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शनिवार, 14 नवंबर 2015. राउत नाचा अउ ओखर दोहा मा पर्यावरण:-. सदा भवानी दाहिनी, संमुख रहे गणेश हो ।. पांच देव रक्षा करे, ब्रह्मा बिश्णु महेश हो ।।. पांव जान पनही मिलय, घोड़ा जान असवार रे।. सजन जान समधी मिलय, करम जान ससुरार रे।।. हो- - - - - - - - -रे- - - - - -. गौरी के गणपति भये (हे््य). अरे्रे्रे अंजनी के हनुमान हो (हे््य). कालिका के भैरव भये (हे््). हो्येह्््््. कौषिल्या के राम हो (हे््य). आरा््रा्रा्रा्रा्रा्रा. दारू मंद के लत लगे रे (हे््य). हो्येह्््््. गाय केहेव धावर वो...आरा््र...पीपर प...

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शनिवार, 14 नवंबर 2015. राउत नाचा अउ ओखर दोहा मा पर्यावरण:-. सदा भवानी दाहिनी, संमुख रहे गणेश हो ।. पांच देव रक्षा करे, ब्रह्मा बिश्णु महेश हो ।।. पांव जान पनही मिलय, घोड़ा जान असवार रे।. सजन जान समधी मिलय, करम जान ससुरार रे।।. हो- - - - - - - - -रे- - - - - -. गौरी के गणपति भये (हे््य). अरे्रे्रे अंजनी के हनुमान हो (हे््य). कालिका के भैरव भये (हे््). हो्येह्््््. कौषिल्या के राम हो (हे््य). आरा््रा्रा्रा्रा्रा्रा. दारू मंद के लत लगे रे (हे््य). हो्येह्््््. गाय केहेव धावर वो...आरा््र&#2...पीपर प&#2...
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शनिवार, 14 नवंबर 2015. राउत नाचा अउ ओखर दोहा मा पर्यावरण:-. सदा भवानी दाहिनी, संमुख रहे गणेश हो ।. पांच देव रक्षा करे, ब्रह्मा बिश्णु महेश हो ।।. पांव जान पनही मिलय, घोड़ा जान असवार रे।. सजन जान समधी मिलय, करम जान ससुरार रे।।. हो- - - - - - - - -रे- - - - - -. गौरी के गणपति भये (हे््य). अरे्रे्रे अंजनी के हनुमान हो (हे््य). कालिका के भैरव भये (हे््). हो्येह्््््. कौषिल्या के राम हो (हे््य). आरा््रा्रा्रा्रा्रा्रा. दारू मंद के लत लगे रे (हे््य). हो्येह्््््. गाय केहेव धावर वो...आरा््र&#2...पीपर प&#2...

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आलेख: छंद सीखव जी-3

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गुरुवार, 5 नवंबर 2015. छंद सीखव जी-3. जय जोहार, संगी हो,. हमन पाछू के दू पाठ मा मातरा गिने के तरीका अउ ‘कल‘ पहिचाने के तरीका के बारे मा जाने हन । ये दरी के पाठ मा हम ‘गण‘ के बारे मा चर चा करबो ।. लघु-लघु-लघु, गुरू-गुरू-गुरू, लघु-गुरू-गुरू, गुरू-लघु-लघु आदि ।. 8216;‘सूत्र - य मा ता रा ज भा न स ल गा‘‘. ये सूत्र मा लाईन से तीन-तीन वर्ण ले से गण बनत जाथे -. 1"य मा ता" रा ज भा न स ल गा-. 2य "मा ता रा" ज भा न स ल गा-. 3य मा "ता रा ज" भा न स ल गा-. 4य मा ता "रा ज भा" न स ल गा-. गण के नाव ‘नगण&...8य मा त&#...

