन्य ब्लाग. 1दीपक भारतदीप की शब्द पत्रिका. 2दीपक भारतदीप का चिंतन. 3दीपक भारतदीप की शब्दयोग-पत्रिका. ४दीपकबापू कहिन. ६,ईपत्रिका. दीपक भारतदीप. क्लिक ...अंत...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: तन्हाई-हिन्दी शायरी (tanhai-hindi shayri
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 2 जनवरी 2010. तन्हाई-हिन्दी शायरी (tanhai-hindi shayri. किसी की कामयाबी देखकर. कभी बहके नहीं. इसलिये अपनी राह खुद चुनी. उस पर अकेला तो हो ही जाना था. अब अपनी तन्हाई में भी. अपने साथ खुद ही होता हूं।. भीड़ तो भ्रम में. चाहे जहां चल देती है. उसके शोरशराबे का मतलब. तभी समझ में आता. जब अकेला होता हूं।. धोखा देने के. एक जैसे मंजर हमेशा. आंखों के सामने आते,. बस कभी नाम तो कभी चेहरे. बदलते दिखते,. Http:/ anant-shabd.blogspot.com. अन्य ब्लाग. दीपक भारतदीप. व्यंग्य. अनेक ब...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: किसी ने सही कहा है-हिन्दी कविता (Kisi Ne sahi kaha hai-HindiPoem)
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 8 अक्तूबर 2016. किसी ने सही कहा है-हिन्दी कविता (Kisi Ne sahi kaha hai-HindiPoem). अपनी जिंदगी में. जीने का अंदाज. हमारा अलग रहा है।. ज़माना चला जिसके पीछे. हमने बनाई दूरी उससे. तानों को बहुत सहा है।. कहें दीपकबापू पर्यटन में. दिल बहलाकर देखा. अपने घाव कभी दिखाये नहीं. परायों के दर्द को भी. सहलाकर देखा. पाया यही कि. मन चंगा कठौती में गंगा. कवि रैदास ने सही कहा है।. दीपक राज कुकरेजा ‘भारतदीप’. ग्वालियर मध्यप्रदेश फोन न-89889475264. प्रस्तुतकर्ता. नई पोस्ट. क्लिक...अंत...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: देशभक्ति को सस्ता मत बनाओ-आलेख (deshbhakti & google-hindi lekh)
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 8 अगस्त 2009. देशभक्ति को सस्ता मत बनाओ-आलेख (deshbhakti and google-hindi lekh). अब यह पता नहीं है कि आगे दोनों भ्राता क्या करने वाले हैं? हालांकि यह जानकारी मित्र ब्लाग लेखक पर दर्ज है कि गूगल अपनी गलती स्वीकार कर चुका है।. 8216;दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका’. पर मूल रूप से लिखा गया है। इसके अन्य कहीं भी प्रकाशन की अनुमति नहीं है।. अन्य ब्लाग. 1दीपक भारतदीप की शब्द पत्रिका. 2दीपक भारतदीप का चिंतन. लेखक संपादक-दीपक भारतदीप. प्रस्तुतकर्ता. दीपक भारतदीप. नई पोस्ट. क्ल...
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका: कन्या भ्रुण हत्या समस्या नहीं परिणाम है-हिन्दी लेख (kanya bhru
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दीपक भारतदीप की हिन्दी-पत्रिका. 9 जनवरी 2010. कन्या भ्रुण हत्या समस्या नहीं परिणाम है-हिन्दी लेख (kanya bhrun hatya-hindi lekh). सवाल यह है कि वह किसे संबोधित कर रहे हैं-क्या उनमें नारियां नहीं हैं जो कहीं न कहीं इसके लिये किसी न किसी रिश्ते के रूप में श...1 शादी समारोह अत्यंत सादगी से कम लोगों की उपस्थिति में करें। भले ही बाद में स्वाग...3 लोगों को यह समझायें कि अपने बच्चों का उपयेाग अस्त्र शस्...याद रखिये यही हमारा समाज हैं। अगर आज कि...Http:/ anant-shabd.blogspot.com. अन्य ब्लाग. Aapki baat se main...