
snehakuchdilse.blogspot.com
दिल से .....कुछ बातें कही हैं दिल से .... कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से... कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से...
http://snehakuchdilse.blogspot.com/
कुछ बातें कही हैं दिल से .... कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से... कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से...
http://snehakuchdilse.blogspot.com/
TODAY'S RATING
>1,000,000
Date Range
HIGHEST TRAFFIC ON
Wednesday
LOAD TIME
1.6 seconds
16x16
32x32
64x64
128x128
PAGES IN
THIS WEBSITE
19
SSL
EXTERNAL LINKS
22
SITE IP
172.217.2.193
LOAD TIME
1.625 sec
SCORE
6.2
दिल से ..... | snehakuchdilse.blogspot.com Reviews
https://snehakuchdilse.blogspot.com
कुछ बातें कही हैं दिल से .... कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से... कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से...
दिल से .....: December 2016
http://snehakuchdilse.blogspot.com/2016_12_01_archive.html
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Saturday, December 3, 2016. चाँद तन्हा है. - मीना कुमारी. दोस्तों, आज अपनी पसंदीदा ग़ज़ल आपसे सांझा कर रही हूँ. चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा,. दिल मिला है कहाँ-कहाँ तन्हा. बुझ गई आस, छुप गया तारा,. थरथराता रहा धुआँ तन्हा. ज़िन्दगी क्या इसी को कहते हैं,. जिस्म तन्हा है और जाँ तन्हा. हमसफ़र कोई गर मिले भी कभी,. चित्र: गूगल से साभार]. मीना कुमारी. ज़िन्दगी. एक नज़र इधर भी. क...
दिल से .....: February 2016
http://snehakuchdilse.blogspot.com/2016_02_01_archive.html
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Monday, February 8, 2016. प्यार के साइड इफेक्ट्स. 8220;सुनो, मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ. प्लीज़, मुझसे शादी कर लो.” उसने बेहद गंभीर आवाज़ में कहा. 8220;धत पगली, ये भी कोई तरीका है प्रोपोज करने का? वह ठुनकते हुए बोली, “जाओ, तुम तो हमेशा मज़ाक ही उड़ाते हो.”. 8220;तो और क्या करूँ? उसके चेहरे पर नूर आ गया. मुस्कु...8220;अरे यार! 8220;ये प्या...और वह ह&#...
दिल से .....: September 2016
http://snehakuchdilse.blogspot.com/2016_09_01_archive.html
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Thursday, September 29, 2016. हे गुलअफशां कहां गयी. उन्ही में से एक है गुलअफशां की कहानी. गुलअफशां की कहानी फूलो ने कही थी. इसलिए उसका नाम. गुलअफशां. गुलअफशां. यानी गुलो का अफ़साना यानी वो अफ़साना जो गुलो ने कहा. गुलअफशां. चित्र: गूगल से साभार]. गुलअफशां. महल से कुछ दूर एक बाग़ था. गुलअफशां. गुलअफशां वहाँ. गुलअफशां. गुलअफशां च. गुलअफशां. गुलअफशां. कहा गयी, त&...का ...
दिल से .....: July 2015
http://snehakuchdilse.blogspot.com/2015_07_01_archive.html
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Wednesday, July 22, 2015. चाँद और ख्वाहिशें. हवाओं में तैरो, आसमां से उतर आओ,. ऐ चाँद, कभी कभी ज़मीन पर भी नज़र आओ. पलों में रूमानियत थोड़ी और बढ़ी है,. घड़ी दो घड़ी तो और ठहर जाओ. सुनो, क्या गाती है एहसासों की धड़कन,. महसूस करोगे, थोड़े करीब अगर आओ. चलो, अब मेरी हथेली में नज़र आओ. 169; Sneha Rahul Choudhary. फोटो साभार - गूगल]. Subscribe to: Posts (Atom). एक नज़र इधर भी. कì...
दिल से .....: May 2016
http://snehakuchdilse.blogspot.com/2016_05_01_archive.html
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Saturday, May 14, 2016. शरारतों से है, हिमाकतों से है. ज़िद से है और मोहब्बतों से भी है. बेमुरव्वती से है, तिश्नगी से है. गुरूर से है और सादगी से भी है. तेवरों से है, नर्मियों से है. खूबियों से है और खामियों से भी है. इन लम्हों में इसे समेटूं तो कैसे,. स्नेहा राहुल चौधरी. चित्र : गूगल से साभार ]. Labels: कविता. Subscribe to: Posts (Atom). एक नज़र इधर भी. क़त्...ये ...
