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शहरोज़ का रचना संसार: September 2008
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शहरोज़ का रचना संसार. हमारे बारे. हाल-बेहाल. साहित्य-अदब. नारी-विमर्श. पहला पन्ना. गुरुवार, 4 सितंबर 2008. अनपढ़ क्यों हैं मुस्लिम औरतें. तुमने अगर इक मर्द को पढाया तो मात्र इक व्यक्ति को पढाया। लेकिन अगर इक औरत को पढाया तो इक खानदान को और इक नस्ल को पढाया।. ऐसा कहा था पैगम्बर हज़रत मोहम्मद. ने ।. भारत में महिलाओं की साक्षरता. ४० प्रतिशत है,इसमें मुस्लिम महिला मात्र ११ प्रतिशत. इनके उत्थान के लिए. इसका जिम्मेदार मुल्ला-मौलवी और पुरूष...Posted by शहरोज़. Labels: स्त्री-विमर्श. नई पोस्ट. सैयद शहर...
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Hamzabaan हमज़बान ھمز با ن: August 2014
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Hamzabaan हमज़बान. पहला पन्ना. हमारे बारे. हाल-बेहाल. जलते सवाल. नारी-विमर्श. ऐसे भी लोग. कविता-ग़ज़ल. खु़दकलाम. बहुत पहले कैफ़ी आज़मी की चिंता रही,. यहाँ तो कोई मेरा हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; इससे बाद निदा फ़ाज़ली दो-चार हुए,. ज़बाँ मिली है मगर हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; कई तरह के संघर्षों के इस समय कई आवाज़ें गुम हो रही हैं. ऐसे ही स्वरों का. रविवार, 31 अगस्त 2014. कभी सूली नफ़रत की कभी फंदा हिफ़ाज़त का. Post under इंदौर. धीरेन्द्र सिंह. मध्य प्रदेश. धीरेन्द्र सिंह. की क़लम से. सबमे तुझको त&#...वो बì...
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Hamzabaan हमज़बान ھمز با ن: December 2014
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Hamzabaan हमज़बान. पहला पन्ना. हमारे बारे. हाल-बेहाल. जलते सवाल. नारी-विमर्श. ऐसे भी लोग. कविता-ग़ज़ल. खु़दकलाम. बहुत पहले कैफ़ी आज़मी की चिंता रही,. यहाँ तो कोई मेरा हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; इससे बाद निदा फ़ाज़ली दो-चार हुए,. ज़बाँ मिली है मगर हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; कई तरह के संघर्षों के इस समय कई आवाज़ें गुम हो रही हैं. ऐसे ही स्वरों का. गुरुवार, 25 दिसंबर 2014. शेरघाटी जो इक शहर है आलम में इंतिख़ाब. Post under ऐसे भी लोग. रंगलाल हाई स्कूल. शेरघाटी. सैयद शहरोज़ क़मर. की क़लम से. गांव मे...बीते...
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Hamzabaan हमज़बान ھمز با ن: September 2014
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Hamzabaan हमज़बान. पहला पन्ना. हमारे बारे. हाल-बेहाल. जलते सवाल. नारी-विमर्श. ऐसे भी लोग. कविता-ग़ज़ल. खु़दकलाम. बहुत पहले कैफ़ी आज़मी की चिंता रही,. यहाँ तो कोई मेरा हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; इससे बाद निदा फ़ाज़ली दो-चार हुए,. ज़बाँ मिली है मगर हमज़बाँ नहीं मिलता. 2404; कई तरह के संघर्षों के इस समय कई आवाज़ें गुम हो रही हैं. ऐसे ही स्वरों का. रविवार, 7 सितंबर 2014. अतातुर्क और नाज़िम हिकमत के देश में. Post under इस्तांबुल. ऐसे भी लोग. निशांत कौशिक. यात्रा संस्मरण. निशांत कौशिक. शिक्षा. चार नज़्म. वो सफ़...
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August 2008 | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. On मंगलवार, 26 अगस्त 2008. सक्सेना. मेरे गीत! Aur लाइट ले यार! माता, पित...कोई भ...
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January 2010 | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. On सोमवार, 25 जनवरी 2010. शास्त्री. सर्वाधिक प्रसिध्द. 1991 में महामं...नई पोस्ट. सैयद ...
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काश मिले मंदिर में अल्लाह मस्जिद में भगवान मिले. | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. On मंगलवार, 15 दिसंबर 2009. सुबह मोहब्बत शाम महब्बत. महत्वपूर्ण. अब तक आपके. आंखो...सहि...
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August 2010 | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. शमा-ए-हरम हो या दिया सोमनाथ का! On शनिवार, 7 अगस्त 2010. हिन्दू-मुस&#...मैं हम...विव...
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तू भी हिंदू है कहाँ, मैं भी मुसलमान कहाँ | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. On बुधवार, 12 नवंबर 2008. पानीपत और पलासी के वो मैद...कर्फ्यू शहर मे&...सर छुपा ल...किस...
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October 2008 | साझा-सरोकार
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मुखपृष्ठ. साझा-सरोकार. तेरी शर्ट हमसे ज्यादा सफ़ेद क्यों. की तर्ज़ पर मीनारों और. गुम्बदों को ऊँचा. करने और सड़कों पर. नमाज़ व आरती करने की आज होड़ लगी है.धार्मिक होने का प्रदर्शन खूब. हो रहा है जबकि ऐसी धार्मिकता हमें धर्मान्धता की ओर घसीट. ले जा रही है.जो खतरनाक है.देश की गंगा-जमनी संस्कृति को. इससे काफी चोट पहुँच रही है. सर्व-धर्म समभाव. विशवास है. मतभेदों का भी यहाँ स्वागत है.वाद-ववाद से ही तो. संवाद बनता है. On शनिवार, 11 अक्तूबर 2008. २५ सितम्बर को फिरदौस. की हार्ड लायनर छब&#...हम कितने ...सोच...