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आलेख: February 2015

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सोमवार, 23 फ़रवरी 2015. 8216;‘साहित्य में क्षेत्रीय बोलियों का योगदान‘‘. 8216;‘साहित्य में क्षेत्रीय बोलियों का योगदान‘‘. रमेशकुमार सिंह चैहान. विभिन्न बोलियों एवं उपभाषाओं का हिन्दी साहित्य में आदिकाल से आज पर्यंत सतत प्रभाव बना हुआ है -. अपन देश आजाद करे बर, चलो जेल संगवारी,. कतको झिन मन चल देइन, आइस अब हमरो बारी ।. हरिश्चंद्र पांडेय ‘सरल‘ अवधी में कहते हैं-. मनई बन मनई का प्यार दे,. भेद जाति धर्म कै बिसार दे,. गंगा कै नीर गुन गाये. देसवा कै पीर गुन गाये।. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. नई पोस्ट.

3

आलेख: छंद सीखवजी -1

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गुरुवार, 5 नवंबर 2015. छंद सीखवजी -1. छंद सीखवजी -1. मा निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शाश्वतीः समाः।. यत्क्रौंचमिथुनादेकम् अवधीः काममोहितम्॥'. जेला दुनिया के पहिली छंद ‘अनुष्टुप छंद‘ कहे गिस । ये परकार छंद हमर छत्तीसगढ के देन आय ।. छंद सीखे बर सबले पहिली मातरा गिने बर आना चाही । त संगी हो आवव ये पहिली पाठ मा मातरा गिने बर सिखी -. हिन्दी वर्णमाला के दु भाग होथे -स्वर अउ व्यंजन. स्वर- अ, आ, इ, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ औ, अं अउ अः. व्यंजन- क, ख, ग, घ, ङ. राम - राम म =2 1=3. गणेष- ग णे ष = 1 2 1 = 4. जइसे-‘रक...फेर...

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आलेख: September 2015

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रविवार, 27 सितंबर 2015. जनकवि कोदूराम ‘दलित‘. 8216;लइका पढ़ई के सुघर, करत हववं मैं काम,. कोदूराम दलित हवय, मोर गवंइहा नाम ।. मोर गवंइहा नाम, भुलाहू झन गा भइया. जन हित खातिर गढ़े हववं मैं ये कुण्डलिया,. शउक मुहू ला घलो हवय कविता गढ़ई के. करथवं काम दुरूग मा मैं लइका पढ़ई के’ ।।. 8220;कवि पैदा होकर आता है,. होती कवियों की खान नहीं. कविता करना आसान नहीं ।“. बड़का चुनाव अब लकठाइस,. टिक्कस के धूम गजब छाइस ।. टिक्कस बर सब मुँह फारत हें. टिक्कस बर हाथ पसारत हें. कोन्हों खूँद&#...ये संकलन मा ह&#...सब लट्ट&#...

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आलेख: May 2015

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मंगलवार, 26 मई 2015. 8216;कला परम्परा‘ के सरजक -माननीय डी.पी. देशमुख. 8216;कला परम्परा‘ के अवइया छठवा अंक ला छत्तीसगढ के तीज तिहार ला समरपित करे गे हे, जेमा हमर बिसरत परम्परा ला सकेले के काम होही ।. रमेश कुमार चैहान,. मिश्रापारा, नवागढ़,. जिला-बेमेतरा, मो. 09977069545. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: छत्तीसगढी. शुक्रवार, 22 मई 2015. प्रस्तुतकर्ता. नई पोस्ट.

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सुरता : February 2015

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छत्तीसगढ़ी भाषा अउ छत्तीसगढ़ के धरोहर ल समर्पित रमेशकुमार सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ी काव्यांजली. शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015. भाखा गुरतुर बोल तै. भाखा गुरतुर बोल तै, जेन सबो ल सुहाय ।. छत्तीसगढ़ी मन भरे, भाव बने फरिआय ।।. भाव बने फरिआय, लगय हित-मीत समागे ।. बगरावव संसार, गीत तै सुघ्घर गाके ।. झन गावव अश्लील, बेच के तै तो पागा ।. अपन मान सम्मान, ददा दाई ये भाखा ।।. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. फागुनवा. नो हय निच&#23...आवय स&#23...