TOTAL PAGES IN THIS WEBSITE
19
बावरा मन: Wednesday, August 5, 2015
http://sumanmeet.blogspot.com/2015_08_05_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. बुधवार, 5 अगस्त 2015. स्मृतियों का आकाश. स्मृतियों का आकाश. आज है भरा भरा. उड़ रहे तुम्हारे नेह के परिंदे. मैं जमीन पर खड़ी. देख रही तुम्हारी काल्पनिक छवि. तुम हो. दूर .बहुत दूर. पर तुम्हारा एहसास. आज भी जीवंत है. मेरी रूह में. देता है मुझे शुभ आशीष. जीवन के हर पथ पर. चलता है मुझ संग हर कदम. तुम हो और रहोगे. अपना मनचाहा आकाश. संग अपने. Links to this post.
बावरा मन: Saturday, August 23, 2014
http://sumanmeet.blogspot.com/2014_08_23_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. शनिवार, 23 अगस्त 2014. पूरे से ज़रा सा कम है . बारहा हुआ यूँ कि. ज़ेहन में दबे लफ्ज़. निकाल दूँ बाहर. खाली कर दूँ. रूह पर पड़े बोझ को. कर दूँ कुछ हल्का. लिखूं वो सब अनचिन्हा. जो नहीं चिन्हित कहीं और. सिवाय इस मन के. लिखे जाने से पहले और बाद के अंतराल में. लौट आते हैं कुछ लफ्ज़. सतह को छूकर , बेरंग से. बैठ जाते हैं आकर. फिर भी. सु-मन (Suman Kapoor). अभ...
शब्दों की मुस्कुराहट : May 3, 2014
http://sanjaybhaskar.blogspot.com/2014_05_03_archive.html
शब्दों की मुस्कुराहट. जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर टूटे-फूटे शब्दों में सहेजता हूँ वही लिखता हूँ शब्दों के सहारे मुस्कुराने की कोशिश :). वक्त के साथ चलने की कोशिश - वन्दना अवस्थी दुबे :). ब्लॉगजगत में वन्दना अवस्थी दुबे. एक जाना पहचाना नाम है (अपनी बात - वक्त के साथ चलने की लगातार कोशिश है वंदना जी की ) से प्रभावित है! की कुछ पंक्तिया साँझा कर रह हूँ! मुट्ठी भर दिन. चुटकी भर रातें,. गगन सी चिंताएँ,. किसको बताएं? जागती सी रातें,. दिन हुए उनींदे,. समय का विलोम. कैसे सुलझाएं? नई पोस्ट. भास्कर ...शब्...
चर्चामंच: "उम्र के विभाजन और तुम्हारी कुंठित सोच" {चर्चा - 1983}
http://charchamanch.blogspot.com/2015/05/1983.html
Friday, May 22, 2015. उम्र के विभाजन और तुम्हारी कुंठित सोच" {चर्चा - 1983}. मित्रों।. शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।. देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।. डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'). यूँ ही. अपनी मंजिल और आपकी तलाश. उम्र के विभाजन. और तुम्हारी कुंठित सोच. ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र. पैसा दे या प्रेम दे. पैसा दे या प्रेम दे, जितना जिसके पास।. इक तोड़े विशवास को, इक जोड़े विश्वास।।. रिश्ते हों या दूध फिर, तब होते बेकार।. गर्माहट तो चाहिए, समय समय पर यार. पर श्यामल सुमन. सलाम-ए-इश्क फरमाइए. उलूक ट...
बावरा मन: Wednesday, August 27, 2014
http://sumanmeet.blogspot.com/2014_08_27_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. बुधवार, 27 अगस्त 2014. मुहब्बत का समीकरण. मुहब्बत पक्का ना थी. कभी कुछ गम. जमा हो जाता. कभी इकरार की हदें. नफ़ी हो जाती. कभी बेहिसाब मिलन के पलों को. गुणा कर. विरह के दिनों से. विभाजित कर देते. पर हल में जो भी शेष बचता. मुझे सिर्फ़ हमारा होने का सकूं देता. हाँ , मुझे प्रिय है. हमारी मुहब्बत का ये समीकरण! सु-मन (Suman Kapoor). Links to this post. राजस...
