meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: December 2011
http://meetheemirchee.blogspot.com/2011_12_01_archive.html
बुधवार, 28 दिसंबर 2011. सौ सालों का गान. सैकड़ों. कविताओं. कविताएं. सालों. जिन्हें. वर्षों. संस्कार. हजारों. सालों. रवीन्द्रनाथ. राष्ट्रगान. हिंदुस्तान. स्वाभिमान. वर्षों. जिसमें. रोमांचित. गुरुदेव. राष्ट्रगान. कांग्रेस. राष्ट्रगान. होगा।. राष्ट्रीय. संपूर्णता. नेतृत्व. राष्ट्रगान. संविधान. स्वीकार. किया।. गुरुदेव. चित्रकार. संगीतकार. रंवींद्र. ख्याति. दुराग्रह. उन्होंने. किया।. रामसिंह. बांग्ला. हिंदी. हिंदुस्तान. पुरस्कार. दुनिया. साहित्य. शिरोमणि. विदेशी. स्तुति. पत्रिका. प्रस्तुत. प्रतिक&#...कोई...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: May 2012
http://meetheemirchee.blogspot.com/2012_05_01_archive.html
शनिवार, 5 मई 2012. हंसी की शोक कथा. चुटकुले. गुदगुदी. नेताओं. महापंडित. आतंकियों. नामुराद. नक्सलियों. चिठ्ठी. तुम्हारी. करेंगे।. राजनीतिक. राष्ट्रपति. उम्मीदवार. हैं।. में।. छापेमारी. उम्मीदवार. लापता।. लें।. राष्ट्रपति. उम्मीदवार. पात्रता. उम्मीदवारी. हैं।. पासपोर्ट. उम्मीदवार. संस्कृति. सुविधा. जाएंगे. अमेरिका. क्लिंटन. लगेंगे।. पुरखों. लिया।. दिया।. नेताजी. राजधानी. कुलबुलाती. डंडों. इंकलाबी. मुठ्ठियां. आहिस्ता. अंतःपुर. युवतियों. छेड़ने. लगें।. सामूहिक. दुष्कृत्य. डालें।. कौरवों. नई पोस्ट. हज़ार...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: April 2012
http://meetheemirchee.blogspot.com/2012_04_01_archive.html
रविवार, 29 अप्रैल 2012. चाय की हाय नहीं लेना. लेकिन चुनाव आयोग से लेकर अण्णा हजारे तक अपना गला दबाए हुऐ हैं कि वोट सोच-समझकर दें, इसलिए सोच रहा हूं।. नकारात्मक. वोटिंग. विशेषताएं. भारतीयों. अंगे्रजों. भारतीयों. हैं।. सर्वहारा. सहानुभूति. चाहिए।. दोस्ती. बनेगा।. बढ़ाएगी. भगाएगी।. मिलेगी. मिलेगी. कांग्रेस. पार्टी. दोनों. ईमानदारी. बेईमानी. दोनों. अंग्रेजों. भारतीयों. राष्ट्रपिता. महात्मा. गांधी. विलुप्त. राष्ट्रीय. राष्ट्रीय. राष्ट्रीय. पार्टी. राष्ट्रीय. क्रिकेट. गिड़गिड़ा. विवादों. जलें।. प्रतì...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: July 2013
http://meetheemirchee.blogspot.com/2013_07_01_archive.html
शुक्रवार, 19 जुलाई 2013. थाली को भी चाहिए, शासन से अनुदान. रोटी बनकर खा गया. बेहतर कल को काल।. बड़ी भूख है कर रही. छोटी भूख हलाल।. प्रजा पुरानी कर रही. राजा को बदनाम।. उसे बदलकर मिलेगा ,. कुरसी पर आराम।. एक साथ दोनों गिरे. रुपया और चरित्र।. एक-दूसरे से हुए ,. दोनों खूब पवित्र।. छाछ बताता स्वयं को. कभी-कभी श्रीखंड।. बड़े मंच पर बड़ों का ,. दिखता है पाखंड।।. देख सियासी मनचले. लोकतंत्र हैरान।. जनता थाती दे किसे ,. जब सारे हैवान।. अब राजा के साथ है. जो थी कल. देख रसोई डर रही ,. नई पोस्ट. हज़ारो...हंस...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: May 2013
http://meetheemirchee.blogspot.com/2013_05_01_archive.html
रविवार, 12 मई 2013. मां ने रखा सहेजकर, सबको बिलकुल पास. भाड़े-बर्तन कर रहे, आपस में तकरार।. मां रहती है देखकर, अक्सर ही बीमार।।. कभी गली में झांकती, कभी रही है खांस।. बेटा घर से दूर है, मां की अटकी सांस।।. भाई दिखलाने लगे, जबसे अपनी पीठ।. एक-एककर हो गए, दुश्मन सारे ढीठ।।. मां ने रखा सहेजकर, सबको बिलकुल पास।. दो शब्दों को जिस तरह, जोड़े रखे समास।।. एक कोख के ख़ून में, घुले अगर तकरार।. नागफनी बनने लगे, आंगन की दीवार।।. मौला ने आदम दिया, आदम ने संसार।. ओम द्विवेदी. प्रस्तुतकर्ता. नई पोस्ट. कविता...हज़ा...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: November 2011
http://meetheemirchee.blogspot.com/2011_11_01_archive.html
सोमवार, 28 नवंबर 2011. चीखने वाले चांटे. दोनों. फूलों. चांटा. भूकंप।. विराजे. देवताओं. चांटा. हाथों. होंगे।. क्यों. तिजोरी. लोकतंत्र. लोकतंत्र. जाएगा।. लोकतंत्र. वालों. गालों. लोकतंत्र. उन्हें. गालों. पड़ेगी।. हैं।. सुरक्षा. लोगों. जूतों. उन्हें. निष्कासित. सुनाया. क्योंकि. उन्हें. कालीनों. मिला।. चांटों. सुरक्षा. हाथों. जाएगा।. लोकतंत्र. हाथों. जंजीरों. हैं।. डालेंगे. बंधवाने. उठेंगे. उन्हें. मालाओं. लादेगा. गिड़गिड़ाएगा. चांटे. सिद्घांत. विचित्र. राजधानी. चिल्लाता. होती।. प्यारी. उन्हें. हज़ारो...हंस...