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सुरता : June 2015

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छत्तीसगढ़ी भाषा अउ छत्तीसगढ़ के धरोहर ल समर्पित रमेशकुमार सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ी काव्यांजली. मंगलवार, 30 जून 2015. संगी चल चल खेत मा. संगी चल चल खेत मा, बोये बर गा धान ।. राग पाग सुघ्घर लगत, कहत हवंय किसान ।।. कहत हवंय किसान, हाथ बइला मा फेरत।. धरे बीजहा धान, दुवारी मा नागर हेरत ।।. भरही कइसे पेट, करे मा आज लफंगी ।. आज कमा के काल, खाय ला पाबो संगी ।।. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. लेबल: कुण्डली. कोखरो म&#2369...जान...

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छत्तीसगढ़ी भाषा अउ छत्तीसगढ़ के धरोहर ल समर्पित रमेशकुमार सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ी काव्यांजली. शुक्रवार, 29 मई 2015. एक अकेला आय तै. एक अकेला आय तै, जाबे तै हर एक ।. का गवाय का पाय हस, ध्यान लगा के देख ।. ध्यान लगा के देख, करे काखर हस तै जै ।. मनखे चोला पाय, बने हस का मनखे तै ।।. मनखेपन भगवान, जेन हा लगय झमेला ।. पूजे का भगवान, होय तै एक अकेला ।।. रमेश चौहान. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. रमेश चौहान. छत्तीसगढ&#...8216;क&#2...

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सुरता : गीत सुंदर कांड के-3

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छत्तीसगढ़ी भाषा अउ छत्तीसगढ़ के धरोहर ल समर्पित रमेशकुमार सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ी काव्यांजली. रविवार, 2 अगस्त 2015. गीत सुंदर कांड के-3. अंतस मा रामे ला राखे, हाथे मा गदा ला साजे. अंतस मा रामे ला राखे, हाथे मा गदा ला साजे. पहाड़े ऊपर जाके गा., रामदूत हनुमान. रामदूत हनुमान भरे हे उड़ान,. सीता खोजे बर हो राम. पानी ले बाहिरे आके, हाथ जोड़े हे मैनाके. कहय थिरालव सुराताके, मोरे पीठे मा आके,. मैनाके ला हाथ लगा के गा., रामदूत हनुमान. रामदूत हनुमान भरे हे उड़ान,. प्रस्तुतकर्ता. नई पोस्ट. सार छंद. सि&#2306...

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नवाकार: October 2014

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. रविवार, 26 अक्तूबर 2014. कुछ दोहे. एक दीप तुम द्वार पर, रख आये हो आज ।. अंतस अंधेरा भरा, समझ न आया काज ।।. आज खुशी का पर्व है, मेटो मन संताप ।. अगर खुशी दे ना सको, देते क्यों परिताप ।।. पग पग पीडि़त लोग हैं, निर्धन अरू धनवान ।. पीड़ा मन की छोभ है, मानव का परिधान ।।. काम सीख देना सहज, करना क्या आसान ।. लोग सभी हैं जानते, धरे नही हैं ध्यान ।।. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. लेबल: दोहे. जान जोख&...अबल&#2366...

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नवाकार: February 2014

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014. गजल-जब से दौलत हमारा निशाना हुआ. जब से दौलत हमारा निशाना हुआ. तब से ये जिंदगी कैद खाना हुआ ।. पैसे के नाते रिश्‍ते दिखे जब यहां. अश्‍क में इश्‍क का डूब जाना हुआ ।. दुख के ना सुख के साथी यहां कोई है. मात्र दौलत से ही जो यराना हुआ ।. स्वार्थ में कुछ भी कर सकते है आदमी. उनका अंदाज अब कातिलाना हुआ ।. गैरो का ऊॅचा कद देखा जब आदमी. रेत सा तप रहा बर्फ सा जम रहा. प्रस्तुतकर्ता. Facebook पर साझा कर...Pinterest...