बावरा मन: Tuesday, July 21, 2015
http://sumanmeet.blogspot.com/2015_07_21_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. मंगलवार, 21 जुलाई 2015. शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का (४). सु-मन (Suman Kapoor). मंगलवार, जुलाई 21, 2015. 9 टिप्पणियां:. Links to this post. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का. Location: Mandi, Himachal Pradesh, India. नई पोस्ट. एक लम्हा. अंज...
बावरा मन: Saturday, June 20, 2015
http://sumanmeet.blogspot.com/2015_06_20_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. शनिवार, 20 जून 2015. शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का (भाग-३). सु-मन (Suman Kapoor). शनिवार, जून 20, 2015. 8 टिप्पणियां:. Links to this post. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का. Location: Mandi, Himachal Pradesh, India. नई पोस्ट. राजस्थ...सृज...
बावरा मन: Saturday, December 20, 2014
http://sumanmeet.blogspot.com/2014_12_20_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. शनिवार, 20 दिसंबर 2014. ये कैसा है ज़ेहाद. ये कैसा है ज़ेहाद. खाक करना अमन-ओ-वतन. किस मजहब का असूल है. ये कैसी है सरहद. कैसी मजहबी तलवार है. उजाड़ देना माँ की कोख़. किस इबादत का यलगार है. ये कैसा है जुनून. कैसा क़त्ल-ए-आम है. छीन लेना लख्त-ए-ज़िगर. किस अल्लाह का पैगाम है. ये कैसा है करम.तेरा मौला. कैसा रहमत का तूफान है. आँगन बना उजड़ा चमन. Links to this post.
बावरा मन: Tuesday, March 24, 2015
http://sumanmeet.blogspot.com/2015_03_24_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. मंगलवार, 24 मार्च 2015. पहले और बाद. उम्र शुरू होने के ठीक पहले. और उम्र ढल जाने के ठीक बाद. होती हैं बहुत सारी बातें. अनगिनत आँकी जाने वाली अटकलें. रख लिया जाता वजूद कसौटी पर. दम तोड़ जाते हैं कुछ रिश्ते. और चेहरा देता है गवाही. वक़्त के कटहरे में खड़े होकर ।. हाथ थामने से ठीक पहले. और हाथ छूट जाने के ठीक बाद. कुछ अनकहे शब्द. कुछ ख़्वाब. Links to this post.
बावरा मन: Saturday, August 9, 2014
http://sumanmeet.blogspot.com/2014_08_09_archive.html
बावरा मन. कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.जो जाने अनजाने.बरबस ही टपकते रहते हैं.मेरे मन के आँगन में. Click here for Myspace Layouts. मुख्यपृष्ठ. अर्पित सुमन. शनिवार, 9 अगस्त 2014. भैया सुनो! Bhaiyu आपके लिए. भैया सुनो! नहीं जानती. कि क्यूँ कर. शुरू हुआ होगा. ये रक्षा बन्धन. कब,किस वजह से. बाँधी होगी किसी बहन ने. अपने भाई की कलाई पर. पहली राखी. जानती हूँ. तो बस इतना. कि कच्चे धागे की डोरी को. बुना है मैंने. विश्वास के ताने बाने से. लगाए हैं इसमें. अपने एहसास के रंग. और बांध दी है. बदले इसके. Links to this post.
TOTAL LINKS TO THIS WEBSITE
22
Sneha Kinetic Power Projects Pvt. Ltd.
Sneha Kinetic Power Projects Pvt. Ltd. SKPPPL) is a special purpose vehicle is implemented to taken up Dikchu Hydro Electric Power Project 96 MW (3X32 MW). The run-of-river project is located across Dikchu river, a tributary of Teesta river at Dikchu village about 3 km upstream of the proposed dam of the on-going Teesta Stage-V hydroelectric project.
SnehaKitchen.com
Your browser does not handle frames! Or Please open in different Browser.
