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अगड़म बगड़म स्वाहा....: April 2014
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Monday, April 28, 2014. मौजकाल का भौकाल! ये भारतीय राजनीति का "मौजकाल" है हर कोई एक दूसरे से मौज ले रहा है. एक मोहतरमा भी हैं उनके हिसाब से सारी समस्याओं का हल है की राष्ट्रपति शासन लगा दो अगर वो मुख्यमंत्री ना हों तो. और भी बहुत हैं , कहाँ तक बताएं जाने दीजिये ना. है की नहीं? देवांशु. देवांशु निगम. Sunday, April 13, 2014. बधाई हो गुलज़ार साहब! या रहीमदास जी के कहे दोहे से इतर सोचत...जो " मौत को नज़्म. कहता है मरने के...8221; देख-स...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: April 2015
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Wednesday, April 1, 2015. अब का लिखें? आज बड़े दिनों बाद की-बोर्ड पर खटर - पटर करने का मौका हाथ लग गया ।. मौका तो लगा, पर लिखें का? इसके अलावा भी बहुत से काम में जनता बिजी है ऊ सब पता लगाके अपन आप को इन्फॉर्म करेंगे. 8221; तो लिखने से पहले उन्हैये को फोनिया दिए. फ़ोन उठाते ही उन्होंने पूछा “और क्या चल रहा है? अपन ने भी कह दिया की सब विद्वजनों की संगत का असर है. देवांशु. देवांशु निगम. Subscribe to: Posts (Atom). अपना एक और पता.
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: June 2013
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Friday, June 28, 2013. च से बन्नच और छ से पिच्चकल्ली. 8220;मम्मी ये दादा को कुछ नहीं आता, सब गलत पढ़े बैठा है”. हमारे छोटे भ्राता श्री ने मम्मी को मेरी पढ़ाई के बारे में फीडबैक दे मारा. छोटे भ्राता श्री. 8220;च" से “बन्नच". 8220;छ" से “पिचकल्ली”. 8220;ट" से “मिनाटर”. 8221; सूते गए. 8220;सर कमिनसर". खैर मुद्दा ये नहीं है मुद्दा ये है कि इनको हमार&#...दादी का बलब लिए जाई और पान खाय के आई” य...मम्मी ने कहा कि ̶...और जैसे ही...सबसे...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: September 2012
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Friday, September 21, 2012. जुगलबंदी.बोले तो दो तीर से एक शिकार! जुगलबंदी तो सुनी ही होगी.क्या कहा , नहीं सुनी? अरे पक्का सुनी होगी.भले ही क़ुबूल ना करो! जैसे दो तबलावादक अक्सर इस टाइप की झड़प करते हैं. तबलावादक १ : "ता धिन धिन न, न धिन तिन न". तबलावादक २: "ता धिन धिन न, न धिन तिन न, तगड़-धगड़". क्रिटिक १ : "यार उसने तीन ताल सही नहीं बजाई, थोड़ा भटक गया". ज़रूर कोई मैग्नेटिक लेविटेशन. ४ मेरे को लगा चाँद स&...७ ऐसा भी हो सकत...९ पर बार&...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: July 2015
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Thursday, July 30, 2015. भारतीय . आज सुबह से ही मन बहुत विचलित है .कभी बहुत प्रसन्न और कभी अत्यंत पीड़ा हो रही है. को अंतिम बार देखने आई भीड़ को देख भारत की एकता पर गर्व होता है. मन दुखी एक और विचार से हो रहा है .याकूब की फांसी पर जो नाटक टीवी पर चल रहा है. पर इस विषय पर जो समाचारों का सिलसिला चल रहा है उससे बहुत पीड़ा हुई है. Wednesday, July 22, 2015. को जाता है. इसी परम महाशय “कुत्ता” महार...पर एक रोज़ भूचाल आ गया. मुन्हî...मे&...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: December 2012