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नवाकार: August 2014

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. गुरुवार, 7 अगस्त 2014. सावन (गीतिका छंद). हर हर महादेव. माह सावन है लुभावन, वास भोलेनाथ का ।. आरती पूजा करे हम, व्रत भी भोलेनाथ का ।।. लोग पार्थिव देव पूजे, नित्य नव नव रूप से ।. कामना सब पूर्ण करते, ले उबारे कूप से ।।. रमेशकुमार सिंह चौहान. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: गीतिका छंद. Twitter पर साझा कर&...Facebook ...

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नवाकार: June 2014

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. सोमवार, 30 जून 2014. बढ़े महंगाई, करे कमाई, जो जमाखोर, मनमानी ।. सरकारी ढर्रा, जाने जर्रा, है सांठ गांठ, अभिमानी ।।. अब कौन हमारे, लोग पुकारे, जो करे रक्षा, हम सब की ।. सीखें अर्थशास्त्र, भुल पाकशास्त्र, या करें भजन, अब रब की ।।. रमेशकुमार सिंह चौहान. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. रविवार, 29 जून 2014. जल मरे पत&#2...

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नवाकार: June 2015

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. सोमवार, 29 जून 2015. बाजारवाद. फसे बाजारवाद में, देखो अपने लोग ।. लोभ पले इस राह में, बनकर उभरे रोग ।।. दो पौसे के माल को, बेचे रूपया एक ।. रीत यही व्यवसाय का, लगते सबको नेक ।. टोटा कर दो माल का, रखकर निज गोदाम ।. तब जाके तुम बेचना, खूब मिलेंगे दाम ।।. असल नकल के भेद को, जान सके ना कोय ।. तेरे सारे माल में, असल मिलावट होय ।।. प्रस्तुतकर्ता. रमेशकुमार सिंह चौहान. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! लेबल: दोहे. Pinterest पर स&#2366...

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नवाकार: September 2014

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अपने विचारो को एक नये आकार देकर काव्य रूप में समर्पित. मुख्यपृष्ठ. कहानी किस्सा. मंगलवार, 30 सितंबर 2014. गांव के पुरवासी. बेटवा सुन. गांव देखा है कभी. दादी पूछते. नही दादी नही तो. किताब पढ़. जाना है मैं गांव को. भारत देश. किसानों का देश है. कृषि प्रधान. गांवो में बसते हैं. किसान लोग. मवेशियों के साथ. खेती करते. हां बेटा हां. गांव किसानों का है. थोड़ा जुदा है. तेरे किताबों से रे. अपना गांव. गांव की शरारत. अल्हड़ प्यार. लोगों के नाते रिश्ते. खुली बयार. खुला खुला आसमा. खुली धरती. खिलते बचपन. 1 शरम हया.

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RKSINGH: INDIAN ENGLISH POET. Just another WordPress.com weblog. September 10, 2014. Originally posted on Boston Poetry Magazine. By Ram Krishna Singh. A yellow snake sneaks. September 10, 2014. Originally posted on Boston Poetry Magazine. By Ram Krishna Singh. A yellow snake sneaks. Through the blooming balsams bed. A lone frog puffs up. September 10, 2014. Originally posted on Boston Poetry Magazine. By Ram Krishna Singh. Under a foreign tree. To take me home. September 10, 2014. One with the sea.

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RKSINGH: Indian English Poet. Friday, August 07, 2015. My haiku translated into Spanish. The darkness between the stars. Translated into Spanish by. Also see the URL http:/ www.aveviajera.org/unitednationsofthelettersvirtuallibrary/. Posted by Prof. R.K. Singh at 11:07 PM. Links to this post. Sunday, July 26, 2015. SEX AND POWER CONTROL IN RAEWYN ALEXANDER'S FAT. Sex and Power Control in. Indian School of Mines, Dhanbad. Raewyn Alexander is a remarkable New Zealand writer. P 51) In Fat. 2013) by Kajsa Ek...

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