hindisahityablog.blogspot.com
Hindi Sahitya Blog / हिंदी साहित्य ब्लॉग: November 2010
http://hindisahityablog.blogspot.com/2010_11_01_archive.html
Hindi Sahitya Blog / हिंदी साहित्य ब्लॉग. हिंदी साहित्य से संबंधित ब्लॉग का मंच. ब्लॉग चर्चा. Wednesday, November 24, 2010. कुमार अम्बुज. कुमार अम्बुज का ब्लॉग. Link: कुमार अम्बुज. कुमार अम्बुज की कविताओं पर केंद्रित ब्लॉग. Links to this post. Labels: Hindi Sahitya Blog. कुमार अम्बुज. हिंदी साहित्य ब्लॉग. विवेक का ब्लॉग. Link: शीर्षक. साथ चलने की एक जिद जो छूट कर भी छूटी नहीं, फिर साथ है. Links to this post. Labels: Hindi Sahitya Blog. हिंदी साहित्य ब्लॉग. Monday, November 22, 2010. Links to this post.
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: September 2013
http://meetheemirchee.blogspot.com/2013_09_01_archive.html
शनिवार, 7 सितंबर 2013. माया में ही उलझकर, गुरू हुआ घंटाल. गिरा-गिरा फिर से गिरा, रुपया गिरा धड़ाम।. गिर-गिरकर होने लगा, ससुरा आसाराम।. कौन करेगा पाप का, इस धरती से अंत।. जब बेटी की लाज को, लूटे बूढ़ा संत।।. प्रवचन में कहता रहा, माया को जंजाल।. माया में ही उलझकर, गुरू हुआ घंटाल।।. अर्थशास्त्री कर रहे, रुपये से दुष्कृत्य।. साधु बुढ़ापे में करे, बिना वस्त्र के नृत्य।।. बतलाओ गोविंद तुम, गुरु की कुछ पहचान।. कल तक था नेपथ्य में, आज मंच पर शोर।. ओम द्विवेदी. प्रस्तुतकर्ता. ओम द्विवेदी. नई पोस्ट. कवित...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: January 2012
http://meetheemirchee.blogspot.com/2012_01_01_archive.html
सोमवार, 16 जनवरी 2012. ठंड का कोलावेरी डी. दादागिरी. ठिठुरा. बिच्छू. दोनों. हैं।. राजधानी. वाजधानी. कोलावेरी. रंगों. सुंदरियों. कोलावेरी. हैं।. बुदबुदा. हैं।. हैं।. निगोड़ा. मिले।. दाताओं. चांदी. नेताओं. गरीबों. खिंचवाया. अखबारों. दानी।. कोलावेरी. चौराहे. मुसाफिरों. सुनाने. व्यवस्था. बेचारा. बिगाड़े।. जेबें. फाइलें. नामुराद. रहेगा।. जिंदा. मुर्दों. हैं।. धुलाने. ज्यादा. हैं।. मरीजों. मछलियां. मरीजों. डॉक्टरों. आंखें. हैं।. मिले।. गोलियां. लिखाने. हेल्दी. हैं।. भेड़ें. हैं।. उन्हें. भेड़ों. हज़ारो&...हंस...
meetheemirchee.blogspot.com
मीठी मिर्ची: January 2013
http://meetheemirchee.blogspot.com/2013_01_01_archive.html
सोमवार, 28 जनवरी 2013. तेरी मीनार तेरा गुम्बद देख लिया. तेरी मीनार तेरा गुम्बद देख लिया।. तेरी पूजा, अज़ान, सबद देख लिया।. उठा के एड़ी न ऊंचाई का अहसास करा. तेरी बातों से तेरा कद देख लिया।. तेरी ताक़त का बहुत शोर था लेकिन,. तुझे भीड़ में तन्हा अदद देख लिया।. तेरा बाज़ार जिस दुनिया को गांव कहता है,. वहां देहरी-देहरी पे सरहद देख लिया।. जिसे मिलती है मुफ़लिस की बद्दुआ हरदम,. वो कुर्सी, वो ऊंचा पद देख लिया।. ओम द्विवेदी. ताना मारे ज़िंदगी से ). प्रस्तुतकर्ता. ओम द्विवेदी. इसे ईमेल करें. नई पोस्ट. यू...
SOCIAL ENGAGEMENT