ಸ್ನೇಹಕ್ಕಾಗಿ
ಸ್ನೇಹಕ್ಕಾಗಿ. ನನ್ನ ಹೆಸರು ಮಂಜು ತಳ್ಳಿಹಾಳ, ಸ್ನೇಹಕ್ಕಾಗಿ ಇದು ನನ್ನ ಕನಸಿನ ಬ್ಲಾಗ್, ಕಥೆ,ಕವನ,ಬರಹಗಳಿಗಾಗಿ ನೋಡುತ್ತೀರಿ. ಸ್ನೇಹಕ್ಕಾಗಿ., , , , , ,. Friday, December 11, 2009. ಏನೆಂದು ನಾ ಹೇಳಲಿ ಮಾನವನಾಶೆಗೆ ಕೊನೆ ಏಲ್ಲಿ? ಆಶೆಗಳಿಗೆ. ಮಿತಿಯೇ. ಜೀವನದಲ್ಲಿ. ದೊರೆತರು. ಜೀವನವನ್ನು. ಸಾಗಿಸಲಿಕ್ಕೆ. ಸಾವಿರಾರು. ಸಿಕ್ಕರೆ. ಹೊಂದುವ. ಸಿಕ್ಕರೆ. ಹೊಂದುವ. ಸಿಕ್ಕರೆ. ಸಿಕ್ಕರೆ. ಬೆಳೆಯುತ್ತಾ. ಸಾಗುತ್ತದೆ. ಇಡೆರಿಕೆಗಾಗಿ. ಅಪಾಯಗಳನ್ನು. ಏದುರಿಸುತ್ತಾನೆ. ಉಪಾಯಗಳನ್ನು. ಮಾಡುತ್ತಾನೆ. ಮಾಡಿಕೊಳ್ಳುತ್ತಾನೆ. ಇಷ್ಟೆಲ್ಲ. ಮಾಡಿದಾಗ. ಇಡೆರಿದರೂ. ಮುಂದೆ. ಅಲ್ಲಿಂದಲೇ. ಹೇಳಿದ್ದು. ಸಮಾಜಕ್ಕೆ. Links to this post.
Sneha Kotian | One Entity | Many Identities
Baby Duck Theme Party. Farm Animals Theme Party. Sneha Kotian One Entity Many Identities.
Snehaksharangal
നീ വരൂ കാവ്യദേവതേ നീറുമീ ജീവനില് നീറിടും ഭൂമിയില് യവനയാമിനി വരൂ വരൂ വരൂ. Former Copy Editor at Doordarshan News, New Delhi. View my complete profile. Monday, February 2, 2015. Sree Chithira Thirunal Balarama Varma: Architect of Modern Kerala. Greatest on the virtue of humbleness. An eloquent who maintains the state of an ascetic. An icon of simplicity but of great dignity". He took over the reigns at the age of 19 but his nobility can be witnessed at his first speech to the public-. Shri Chithira Thiru...
दिल से .....
दिल से . कुछ बातें कही हैं दिल से . कुछ अल्फाज़ छलके है दिल से. कुछ जज़्बात ज़ाहिर है दिल से. मीडिया में मैं. पुरस्कार एवं सम्मान. सेमिनार. Saturday, December 3, 2016. चाँद तन्हा है. - मीना कुमारी. दोस्तों, आज अपनी पसंदीदा ग़ज़ल आपसे सांझा कर रही हूँ. चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा,. दिल मिला है कहाँ-कहाँ तन्हा. बुझ गई आस, छुप गया तारा,. थरथराता रहा धुआँ तन्हा. ज़िन्दगी क्या इसी को कहते हैं,. जिस्म तन्हा है और जाँ तन्हा. हमसफ़र कोई गर मिले भी कभी,. चित्र: गूगल से साभार]. मीना कुमारी. ज़िन्दगी. भरी घर पो...
您访问的页面不存在
SnehaKuruvi
Thoughts that works
Sunday, June 7, 2015. What's so great about Greece? Combination os aquamarine coastlines and sun beached ancient ruins or strong feta. With more stronger Ouzo. The greek landscape surprises you and Greek people excites you with coffee, art. Athens, the Greek capital is seeing a radical change of urban renewal that did not stop with the 2004 Olympics. The great Acropolis (means high city), holding up the iconic Parthenon Temple. Standing straight of the city, looking over evolving metropolis. There are tw...
大学をシステム革命で変える
確かに、大学の質をあげる ということでしたら、非常に抽象的ですし、何だか悩んでしまうな なんて思いますよね そういう時には、是非とも私の経験として、システムの組み直しをしてくれたらな、なんて。 わたし自身、何校もの大学の耐えて直しに関わってきて、本当に重要なものはあるのですね それは、ほとんどの大学が、本当に非効率な方法でしているということ これは非常に勿体無いな なんて思いました。 Art by Poker Sites Online. Private Islands for Sale.
SOCIAL ENGAGEMENT