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Tuesday, December 11, 2012. रोते हुए आते हैं सब! बहुतै फेमस गाना! एक दम हिट कि रोते हुए आते हैं सब, हँसता हुआ जो जायेगा, वो फलाने का ढीमाका कहलायेगा समझे. रोने से कुछ होता है भला? पर सोचो अगर रोने के पैसे मिलते तो? आइडिया शानदार है. तब कवियों का भी उद्धार हो जाता जो जित्ती रुआंसी कविता लिखता, उसकी डिम...8221; ,तब जमाना इस बात को और अच्छी तरीके से समझता सेंटी प...आई लव टियर्स रे! गाने कैसे बनते :. सटायरबाजों और क&...लेकिन क&#...की ...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: August 2013
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Monday, August 19, 2013. १५ अगस्त का तोड़ू-फोड़ू दिन! 8220;गरीबी को नापना एक मुश्किल काम है , लोगो के अलग अलग ख़याल हैं, पर कोई भी परिभाषा अपनाएं २००४ के बाद से गरीबी बहुत कम हुई है”. तभी सोनल. का फ़ोन आ गया “आज तो आज़ाद होगे? हमने कहा “नहीं जी , बड़ी गुलामी में जी रहे हैं”. उधर से आवाज़ आयी “तो फिर सही समय पर ठिकाने पर पहुच जाना”. अनु जी. आराधना जी. अभिषेक बाबू. हम भी इन-वाईटेड थे. यही कमेन्ट कर दिए ( इंगेजम&#...शाम हो गयी थ...नई दिल...
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: May 2013
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Thursday, May 23, 2013. बॉम्बे टाकीज़…. अनुराग कश्यप :. जोया अख्तर :. सब्जेक्ट क्या था? एक लड़का जिसको डांस सीखना है और उसको लड़कियों के कपड़े पहनना अच्छा लगता है दोनों में से बुरा क्या है? दिबाकर बनर्जी :. करन जोहर :. बॉम्बे टाकीज़…. देवांशु. देवांशु निगम. Saturday, May 4, 2013. नंदी हिल्स पर फ़तेह! पहले २४ घंटे. अगले दिन मेरा भी ऑफिस था जल्दी उठना था. देवांशु. देवांशु निगम. Friday, May 3, 2013. देवांशु. Subscribe to: Posts (Atom).
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: October 2012
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Friday, October 12, 2012. हैप्पी बड्डे टू मी! को भी शायद आईडिया नहीं था कि इस महापुरुष का आज ही जन्मदिन है, वो कुछ देर पहले ही सोने खिसक लिए थे! सुबह उठे तो सबसे पहले एक शर्ट निकालकर " इस्त्री. की तब समझ में आया कि इसे "इस्त्री" क्यूँ कहते हैं इसी टाइम किसी " स्त्री. की कमी काफी महसूस होती है :) :). है :) :). बात बहुत सोलिड टाइप लगी फेसबुक पर शेयर भी कर दिए. और हाँ अमिताभ बच्चन साहब को हम बड्...8221; :) :) :). Tuesday, October 2, 2012.
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अगड़म बगड़म स्वाहा....: July 2012
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अगड़म बगड़म स्वाहा. कुछ इधर की, कुछ उधर की , कुछ सीधे दिल की बातें. Thursday, July 19, 2012. मैं, वो जो नहीं था…. समय : सुबह के ३ बजकर १४ मिनट. समय : सुबह के कोई २ बजे. समय : रात के कुछ साढ़े १२ बजे के आस पास. समय : रात के ठीक सवा १२ बजे. देवांशु. देवांशु निगम. Thursday, July 5, 2012. मेलोंकॉली. इतनी सी थी उस शहर के हर जीने वाले की ज़िंदगी. ऐसा माना जाता था कि अगर कोई औरत-मर्द का जोड़ा एक बार उन ऊपर. देवांशु. देवांशु निगम. Wednesday, July 4, 2012. और हम पहुँच गए वतन! और दीपक भाई. बड़े दिन हुए...मालि...